Show Solution : भारतीय रिजर्व बैंक निम्नलिखित प्रकार से अन्य बैंकों की गतिविधि यों पर नजर रखता है <br> (i) बैंको को अपनी जमा राशि का 15 प्रतिशत भाग नकद के रूप में रखना पड़ता है। भारतीय रिजर्व बैंक देखता है कि क्या बैंक इतनी राशि नकद के रूप में रख रहे हैं या नहीं। <br> (ii) भारतीय रिजर्व बैंक बैंकों द्वारा दिए गए ऋणों पर भी निगरानी रखता है ताकि वह अमीर और गरीब में किसी प्रकार का भेदभाव न करें और सबको समान रूप से ऋण दें। बैंकों के लिए आवश्यक है कि वह समय-समय की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक को दे। <br> इस प्रकार भारतीय रिजर्व बैंक अन्य बैंकों पर निगरानी रखता है ताकि सभी बैंक बिना किसी भेदभाव के सबको समान शर्तों पर ऋण सुविधा प्रदान करे । भारतीय रिजर्व बैंक अन्य बैंकों की गतिविधियों पर किस तरह नज़र रखता है यह जरूरी क्यों है?भारतीय रिज़र्व बैंक अन्य बैंकों की गतिविधियों पर नज़र रखता है क्योंकि हर एक बैंक को अपने पास जमा पूँजी की एक न्यूनतम नकद अपने पास बना कर रखनी पड़ती है। भारतीय रिज़र्व बैंक नज़र रखता है कि बैंक वास्तव में नकद शेष बनाए हुए हैं।
रिजर्व बैंक बैंकों की देखरेख कैसे करता है?रिज़र्व बैंक बैंकों के बैंकर के रूप में
इसलिए रिज़र्व बैंक सामान्य बैंकर की तरह कार्य करता है और बैंकों के बैंकर के कार्य रूप में जाना जाता है, जिसके लिए रिज़र्व बैंक का संबंधित केंद्रीय कार्यालय के विभागों द्वारा परिचालन अनुदेश जारी किया जाता है।
क्या कारण है कि बैंक कुछ गद्दारों को कर्ज देने के लिए तैयार नहीं होते हैं?उत्तर : बैंक कुछ कर्जदारों को कर्ज देने के लिए इसलिए तैयार नहीं होते क्योंकि वे भरोसेमंद कर्जदार नहीं होते हैं अर्थात वे ऋण की शर्तों को पूरा नहीं कर पाते हैं। उनके ऋण अदायगी की क्षमता विश्वासनीय नहीं होती है तथा उनके पास गिरवी रखने के लिए कोई संपत्ति भी नहीं होती है जिसके कारण बैंक उन्हें ऋण देने से कतराते हैं ।
भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कब किया गया?यद्यपि प्रारंभ में यह निजी स्वमित्व वाला था, 1949 में राष्ट्रीयकरण के बाद से इस पर भारत सरकार का पूर्ण स्वमित्व है।
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