हाथ की सिलाई में किन-किन टाकों का प्रयोग होता है - haath kee silaee mein kin-kin taakon ka prayog hota hai

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हाथ से सिलाई करना, सीखने के लायक एक उपयोगी कला है और साथ ही ये टाइम पास करने का भी एक अच्छा तरीका है। बस सुई और धागे से, आप कपड़े के दो पीस को एक-साथ सिल सकते हैं, छेद को पैच कर सकते हैं और अलग-अलग पैटर्न और यूनिक डिजाइन्स भी तैयार कर सकते हैं। इसे सीखना बहुत आसान है, सिलाई करना बहुत मजेदार भी होता है और इसे हर कोई सीख सकता है।

  1. हाथ की सिलाई में किन-किन टाकों का प्रयोग होता है - haath kee silaee mein kin-kin taakon ka prayog hota hai

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    अपने कपड़े को आयरन करें या पहले से धोकर रखें: अगर आपका कपड़ा सिकुड़ जाता है, तो ऐसा करके आप ही का फायदा होगा। सिलाई करना शुरू करने से पहले ही ऐसा कर लें -- कपड़े को पूरा सूखा होना चाहिए।[१]

    • स्पेसिक फेब्रिक के लिए उसे धोने के इन्सट्रक्शन को फॉलो करें। फिर चाहे ये मशीन में धोने वाला कपड़ा हो, हाथों से धोने वाला या फिर टाँगकर सुखाने वाला, उसके लिए सभी इन्सट्रक्शन को फॉलो किया जाना चाहिए।
    • अगर आप अपने कपड़े को ड्रायर में डाल देते हैं और ये फिर थोड़ा सा सिकुड़कर बाहर आता है, तो उसे आयरन कर लें। सिलाई करते समय ऐसे प्रैस किए कपड़े पर काम करना बहुत आसान रहेगा।

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    सुई में धागा डालें: बात जब धागा इस्तेमाल करने की आए, तब जरूरत से ज्यादा रखना ही अच्छा होता है। आपको जितने धागे की जरूरत महसूस हो रही है, उससे दोगुने धागे को काटने का लक्ष्य रखें। धागे के एक स्किरे को अपने अंगूठे और फोरफिंगर के बीच में रखें, उसे सुई के छेद में से डालें। फिर, धागे के दोनों सिरों को एक-साथ लाकर, सुई को धागे के बीच में, आधे में ले आएँ। जब आप वहाँ पर पहुँच जाएँ, तब वहाँ पर एक गांठ बांध दें।[२]

    • धागे को तेज धार की कैंची से काटना और सिरे को थोड़ा गीला करना, धागे को सुई के छेद में से डालना आसान बना देगा। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो इसका मतलब कि आपका धागा शायद बहुत मोटा है या फिर सुई बहुत छोटी है।

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    सुई को कपड़े के उल्टे साइड में से अंदर डालें: इसका मतलब कि सुई को ऐसे साइड से अंदर डालें, जहां से लोगों को ये दिखाई न दे सके। धागे को तब तक पूरा अंदर तक डालकर इसे बाहर निकालें और अंदर डालें (ऐसा करने के लिए आपको शायद थोड़े फोर्स की जरूरत पड़ेगी), जब तक कि ये गांठ पर आकर रुक नहीं जाता। अगर धागे के साथ में गांठ भी कपड़े में से निकल जाती है, तो बस एक बड़ी गांठ बना लें।[३]

    • उल्टे साइड पर काम करने के पीछे की वजह यही है कि बाद में धागे में बंधी गांठ कपड़े या फेब्रिक की सामने की साइड (दिखने वाला भाग) पर न दिखे।
    • अगर धागे के साथ में गांठ भी कपड़े में से निकल जा रही है, तो ऐसा होने के पीछे कुछ कारण हो सकते हैं:
      • आपको शायद एक बड़ी गांठ बनाने की जरूरत होगी
      • आपकी सुई शायद काफी बड़ी है, जो कपड़े में जाने पर एक इतना बड़ा छेद कर दे रही है, जो गांठ के बराबर या उससे बड़ा है, जिसकी वजह से सुई के साथ में धागे की गांठ भी कपड़े में से निकलते जा रही है
      • हो सकता है कि आप शायद धग को इतनी ज़ोर से खींच रहे हैं कि गांठ भी कपड़े में से निकलते जा रही है

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    सुई को कपड़े के सीधे साइड में स्से अंदर डालें: आपने अपने मटेरियल पर शुरुआत में जहां भी सुई को डाला था, वहाँ से अब सुई को वापस उल्टी साइड में डालकर, इस टांके को बंद करें। धागे की पूरी लंबाई को खींचें और जब तक कि आपको धागे में एक रुकावट महसूस न होने लग जाए, तब तक धागे को खींचते रहें। आपने सीधे साइड पर अपना पहला टांका बना लिया है! बधाई हो! ये एक हाइफन (hyphen) की तरह दिख रहा है न?[४]

