हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती’ कविता के अनुसार गोताखोर सिन्धु में डुबकियाँ क्यों लगाता है?

पाठ 18 हार नहीं होती 

हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती’ कविता के अनुसार गोताखोर सिन्धु में डुबकियाँ क्यों लगाता है?

शब्दार्थ–

नौका = नाव , रंगों में = नसों में , अखरना = खलना , चुनौती = ललकार , हैरानी = आश्चर्य , चैन - शांति , राहत , सिंधु- समुद्र , संघर्ष = टकराव , मुकाबला , कोशिश = प्रयत्न , मैदान छोड़ना = पीछे हटना , सहज = सरल , आसान , विश्वास = भरोसा , उत्साह = उमंग , खुशी , असफलता = नाकामयाबी।

1. लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती , कोशिश करने वालों की हार नहीं होती । नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है , चढ़ती दीवारों पर , सौ बार फिसलती है , मन का विश्वास रगों में साहस भरता है , चढ़कर गिरना , गिरकर चढ़ना न अखरता है , आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती , कोशिश करने वालों की हार नहीं होती । 

संदर्भ - कविता की यह पंक्तियाँ " हार नहीं होती ” नामक कविता से ली गई है । इसके कवि हरिवंशराय बच्चन हैं ।

प्रसंग - इस कविता की पंक्ति में प्रयत्न एवं परिश्रम की महिमा का वर्णन है ।

व्याख्या - कवि कहते हैं कि अगर लहर देखकर माझी डर गया तो वह नौका कैसे पार करेगा अर्थात् डेरने से कोई भी कार्य नहीं होता । कोशिश करके देखने वालों की हमेशा जीत होती है । वह कभी भी नहीं हारता । जिस प्रकार एक छोटी - सी चींटी जब दाना लेकर दीवारों पर चढ़ती है तो वह सौ बार फिसलकर गिरती है परन्तु कोशिश करना छोड़ती । उसके मन का विश्वास नसों में साहस भर देता है इसलिए उसका चढ़ना , गिरना उसे नहीं खलता । अर्थात् हममें अगर विश्वास है तो हम कार्य को करने में जरूर सफल होंगे बशर्ते हमें कोशिश करते रहना चाहिए क्योंकि कोशिशें द्वारा की गई ही कामयाब होती हैं । अन्त में चींटी मेहनत बेकार नहीं जाती और वह दाना लेकर दीवार परचढ़ने में सफल हो जाती है । 

भावार्थ - जिस काम को हम हाथ में लें , उसे पूरा करके ही छोड़ें । 

2. डुबकियाँ सिंधु में गोताखोर लगाता है , जा - जाकर खाली हाथ लौटकर आता है । मिलते न सहज ही मोती गहरे पानी में , बढ़ता दूना उत्साह इसी हैरानी में , मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती , कोशिश करने वालों की हार नहीं होती । 

संदर्भ- ये काव्य पंक्तियाँ श्री हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित कविता ' हार नहीं होती ' कविता से ली गई हैं । 

प्रसंग - कवि बच्चन इन पंक्तियों में बता रहे हैं कि प्रयत्न करने वाले कभी न कभी सफल अवश्य होते हैं । 

व्याख्या - कवि कहते हैं कि गोताखोर मोती चुनने समुद्र में गोता लगाता है । वह अनेक बार असफल होकर लौटता है क्योंकि गहरे पानी में मोती सरलता से नहीं मिलते । उसे उसकी यह असफलता उसे और उत्साहित करती है , वह प्रयत्न करना नहीं छोड़ता । वह हिम्मत नहीं हारता फिर प्रयास करता है और कामयाब हो जाता है । इस प्रकार वह मोती निकाल लाता है । सच है कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती । 

भावार्थ- अपनी नाकामयाबी से मनुष्य को हिम्मत नहीं हारना चाहिए । बल्कि सतत् प्रयास करते रहना चाहिए । 

3. असफलता एक चुनौती है , स्वीकार करो , क्या कमी रह गई , देखो और सुधार करो , जब तक न सफल हो , नींद चैन त्यागो तुम , संघर्षो का मैदान छोड़ मत भागो तुम । कुछ किए बिना ही जय - जयकार नहीं होती , कोशिश करने वालों की हार नहीं होती । 

संदर्भ- ये काव्य पंक्तियाँ श्री हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित कविता ' हार नहीं होती ' कविता से ली गई हैं । 

प्रसंग - कवि बच्चन इन पंक्तियों में बता रहे हैं कि प्रयत्न करने वाले कभी न कभी सफल अवश्य होते हैं । 

