जिन वाक्यों में कार्य के होने अथवा ना होने को लेकर संदेह प्रकट किया जाता है वह कौन सा भेद होता है? - jin vaakyon mein kaary ke hone athava na hone ko lekar sandeh prakat kiya jaata hai vah kaun sa bhed hota hai?

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संदेहवाचक वाक्य वह वाक्य होते हैं जिन में संदेह (शंका) के साथ बात करते हैं और अनुमान लगाया जाता है कि वह होने कि संभावना है। जैसे: आज वर्षा हो सकती है।

उदाहरण[संपादित करें]

  1. संभवतः वह सुधर जाए।
  2. शायद मैं कल बाहर जाऊँ।
  3. आज वर्षा हो सकती है।
  4. शायद वह मान जाए।
व्याख्याउक्त वाक्यों में कार्य के होने में अनिश्चितता व्यक्त हो रही है अतः ये संदेह वाचक वाक्य हैं।

सन्दर्भ[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • दे
  • वा
  • सं

हिन्दी व्याकरण

शब्द

संज्ञा • सर्वनाम • विशेषण • क्रिया • उपसर्ग • प्रत्यय • संधि • समास • अलंकार

वाक्य के प्रकार
अर्थ के आधार पर

विधान वाचक वाक्य • निषेधवाचक वाक्य • प्रश्नवाचक वाक्य • विस्म्यादिवाचक वाक्य • आज्ञावाचक वाक्य • इच्छावाचक वाक्य • संदेहवाचक वाक्य

रचना के आधार पर

सरल वाक्य/साधारण वाक्य • संयुक्त वाक्य • मिश्रित/मिश्र वाक्य

  • जिन वाक्यों में कार्य के होने अथवा ना होने को लेकर संदेह प्रकट किया जाता है वह कौन सा भेद होता है? - jin vaakyon mein kaary ke hone athava na hone ko lekar sandeh prakat kiya jaata hai vah kaun sa bhed hota hai?
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  • जिन वाक्यों में कार्य के होने अथवा ना होने को लेकर संदेह प्रकट किया जाता है वह कौन सा भेद होता है? - jin vaakyon mein kaary ke hone athava na hone ko lekar sandeh prakat kiya jaata hai vah kaun sa bhed hota hai?
    श्रेणी

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  • व्याकरण

जिन वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने का सामान्य कथन होता है उन्हें कहते हैं?

विधानवाचक वाक्य – जिस वाक्य में क्रिया के करने या होने का सामान्य कथन हो, उसे विधानवाचक वाक्य कहते हैं, जैसे सूर्य प्रकाश है।

जिन वाक्यों में संदेह संभावना का बोध होता है वहाँ अर्थ की दृष्टि से कौन सा वाक्य भेद होता है?

संदेहवाचक वाक्य (Doubtfull Sentence) - जिन वाक्यों के कार्य के होने में संदेह अथवा संभावना का बोध हो, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते हैं । जैसे - संभवतः वह सुधर जाए । शायद मैं बाहर चला जाउँ । वह शायद आए ।

संदेह का बोध कराने वाले वाक्य को क्या कहते हैं?

संदेहवाचक वाक्य वह वाक्य होते हैं जिन में संदेह (शंका) के साथ बात करते हैं और अनुमान लगाया जाता है कि वह होने कि संभावना है। जैसे: आज वर्षा हो सकती है।

जिस वाक्य द्वारा निषेध अथवा निंदा प्रकट हो उसे क्या कहते हैं?

एक ऐसा सन्देश जो किसी काम को न करने का आदेश दे रहा हो (वाक्य में नकारात्मक हो) वह निषेधवाचक वाक्य कहलाता है। इन वाक्यों में प्रायः न, नहीं या मत जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।