    • इस टांके को इतना टाइट होना चाहिए कि ये कपड़े के ऊपर सीधा रहे, लेकिन इतना भी टाइट नहीं कि इसकी वजह से आपका कपड़ा टांके के बीच में इकट्ठा हो जाए।

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    पिछले दोनों स्टेप्स को दोहराएँ: हमेशा आखिरी टांके के करीब रखकर, फिर से उल्टे साइड में सुई डालें। फिर धागे को बाहर निकालें और क्या बात है! -- आपने अपना दूसरा टांका भी बना लिया है। अब हर एक टांके को पिछले वाले टांके के बराबर लंबाई का रखते हुए, ऐसा करते रहना जारी रखें।[५]

    • आमतौर पर, इन टांकों को एक स्ट्रेट लाइन में, ठीक इसके एक कंप्यूटराइज्ड वर्जन की तरह रहना चाहिए:
      • धागे के हर एक साथ हिस्से के बीच में चौड़े इंटरवल्स के साथ वाला ये टांका बेस्टिंग स्टिच (basting stitch) कहलाता है। इसे आमतौर पर कपड़े को एक-साथ रखने के लिए या फिर कपड़े के पीस को इकट्ठा रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

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    सीधे साइड पर सुई डालकर इसे पूरा करें: बस यहाँ आपका काम पूरा हुआ! सुई और धागा अब दोनों ही उल्टी साइड पर रहना चाहिए, जहां पर आप बस एक और गांठ बांधकर इसे पूरा करेंगे। इसे अपने मटेरियल के जितना हो सके, उतने करीब ले आएँ -- नहीं तो आपके टांके इधर-उधर जाएंगे और खिंच जाएंगे।[६]

    • हालांकि, इसका एक वैकल्पिक तरीका भी है। आप सुई को सीधे साइड में अंदर डाल सकते हैं, लेकिन उसे लूज छोड़ें। आपको उल्टे साइड पर एक लूप करना है। फिर, अपनी सुई को फिर से उल्टे साइड से एक बार फिर से आपके द्वारा बनाए छेद को बंद करते हुए बाहर धकेलें। इसे टाइट खींचें, ताकि उस साइड पर कोई भी लूप न रहे, लेकिन ओरिजिनल लूप को जरा भी न बिगाड़ें। अब, सुई को लूप में से डालें और उसे पूरा टाइट कर लें। ये लूप कपड़े में धागे को सिक्योर करने का काम करता है। ज्यादा सुरक्षा के लिए इसमें से दो बार सुई को निकालें।

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    क्लोज़र स्टिच (closer stitch) सीखें: ऊपर बताए अनुसार, बेस्टिंग स्टिच को सीखना एक अच्छी शुरुआत है। हालांकि, टांके जितने बड़े होंगे, उनके उखड़ने के चांस भी उतने ही ज्यादा रहेंगे।[७]

    • बेस्टिंग स्टिच के टांके की लंबाई ज्यादा होती है -- मजबूत स्टिच (sturdier stitch) मीडियम या शॉर्ट स्टिच की लंबाई के होते हैं। जब कपड़े के सीधे साइड से उल्टे साइड पर सुई डालें, अगले टांके को उसके पहले वाले टांके से जितना हो सके, उतना करीब रखना चाहिए।

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    ज़िग-जेग स्टिचिंग (zig-zag stitching) करें: ये वो टांका है, जो पीछे और आगे जाता है और इसे तब इस्तेमाल किया जाता है, जब स्ट्रेट स्टिच से काम नहीं होता, जैसे कि बटनहोल्स को लगाना या फिर खिंचने वाले कपड़े के ऊपर काम करना। इसे कपड़े के दो पीस को कुछ समय के लिए उनकी किनारों से जोड़ने के लिए भी यूज किया जा सकता है। ये भी एक जिगजेग (ठीक इसके नाम की ही तरह) जैसे दिखते हैं और ये भी छोटे, मीडियम और लंबे टांकों की लंबाई में आते हैं।[८]

    • एक ब्लाइंड स्टिच (blind stitch) जिगजेग स्टिच में एक बदलाव होता है। इसे एक "ब्लाइंड हेम (blind hem)" भी बोला जाता है। ये भी काफी हद तक ज़िग-जेग स्टिच की तरह ही होता है, लेकिन इसमें कई सारे स्ट्रेट, नॉर्मल टांके भी शामिल होते हैं। इसे एक नजर नहीं आने वाली हेम सिलने के लिए इस्तेमाल किया जाता है; ऐसा केवल इसलिए किया जा सकता है, क्योंकि ज़िग-जेग इन्हें कपड़े के सीधे साइड से छिपाकर, निकाल देते हैं। कम टांके के साथ में इसके दिखने की संभावना भी कम हो जाती है।[९]