व्याख्या - कवि कहते हैं कि असफलता को एक चुनौती की तरह स्वीकार करना चाहिए । अपने में क्या कमी रह गई है यह देखो और उसमें सुधार करो । अपने कार्य में सफल होने के लिए तुम अपनी चैन , नींद सभी त्याग दो । लड़ाई का मैदान छोड़कर मत भागो अर्थात् संघर्ष करते हुए आगे बढ़ो । बिना कार्य किए बिना मेहनत किए किसी को सफलता प्राप्त नहीं होती । निरन्तर प्रयास करने वालों की कभी हार नहीं होती । 

भावार्थ - जो प्रयास करता है वह जीवन में सफलता प्राप्त कर ही लेता है । 

प्रश्न और अभ्यास 

प्रश्न 1. गहरे पानी में से खाली हाथ लौटने पर गोताखोर क्या करता है ? उत्तर- गहरे पानी में से खाली हाथ लौटने पर गोताखोर हार नहीं मानता और वह फिर प्रयास करता है । 

प्रश्न 2. कवि चैन की नींद त्यागने के क्यों कह रहा है ?  

उत्तर- कवि अपने काम में सफल होने के लिए क चैन की नींद त्यागने के लिए कह रहा है । 

प्रश्न 3. कोशिश करते रहने की जीवन में क्या उपयोगिता है ? उत्तर- कोशिश करते रहने की जीवन में बहुत उपयोगिता है । वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर ही लेता है और हमेशा आगे ही बढ़ते जाता है । 

प्रश्न 4. चींटी किस प्रकार संघर्ष करती हैं ? 

उत्तर- चींटी दीवार पर चढ़ती हैं और बार - बार फिसलकर गिरती हैं पर वह हिम्मत नहीं हारती सतत् प्रयास करती रहती हैं और अंतत : उसकी मेहनत बेकार नहीं जाती और वह ऊपर चढ़ने में सफल हो जाती है । 

प्रश्न 5. सफलता पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? 

उत्तर - सफलता पाने के लिए हमें सतत् प्रयास करना चाहिए । अपना नींद , चैन सब त्याग देना चाहिए । 

प्रश्न 6. सही जोड़ी बनाओ 

नौका –  एकचुनौती है

 चीटीं –लहरों से डरती नहीं 

 गोताखोर –सौ बार फिसलती है

असफलता –सिंधु में डुबकिया लगाता है । 

उत्तर– नौका – लहरों से डरती नहीं।

चींटी –सौ बार फिसलती है।

गोताखोर –सिंधु में डुबकियाँ लगाता है।

असफलता- एक चुनौती है । 

प्रश्न 3. खण्ड ' अ ' और खण्ड ' ब ' से कविता के अंश लेकर पंक्तियाँ पूरी करो 

 ( अ )                       (ब)

 क्या कमी रह गई     हर बार नहीं होती 

कोशिश करने वालों की  जय जयकार नहीं होती 

 मुट्ठी उसकी खाली   मोती गहरे पानी में

मिलते न सहज ही    हार नहीं होती

कुछ किए बिना ही   देखो और सुधार करो

उत्तर–

 क्या कमी रह गई  –देखो और सुधार करो । 

कोशिश करने वालों की –हार नहीं होती ।

मुट्ठी उसकी खाली –हर बार नहीं होती।

मिलते न् सहज ही– मोती गहरे पानी में।

कुछ किये बिना ही– जय जयकार नही होती।

प्रश्न 8. निम्नलिखित पंक्तियाँ किसके लिए प्रयुक्त हुई हैं। 

( क ) मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती । 

उत्तर — यह पंक्ति गोताखोर के लिए प्रयुक्त हुई हैं 

( ख ) आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती । 

उत्तर - यह पंक्ति चींटी के लिए प्रयुक्त हुई है । 

भाषा तत्व एवं व्याकरण

प्रश्न 1. निम्नलिखित शब्दों में से तत्सम तद्भव शब्द चुनकर लिखो

 मोती , मन , लहर , सिंधु , नींद , हाथ , गाय , दर्शन , चरण , प्राण । 

उत्तर– तत्सम शब्द– दर्शन , चरण , प्राण , सिंधु ।

तद्भव शब्द– मोती , मन , नींद , हाथ , लहर , गाय।

प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों का एक - एक समानार्थी शब्द लिखो हार , नींद , कोशिश , लहर , सौ , सिंधु , डर , मेहनत । पराजय , नींद = निद्रा , कोशिश 

उत्तर - हार = प्रयत्न , लहर = तरंग , सौ = सैकड़ा , सिंधु = समुद्र , डर भय , मेहनत = परिश्रम 

