(क़ानून) वह व्यक्ति जिसे अंग्रेज़ी सरकार से विशेष अनुदान मिला हो और जिसका नाम सूचीबद्ध किया गया है, समनुदेशिती Show
अदा करना(किसी चीज का) पसंदीदा रूप, गुण या आकर्षक रूप, दिलकश शैली अपील मंज़ूर करनाक़ानून: ये फ़ैसला करना कि अपील करने वाले को उच्च न्यायालय में अपील करने का अधिकार हासिल है अपील होना(क़ानून अपील करना नंबर १ (रुक) का लाज़िम 'अमल पट्टाकिसी जायदाद के प्रबंधन आदि के लिए दी गई स्वीकृति या प्रमाण पत्र 'अमल-ए-इस्तिद्लाल(क़ानून) मुक़द्दमा-ए-फ़ैसल शूदा में से ख़ास वाक़ियात को छोड़कर एक क़ायदा क़ानून के इख़राज करने में जो अमल करना पड़ता है और इस में जो तरीक़ा इस्तिदलाल बरता जाता है 'अमल-ए-दस्तक(क़ानून) दस्तक जारी करना बबाअस ना दाख़िल होने रुपया के, एक तहरीरी हुक्म जिस को अफसर-ए-मजाज़ किसी जायदाद के नीलाम में ख़रीदने वाले को क़बज़ा हासिल करने की इजाज़त दे, किसी चीज़ की निकासी की इजाज़त, एक तिहरीज़ जिस से किसी चीज़ का क़बज़ा दिया जाये, हक़ का सार्टीफिकेट, जायदाद वसूल करने की इजाज़त की बाबत हुक्म जारी कराना 'अमल-ए-सनद(क़ानून, काशतकारी) रुक : अमल-ए-पट्टा 'अर्ज़ी-ए-दा'वा(क़ानून) वो तहरीर या आवेदन जिसमें मुद्दई (वादी) अपने दावे का लिखित विवरण अदालत में पेश करे, नालिश के ब्यौरे का काग़ज़, वादपत्र अराज़ीभूभाग, प्लॉट (प्रायः) खेतीबारी के काम में आने वाली भूमि, खेत, खेतियाँ, खेतों की ज़मीनें 'असीबपक्षपाती, तरफ़दार, स्वजन, आत्मीय जन, रिश्तेदार अह्काम-ए-दर्मियानी(क़ानून) वह आदेश जो शासक मुक़दमे की समाप्ति से पहले कभी कभी मुक़दमे की आदेश में लिखवाए, अंतिम निर्णय से पहले आंशिक आदेश अहकाम-ए-नातिक़(क़ानून) निश्चित और अंतिम आदेश जिसका मानना ज़रूरी है अहकाम-ए-मुस्तज़ाद(क़ानून) ग़ैर ज़रूरी हुक्म, वो हुक्म या हिदायात जिन के बगै़र काम चल सके 'अहद-ए-मा'नवी(क़ानून) जो ईजाब या क़बूल बजुज़ अलफ़ाज़ के और तौर पर किया जाये (अह्द सरिया की ज़िद) 'आइली-क़वानीनपरिवार कानून जो कि विवाह, रिश्तेदारी और परिवार में बच्चों की स्वीकृति के संबंध में उत्पन्न होने वाले लोगों के संबंधों को विनियमित करता है 'आक़िलाबुद्धिमती स्त्री, वह शक्ति जिससे पदार्थों का ज्ञान किया जा सके, अक़्लमंद औरत, समझदार औरत आजिलजिसमें विलंब हो, जिस में मोहलत और देर हो 'आफ़ियत-ज़ाती(क़ानून) ज़ाती अमन, असली आराम , बदन का ख़तरे से महफ़ूज़ रहना आबाद-कारी(क़ानून) वह हक़ जो बंजर या ग़ैर आबाद ज़मीन को खेती योग्य या रहने योग्य बनाने से हासिल हो, मिल्कियत को तरक़्क़ी देना आबादी-ए-जदीद(क़ानून) वो क़ताह-ए-ज़मीन जिस में पहले काशत ना हुई हो 'आम-अमानत(क़ानून) ऐसी अमानत जो आम्मा-ए-ख़लाइक़ के फ़ायदा के लिए या किसी आम ग़रज़ के लिए क़ायम की जाये 'आम-कारिंदा(विधिक) उस व्यक्ति से तात्पर्य है जिसे किसी विशेष कार्यों के संबंध में सचीव के रूप में कार्य करने का अधिकार दिया गया हो, जैसे: किसी संस्था का प्रबंधक 'आरज़ी-क़त'ई(क़ानून) निश्चित रूप से आपत्ति जताने वाला, यक़ीनी तौर पर विरोध करने वाला 'आरिज़ा-ए-हद्द-ए-समा'अत लाहिक़ होना(क़ानून) वक़्त गुज़र जाने से समाअत का तर्क हो जाना, मीयाद गुज़रने से समाअत ना होना आवाज़-दिहंदा(क़ानून) नीलाम पुकारने वाला, बोली बोलने वाला, नीलाम कनुंदा इ'आनत-ब-मशवरा(क़ानून) साज़िश में शिरकत, जसीए : इस मुक़द्दमे में मुल्ज़िम नंबर ४ ख़ुद क़ातिल नहीं है मगर इआनत बमशवरा के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया है इक़्तिदार-ए-जाइज़(क़ानून) वो क़ुदरत जो क़ानून की रो से हासिल हो इक़ालाकही हुई बात से इंकार करना, क्र्य-विक्रय के अनुबंध को रद्द करना, ऋण के अनुबंध को रद्द करना, किसी काम का विचार छोड़ देना इज्मालीसंक्षेप