इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

इलाहाबाद जाएं तो चखना ना भूलें स्ट्रीट का ये लाजवाब स्वाद

इलाहाबाद जाएं तो चखना ना भूलें स्ट्रीट का ये लाजवाब स्वाद

By मेघना वर्मा | Published: January 16, 2018 05:23 PM2018-01-16T17:23:22+5:302018-01-16T17:54:49+5:30

Show

संगम की नगरी प्रयाग में कभी आपका जाना हो तो इन 4 स्ट्रीट फूड को जरूर ट्राई करें।

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

इलाहाबाद जाएं तो चखना ना भूलें स्ट्रीट का ये लाजवाब स्वाद

Next

संगम की नगरी प्रयाग ना सिर्फ आस्था के लिए जानी जाती है बल्कि यह यहां के खान-पान के लिए भी मशहूर है। संगम में चल रहे माघ मेले में कुछ ऐसी चीजें खाने को मिलेंगी जो शायद ही कहीं और मिले। आप भी अगर खाने और स्ट्रीट फूड के शौकीन हैं और इन दिनों संगम घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको 4 ऐसे स्ट्रीट फूड के बारे में बता रहे हैं जो माघ मेले के दौरान इलाहाबाद में खाने को मिलते हैं। ये स्ट्रीट फूड इस दौरान इलाहाबाद की शान बन जाते हैं।

गुड़ की जलेबी

जलेबी वैसे तो देश के हर कोने में मिलती है लेकिन इलाहाबाद में मिलने वाली गुड़ की ये खास जलेबी आप यहीं खा सकते हैं। इसकी खासियत ये होती है की यह जलेबी चीनी से नहीं बल्कि गुड़ से बनाई जाती है। साधारण और रस वाली जलेबी के इतर यह सूखी और हलकी मीठी होती है। 

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

रामदाने का लड्डू

मीठे में एक और चीज जो माघ मेले में लगभग हर दूसरे कदम पर मिल जाएगी, वो है रामदाने का लड्डू। रामदाने का बना ये लड्डू भी कम मीठा और थोड़ा सूखा सा होता है। मेले में आने वाले लोग इसे स्वाद के अलावा टाइम पास करने के लिए भी खाते हैं।

 आलू-पापड़

नमकीन खाने का शौक है तो माघ मेले में आकर नमकीन आलू और पापड़ खाना ना भूलें। मसालेदार आलू में ढेर सारे लाल मिर्च के साथ बना यह आलू, मूंग दाल के पापड़ के साथ खाने को दिया जाता है। तीखे और चटपटे इस आलू को पूरा खाने के लिए लोगों में शर्त भी लगती है क्यूंकि यह बहुत तीखा होता है।

 नमकीन खाजा

आपने खाजा अक्सर मीठा ही खाया होगा, लेकिन माघ मेले में मिलने वाला खाजा नमकीन होता है जिसे लोग इसे हरी चटनी के साथ खाते हैं। देश भर से विक्रेता यहां अपने खाने की दुकान लगाते हैं, जो आने वाले पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। 

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

Web Title: Famous street food in Allahabad

खाऊ गली से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे

संबंधित खबरें

प्रयागराज का भारतीय शहर, जिसे पहले इलाहाबाद कहा जाता था, उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा और यमुना नदी के तट पर स्थित है। इलाहाबाद भारत के लगभग सभी समुदायों के लिए एक पवित्र शहर है। हिंदुओं के लिए, अनगिनत मंदिर, त्रिवेणी संगम और यहां स्थित अक्षयवत आस्था और देवत्व के स्रोत के रूप में काम करते हैं। यहां खुसरो बाग जैसे मकबरे और कई मस्जिदें भी हैं। ये शहर विभिन्न कारणों की वजह से बेहद मशहूर है, उनमें से एक है यहां की तीन नदियां - गंगा, यमुना और सरस्वती। कुंभ मेले से लेकर इलाहाबाद किले तक, ऐतिहासिक चमत्कारों से लेकर शानदार वास्तुकला तक; इलाहाबाद में घूमने के लिए बहुत सारी जगहें हैं जो आपको अपनी ओर आकर्षित जरूर कर लेंगी। चलिए आपको फिर यहां की कुछ मशहूर जगहों के बारे में बताते हैं।
(फोटो साभार : Economic Times)

