1000 का पुराना नोट कब आया था - 1000 ka puraana not kab aaya tha

भारतीय रुपया 1000-नोट (1000 ₹) भारतीय मुद्रा का एक संप्रदाय था। यह पहली बार 1954 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पेश किया गया था । सभी उच्च संप्रदाय के नोट ( ₹ 500 और ₹ 1000 ) को काला धन और नक्ली नोटो पर [1][2] अंकुश लगाने के लिए रद्द किए थे तथा मुद्रास्फीती नवंबर 2016 को 500 और 2000 के नयें नोट शुरू किया गया कारण था संचालन में पैसों की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए । भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा की वजह 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद किआ जाये जिससे वह भष्ट्राचार पर रोक‌ लगा सके ।

सुरक्षा विशेषताएं[संपादित करें]

1000-रुपया नोट की सुरक्षा सुविधाओं के एक विंडोड सुरक्षा धागा है कि पढ़ता (देवनागरी लिपि में भारत), "1000" और "भारतीय रिजर्व बैंक 'शामिल' भारत '। यह भी महात्मा गांधी के चित्र के दाएँ हाथ की ओर करने के लिए अगले ऊर्ध्वाधर बैंड पर नोट के मूल्य के अव्यक्त छवि शामिल थे। व्हाइट फील्ड महात्मा गांधी के एक वॉटरमार्क है कि मुख्य चित्र का एक दर्पण छवि है निहित। इसके अलावा, नोट की संख्या पैनल फ्लोरोसेंट और ऑप्टिकली परिवर्तनीय स्याही से लिखा गया था और कागज फ्लोरोसेंट फाइबर एम्बेडेड निहित। चूंकि मशीन पठनीय सुरक्षा धागा, इलेक्ट्रोटाइप वॉटरमार्क, और प्रिंट की साल की तरह २००५ अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं बैंक नोट.इस पर दिखाई अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं नंबर पैनलों में अंकों के आरोही आकार शामिल है, लाइनों और बढ़े पहचान निशान खून बहाना।[3]

विरति[संपादित करें]

नवंबर 8 पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है कि "आधी रात 8 मार्च से शुरू नवंबर २०१६ और अधिक पढ़ें सब ₹ १००० नोट वैध मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा, हालांकि नए ₹ ५०० और ₹ २००० नोटों का अनावरण कर रहे थे, कोई नया ₹ १००० दिखाया गया है , वहाँ हालांकि कुछ अपवाद हैं। यह वर्तमान नोटों की जालसाजी रोकने के लिए किया गया था। "

अपवाद: -

  • ९ नवंबर को और १० नवंबर को कुछ स्थानों में, एटीएम काम नहीं करेगा।
  • लोगों के लिए राहत प्रारंभिक ७२ घंटे के लिए, सरकारी अस्पतालों पुराने रुपये को स्वीकार करेंगे। ५०० और 1000 के नोटों ११ नवंबर आधी रात तक।
  • पेट्रोल पंप और खुदरा दुकानों ११ नवंबर तक ५०० और १००० के नोटों के साथ नकद लेनदेन के हर एकल प्रवेश रखना होगा।
  • शवदाहगृह और कब्रिस्तान भी ११ नवंबर तक ५०० और १००० के नोटों के कारोबार की अनुमति दी जाएगी।
  • मुद्रा विनिमय के किसी अन्य रूप में कोई बदलाव नहीं होगा यह जांच हो, डीडी, क्रेडिट या डेबिट कार्ड आदि के माध्यम से भुगतान
  • उन रुपये जमा करने में असमर्थ है। १०००, रु। किसी कारण के लिए ३० दिसंबर तक ५०० नोट, आरबीआई से आईडी प्रूफ प्रस्तुत ३१ मार्च, २०१७ तक उन्हें बदल सकते हैं[4]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Demonetization of higher denomination banknotes". Your Guide to Money Matters. Reserve Bank of India. मूल से 12 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 January 2012.
  2. "India Paper Money A Retrospect". Republic India Issues. Reserve Bank of India. मूल से 18 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 January 2012.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 12 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 नवम्बर 2016.
  4. ""PM Modi Says Rs. 500 And Rs. 1,000 Notes Being Discontinued"". www.ndtv.com. 8/11/2016. मूल से 9 नवंबर 2016 को पुरालेखित.