में, संक्षिप्त, मुख्तसर, गोल मोल इजमाली-महाल(क़ानून) तर्के का इलाक़ा जो ग़ैर मुनक़सिम हो, मुशतर्का जायदाद ज़रई इज़हार करना(क़ानून) अदालत में बयान देना इज़हार-नामाघोषणापत्र, अधिसूचना, (कानून) घोषणा, विज्ञापन, सूचना इज़ाफ़ी(क़ानून) वो ज़ाबता जो असली क़ानून की ठीक कार्रवाई कराने के लिए बनाया गया हो इंतिक़ाल-ए-जाइज़कानूनी रूप से वैध स्थानांतरण इंतिक़ाल-ए-दाइमीक़ानूनी तौर पर हमेशा के लिए जायदाद को किसी के नाम हस्तांतरित कर देने की क्रिया इंतिक़ाली-बहीसंपत्ति के हस्तांतरण का रजिस्टर, (क़ानून) वह रजिस्टर जिसमें विवरण के साथ संपत्ति के हस्तांतरण के नोट दर्ज किए जाएँ इंतिक़ाली-रुसूम(कानून) अदालती कार्यवाही में संपत्ति के हस्तांतरण को दर्ज करने के लिए भुगतान किया जाने वाला शुल्क इब्तिदाई-रुसूम(क़ानून) अदालती मसारिफ़ जो किसी मुआमले के शुरू ही में अदा करने पड़ें, कोर्ट फ़ीस, पहला सरकारी हक़ , पहला मेहनताना, नज़राना , हक़ ज़मींदारी इब्राकिसी भी जिम्मेदारी का परित्याग, छुटकारा, ज़िम्मेदारी से छुटकारा पाने की प्रक्रिया इबरा-नामाएक निर्दोष-पत्र जिसके द्वारा किसी को बरी या छूट दी जाती है, लिखित-पत्र का अप्रमाणित हो जाना, विशेषाधिकार या दावे से त्याग का प्रमाण-पत्र 'इबारत-ए-ज़हरी(क़ानून) वो इबारत जो किसी तहरीर की पुश्त पर लिखी जाती है जो हुंडी सुमन वग़ैरा की पुश्त पर लिखते हैं . इस से वो इबारत भी मुराद है जो किसी ओहदादार रजिस्टी की तरफ़ से ऐसे पर्चा पर लिखी जाये जो ऐसी दस्तावेज़ के साथ बतौर ज़मीमा मुंसलिक हो या जिस में वो दस्तावेज़ मलफ़ूफ़ हो 'इबारत-ए-तस्दीक़(विधिक) साक्ष्य या साक्ष्यों का लेख 'इल्म-ए-मुजरिमाना(क़ानून) अनुचित विद्या एवं ज्ञान, फ़ौजदारी का बुरा ज्ञान इश्तिमालकानून: एक मामले में एक से अधिक वादी या प्रतिवादी का सम्मिलित होना इस्तिक़रार-ए-हक़अपना हक़ (स्वत्व, अधिकार) माँगना, हक़ साबित करना इस्तिक़ाला(शाब्दिक) वादे से फिरना, (क़ानून) किसी से वचन को छोड़ देने का निवेदन करना, अनुबंध को ख़त्म करना इस्तिर्दाद(क़ानून) मंसूख़ करने का अमल, तंसीख़, मंसूख़ी, गै़रक़ानूनी ठहराना 'इस्मतआबरू, पवित्र, पतिव्रत; सतीत्व, पाक दामन, पाप से दूर, निष्पाप और निष्कलुष बने रहने की स्थिति और प्रवृत्ति 'उज़्र-ए-ज़ुबानी(क़ानून) जो उज़्र बुला तहरीर सिर्फ़ ज़बान से किया गया हो 'उज़्र-ए-विरासत(विधिक) विरासत या जायदाद का दावा 'उज़्र-दारीआपत्ति करना, उज्र लगाना, किसी दूसरे के मुक़ाबले में अपने हक़ की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करना। 'उज़्र-दारी करना(क़ानून) ऐसा आवेदन पेश करना जिस में किसी मुद्दे पर आपत्ति उठाई गई हो 'उज़्र-दारी होना(क़ानून) उज़्रदारी करता (रुक) का लाज़िम, एतराज़ की दरख़ास्त पेश होना 'उम्र-क़ैद(क़ानून) आजीवन कारावास, उम्र भर की क़ैद, सारी ज़िंदगी की क़ैद, पूरे जीवन की कारावास कच्ची-क़ुर्क़ीवह क़ुर्क़ी, जो प्रायः महाजन लोग अपने मुक़दमे का फ़ैसला होने से पहले ही इस आशंका से जारी कराते हैं कि कहीं मुक़दमे के फ़ैसला होने तक प्रतिवादी अपना माल-असबाब इधर-उधर न कर दे कच्ची-पेशी(क़ानून) किसी अभियोग की वह पहली पेशी जिसमें निर्णय नहीं होता क़त्ल-ए-'अमदजान-बूझकर हत्या, प्रयतित वध, वध करने के निश्चय से वध, जानबूझ कर किसी हथियार से मार डालना, क़ैदी-फ़ौजदारी(विधिक) वह क़ैदी जो फ़ौजदारी के अपराध का दोषी ठहराया गया हो या उस पर कोई फ़ौजदारी का जुर्म लगा हो, वह क़ैदी जो फ़ौजदारी के जुर्म में जेल में क़ैद हो कैफ़िय्यत तलब करना(क़ानून) इस्तिफ़सार करना, सरकारी तौर पर दरयाफ़त करना, बाज़पुर्स करना क़र्ज़ से छुड़ानाक़ानून: रुपया देकर किसी की जान पचाना क़राइनी-शहादत(क़ानून-ए-शहादत बिलवासता, शहादत बाअतबार क़राइन