प्रयागराज का त्रिवेणी संगम - Triveni Sangam in Prayagraj in Hindi

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

हिंदू धर्म में तीन सबसे महत्वपूर्ण नदियों का मिलन, त्रिवेणी संगम, इलाहाबाद में स्थित एक पवित्र स्थान है। यह इलाहाबाद में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय और पवित्र स्थानों में से एक है, और अक्सर धर्म के कुछ सबसे महत्वपूर्ण मेलों और त्यौहारों की मेजबान करता है। संगम में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियाँ मिलती हैं। इस क्षेत्र की लोकप्रियता के कारण, इलाहाबाद के पूरे शहर को कभी-कभी संगम भी कहा जाता है। हर 12 साल में, इस स्थान पर कुंभ मेला नामक एक अविश्वसनीय रूप से शुभ त्यौहार आयोजित किया जाता है, जबकि हर छह साल में अर्ध कुंभ का आयोजन यहां किया जाता है। इन दोनों त्यौहारों पर पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ देखी जाती है। जहां नदियां मिलती हैं, वहां हिंदू डुबकी लगाते हैं, ऐसा माना जाता है कि पवित्र जल को छूने से सभी जन्मों के पाप धुल जाते हैं। यदि आप गंगा और यमुना के बहते पानी में बोटिंग करते हैं, तो आप दो नदियों के पानी के रंगों में अंतर देख सकते हैं।

लुधियाना की इन खूबसूरत जगहों पर गए हैं कभी आप? अट्रेक्शन का केंद्र मानी जाती हैं ये 6 जगह

प्रयागराज का खुसरो बाग - Khusro Bagh in Prayagraj in Hindi

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

लुकरगंज में स्थित, खुसरो बाग इलाहाबाद के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। खुसरो बाग की संरचना में आप मुगल वास्तुकला को देख सकते हैं। खुसरो बाग में तीन शानदार ढंग से डिजाइन किए गए बलुआ पत्थर के मकबरे हैं, जो शाह बेगम, खुसरो मिर्जा और निथार बेगम सहित मुगल राजघरानों को श्रद्धांजलि देते हैं, ये सभी अकबर के बेटे जहांगीर से संबंधित थे। ये बाग अमरूद के पेड़ों और गुलाबों के एक विस्तृत सुंदर बगीचों से सजा हुआ है। यह प्रयागराज में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है।

इतिहास जानने में रुचि रखने वाले शाकीन लोगों को एक बार झांसी का भ्रमण जरूर करना चाहिए

(फोटो साभार : TOI)

प्रयागराज का आनंद भवन - Prayagraj ka Anand Bhavan in Hindi

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

1930 के दशक में, मूल स्वराज भवन, जो आज एक प्रसिद्ध इलाहाबाद पर्यटन स्थल है, को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुख्यालय में बदल दिया गया था। नतीजतन, मोतीलाल नेहरू को अपने और अपने परिवार के रहने के लिए एक और हवेली खरीदनी पड़ी, और इसे आनंद भवन कहा जाता था। आज, यह एक ऐतिहासिक गृह संग्रहालय है जिसमें जवाहर तारामंडल भी है। यूरोपीय फर्नीचर और कुछ चीन के सामानों को मोतीलाल नेहरू ने इस हवेली को सजाने और इसे मूल स्वराज भवन की प्रतिकृति देने के लिए मंगवाए थे। 1970 में, जवाहरलाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी द्वारा हवेली को भारत सरकार को दान कर दिया गया था। तभी से इसके रखरखाव की जिम्मेदारी सरकार पर है।

शांत और कम भीड़ भाड़ वाली जगहों से प्यार करने वाले लोगों के लिए ये रही छतीसगढ़ की 7 ऑफबीट प्लेसेस

(फोटो साभार : Wikimedia commons)

प्रयागराज का किला - Prayagraj Ka Fort In Hindi

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

1583 में निर्मित, वास्तुकला का यह खूबसूरत नमूना पर्यटकों को शहर के समृद्ध इतिहास की याद दिलाने के लिए प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में मौजूद है। कहा जाता है कि प्रसिद्ध मुगल सम्राट अकबर इलाहाबाद की आभा से बहुत प्रभावित हुआ था। नतीजतन, उन्होंने इस क्षेत्र में एक भव्य किले का निर्माण करने का फैसला किया। यह किला क्षेत्र के हिंदुओं के लिए एक पवित्र वृक्ष अक्षयवट को कवर करने के लिए बनाया गया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इलाहाबाद किले को राष्ट्रीय महत्व के स्मारक के रूप में वर्गीकृत किया है और पर्यटकों के लिए इसके अंदरूनी हिस्से का रखरखाव करता है। किले के कुछ हिस्सों में शिलालेखों के साथ बाहरी भाग में मुगल वास्तुकला को देख सकते हैं। यह प्रयागराज में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।

ये हैं बिहार के बेस्ट 7 बेस्ट डेस्टिनेशन, घूमने का बना रहे हैं प्लान तो यहां जरूर जाएं

(फोटो साभार : Wikimedia commons)

