विषयसूची रूस में कौन सी फसल उगाई जाती है?इसे सुनेंरोकेंExplanation: रूसी उद्यान में आमतौर पर बारहमासी फसलों, विशेष रूप से जामुन और अन्य छोटे फलों की बहुतायत शामिल होती है। रूसी बागानों में छह या अधिक फलों को शामिल करना असामान्य नहीं है, जिसमें करंट, सेब, रसभरी, आंवला, आलूबुखारा, स्ट्रॉबेरी और नाशपाती शामिल हैं। रूस में क्या क्या उत्पादन होता है?इसे सुनेंरोकेंदोनों देश बेसिक रॉ मैटेरियल के बड़े निर्यातक हैं. गेहूं से लेकर तेल, गैस, कोयला के अलावा दूसरी बेशकीमती धातुओं के ये बड़े सप्लायर हैं. रूस में सामूहिक कृषि को क्या कहा जाता है? इसे सुनेंरोकेंकोलख़ोज़ या कॉलख़ोज़ (रूसी: колхо́з, Kolkhoz) सोवियत संघ में एक प्रकार की सामूहिक कृषि प्रणाली के खेतों को कहा जाता था। इसके साथ-साथ सोवियत संघ में सरकारी खेत भी हुआ करते थे, जो सोवख़ोज़ कहलाते थे। रूस में सबसे ज्यादा खेती किसकी होती है?इसे सुनेंरोकेंरूस जौ का सबसे बड़ा उत्पादक है. वहां सालाना उत्पादन 1.8 करोड़ टन के आसपास है. रूस में कृषि योग्य भूमि कितनी है?इसे सुनेंरोकेंवहीं चीन के पास केवल 10.3 करोड़ हेक्टेयर तो रूस के पास 12.17 करोड़ हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है। यूक्रेन में सबसे ज्यादा क्या पैदा होता है? इसे सुनेंरोकेंदुनिया के गेहूं के निर्यात में रूस और यूक्रेन का हिस्सा 28.3 प्रतिशत है. इसी तरह मकई, जौ और सूरजमुखी तेल में यह 19.5, 30.8 और 78.3 प्रतिशत है. धनी किसानों का समूह क्या कहलाता था?इसे सुनेंरोकेंबंगाल के गाँव का दृश्य: जॉर्ज चिनरी द्वारा बंगाल के दिनाजपुर जिले के सर्वेक्षण में हमें धनी किसानों के इस वर्ग । का, जिन्हें ‘जोतदार’ कहा जाता था, विशद विवरण देखने को मिलता है। 1820 में चित्रित। फूलों की कृषि को क्या कहते हैं?इसे सुनेंरोकेंफूलों की खेती “फ्लोरीकल्चर” कहलाती है, इसे हिन्दी मे “पुष्पकृषि” कहा जाता है। कृषि के प्रकार कितने हैं? कृषि कितने प्रकार की होती है
कृषि कितने प्रकार के होते हैं?इसे सुनेंरोकेंउपयोग किया जाता है। अधिकांश कार्य मशीनों के द्वारा किया जाता है। वाणिज्यिक कृषि में वाणिज्यिक अनाज कृषि, मिश्रित कृषि और रोपण कृषि शामिल हैं (चित्र 4.5)। रोपण कृषि वाणिज्यिक कृषि का एक प्रकार है जहाँ चाय, कहवा, काजू, रबड़, केला अथवा कपास की एकल फ़सल उगाई जाती है। वर्तमान स्थिति में ऊँची-ऊँची इमारतों और पेड़ों के कारण अधिकाँश जगहों पर पर्याप्त सूर्य का प्रकाश नहीं पहुँच पाता है, जिसके कारण गार्डनिंग में सब्जियों और अन्य पौधों को ग्रो करना मुश्किल हो जाता है। यदि आपके घर पर या गार्डन में पर्याप्त सूर्य का प्रकाश नहीं पहुँच पाता है, तो आप सूर्य प्रकाश की स्थिति के अनुसार अधिकाँश छाया वाले क्षेत्रों में छायादार सब्जियों को अच्छी तरह से ग्रो कर सकते हैं। अधिकांश सब्जियों को फलने-फूलने के
लिए कम से कम छह से आठ घंटे धूप की जरूरत होती है। लेकिन कुछ ऐसी सब्जियां भी हैं जिन्हें आप छायादार क्षेत्र में आसानी से उगा सकते हैं। आज के इस लेख में आप छाया में अच्छी तरह से ग्रो होने वाले सब्जियों के बारे में जानेगें। छाया में उगने वाली सब्जियां कौन सी हैं तथा छायादार सब्जियों के नाम जानने के लिए इस लेख को लास्ट तक जरूर पढ़ें। छायादार पौधे या शेड लविंग पौधे उन्हें कहा जाता है, जो छाया में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं, तथा इन्हें ग्रो करने के लिए पर्याप्त सूर्य प्रकाश का मिलना आवश्यक नहीं
