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''कुत्तों का जन्म यूरोप में होने के संकेत''15 नवंबर 2013 अपडेटेड 17 नवंबर 2013 आदिम और आधुनिक कुत्तों और भेड़ियों के डीएन पर किए गए शोध में पता चला है कि यूरोप में ही पहली बार कुत्तों को पालतू बनाया गया था. इसमें कोई शक नहीं है इंसान के 'सबसे गहरा दोस्त' का जन्म भेड़ियों से हुआ हो लेकिन वैज्ञानिक इनके जन्म के स्थान और समय को लेकर लंबे समय से बहस करते रहे हैं. आदिम और आधुनिक भेड़ियों और कुत्तों के आनुवांशिकों के सैंपलों को आधार बनाकर किए गए इस नए शोध में वैज्ञानिकों ने पाया गया है कि कुत्तों का जन्म 18,000 साल पहले यूरोप में हुआ था. ओल्फ़ थालमन और उनके सहयोगियों ने इस शोध को किया जो विज्ञान पत्रिका में छपा है. इससे पहले डीएनए को लेकर जो शोध किए गए थे उसमें पता चलता है कि हर प्रकार की कद काठी के आधुनिक कुत्तों के जन्म का नाता 15,000 साल पहले से जोड़कर देखा जा सकता है जब भेड़ियों ने मध्यपूर्व या पूर्व एशिया में ख़ुद को मनुष्यों के समुदाय से जोड़ लिया था. दावोंलेकिन इन दावों के साथ दिक्कत ये थी कि जीवाश्म वैज्ञानिकों को कुत्ते जैसे दिखने वाले जानवरों के जो अवशेष मिले वो 30,000 साल से ज्यादा पुराने हैं. फ़िनलैंड यूनिवर्सिटी में डॉक्टर और उनकी टीम ने इन विरोधाभासी डीएनए सबूतों का दोबारा अध्ययन किया. वैज्ञानिकों की इस टीम ने आदिम ज़माने के कई प्रकार के जानवरों जिसमें कुत्तेऔर भेड़िए शामिल थे पर शोध किया. इस शोध में पता चला कि जो आधुनिक कुत्ते थे वे प्राचीन यूरोपीय कुत्तों या भेड़िओं से गहरे तौर पर संबंधित थे. इनका न ही यूरोप के बाहर रहने वाले भेड़ियों से कोई नाता था न यूरोप में रहने वाले आधुनिक भेड़ियों से और क्योंकि जिन कुत्तों का अवशेष लेकर शोध किया गया था वो 18,000 साल पुराने थे और उससे ये पता चला कि इन कुत्तों को और भी पहले समय से पालतू बना कर रखा गया था. अगर ये सही है तो इसका मतलब ये हुआ कि कुत्ते, भेड़ियों की आबादी से उस समय अलग हो गए जब मनुष्य का समुदाय बना और वे एक जगह रहकर कृषि और शिकार करने लगे. शोधइस बात की भी संभावना है कि इन भेड़ियों ने शिकारियों का पीछा किया हो, शायद पहले कुछ दूरी से और वे जिन जानवरों का शिकार करते थे और उन जानवरों का इस्तेमाल होने के बाद जो ढ़ाचा बचता था ये भेड़िए उससे गुज़र बसर करते थे. लेकिन जैसे- जैसे इंसान इनसे कम डरने लगे वे भेड़िए उनके समुदाय में शामिल हो गए. डॉक्टर थलमन कहते हैं, ''आप देख सकते है मनुष्यों के नजदीक रहने के बाद कैसे भेड़ियों को फ़ायदा हुआ क्योंकि उन्हें शिकार किए जानवरों के ढ़ाचे मिले लेकिन इससे मनुष्यों को भी फ़ायदा हुआ होगा.'' उन्होंने बीबीसी को बताया , ''आपको ये याद करना होगा कि 18,000-32,000 साल पहले यूरोप में भेड़ियों से भी बड़े जानवर जैसे भालू और लकड़बग्घा होते थे और ऐसे में भेड़ियों का इन इंसानों के पास रहना इन बड़े जानवरों को लेकर एक चेतावनी का संकेत भी दे सकता था. ये एक विश्वसनीय बात लगती है कि कुत्तों को पालतू बनाने का जन्म यहीं से हुआ होगा.'' हालांकि ये शोध नया है लेकिन ये इस विषय पर आख़िरी शब्द नहीं हो सकता. कुत्ते का जनम कैसे हुआ विस्तार से बताये?...चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। उत्तर प्रदेश में कुत्ते का जन्म कैसे हुआ बताओ जो बताए तो बताना चाहता है तो हम संसद में परेशान करते हैं यह कुत्ता और कुतिया और कुत्ता और कुतिया संपर्क में आते हैं तब ही कुत्ते का जन्म होता है Romanized Version 3 जवाब Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!