कूरात(क़ानून) क़स्बा, ज़िला, परगना, वो इलाक़ा जो चंद तहसीलों पर मुश्तमिल हो काग़ज़ जम'-बंदी(क़ानून) निकासी का काग़ज़, वो काग़ज़ जिसमें कृषक और खेत की हालत और मूल्य और भुगतान योग्य राशी की प्रविष्टी होती है काग़ज़ात-ए-'अदालत(क़ानून) वो काग़ज़ जो अदालत में उपयोगी हों काग़ज़ी-सुबूत(क़ानून) तहरीरी सुबूत, दस्तावेज़ी प्रमाण, लिखित प्रमाण क़ानून-ए-मी'आद-ए-समा'अत(क़ानून) वो क़ानून जो इस मुद्दत का तई्ान करता है जिस के गुज़रने के बाद कोई मुक़द्दमा या और कार्रवाई अदालत में समाअत के लिए पेश नहीं होसकती क़ानून-ए-शहादतगवाही लिये जाने का क़ानून, साक्षी विधान, एविडेन्स ऐक्ट क़ाबिज़-शिक्मीक़ानून: पट्टेदार, उप पट्टेदार, शिकमी पट्टेदार, क़ाबिल-ए-समा'अतजो सुना जा सके, जिसकी सुनवाई हो सके, सुनने के लाएक़ काले पान भेजना(क़ानून) निर्वासित करना, लवण-सागर पार कराना, काले पानी की सज़ा देना किफ़ालत-उल-माल(क़ानून) ऐसी दस्तावेज़ या जो ऐसी दस्तावेज़ समझे जाने की हैसियत रखती हो जिस से कोई क़ानूनी हक़ पैदा किया जाये या बढ़ाया जाये, मुंतक़िल किया जाये या मुक़य्यद किया जाये या ज़ाइल किया जाये या छोड़ दिया जाये, जिस के ज़रीये से कोई शख़्स मुक़र्रर हो कि में क़ानूनन ज़िम्मेदार हूँ या इक़रार करे के फ़ुलां क़ानूनी हक़ मेरा है किफ़ालत-ए-ख़ास(क़ानून) वो कफ़ालत है कि जब कोई शख़्स किसी शैय के ना देने पर रख छोड़ने का दावादार इस वजह से हो कि इस ने शैय मज़कूरा पर मेहनत या रुपया सिर्फ़ किया है क़िसास(इस्लामी शरिया क़ानून) जान के बदले जान और ख़ून के बदले ख़ून लेना, यानी जितनी तकलीफ़ किसी को पहुँचाई जाए, उसके बदले में उतनी ही तकलीफ़ ज़ालिम को पहुँचाई जाए, खून के बदले में खून, प्रतिहिंसा खूँट-ख़त(क़ानून) एक ऐसा रहन नामा जिस के ज़रीये से राहन हिस्सा खोंट और कल हुक़ूक़ से दस्तबरदार हो ख़त में ख़त मिलाना(क़ानून) जुल से दस्तख़त करना ख़त्त-ए-ला-दा'वा(क़ानून) इंकारी चठ्ठ्াी, लावारसी ख़त ख़ुद-हाकिमीसत्ता की सारी शक्तियाँ और न्याय व्यवस्था किसी एक शख़्स का अपने हाथ में लेना, आप ही हाकिम होना खफ़ीफ़ा-'अदालतवो अदालत जिस में छोटे-छोटे मुक़द्दमों एवं व्यापारिक लेन-देन के विवादों का निपटारा हो ख़र्चा दिलाना(क़ानून) अदालत का ख़र्चा अदा करना, ख़र्चा सुझाव करना ख़ुसरा-आबादी(क़ानून) गानों की आबादी की फ़हरिस्त मा उन के क़ाबिज़ों के ख़ानगी-बै'(क़ानून) निजी तौर पर आपस में ख़रीद-ओ-फ़रोख़त ख़ाना-ए-ख़ाली(क़ानून) ऐसी जायदाद जिस का मालिकाना हक़ के ना होने से काश्तकारों के साथ फ़ैसला किया जाये ख़ामफा. वि.कच्चा, अपरिपक्व, असंस्कृत, नातजिबःकार, अनुभवहीन, खालिस, निष्केवल, कच्ची शराब ।। ख़ारजी-फ़े'ल(क़ानून) ज़ाहिर में, बी्यन तौर पर अंजाम दिया जाने वाला काम या अमल ख़ारिज करना۔۱۔निकालना। बाहर करना। जुदा करना। अलैहदा करना। २।(क़ानून) मुक़द्दमा डिसमिस करना। दरख़ास्त नामंज़ूर करना ख़ास-कारिंदा(क़ानून) ख़ास कारिंदा से वो शख़्स मुराद है जो किसी ख़ास फे़अल या अफ़आल के मुताल्लिक़ बहैसीयत कारिंदा अमल करने के लिए मुक़र्रर किया जाये मिला वकील या मुलाज़िम ख़ास-तहसील(क़ानून) ज़मींदार के हस्तक्षेप के बिना किसान से सीधे प्राप्त की जाने वाली भूमि की राशि ख़ियानत-ए-मुज्रिमाना(क़ानून) निंद्य भावना से धन हथिया लेना ख़िलाफ़-वर्ज़ी(क़ानून) तोड़ना, उल्लंघन करना, ख़िलाफ़ करना खोंट(बिनोद) देवी देवता पर चढ़ाने की रोटियां गुनाह-गारीकुसूरवारी, जुर्माना, तावान गुम-नामा(क़ानून) दस्तावेज़ जो किसी सरकारी काग़ज़ वग़ैरा गुम हो जाने के बारे में इक़रार नामे के तौर पर लिखी जाये ग़ैर-'इलाक़ादूसरे का इलाक़ा, इलाक़ा-ए-ग़ैर, (क़ानून) अपने इख़तियार की हदूद से बाहर अहाता गवाह उखड़ना(क़ानून) गवाह