होता है। इन पौधों को आप अपने घर के अन्दर गमलों में अच्छी तरह से ग्रो कर सकते हैं। छायादार पौधों को साइकोफाइट (Psychrophyte) पौधे भी कहा जाता है। छायादार पौधों में से अधिकाँश पौधों को प्राकृतिक रूप से वन और घने पत्तेदार पेड़ों के नीचे उगते हुए देखा जा सकता है। (और पढ़ें: छाया में बेल या लता पर उगने वाली सब्जियां…) ग्रो बैग (गमला) खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
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-34% -39% -43% छायादार पौधों के प्रकार – Types of shade loving plants in Hindiआमतौर पर छाया दार पौधों को छाया की स्थिति के अनुसार दो प्रकार में विभाजित किया जाता है:
(और पढ़ें: जरूरत से ज्यादा धूप पड़ने पर पौधों में दिखाई देते हैं ये लक्षण….) छाया और धूप वाले पौधों में अंतर – Difference between Shade and Sun-Loving Plants in Hindiपौधों को पूर्ण रूप से विकसित होने के लिए किसी भी प्रकार से सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है। जिनमें से अधिकांश पौधों को ग्रो करने के लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश अर्थात दिन में 8 या उससे अधिक समय की धूप जरूरी होती है, तथा कुछ पौधों को विकसित होने के लिए आंशिक प्रकाश अर्थात दिन में लगभग 4 घंटे की धूप मिलनी जरूरी होती है। यदि आपके घर पर या गार्डन में दिन में चार घंटे से भी कम समय के लिए सूर्य का प्रकाश पहुँचता है, तो आप वहां पर आंशिक या पूर्ण सूर्य प्रकाश में विकसित होने वाले पौधों को ग्रो नहीं कर सकते हैं। पेड़ों के नीचे छाया की स्थिति पूरे साल के दौरान एक समान नहीं होती है। पतझड़ के समय में पेड़ों के नीचे आंशिक या पूर्ण सूर्य प्रकाश की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और वही वसंत ऋतु के निकल जाने के बाद पेड़ों के नीचें बिलकुल भी सूर्य प्रकाश नहीं पहुँच पाता है, जिससे पूर्ण छाया या आंशिक छाया की स्थिति बन जाती है। छायादार क्षेत्र में उगाई जाने वाली सब्जियां – Shade loving vegetables in Hindiआंशिक छाया की स्थिति में अच्छी तरह से उगाई जाने वाले सब्जियों की सूचि में निम्न को शामिल किया जा सकता है:
(और पढ़ें: सर्दियों के मौसम में घर पर लगाने वाली सब्जियां…) जरूरी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
छायादार क्षेत्र में उगाए जाने वाले पौधों की पहचान – How to identification shade loving plants in Hindiपत्तेदार सब्जियां सबसे अधिक छाया सहनशील (shade tolerant) होती हैं अर्थात छाया में भी अच्छी तरह से ग्रो कर सकती हैं, जबकि जड़ और फल वाली फसलें काफी हद तक प्रकाश पर निर्भर करती हैं, अर्थात विकसित होने के लिए अधिक धूप की आवश्यकता होती है। छायादार क्षेत्र में उगाए जा सकने वाले पौधों की पहचाना निम्न बिन्दुओं पर की जा सकती है, जैसे:-