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    कपड़े के दो पीस को एक-साथ सिलें: अगर आप इस स्टेप पर जाना चाहते हैं, तो अपने कपड़े को इस तरह से एक-साथ रखें, ताकि उनके उल्टे साइड बाहर की तरफ फेस किए (और सीधे साइड अंदर की तरफ, एक-दूसरे को फेस किए) रहें। आप जिस भी किनार को जोड़ना चाहते हैं, उन्हें एक-साथ रखें। किनार को फॉलो करने वाली एक लाइन सिलें।[१०]

    • जैसे ही आप ऐसा कर लें, फिर दोनों पीस को एक-दूसरे से अलग खींचें। ये पीस अब आपके द्वारा की गई सिलाई की वजह से एक-साथ चिपके रहेंगे, लेकिन धागा काफी ज्यादा दिखाई देगा। इसे करने का एक और भी बेहतर तरीका है कि आप स्लिप स्टिचिंग का इस्तेमाल करें।

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    छेद को पैच करें (Patch a hole): कटे या फटे भाग को सिलना ज्यादा मुश्किल नहीं है। बस छेद के दोनों सिरों को एक-साथ, अंदर की तरफ (उल्टी साइड पर) दबाएँ, एक सिलाई में किनारों को एक-साथ सिलें। छोटे टांके का इस्तेमाल करें (टांकों के बीच में कोई जगह न रखें), ताकि वो खुलें नहीं।[११]

सलाह

  • सुई के छेद में धागे को आसानी से डालने के लिए धागे को अपने मुंह से गीला कर लें।
  • अगर आप एक नौसिखिये हैं, तो आपको ऐसे धागे का इस्तेमाल करना चाहिए, जो आपके कपड़े के कलर से हल्का सा मेल खाता हो, लेकिन पूरा भीं नहीं, ताकि आप जो भी कर रहे हैं, वो आपको दिख सके और आप उसे खोल भी सकें।
  • कोशिश करें कि धागे को कपड़े से मैच करता ही रखें, ताकि अगर आप से गलती हो भी जाए, तो ये ज्यादा न दिखे।
  • और भी एडवांस टांकों के लिए, सिलाई मशीन का इस्तेमाल करें। इसे डेकोरेटिव स्टिचेस करना आसान हो जाएगा और वो खूबसूरत भी दिखेंगे।
  • अगर आपको सुई में धागा डालने में मुश्किल होती है, तो ध्यान रखें कि अलग-अलग साइज के छेद वाली सुई भी आती हैं और साथ में सुई में धागा डालने में मदद करने वाले टूल्स भी आते हैं।
  • अगर आपको सुई से चुभन हो रही है, तो मदद के लिए थिंबल (thimble, उंगली पर पहनने वाला एक कैप) का इस्तेमाल करें।

चेतावनी

  • गलती भी हो सकती है। अपनी उंगली को सुई के चुभने से बचाने के लिए थिंबल का यूज करें!

चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • सुई (Needles)
  • कैंची
  • पिनकुशन (Pincushion) और पिन
  • थिंबल (Thimble)
  • धागा
  • फेब्रिक

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यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?

हाथ की सिलाई के टांके कितने प्रकार के होते हैं?

सिलाई के प्रकार सिलाई के उपर्युक्त तीन प्रकार होते हैं। इनके अतिरिक्त गोट लगाना, दो कपड़ों को जोड़ने के विभिन्न तरीके, रफू करना, काज बनाना एवं बटन टाँकना घरेलू सिलाई के अंतर्गत आते हैं

टांके कितने प्रकार की होती हैं?

सिलाई में टांके कितने प्रकार के होते हैं?.
शीघ्रगामी टांके (रनिंग-स्टिच): जब कच्ची सिलाई के.
बखियाः मशीन के बखिये के अलावा, कछ विशेष स्थानों.
कच्चा डालना (बेस्टिग): कच्चे टांके का उपयोग.
तुरपाई (हेमिंग): घेर के, मोहरी के निचले बॉर्डर मोड़ने.
जाली-टांके (हेरिंग-बोन-स्टिच): भारी गरम कपड़ों के.

हाथ से सिलाई कैसे करते हैं?

सुई को कपड़े के सीधे साइड में स्से अंदर डालें: आपने अपने मटेरियल पर शुरुआत में जहां भी सुई को डाला था, वहाँ से अब सुई को वापस उल्टी साइड में डालकर, इस टांके को बंद करें। धागे की पूरी लंबाई को खींचें और जब तक कि आपको धागे में एक रुकावट महसूस न होने लग जाए, तब तक धागे को खींचते रहें।

सिलाई में क्या क्या सामान लगता है?

सात ज़रूरी सामान जिसे सिलाई के वक़्त अपने साथ रखें।.
ट्रेसिंग व्हील-.
पेंसिल –.
कैंची/रोटरी कटर –.
18″ का सी-थ्रू रूलर –.
मापने का टेप-.