का अपने बयान पर क़ायम ना रहना, बयान बिगड़ जाना गवाह का बयान बदल देना गवाह बनानासाक्षी ठहराना, गवाह ठहराना गवाह-ए-'ऐनी(क़ानून) गवाह-ए-रवैय्यत, चशमदीद गवाह, वो गवाह जिस ने किसी बात (वाक़िया) को अपनी आँख से देखा हो गवाह-ए-चश्म-दीदवह साक्षी जो अपनी आँखों से देखी हुई घटना कहे, प्रत्यक्षदर्शी, साक्षी गवाह-ए-ता'लीमी(क़ानून) ऐसा गवाह जिसे सिखा पढ़ा कर तैयार किया गया हो, सिखाया हुआ गवाह गवाह-ए-बे-लौस(क़ानून) वो गवाह जिसे किसी फ़रीक़ की तरफ़॒दारी मंज़ूर ना हो गवाह-ए-रुयत(क़ानून) वो गवाह जिस ने अपनी आँख कोई मुआमला देखा हो. चशमदीद गवाह-ए-ऐनी शाहिद गवाह-ए-समा'ई(क़ानून) वो गवाह जो सुनी हुई बात की शहादत दे, सुनी हुई बात की गवाही देने वाला गवाह-ए-सरकारीसरकार की ओर से नियुक्त व्यक्ति जो मुक़द्दमात में सरकार की तरफ़ से पेश होता है गिरोह-ए-शुरका(क़ानून) हिस्सा दारों की जमात, शरीकों का जत्था, शरीक, पत्तीदार साझी, कंपनी घूर-बरार(क़ानूनी) वो महसूल जो हर हिस्सा दार और इजाराहदार पर इन मसारिफ़ के सबब से जो एक साल में हूँ लगाया जाये चश्म-दीद-गवाहवह साक्षी जो अपनी आँखों से देखी हुई घटना कहे, प्रत्यक्षदर्शी, साक्षी चालान करनासक्षम प्राधिकारी के न्यायालय या जेल में भेजा जाना जंगल-सरकारी(क़ानून) बहुत से पेड़ों और झाड़ियों का जंगल जो सरकारी जंगल की श्रेणी में आ जाए जदीद-'अता(क़ानून) नया प्रदान किया हुआ, दोबारा प्रदान या बख़शा हुआ (सरकार या भूमि आदि) जब्र-ए-मुजरिमानाक़ानून: किसी शख़्स पर उसकी बिना मर्जी या स्वीकृति के बल प्रयोग करना ज़बान-बंदीकिसी घटना के संबंध में लिखी जाने वाली किसी साक्षी या गवाह की गवाही, अभिव्यक्ति, बयान दर्ज करना, भाषण-प्रतिबंध, बोलने की मनाही, चुप रहने की आज्ञा, मौन, चुप्पी, जादू या मन्त्र-जाप की शक्ति से अपने विरुद्ध कुछ कहने से रोकना ज़मानतप्रतिभूति, गारंटी, ज़िम्मादारी, किसी व्यक्ति या कार्य की विश्वसनीयता ज़मानत-ए-इस्तिमरारी(क़ानून) क़ायम ज़मानत, जारी ज़मानत ज़मानत-ए-मुस्तमिर्रा(क़ानून) रुक : ज़मानत-ए-इस्तिमरारी ज़मानत-ए-हिफ़्ज़-ए-अमन(क़ानून) अमन क़ायम रखने की ज़मानत ज़मीन-ए-मर्हूना(क़ानून) वो ज़मीन जिस का नक़द लगान मर तुहिन ने राहन को देना तै क्या हो ज़ेर-ए-दफ़'अ(क़ानून) क़ानून की धारा के अनुसार, धारा के अनुसार, दफ़ा के तहत ज़रर-ए-अराज़ी(क़ानून) वो नुक़्सान जो अराज़ी को पहुंचे इस में अराज़यात-ए-नहर से मिट्टी खोदना या घांस या पौदों को काटना और अराज़यात-ए-नहर पर बिलाइजाज़त दरख़्तों का लगाना या फ़सल होना भी दाख़िल है ज़रर-ए-इब्तिदाई(क़ानून) वो पहला ज़रर जो किसी मुतज़र्रर को पहूँचा हो ज़रर-ए-कल(कानून) मशीन का नुक़्सान, इस में तमाम आलात-ए-ज़ाबता-ए-हरकत दाख़िल हैं मसलन बोझ खींचने की कलीं, ज़ंजीरीं, फाटक, शहतीरयां तख़्ते, तमाम पुल उठाने के आलात, अलाम बंद के आलात, तमाम पन की कलीं ज़रर-ए-ता'मीरात(क़ानून) वह नुक़सान जो निर्माण को पहुँचे, इसमें तमाम तरह के पक्के निर्माण और उसके विभिन्न अंग शामिल हैं आम इससे कि नहर पर हों या खाल या ख़लासी नाव चलाने का काम या नाली पनचक्की या नाली निकासी पर हों ज़रर-ए-शदीद(क़ानून) बड़ी चोट, बहुत ज़्यादा चोट जैसे: देखने या सुनने की शक्ति खो देना, हड्डी या दाँत तोड़ देना आदि ज़रर-ए-सरीह(विधिक) यह हानि धमकी या मार-पीट या घाव या बेकार करने किसी अंग से हो सकता है, धमकी के द्वारा या भय दिखा कर जराइम-ए-ख़फ़ीफ़ाहल्के और छोटे अपराध, मामूली जुर्म ज़ुल्मकिसी प्रबल या शक्तिशाली व्यक्ति का अनीति या अन्यायपूर्ण ऐसा कार्य जिससे असहायों, दुर्बलों तथा निरीहों को कष्ट होता हो, अत्याचार, प्रताड़ना, अन्याय ज़ैली-रहन(क़ानून) यदि गिरवी रखने वाला अपनी संपत्ति किसी अन्य व्यक्ति को