प्रश्न 3. निम्नलिखित शब्दों में से शुद्ध शब्द चुनकर लिखो चुनौती , मुट्ठी , बड़ा , चढती , विस्वास , महनत , कोशिश , नन्नीं , नोका , साहस , संघर्ष । 

उत्तर- शुद्ध शब्द - चुनौती , बड़ा , कोशिश , साहस , संघर्ष । 

प्रश्न 4. तुमने पढ़ा है कि कुछ शब्द सदा एकवचन में रहते हैं और कुछ शब्द बहुवचन में ।दोनों प्रकार के दो - दो शब्द लिखो । 

उत्तर - एकवचन- बचपन , बुढ़ापा । 

बहुवचन - लोग , आँसू , दर्शन । 

प्रश्न 5. जय जयकार करना , कोशिश करना कियाओं का भूतकाल , वर्तमान काल और भविष्यकाल के एक - एक वाक्य में प्रयोग करो । 

उत्तर- ( 1 ) जय जयकार करना

 भूतकाल में वाक्य प्रयोग - लोगों ने नेताजी का स्वागत जय - जयकार से किया । 

वर्तमान काल में वाक्य प्रयोग - आजकल के नेताओं की कुछ किये बिना ही जय जयकार होती है । 

भविष्यकाल में वाक्य प्रयोग - मेहनत करने वालों की हमेशा जय जयकार होती रहेगी । 

( 2 ) कोशिश करना

भूतकाल में वाक्य प्रयोग - सरकारी नौकरी पाने के लिए रमेश ने कोशिश ही नहीं किया । 

वर्तमान काल में वाक्य प्रयोग - कोशिश करने से सफलता अवश्य मिलती है । 

भविष्य काल में वाक्य प्रयोग - हम अपने कामयाबी के लिए हमेशा कोशिश करते रहेंगे ।

प्रश्न 6. निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द शब्द लिखो ।

 हार , विश्वास बढ़ना , सफलता , स्वीकार , उत्साह , 

उत्तर- हार - जीत , विश्वास अविश्वास बढ़ना - घटना , सफलता - असफलता , स्वीकार- अस्वीकार , उत्साह - निरुत्साह , चैन - बेचैन । 

प्रश्न 7. “ क ” वर्ग में लिखित मुहावरों का सही अर्थ " ख " से छाँटकर सही जोड़ी बनाओ 

 ( क )                       ( ख )

चैन की नींद सोना         असफल होना

मैदान छोड़कर भागना   यश मिलना 

खाली हाथ लौटना       निश्चित रहना

जय जयकार होना         डर कर भाग जाना

उत्तर- निश्चित रहना ,

डरकर भाग जाना , 

असफल होना , 

यश मिलना । 

प्रश्न 8. प्रश्न 7 में दिये मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो । उत्तर - 

चैन की नींद सोना - परीक्षा के बाद बच्चे चैन की नींद सोते हैं ।  मैदान छोड़कर भागना - वीर योद्धा को लड़ाई में मैदान छोड़कर भागना नहीं चाहिए ।  

खाली हाथ लौटना - गोताखोर को समुद्र में मोतियाँ नहीं मिली वह खाली हाथ लौटकर आ गया ।  

जय जयकार होना - मेहनत करने वालों की हमेशा जय जयकार होती है ।

गोताखोर सिंधु में डुबकियाँ क्यों लगाता है?

गोताखोर मोती निकालने के लिए सिंधु में डुबकियाँ लगाता है।

गोताखोर को सागर से मोती निकालने के लिए क्या क्या करना पड़ता है यहाँ कवि ने उसका उदाहरण क्यों दिया है?

मैदान छोड़‌कर नहीं भागना चाहिए।

हिम्मत करने से कौन कौन से लाभ होते हैं?

उत्तर:- कवि के अनुसार हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती। प्रश्न 2:- नन्हीं चींटी की क्या विशेषता है? उत्तर:- नन्हीं चींटी की यह विशेषता है कि वह कभी हार नहीं मानती और अपने मन के विश्वास के साथ हमेशा आगे बढ़ती चली जाती है। प्रश्न 3:- गोताखोर सिंधु में डुबकियाँ क्यों लगाता है?

गोताखोर का उत्साह कैसे बढ़ता है?

(ग) गोताखोर का उत्साह इस बात को सोचकर दूना बढ़ जाता है कि गहरे पानी में सहज में मोती नहीं मिलते हैं। (घ) अपव्यय पर रोक लगाने से बहुत बड़ी बचत होती है।