Answer:- 1 Show Explanation:- यह कथन सर स्टैफोर्ड क्रिप्स का है। वे 1942 में भारत आए मिशन के नेतृत्वकर्ता थे तथा 1946 के कैबिनेट मिशन के भी सदस्य थे। Answer:- 3 Explanation:- श्री पी. मित्रा, वारीन्द्र घोष और भूपेन्द्र दत्त के सहयोग से 1902 में मिदिनापुर (पश्चिमी बंगाल) में अनुशीलन समिति का गठन किया गया। अनुशीलन समिति बंगाल की पहली क्रांतिकारी संस्था थी। बंगाल में पी. मित्रा ने एक गुप्त क्रान्तिकारी सभा ‘अनुशीलन समिति’ का गठन किया। Answer:- 4 Explanation:- 9 अगस्त, 1925 ई. को रेलगाड़ी से सरकारी खजाना सहारनपुर से लखनऊ की ओर जा रह था, जिसे काकोरी नामक स्थान पर लूट लिया गया। इसे ही काकोरी काण्ड कहा गया। काकोरी केस के अभियुक्तों की बचाव हेतु गोबिन्द बल्लभ पंत की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई। Answer:- 4 Explanation:- अभिनव भारत समिति को ही यंग इंडिया सोसाइटी बोला जाता है। विनायक दमोदर द्वारा स्थापित 1899 में स्थापित ‘मित्र मेला’ ही 1904 में नासिक (महाराष्ट्र) में ‘अभिनव भारत’ नामक नये नाम व उद्देश्य के साथ परिवर्ति हो गई। ‘अभिनव भारत’ की शाखाएँ महाराष्ट्र के अतिरिक्त कर्नाटक व मध्य प्रदेश में भी स्थापित हो गई। Answer:- 3 Explanation:- 30 अप्रैल को बम फेंकने से पहले तक खुदीराम बोस व प्रभुल्ल चाकी को शहर के सीनियर वकील चाकी को शहर के सीनियर वकील कालिका रंजन चटर्जी ने सलाह दी थी। चटर्जी महर्षि अरविन्दों के अनुशीलन समिति के सदस्य थे। जवाहर लाल रोड स्थित घिरनी पोखर के पास का वर्तमान भारत सेवा आश्रम है, उस समय यह चटर्जी का घर हुआ करता था। यहीं, खुदीराम व प्रफुल्ल बैठकर उनसे क्रांति विचार लिया करते थे। Answer:- 1 Explanation:- जतीन्द्रनाथ मुखर्जी अथवा बाघा जतीन का जन्म 7 दिसम्बर 1879 को हुआ था। ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक बंगाली क्रांतिकारी थे। इनकी अल्पायु में ही इनके पिता का देहांत हो गया था। जतीन्द्रनाथ मुखर्जी के बचपन का नाम ‘जतीन्द्रनाथ’ मुखोपाध्याय था। अपनी बहादुरी से एक बाघ को मारने के कारण ये बाघा जतीन कहलाएँ। वे युगान्तर पार्टी के मुख्य नेता थे। उस समय युगान्तर पार्टी बंगाल में क्रांतिकारियों का प्रमुख संगठन थी। Answer:- 2 Explanation:- हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन की स्थापना अक्टूबर 1924 में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल, योगेश चंद्र चटर्जी, चंद्रशेखर आजाद और शचींद्रनाथ सान्याल आदि ने कानपुर में की थी। पार्टी का उद्देश्य सशस्त्र क्रांति को व्यवस्थित करके औपनिवेसिक शासन समाप्त करने और संघीय गणराज्य संयुक्त राज्य भारत की स्थापना करना था। Answer:- 2 Explanation:- 9 अगस्त 1925 को हुए काकोरी कांड का मुकदमा 10 महीने तक चला था, जिसमें रामप्रसाद बिस्मिल राजेंद्रनाथ लाहिडीं, रोशन सिंह और अशफाक उल्लाह खां को फांसी की सजा हुई। इस कांड में, राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में क्रांतिकारियों ने सरकारी खजाना लूटने का प्लान बनाया। Answer:- 3 Explanation:- काकोरी कांड के महानायक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल को 19 दिसम्बर 1927 को गोरखपुर जेल की कोठरी में फांसी के फंदे पर लटकाया गया था, वो फांसी घर आज भी मौजूद है। ?उदारवादियों के लंबे प्रयत्नों के बावजूद भी मौलिक रूपमें कुछ भी हासिल नहीं हो सका ?उग्रवादी एव क्रांतिकारी आंदोलन के उदय के प्रमुख कारण थे? ?☘अंतरराष्ट्रीय
प्रभाव☘? ?☘भारत की बिगड़ती हुई आर्थिक स्थिति☘? ?☘कर्जन की प्रतिक्रियावादी नीतियां☘? ?☘अंग्रेजी राज्य की प्रकृति को ठीक-ठीक समझना☘? ??स्वाभिमान का विकास☘? क्रांतिकारी आंदोलन के उदय के क्या कारण थे?क्रान्तिकारी आन्दोलन के उदय के कारण. (2) कांग्रेस की अक्षमता पर प्रहार -. (3) आर्थिक कारण -. (4) सरकार की दमनकारी शासन नीति. (5) संवैधानिक साधनों की विफलता -. (6) विदेशी क्रान्तिकारी संस्थाओं से प्रेरणा -. क्रान्तिकारी आन्दोलन की प्रगति तथा विकास. क्रान्तिकारी आन्दोलन की असफलता के कारण. निष्कर्ष -. उग्र राष्ट्रवाद का उदय कब हुआ?उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम वर्षों विशेषतः 1890 के पश्चात भारत में उग्र राष्ट्रवाद का उदय प्रारंभ हुआ तथा 1905 तक आते-आते इसने पूर्ण स्वरूप धारण कर लिया।
उग्र राष्ट्रवाद के उदय के क्या कारण है?(1) अकाल व प्लेग- 19वीं शताब्दी के अन्तिम वर्षों में भारत में कई भागों में अकाल तथा प्लेग फैला। ब्रिटिश सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। इससे लोगों में असन्तोष फैला जिससे उग्र राष्ट्रवाद ने जन्म लिया। (2) बंगाल विभाजन- लार्ड कर्जन ने 1905 में बंग-भंग द्वारा बंगाल का विभाजन कर दिया।
क्रांतिकारी राष्ट्रवाद से आप क्या समझते हैं?स्पष्ट था कि क्रांतिकारी - राष्ट्रवादियों का यह वर्गअंग्रेजों के शासन को हिंसा के बल पर समाप्त करना चाहता था क्योंकि उनकी दृष्टि में अंग्रेजों का राज पाशविक बल पर आधारित था। तत्कालीन भारत की राजधानी कलकत्ता बंगाल प्रान्त में स्थित थी .
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