गिरवी रखता है, तो यह कार्रवाई उप-बंधक कहलाएगी जवाज़धर्म के अनुसार जायज़ और सही होना जवाब-ए-दा'वा(क़ानून) नालिश के दावे का उत्तर, जिसमें यह दिखाया जाता है कि वाद अमुक कारणों से झूठा है, वह लिखित पत्र जो वादी के अभियोगों के उत्तर में प्रतिवादी न्यायालय में देता है, प्रतिवादी द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत किया गया प्रत्युत्तर, दावे का क़ानूनी जवाब ज़ेहनी-अमानत(क़ानून) ज़हनी अमानत उस समय कही जाती है जब स्थापित करने वाले का स्पष्ट या वास्तविक (क़ानून) अभिप्राय प्रकट न होता हो लेकिन इक्विटी (न्याय सम्बंधी नियम) उसके शब्दों या कार्यों का यह अर्थ बताती है कि अमानत स्थापित हुई ज़हर-ए-सम्मन(क़ानून) सम्मन की पुश्त पर, दस्तावेज़ की पुश्त पर जाचितमुस्तआर शैय, मांगी हुई चीज़ , क़ानून) अमानत की एक क़िस्म जिस में अमानत रखने वाले को अमानत के इस्तिमाल की इजाज़त होती है जारीजो चलन में हो; चलता हुआ; संचालित; प्रचलित; निरंतर होता हुआ ज़िम्न(लाक्षणिक) बात का सिलसिला ज़िम्नी(क़ानून) पुलिस अधिकारी द्वारा मामले की जाँच की दैनिक रिपोर्ट ज़िमारखोया हुआ माल जिसके मिलन की आशा न हो जिला'(क़ानून) इस लफ़्ज़ से अदालते दीवानी दर्जा-ए-आला मजाज़ साअत इबतिदाई और अदालत हाईकोर्ट मामूली इख़्तयारात समाअत इबतिदाई मुराद है ठैरना= ठहरना | ठराई-स्त्री० = ठहराई डकैतीसंपत्ति लूटने के लिए अकेले या दल-बल के साथ किया जाने वाला सशस्त्र धावा, डाका, लूटपाट करने का काम डाकरिया(क़ानून) बाहन, एक मज़बूत ज़रख़ीर मटेली सतह ज़मीन जो बड़े बड़े ढीलों में से तोड़ी ग़नी हो जो बौने के लिए बहुत बारिश चाहती हो डिग्री क़ुर्क़ कराना(क़ानून) अदालत का फ़ैसला वापिस लेना डिग्री जारी कराना(क़ानून) तामील-ए-हुकम कराना, फ़रमान पर अमल कराना, रुपया या जायदाद हासिल करने के वास्ते हुक्म जारी कराना डिग्री देना(क़ानून) किसी के मुवाफ़िक़ फ़ैसला करना डिग्री दिलाना(क़ानून) अदालत से हुक्म दिलाना डिग्री पानाअदालत का फ़ैसला पक्ष में हो जाना डिग्री सादिर करना(क़ानून) अदालत की तरफ़ से हुक्म देना तक़द्दुम-ए-दा'वा(क़ानून) कई दावों में से एक दावे को पहले पेश करना, दवे का तक़द्दुम तकफ़्फ़ुलकिसी बात की ज़िम्मेदारी, ज़मानत, किसी के भरण-पोषण का भार, प्रतिभूति, ज़मानत तकमील-ए-तफ़्तीश(क़ानून) मुक़द्दमे के हर पहलू की दरयाफ़त करना, कोई मुआमला मुताल्लिक़ा मुक़द्दमा बगै़र दरयाफ़त के ना छोड़ना तक्मील-ए-तमस्सुक(क़ानून) क़ानूनी शर्त के अनुसार ऋण अवधी का पूरा हो जाना तकमील-ए-दस्तावेज़(क़ानून) प्रमाणपत्र पूरा करना, दस्तावेज़ का पूरा करना तकमील-ए-मुक़दमा(क़ानून) मुक़दमे, मामले को परिणाम तक पहुँचना या पूर्ण रूप से समाप्त हो जाना तकमील-ए-रहनक़ानून: ऋण की अवधी का पूरा हो जाना तकमील-ए-हक़्क़ियत(क़ानून) हक़ की तकमील, हक़्क़ीत और मिल्कियत का पूरा करना तक़लीदअनुसरण, किसी के पीछे पीछे चलना, अनुकरण, अनुयाय, देखा-देखी कोई काम करना तक़लीदीतक़लीद (रुक) से मंसूब, रिवाजी, नक़ल किया हुआ तक़्सीम-ए-ख़ान्गी(क़ानून) निज की तक़सीम, प्राईवेट तक़सीम, घरेलू तक़सीम तक़्सीम-ए-ग़ैर-मुकम्मल(क़ानून) नाक़िस तक़सीम, वो तक़सीम जो मुकम्मल ना की गई हो जैसे शामलात जो कई मालिकान में मुश्तर्क होती है और इस का महसूल सब शुरका मिल कर अदा करते हैं तक़्सीम-ए-फ़र्ज़ी(क़ानून) नाममात्र का बँटवारा जो केवल नाम ही का बँटवारा हो तक़्सीम-ए-फ़रेबी(क़ानून) वो तक़सीम जो फ़रेब से हो तक़्सीम-ए-मुकम्मल(क़ानून) वो तक़सीम जो पूरे पूरे हिस्सों में हो और हर एक हिस्सा से बिलकुल अलैहदा अलैहदा हो और उन को अलैहदा अलैहदा जायदादें बना देवी तक़्सीम-ए-महाल(क़ानून) मुहाल की तक़सीम-ए-मुहाल वो क़ताह-ए-ज़मीन है जो अजज़ए मौज़ा से