प्रयागराज का जवाहर तारामंडल - Jawahar Planetarium in Prayagraj in Hindi

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

आनंद भवन के बगल में स्थित और 1979 में निर्मित, जवाहर तारामंडल विज्ञान और इतिहास का सही संगम है। हर साल, जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल लेक्चर नामक एक भव्य कार्यक्रम भी तारामंडल में आयोजित किया जाता है, और यह मेहमानों के लिए सौर मंडल और अंतरिक्ष से जुड़े कई शो भी आयोजित करता है। इलाहाबाद में रहते हुए कुछ समय तारामंडल में अवश्य बिताएं। ग्रहों की चाल के बारे में जानने के लिए आप यहां के किसी भी शो में भाग ले सकते हैं या कभी-कभार यहां आयोजित होने वाले विशेष मेलों और लेक्चर का हिस्सा बन सकते हैं।

कर्नाटक की इन बेस्ट जगहों का भी करिए एक बार भ्रमण, आकर्षणों का पूरा गुलदस्ता है यहां मौजूद

(फोटो साभार : Wikimedia commons)

प्रयागराज का अशोक स्तम्भ - Ashok Pillar in Prayagraj in Hindi

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

गुप्त युग का एक महत्वपूर्ण अवशेष, इलाहाबाद स्तंभ मौर्य सम्राट अशोक द्वारा स्थापित कई स्तंभों में से एक है। बलुआ पत्थर से निर्मित इस संरचना मेंचौथी ईसा पूर्व और 17 वीं शताब्दी के समुद्रगुप्त और जहांगीर युग के शिलालेख हैं। हालांकि, इलाहाबाद किले को इसकी मूल जगह से अशोक इलाहाबाद किले में स्थानांतरित कर दिया गया था, जो कि वर्तमान में सेना की भूमि है। इस प्रकार, इलाहाबाद स्तंभ पर जाने से पहले पर्यटकों को पहले अनुमति लेनी पड़ती है।

देवभूमि से प्रसिद्ध उत्तराखंड की इन मशहूर जगहों को भी कर लें अपनी ट्रैवलिंग लिस्ट में शामिल

(फोटो साभार : Wikimedia commons)

ऑल सेंट कैथेड्रल, प्रयागराज - All Saints Cathedral Church in Prayagraj in Hindi

इलाहाबाद की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है? - ilaahaabaad kee prasiddh mithaee kaun see hai?

19 वीं शताब्दी के अंत में निर्मित, ऑल सेंट्स कैथेड्रल इलाहाबाद के एमजी मार्ग पर एक शानदार क्रिश्चियन चर्च है। राज्य के खूबसूरत चर्चों में से एक, यह पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय है। "चर्च ऑफ स्टोन" के रूप में भी जाना जाने वाला, ऑल सेंट्स कैथेड्रल की स्थापना पूर्व में 1871 में लेडी मुइर एलिजाबेथ हंटली वेमिस द्वारा की गई थी।

दक्षिण भारत में घूमने वाले 8 प्रमुख पर्यटन स्थल, आप भी बना सकते हैं इन जगहों पर घूमने की प्लानिंग

(फोटो साभार : Wikimedia commons)

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

प्रयागराज की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है?

गुड़ की जलेबी वैसे तो देश के हर कोने में मिलती है लेकिन इलाहाबाद में मिलने वाली गुड़ की ये खास जलेबी आप यहीं खा सकते हैं। इसकी खासियत ये होती है कि यह जलेबी चीनी से नहीं बल्कि गुड़ से बनाई जाती है। मीठे में एक और चीज जो माघ मेले में लगभग हर दूसरे कदम पर मिल जाएगी, वो है रामदाने का लड्डू।

सबसे फेमस मिठाई कौन सी है?

आमतौर पर तो जलेबी सादी ही बनाई व पसंद की जाती है, पर पनीर या खोया जलेबी को भी लोग बडे चाव से खाते हैं। जलेबी भारत की राष्ट्रीय मिठाई हैं।

भारत के प्रसिद्ध मिठाई का नाम क्या है?

रसमलाई.
बेसन के लड्डू.
मोतीचूर के लड्डू.

इलाहाबाद का पुराना नाम क्या है?

शहर का प्राचीन नाम 'प्रयाग 'या 'प्रयागराज' है। हिन्दू मान्यता है कि, सृष्टिकर्ता भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि कार्य पूर्ण होने के बाद सबसे प्रथम यज्ञ यहां किया था। इसी प्रथम यज्ञ के 'प्र' और 'याग' अर्थात यज्ञ की सन्धि द्वारा प्रयाग नाम बना। ऋग्वेद और कुछ पुराणों में भी इस स्थान का उल्लेख 'प्रयाग' के रूप में किया गया है।