कवि ने सुदामा चरित सवैया में किस भाषा का प्रयोग किया है? - kavi ne sudaama charit savaiya mein kis bhaasha ka prayog kiya hai?

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सुदामा चरित  
कवि ने सुदामा चरित सवैया में किस भाषा का प्रयोग किया है? - kavi ne sudaama charit savaiya mein kis bhaasha ka prayog kiya hai?

सुदामा चरित का आवरण पृष्ठ
लेखक नरोत्तमदास
देश भारत
भाषा अवधी, ब्रजभाषा
श्रृंखला खण्डकाव्य
विषय श्रीकृष्ण भक्ति
पृष्ठ 121 पद

सुदामा चरित कवि नरोत्तमदास द्वारा अवधी भाषा में रचित काव्य-ग्रंथ है। इसकी रचना संवत १६०५ के लगभग मानी जाती है। इसमें एक निर्धन ब्राह्मण सुदामा की कथा है जो महान कृष्ण भक्त था, जो बालपन में कृष्ण का मित्र भी था। इस ब्राह्मण की कथा श्रीमद् भागवत महापुराण में भी लिखित है।

कवि ने सुदामा चरित सवैया में किस भाषा का प्रयोग किया है? - kavi ne sudaama charit savaiya mein kis bhaasha ka prayog kiya hai?

महाकवि नरोत्तमदास दास

स्रोत्र[संपादित करें]

  • संपूर्ण सुदामा चरित

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श्रेणियाँ:

  • हिन्दी साहित्य
  • खंडकाव्य

सुदामा चरित पाठ की भाषा कौन सी है?

सुदामा चरित कवि नरोत्तमदास द्वारा अवधी भाषा में रचित काव्य-ग्रंथ है। इसकी रचना संवत १६०५ के लगभग मानी जाती है।

सुदामा कौन थे class 8?

Answer: सुदामा निर्धन थे तथा श्रीकृष्ण राजा थे। उसी प्रकार महाराज द्रुपद तथा गुरू द्रोणाचार्य भी आश्रम में एक ही साथ शिक्षा ग्रहण करते थे तथा परम मित्र थेसुदामा के द्वारका जाने पर श्रीकृष्ण ने उनका आदर-सत्कार किया था।

सुदामा को पहले कहाँ सोना पड़ता था?

Answer: अब सुदामा की झोपड़ी की जगह सोने के महल बन गए थे।

सुदामा के पैरों में जूते क्यों नहीं थे?

सुदामा के पाँव में तो जूते तक नहीं हैं। क्यों ? Answer: (b) वह इतना निर्धन है कि जूते पहनना उसकी सामर्थ्य से परे है।