बनाया गया हो और जिस की जमा जुदागाना मुशख़्ख़स हुई हो तक़्सीम-ए-सरकारी(क़ानून) जो तक़सीम मार्फ़त अहलकार सरकार हो तक़्सीम-ए-सरमाया(क़ानून) पून और आमदनी की तक़सीम तक़्सीम-ए-सालिसी(क़ानून) सालसों के ज़रीये से तक़सीम, पंचायती तक़सीम तक़्सीम-ब-हिस्सा-ए-रसदीअपने अपने भाग का अनुसार वितरण, अपने अपने हिस्से के मुवाफ़िक़ तक़सीम तक़ादुमक़दीम होना, पुराना होना , मुक़द्दम होना , (क़ानून)हद ज़माना जिस के बाद सज़ा नहीं हो सकती तंक़ीहआज-कल विधिक क्षेत्रों में, दीवानी मकदमों आदि के सम्बन्ध में दोनों पक्षों के कथन और उत्तर के आधार पर न्यायालय का यह निश्चित करना कि मुख्यतः कौन-कौन सी बातें विचारणीय हैं। तज्वीज़सलाह; सम्मति; राय; प्रस्ताव; योजना तज्वीज़-ए-सानी(क़ानून) दुबारा तजवीज़ करना, नज़र-ए-सानी, फ़ैसला की पड़ताल तजावुज़-ए-इख़्तियार-ए-समा'अत(क़ानून) मुक़द्दमा सुनने की मंज़ूरी और क़बूलीयत के इख़तियार से गुज़र जाना तदारुक-ए-ख़फ़ीफ़(क़ानून) हल्की सज़ा, हल्की चेतावनी तदारुक-ए-बाक़ियात(क़ानून) बाक़ियात ग़ैर वसूल शूदा रक़ूम वग़ैरा का इंतिज़ाम,बक़ाया का हिंदू बस्त तनसीख़नष्ट करना, निरर्थक रद्द या व्यर्थ करना, मिटाना, रद्द करना तनाक़ुज़(क़ानून) दो मुख़ालिफ़ हुक़ूक़ का दावा करना तब्दील-ए-नाजाएज़क़ानून: दस्तावेज़ आदि में जालसाजी से कुछ बदल देना तब्दील-ए-नाजायिज़(क़ानून) दस्तावेज़ वग़ैरा यं जाअल से कुछ बदल देना . जालसाज़ी तबादुल-ए-सज़ा(क़ानून) सज़ा का परिवर्तन, एक सज़ा का दूसरी सज़ा से बदलाव तम्लीक-ए-कुल्लीक़ानून: सम्पूर्ण संपत्ति, किसी चीज़ का पूर्ण स्वामी होना, पूर्ण स्वामित्व प्राप्त करना तम्लीक-नामा(क़ानून) वो काग़जात जिसके द्वारा अपनी संपत्ति का किसी और को मालिक बनाया जाए तमस्सुककिसी का दामन थामना, किसी से ख़ुद को जोड़ना तमस्सुक-ए-मसनू'ईगढ़ा हुआ या जाली का अनुबंध तमस्सुक-मनात-ए-दा'वा(क़ानून) वो इक़रारनामा जिस पर दावा की बुनियाद हो तमादी 'आरिज़ होनावह समय जो किसी कार्य के लिए नियत या लगाया जाता है तर्क-ए-फ़े'ल(क़ानून) किसी काम को छिड़ दयान, ना करन अक़ाम का इस हाल मान कहा जा सकता है जब कि इस तर्क से कोई जुर्म पैदा हो जाये तरदीदी-शहादत(क़ानून) ऐसी गवाही जो किसी फ़ैसले के विरोध में पेश की जाए तरमीम(ए) दुरुस्ती करना I मरम्मत करना) मुअन्नस। १।दुरुस्ती। इस्लाह। २।(क़ानून) तबदील। तग़य्युर। नज़र-ए-सानी तरमीमीतरमीम (संशोधन) से संबंधित तलब-ए-इस्तिश्हाद(क़ानून) गवाह करने या हाज़िर करने की तलब, वो तलब जो शिफ़ा वग़ैरा का दावा करने में मल्हूज़ रखी जाती है, लोगों को गवाही में बुलाने में मुद्दई या शफ़ी इस का लिहाज़ या रियायत करता है, गवाही तलबी तलब-चिट्ठी(क़ानून) सम्मन वारंट, बक़ाया मुआमले की प्राप्ति के लिए लिखित अनुरोध तलब-नामा(क़ानून) सुमन, हाज़िर अदालत होने का परवाना तलबानाभू-राजस्व समय से न जमा किए जाने पर लगने वाला अर्थदंड, गवाहों को बुलाने के लिए न्यायालय में जमा किया जाने वाला ख़र्च, सिपाहीयों का दैनिक खर्च तलबीसधोका, फ़रेब, जालसाज़ी, ज़ाहिरी वज़ा से मकर-ओ-फ़रेब को छुपाना तलबीस-सिक्का(क़ानून) क़लब सिक्का, सिक्का बदल कर चलाना नक़ल करना जाअल बनाना, जाली सका बनाना तलाशीढूंढ़, खोज, जुस्तुजू, सरकारी आज्ञा से किसी के मकान आदि की छानबीन। तस्जील(क़ानून) दस्तावेज़ की क़ानूनी तर्तीब, रजसड़ी करना , क़िबाला या तमस्सुक लिखना तसन्नो'कृत्रिमता, बनावट, बनाओ सिंगार, नक़लीपन, दिखावा, मकर, धोका, कपट-व्यवहार, चापलूसी, चाटुकारिता, तसर्रुफ़-ए-शर्ती(क़ानून) ऐसा ख़र्च जो किसी नियम या शर्त पर आधारित हो तस्हील(क़ानून) रुक : तरीक़ तसहील तस्हीहग़लती दूर करना, सही करना, धार करना, भूल को ठीक करना, दुरुस्त करना तहक़ीक़ातयथार्थ का पता लगाने