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हिंदी न्यूज़1000 और 500 रुपये के नोट का इतिहास

सबसे पहले वर्ष 1954 में 1000 के नोट को जारी किया गया था। सबसे पहले जनवरी 1978 में 1000 के नोट को बंद कर दिया गया था और उसके बाद वर्ष 2000 में दूसरी बार 1000 के नोट जारी किए गए। एक हजार रुपये का...

1000 का पुराना नोट कब आया था - 1000 ka puraana not kab aaya tha

लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 08 Nov 2016 10:37 PM

सबसे पहले वर्ष 1954 में 1000 के नोट को जारी किया गया था। सबसे पहले जनवरी 1978 में 1000 के नोट को बंद कर दिया गया था और उसके बाद वर्ष 2000 में दूसरी बार 1000 के नोट जारी किए गए।

एक हजार रुपये का नोट
1954 में 1000 रुपये का नोट पहली बार जारी हुआ
1978 जनवरी में भी 1000 रुपये का नोट बंद किया गया 
2000 में दूसरी बार 1000 रुपये का नोट जारी हुआ था
39 फीसदी शेयर 
84 फीसदी

पांच सौ का रुपये का नोट
1987 अक्तूबर में पहली बार जारी हुआ
2005 में सुरक्षा की दृष्टि से नोट में कुछ बदलाव किये गये
(मशीन द्वारा पढ़ी जाने वाला सुरक्षा धागा, इलेक्ट्रोटाइप वाटर मार्क और नोट जारी होने का साल छापा गया)

कुछ रोचक बातें 
1938 में पहली बार रिजर्व बैंक ने 10,000 रुपए का नोट भारत में छापा था। 
1938 में पहली बार रिजर्व बैंक ने पेपर करंसी छापी, यह पांच का नोट था 
इसी साल 10 रुपये, 100 रुपये के नोट छापे गए। 
1954 में एक बार फिर से 1,000 और 10,000 रुपए के नोट छापे गए। साथ ही 5,000 रुपए के नोट की भी छपाई की गई।

1954 में 10,000 और 5,000 रुपए के नोट छापे गए 
1978 में 10,000 और 5,000 के नोट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

  नेपाल में 500, 1000 रुपये के नोट पर बैन 
नकली नोट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नेपाल ने भारतीय 500 और 1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगा रखा है। इतना ही नहीं अगर अगर इन नोट के साथ नेपाल में कोई पकड़ा जाता है तो उसे दंड का भी प्रावधान है। इसे लेकर भारत और नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर एक नोटिस बोर्ड भी लगाया गया है, जिसमें ये चेतावनी दी गई है।

  पहले बैंक छापते थे नोट
पेपर करंसी छापने की शुरुआत 18वीं शताब्दी में हुई। सबसे पहले बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास जैसे बैंकों ने पेपर करंसी एक्ट 1861 के बाद करंसी छापने का पूरा अधिकार। भारत सरकार को दे दिया गया। 1935 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना तक भारत सरकार करंसी छापती रही। जिसके बाद रिजर्व बैंक ने यह जिम्मेदारी अपने हाथों में ले ली।

1000 का पुराना नोट कब आया था - 1000 ka puraana not kab aaya tha

1000 के नोट कब बंद हुए थे?

आठ नवंबर 2016 की रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का ऐलान किया था। इसके साथ ही देश के अन्य हिस्सों की तरह प्रयागराज में भी अफरातफरी मच गई थी। सरकार ने 500 और 1000 के नोटों की जगह 2000 रुपये की नई करेंसी पहली बार जारी की थी।

भारत में 1000 का नोट कब आया?

1000, ₹5000 तथा ₹10000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट वर्ष 1954 में जारी किए गए थे ।

2000 का नोट कब आया था?

नई दिल्ली. मोदी सरकार (Modi Government) 8 नवंबर 2016 को देश में नोटबंदी (Demonetization) लागू किया था. नोटबंदी के इस फैसले के बाद देश में 500 रुपये और 2000 रुपये (Two Thousand New Note) का नया नोट चलन में आ गया है. आरबीआई (RBI) ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को चलन से पूरी तरह से गायब कर दिया.

10000 रुपये का नोट कब चालू हुआ?

आरबीआई के अनुसार अब तक सबसे उच्चतम मूलवर्ग का नोट जो उसने प्रिंट हुआ है वो 10,000 रुपये का है. 10 हजार का नोट 1938 में प्रिंट हुआ था. हालांकि इसे जनवरी 1946 में विमुद्रीकृत (demonetized) कर दिया गया था लेकिन 1954 में इसे फिर से पेश किया गया. इसके बाद इसे 1978 में फिर से विमुद्रीकृत कर दिया गया.