कुत्ता या श्वान भेड़िया कुल की एक प्रजाति है। यह मनुष्य के पालतू पशुओं में से एक महत्त्वपूर्ण प्राणी है। इनके द्वारा तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वाली एक भयंकर बीमारी रेबीज होती है। इसकी मादा को कुतिया और शावक को पिल्ला कहते हैं। इसका औसत जीवनकाल लगभग 12 वर्ष तक का होता है। यह जीव जंगल तथा मानव समाज के बीच रहता है यह सर्वाहारी जीव है | उत्पत्ति और विकास[संपादित करें]कुत्ते 11-16,000 साल पहले पश्चिमी यूरोप में भेड़िया को पालतू बनाने से शुरू हुए थे। यह समय जब मानव शिकारी थे के दौरान का है।[2] हो सकता है कि आद्य-कुत्ते प्रारंभिक मानव द्वारा शिकार के बाद छोड़ दिये गये शवों का लाभ लेते थे, साथ ही शिकार को पकड़ने में सहायता प्रदान करते थे और बड़े शिकारियों से रक्षा प्रदान करते थे। मनुष्यों के साथ भूमिका[संपादित करें]प्रारंभिक मानव के लिए कुत्तों का मूल्य, कुत्तों को दुनिया भर के संस्कृतियों में सर्वव्यापी बनाने में सहायक था। मानव समाज पर कुत्तों प्रभाव से कुत्तों को उपनाम "आदमी का सबसे अच्छा दोस्त" मिला।[3][4][5][6][7][8] प्रारंभिक भूमिका[संपादित करें]भेड़ियों और उनके कुत्ते वंशज, मानव शिविरों के पास रहने से उनका महत्त्वपूर्ण लाभ प्राप्त होगा जैसे- अधिक सुरक्षा, अधिक विश्वसनीय भोजन स्रोत और अधिक मौका प्रजनन करने का।[9] साथ ही मनुष्य को भी अपने शिविरों के पास रहने वाले कुत्तों से भारी लाभ प्राप्त हुआ होगा।[10] कुत्ते बर्बाद खाने की सफाई करते थे और वे शिकारियों या अजनबियों की उपस्थिति के बारे में शिविर को सतर्क कर देते होगे।[10] मानवविज्ञानी यह विश्वास करते हैं कि प्रारंभिक मानव को शिकार में कुत्तो की संवेदनशील सूंघने की शक्ति का महत्वपूर्ण लाभ मिला होगा।[10][11] आपसी सहअस्तित्व से प्रारंभिक मानव और आद्य-कुत्तों की जीवित रहने की संभावना बहुत बढ़ी। साइबेरिया से उत्प्रवासी संभावना साथी के रूप में कुत्तों के साथ बेरिंग जलसन्धि को पार किये होगे।[12] मूल अमेरिकी आदिवासीयो में कुत्तों का महत्व अधिक था, वे वजन ले जाने के लिए उन्हें इस्तेमाल किया करते थे।[13][14] पालतू जानवर के रूप[संपादित करें]कुत्तों को पालतू जानवर के रूप में रखने का एक लंबा इतिहास है।[15] पुरातत्त्ववेत्ता को इसराइल में खुदाई के दौरान एक बुजुर्ग मानव और एक चार से पांच महीने की उम्र के पिल्ले के अवशेष एक साथ दफन मिले।[16] शुरू में कुत्तों को घर की रक्षा के लिए पालतू जानवर के रूप में रखा जाता था।[15][17] लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ कुत्ते, मानव जीवन और परिवार का हिस्सा बन गये।[18][19][20] कुत्ते टीवी पर आदर्श पालतू जानवर के रूप में दिखाये गए और कई लोकप्रिय टीवी शो किये गए जिनमे कुत्तों को नायक के रूप में दिखाया गया।[21][22] 2009-2010 में राष्ट्रीय पालतू जानवर के मालिक के सर्वेक्षण के अनुसार केवल संयुक्त राज्य अमेरिका में 7,75,00,000 लोगो के पास पालतू कुत्ते है।