के लिए की जाने वाली खोजबीन, किसी बात या घटना की ठीक-ठीक जाँच-पड़ताल, किसी विषय का अनुसंधान, खोज, पूछगछ, पूछताछ, जाँच-पड़ताल, छानबीन, तफ़तीश तहक़ीक़ात-ए-मौक़ा'(क़ानून) वह जांच जो घटनास्थल पर हो तहक़ीर-ए-'अदालतन्यायालय की अवमानना, कोई ऐसा कार्य जिससे न्यायालय की अवहेलना हो और न्यायालय की प्रतिष्ठा एवंं उसकी गरिमा के विरुद्ध हो तहदिया(क़ानून) तहदेह से वो चारा-ए-कार मुराद है जो अदालतें शख़्स मुतज़र्रर को अता करती हैं या . . . वो ज़िम्मेदारी मुराद है जो हमला आवर शख़्स पर अदालत क़ायम करे तहवील-ए-अमानती(क़ानून) एक फ़रीक़ की तरफ़ से दूसरे को किसी ग़रज़ से माल का इस मुआहिदे पर हवाला किया जाना कि बाद हुसूल ग़रज़ वापिस कर दिया जाएगा ताज़ियानावो कोड़ा जिससे अपराधि को दंड दिया जाता है ता'ज़ीरात(शाब्दिक) सज़ाएँ, सज़ाओं से संबद्ध न्याय की पुस्तिका, दंड-विधान, दंड-सहिंता, दंड विधियों का संग्रह ता'मीलअनुपालन, अमल में लाने अर्थात् कार्य रूप में परिणत करने की क्रिया या भाव, आज्ञा, निर्णय आदि का निर्वहण या पालन, आज्ञा का पालन करना, हुक्म मानना, किसी परवाने, सम्मन या वारंट की तक्मील, निष्पादन, हुक्म पूरा करना, बात मानना ता'मील मान लिया जाना(क़ानून) इत्तिलानामा या तलबी नामा को शख़्स मतलूब तक पहुंचाने के अमल को तस्लीम कर लेना तारीख़-ए-पेशी(क़ानून) वो तारीख़ जो अदालत में हाज़िरी के लिए मुक़र्रर हो ता'सीब-ए-महज़(क़ानून) बाप का असबा (मर्दे का सब से क़रीबी रिशादार) की हैसियत से वारस्त का मुस्तहिक़ होना जब मय्यत का बेटा या पोता परोता और बेटी या पोती मौजूद ना हो तौज़ी'(क़ानून) लगान का हिसाब किताब, जमाबंदी, फ़र्द हिसाब (जिस में ज़र मुतालिबा, तहसील वसूल और बाक़ी दर्ज हो) तौज़ीहवज़ाहत, सर अहित के साथ बयान करना, व्याख्या, विवरण, स्पष्टीकरण तौसीक़दृढ़ करना, दृढ़ता, मज़बूत करना, मज़बूती, पुष्टि करना, पुष्टि, समर्थन करना, समर्थन, तसदीक़, तहरीरी मंज़ूरी तौहीन-ए-'अदालतकोई ऐसा शब्द कह देना या ऐसा काम करना जिससे न्यायालय का अपमान हो एवं उसकी गरिमा को ठेस पहुँचे, न्यायालय की अवमानना दख़्ल-दिहानी(क़ानून) अदालती आदेश द्वारा किसी को किसी संपत्ति पर कब्ज़ा या अधिकार दिलाने का काम; दाख़िल-ख़ारिज; (डिलेवरी ऑव पज़ेशन), कब्ज़ा दिलाना, किसी जायदाद आदि पर किसी एक की जगह दूसरे को हक़दार और मालिक बनाना दख़्ल-नामा(क़ानून) अधिकार प्राप्त करने का सरकारी आदेश, क़ब्ज़े का प्रमाण पत्र, क़ाबिज़ होने का सरकारी हुक्म, परवाना दग़ासमय पर साथ न देने की अवस्था, निर्दयता, दूःशीलता (किसी आवश्यक्ता या मजबूरी के तहत), दफ़'आतअ. स्त्री. ‘दफ़अः’ का बहुः, बहुत वार, कानून की धाराएँ । दफ़्तर-ए-इजराई(क़ानून) दफ्तर-ए-दीवानी-ओ-माली दलील-ए-कामिल(क़ानून) पूरा सबूत, पूर्ण प्रमाण, ऐसी दलील या तर्क जिसका खंडन न हो सके दलील-ए-मज़ीद(क़ानून) '' ज़ाइद दलील या ज़ाइद बेहस '' दलील-ए-मा'क़ूल(क़ानून) सही सबूत, ठीक दलील ,उचित तर्क, विश्वस्त चिन्ह दस्तूर-साज़संविधान बनाने वाला, वह सभा जो मुल्क का दस्तूर (प्रारम्भिक क़ानून) बनाए, बुनियादी क़वानीन तैय्यार करने वाला दस्तावेज़व्यवस्थापत्र, लेखपत्र, साधनपत्र, तमस्सुक, क़िबाला, सबूत, सनद, निशानी, अलामत, मजाज़न: प्रतीकात्मक: करंसी नोट, सरकारी तुमसकात दाख़िल-ए-दफ़्तर(सरकारी काग़ज़ात, रजिस्टर या फाइल आदि में) शामिल, पंजीकृत, उल्लिखित (आवेदन, मुक़दमा या नाम आदि) दाख़िल-ख़ारिज(कानून) किसी व्यक्ति के नाम को मालिक के रूप में हटाने और आधिकारिक दस्तावेजों में किसी अन्य व्यक्ति के नाम का प्रतिस्थापन, पहले व्यक्ति के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति की नियुक्ति, संपत्ति का हस्तांतरण दाख़िला-बही(क़ानून) किताब जिस