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सुदामा चरित कवि नरोत्तमदास द्वारा अवधी भाषा में रचित काव्य-ग्रंथ है। इसकी रचना संवत १६०५ के लगभग मानी जाती है। इसमें एक निर्धन ब्राह्मण सुदामा की कथा है जो महान कृष्ण भक्त था, जो बालपन में कृष्ण का मित्र भी था। इस ब्राह्मण की कथा श्रीमद् भागवत महापुराण में भी लिखित है। महाकवि नरोत्तमदास दास स्रोत्र[संपादित करें]
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सुदामा चरित पाठ की भाषा कौन सी है?सुदामा चरित कवि नरोत्तमदास द्वारा अवधी भाषा में रचित काव्य-ग्रंथ है। इसकी रचना संवत १६०५ के लगभग मानी जाती है।
सुदामा कौन थे class 8?Answer: सुदामा निर्धन थे तथा श्रीकृष्ण राजा थे। उसी प्रकार महाराज द्रुपद तथा गुरू द्रोणाचार्य भी आश्रम में एक ही साथ शिक्षा ग्रहण करते थे तथा परम मित्र थे। सुदामा के द्वारका जाने पर श्रीकृष्ण ने उनका आदर-सत्कार किया था।
सुदामा को पहले कहाँ सोना पड़ता था?Answer: अब सुदामा की झोपड़ी की जगह सोने के महल बन गए थे।
सुदामा के पैरों में जूते क्यों नहीं थे?सुदामा के पाँव में तो जूते तक नहीं हैं। क्यों ? Answer: (b) वह इतना निर्धन है कि जूते पहनना उसकी सामर्थ्य से परे है।
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