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केरल में इस बार तीन दिन पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी थी लेकिन, कुछ दिन की बारिश के बाद अब यहां मानसून कमजोर पड़ गया है. आमतौर पर केरल में मानसून एक जून को आता है लेकिन, इस बार यह 29 मई को ही आ गया था और अब इसका असर भी कम होने लगा है. जहां हर साल 6 से 8 सेंटीमीटर बारिश होती है वहीं, इस बार महज 5 सेंटीमीटर बारिश होने के बाद बारिश होना बंद हो गया है. केरल में मानसून आने के बाद देश भर में लोग मानसून आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन, अब यहां भी बारिश होना कम हो गया है. हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि यहां मानसून को बढ़ावा देने वाला कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है इसलिए राज्य में मानसून अभी सक्रिय अवस्था में नहीं पहुंचा है. 15 जुलाई तक पूरे देश में दस्तक दे देता है मानसून 15 जुलाई तक पूरे देश में मानसून फैल जाता है. मौसम विभाग के अनुसार श्रीलंका के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और अरब सागर में पैदा हुए एक पश्चिमी हवा के प्रभाव से अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने यह भी बताया कि पिछले कुछ समय से केरल में होने वाली बारिश के पैटर्न में काफी बदलाव आया है. इस बार भी मानसून तीन दिन पहले आ गया था लेकिन, बारिश 50 फीसदी कम हुई. हालांकि, स्काईमेट के अनुसार केरल में 7 से 10 जून के बीच मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. दिल्ली में कम नहीं हो रहा गर्मी का असर केरल में मानसून पहुंचने के बाद दिल्ली को भी गर्मी से थोड़ी-बहुत निजात मिली थी लेकिन, केरल में बारिश कम होती ही एक बार फिर राजधानी गर्मी की चपेट में है. बीते दिनों में यहां कई जगहों पर अधिकतम तापमान 44 डिग्री के भी पार पहुंच गया था. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ समय तक भीषण लू चल सकती है. ये भी पढ़ें :
Kerala Monsoon Latest Updates मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है। अब आने वाले दिनों में केरल के बाकी इलाकों के साथ-साथ तटीय कर्नाटक और महाराष्ट्र में मानसून का सिस्टम आगे बढ़ेगा। केरल में दस्तक देने के बाद मानसून धीरे-धीरे उत्तर भारत की ओर बढ़ेगा। नई दिल्ली, एजेंसी। Monsoon Kerala: सामान्य समय से 2 दिन पहले ही मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है। अब आने वाले दिनों में केरल के बाकी इलाकों के साथ-साथ तटीय कर्नाटक और महाराष्ट्र में मानसून का सिस्टम आगे बढ़ेगा। मानसून को लेकर मौसम विभाग का अनुमान सटीक साबित हुआ है। बता दें कि मौसम विभाग ने पहले अनुमान लगाया था कि बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान ‘आसनी’ के प्रभाव से इस बार मानसून समय से पहले ही केरल पहुंचेगा। मानसून वक्त से काफी पहले 16 मई को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह पहुंच गया था और च्रकवात के शेष प्रभाव के चलते इसके आगे बढ़ने के आसार थे। मौसम विभाग ने जताया बारिश का अनुमान मानसून की एंट्री के साथ ही, मौसम विभाग ने 29 मई से 01 जून के दौरान केरल में भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं, लक्षद्वीप में 30 मई को भारी बारिश हो सकती है।
2 दिनों की देरी से मानसून की दस्तक दक्षिण पश्चिम मानसून के आज केरल पहुंच गया। इससे पहले मौसम विभाग ने 27 मई को केरल में मानसून की शुरुआत का अनुमान जताया था। हालांकि पूर्वानुमान में चार दिनों की मॉडल त्रुटि हुई और ऐसा बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान आसनी के प्रभाव के कारण हुई। मौसम विभाग के अनुसार मौसम संबंधी नए संकेतों के अनुसार, दक्षिण अरब सागर के निचले स्तरों में पछुआ हवाएं चलनी तेज हो गई हैं। सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार केरल तट और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर में बादल छाए हुए हैं। इसलिए, केरल में मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। जानें- राजधानी दिल्ली में कब पहुंचेगा मानसून केरल में दस्तक देने के बाद मानसून धीरे-धीरे उत्तर भारत की ओर बढ़ेगा। महीने के आखिर में 27 जून तक दिल्ली में मानसून पहुंच सकता है। तब जाकर गर्मी से राहत मिल सकती है। यानी अभी महीनेभर दिल्ली वालों को अच्छी बरसात का इंतजार करना होगा। यूपी-बिहार, एमपी में आज कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आज आंशिक रूप से बादल छाये हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक यमुनानगर, सहारनपुर, गंगोह, देवबंद, मुजफ्फरनगर, कांधला, खतौली, सकोटी टांडा, हस्तिनापुर, बड़ौत, दौराला (यूपी) के आसपास के क्षेत्रों में 30-40 किमी प्रति घंटा की गति के साथ हवाएं चलेंगी। कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। बिहार की बात करें तो राजधानी पटना समेत आठ जिलों में बारिश हो रही है। पटना में रविवार सुबह से झमाझम बारिश हो रही है। शाली, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया और अररिया के कुछ क्षेत्रों में बारिश हो रही है। मध्यप्रदेश में आज से अगले तीन दिनों तक सागर, जबलपुर, चंबर, रीवा, सतना, भोपाल और नर्मदापुरम क्षेत्र में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। गाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही नमी के कारण अगले तीन दिनों तक इसी तरह का मौसम रहने वाला है। Edited By: Sanjeev Tiwari Kerala में मानसून कब आएगा 2022?Monsoon को लेकर क्या कहता है मौसम विभाग
आमतौर पर Monsoon केरल 1 जून तक पहुंचता है. लेकिन इस बार 29 मई को ही मानसून ने केरल में अपनी दस्तक दे दी है.
केरल में वर्षा कब से कब तक होती है?केरल की ऋतुओं को तीन भागों में बाँट सकते हैं - पश्चिमी वर्षा काल (जून-सितंबर), पूर्वी वर्षा काल (अक्टूबर - दिसम्बर), ग्रीष्म काल (जनवरी - मई)।
केरल में भारी वर्षा के क्या कारण है?मानसून के पूर्व-पश्चिम शियर जोन की वजह से असामान्य बारिश
केरल में हो रही भारी और असामान्य बारिश की वजह सेईस्ट-वेस्ट शीयर जोन है. यह मानसून की एक विशेषता है, जिसमें हवाएं विपरीत दिशा में बहती हैं. ऐसे जोन में भारी बारिश होती है. यह भारत के दक्षिणी भागों के साथ बनता है और मानसून के आगे बढ़ने के साथ उत्तर की ओर बढ़ता है.
केरल में मानसून पूर्व वर्षा को क्या कहते हैं?सही उत्तर विकल्प (1) अर्थात् आम्र वर्षा है। यह केरल में और कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में गर्मियों के अंत में होने वाली मानसून से पहले की वर्षा होती है। इन्हें आम्र वर्षा के रूप में जाना जाता है।
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