छायादार सब्जी के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी का प्रयोग – Use of good quality soil for shade vegetables in Hindiयदि आप अपनी छाया-सहिष्णु (shade-tolerant) सब्जियों को आंशिक छाया या पूर्ण छाया वाले स्थान में उगाने जा रहे हैं, तो आपको पौधे ग्रो करने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी तैयार करनी होगी, जिसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व उपस्थित हों। छायादार पौधों को ग्रो करने के लिए स्वस्थ मिट्टी तैयार करने के लिए आपको निम्न प्रकार की सामग्री की जरूरत होगी:
(और पढ़ें: पौधे लगाने के लिए गमले की मिट्टी कैसे तैयार करें…) उपजाऊ मिट्टी व अन्य चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
छायादार सब्जियों के लिए पानी की आवश्यकता – Water requirement for shade loving vegetables in Hindiलगाए गए छायादार पौधों को अन्य धूप में ग्रो होने वाले पौधों की अपेक्षा बार-बार पानी देने की आवश्यकता नहीं होती है। यदि आप पेड़ों की छाया में अपने सेड लविंग प्लांट को ग्रो कर रहे हैं, तो आपको अधिक बार पानी देने की आवश्यकता पड़ सकती है। आप मिट्टी को अधिक समय तक नम बनाए रखने के लिए मल्चिंग या गीली घास का उपयोग कर सकते हैं। (और पढ़ें: पौधों को पानी कब दें, जानें पानी देने का सही समय क्या है…) गार्डनिंग टूल्स खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
छायादार पौधों को प्रभावित करने वाले कीट – Pests affecting shade loving vegetables in Hindiछायादार और ठंडे क्षेत्र में उगाये जाने वाले पौधों पर सर्वाधिक स्लग (slugs) और घोंघे (snails) जैसे कीटों का अधिक प्रकोप होता है। स्लग और अन्य कीटों के प्रकोप को रोकने के लिए आप पौधों की पत्तियों पर नीम तेल और साबुन के घोल का स्प्रे कर सकते हैं। (और पढ़ें: बेल वाली सब्जियों में लगने वाले कीट और रोग एवं बचाव के तरीके…) यदि आपके घर के गार्डन में अधिकांश क्षेत्र छायादार हैं, तो आप थोड़ी सी प्लानिंग कर छाया वाले क्षेत्र में आसानी से सब्जियां उगा सकते हैं। आपने इस लेख में जाना कि छायादार क्षेत्र में कौन कौन सी सब्जियां उगाई जा सकती हैं। आवश्यक चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
भारत में कौन सी फसल बहुतायत में उगाई जाती है?हमारा प्रदेश सोयाबीन, चना, उड़द, तुअर, मसूर, अलसी के उत्पादन में प्रथम स्थान एवं मक्का, तिल, रामतिल, मूंग के उत्पादन में द्वितीय स्थान तथा गेहूं, ज्वार, जौ के उत्पादन में देश में तृतीय स्थान पर है। वहीं रबी में गेहूं, चना, मटर, मसूर, सरसों, गन्ना, अलसी बहुतायत से बोई जाती हैं।
छायांकित क्षेत्र में कौन सी फसल बहुतायत में उगाई जाती हैं?लीची और आम फल बहुतायत में उगाए जाते हैं।
सबसे पहले उगाई जाने वाली दो फसलें कौन सी है?Solution : सर्वप्रथम गेहूँ तथा जौ जैसी फसलें उपजाई गईं।
कौन कौन सी फसल उगाई जाती है?वैसे, भारतीय कृषि की विभिन्न मुख्य फसलें हैं।. खाद्यान्न - चावल, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, दलहन।. तेल के बीज - मूंगफली, रेपसीड और सरसों, सोयाबीन, सूरजमुखी।. नकदी फसलें -सुगरकेन, कपास, जूट और मेस्ता, चाय, कॉफी, रबड़, रेशम, तंबाकू. मसाले - इलायची, जायफल और गदा, लहसुन, हल्दी, अदरक, सूखी मिर्च और मिर्च, अनीस।. |