[23] बेंलो[संपादित करें]अपने करीबी आनुवंशिक संबंध और अंतर-नस्ल की क्षमता के बावजूद, ग्रे कुत्तों को घरेलू कुत्तों से अलग करने के लिए कई नैदानिक विशेषताएं हैं। लाल रक्त कोशिका एसिड फॉस्फेट के स्टार्च जेल वैद्युतकणसंचलन द्वारा पालतू कुत्तों को भेड़ियों से स्पष्ट रूप से अलग पहचाना जाता है। टाइम्पेनिक बलाऊ बड़े, उत्तल और लगभग भेड़ियों में भूरे रंग के होते हैं, जबकि कुत्तों के बछड़े छोटे, संकुचित और थोड़े उखड़े हुए होते हैं। [24] समान रूप से आकार वाले भेड़ियों की तुलना में, कुत्तों में 20% छोटी खोपड़ी और 30% छोटे दिमाग होते हैं। [25] ग्रे भेड़ियों के दांत भी कुत्तों की तुलना में आनुपातिक रूप से बड़े होते हैं। कुत्तों के माथे और नाक के बीच एक अधिक गुंबददार माथे और एक विशिष्ट "स्टॉप" होता है। जबड़ों को बंद करने वाली टेम्पोरलिस मांसपेशी भेड़ियों में अधिक मजबूत होती है। [26] भेड़ियों के पैरों में डिक्लाव नहीं होते हैं, जब तक कि उनके पास मौजूद कुत्तों के साथ कोई मेल-मिलाप न हो। [27] अधिकांश कुत्तों में एक कार्यशील पूर्व-पुच्छीय ग्रंथि की कमी होती है और वर्ष में दो बार एस्ट्रस में प्रवेश करते हैं, ग्रे भेड़ियों के विपरीत, जो केवल वर्ष में एक बार करते हैं। [28] तथाकथित आदिम कुत्ते जैसे डिंगोज़ और बेसनजिस वार्षिक एस्ट्रस चक्र को बनाए रखते हैं। [29] कुत्तों की आम तौर पर भूरी आंखें होती हैं और भेड़िये लगभग हमेशा अम्बर या हल्के रंग के होते हैं। [30] घरेलू कुत्तों की त्वचा भेड़ियों की तुलना में अधिक मोटी होती है। एक कुत्ते के पंजे एक भेड़िये के आकार के आधे होते हैं, और उनकी पूंछ ऊपर की ओर झुकी होती है, भेड़ियों में कोई अन्य गुण नहीं पाया जाता है। [31] कुत्ते ने सैकड़ों विभिन्न नस्लों में विकसित किया है और किसी अन्य भूमि स्तनपायी की तुलना में अधिक व्यवहार और रूपात्मक भिन्नता दिखाता है। [32] इन्हें भी देखें: कुत्तों की नस्लों की सूचीसन्दर्भ[संपादित करें][33]
कुत्ते की उत्पत्ति कैसे हुई?उत्पत्ति और विकास
कुत्ते 11-16,000 साल पहले पश्चिमी यूरोप में भेड़िया को पालतू बनाने से शुरू हुए थे। यह समय जब मानव शिकारी थे के दौरान का है।
कौन सा कर्म करने से कुत्ते का जन्म होता है?महर्षि ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति किसी का कत्ल करता है तो यह जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसा कर्म करने वाला अगले जन्म में गधा बनता है। लेकिन यदि वह जिस शस्त्र से हत्या करता है उसी से उसकी भी हत्या हो जाए तो उसे मृग योनि मिलती है। इसके बाद वह मछली, कुत्ता और बाघ बनता है।
कुत्ता कौन से भगवान का अवतार है?भगवान भैरव का वाहन कुत्ता :- कुत्ता एक रहस्यमयी प्राणी है। कुछ धर्मों में इसे शैतानी माना गया है तो हिन्दू धर्म में इसे कुशाग्र बुद्धि और रहस्यों को जानने वाला प्राणी माना गया है। कई मामलों में यह मनुष्यों की रक्षा करता है। भगवान भैरव ने इसे अपना वाहन तो नहीं बनाया लेकिन वे हमेशा इसे अपने साथ रखते हैं।
कुत्ते का जन्म कब हुआ था?आदिम और आधुनिक भेड़ियों और कुत्तों के आनुवांशिकों के सैंपलों को आधार बनाकर किए गए इस नए शोध में वैज्ञानिकों ने पाया गया है कि कुत्तों का जन्म 18,000 साल पहले यूरोप में हुआ था.
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