में दाख़िला की रसूओमात बजनसहही मुंदर्ज होती हैं, इस से ये मुराद है कि जो रोओ पिया दाख़िल हो ज़ाहिर होजाए कि किस के नाम से और किस बाबत सयाहा हुआ दाद-रसीइंसाफ़, न्याय, परोपकारिता, न्याय चाहना, अधिकार चाहना दाैरा सुपुर्द होना(क़ानून) दौरा सपुर्द करना (रुक) का लाज़िम नेक निय्यती सेअच्छी नीयत से; (विधिक) सावधानी और ध्यान से नुक़्ता-ए-ए'तिराज़(क़ानून) मजलिस या संसद में भाषण या संदर्भ के बीच उठाया गया प्रश्न, आपत्ति का बिंदु, विरोध का बिंदु नक़्द-ए-क़ानूनी(क़ानून) क़ानूनी तौर पर मंज़ूर शूदा सके या नोट जो हर किस्म की अदायगी में दिए जाएं या जिन का क़बूल करना क़ानूनन ज़रूरी हो, ज़र क़ानूनी, क़ानूनी सिक्का नक़्ल दाख़िल करना(क़ानून) किसी काग़ज़ की नक़ल अदालत वग़ैरा में देना नक़्ल-ए-मुसद्दक़ा(क़ानून) तसदीक़ शूदा नक़ल, वो नक़ल जिस की तसदीक़ की गई हो नक़्ल-कार्रवाई(क़ानून) वो रजिस्टर जिसमें मुक़द्दमे के अंतर्गत आने वाली सारी वास्तविक्ताएँ और साक्ष्य लिखे जाते हैं जो जज के लिए सहायक होते हैं नुक़सान-ए-'आम(क़ानून)अधिकारों और कर्तव्यों का उल्लंघन जो पूर्ण समूह को समग्र रूप से प्राप्त है नज़र-ए-सानीसुधार के उद्देश्य से दोबारा देखना, कोई किया हुआ काम इस दृष्टि से दोबारा देख जाना कि उसमें कहीं कोई त्रुटि या भूल तो नहीं रह गई है, पड़ताल करना, संशोधन एवं रद्दीकरण, नज़र-बंदीहिरासत, क़ैद, कड़ी निगरानी, नज़रबंद रखने की क्रिया नज़ाइरीनज़ाइर (रुक) से मंसूब या मुताल्लिक़ , (क़ानून) मुक़द्दमात के हवाला जाती फ़ैसले जिन में नज़ीर पाई जाये नज़ा'ई-बयान(क़ानून) वह बयान जो पीड़िता मृत्यु के समय दे नज़ीरउदाहरण; मिसाल; दृष्टांत, मिसाल, नमूना, सदृश, समान, किसी मुकदमे में दावे की पुष्टि के लिए प्रस्तुत किया गया उच्च या सर्वोच्च न्यायालय का पूर्व फ़ैसला नज़ीर देनाउदाहरण प्रस्तुत करना, उदाहरण के रूप में सामने लाना या संदर्भ देना नफ़ाज़-ए-वसिय्यत(क़ानून) वसीयत का इतलाक़ या अमल दरआमद नंबरी नालिशनियमित नालिश (शिकायत, मुक़द्दमा दायर करना, अदालत में दावा करना), वह नालिश जो अलग-अलग बिखरी हुई न हो नबाती-ज़हरवो ज़हर जो पौदों या उन के बीजों से हासिल किया जाता है नविश्ता(क़ानून) दस्तावेज़ वो नविश्ता जिस पर दआवी और हुक़ूक़ की बना और इन्हिसार हो नविश्ता-ए-मुक़िर(क़ानून) ख़ुद नविश्त दस्तावेज़ इक़रारनामा नसकिसी अमर को ख़ूब दरयाफ़त करना ताकि उस की असलीयत वाज़िह हो जाये नाइबादुर्घटना, हादिसा, बारी से |आनेवाला ज्वर, ‘नाइब' का स्त्रीः ।। नातिक़बोलने वाला, बुद्धिमान, अटल, अंतिम नाफ़रमानीअवज्ञाकारी होना, आज्ञा न मानना नाबालिग़जो बालिग़ न हो, जो अभी जवान ना हुआ हो, अवयस्क, अल्पवयस्क, कमसिन, कमउमर, नादान, अनुभवहीन ना-साबित(क़ानून) ना साबित या मुसत्तर करदा, जिस का सबूत पेश किया गया हो मगर वो साबित ना हो सका हो निगरानीदेख भाल, नज़र रखना, हिरासत,चौकसी, पहरेदारी निचोड़ना(क़ानून) तशद्दुद और सख़्ती से रुपया वसूल करना निशान-ए-तिजारत(क़ानून) कोई निशान (अलामत,नक़्श, ठप्पा, महर वग़ैरा) जो ये ज़ाहिर करने के लिए मुक़र्रर किया जाये कि ये माल किसी ख़ास शख़्स या कारख़ाने का बनाया हुआ है या किसी ख़ास शख़्स की तिजारत के लिए मख़सूस है , किसी इदारे या माल इतजारत का शनाख़ती निशान जो बिलउमूम रजिस्टर्ड होता है, ट्रेड मार्क नीम-शरीक(क़ानून) आधा शरीक ऐसा शख़्स नौ मिसल शरीक के हो, शरीक निंबा जो कारोबार में पूरी शराकत ना रखता हो , शरीक नुमा साझी नौ-दौलतजिसने नयी-नयी संपत्ति पायी हो, जो नया-नया अमीर हुआ हो, जो नयी-नयी दौलत पाकर इतरा गया हो। नौ-बार(लफ़ज़ा) मौसम का पहला फल , (क़ानून) ईसाईयों में मज़हबी औक़ाफ़ की पहले साल की जुमला आमदनी जो रोमा के पापाए आज़म के नज़र की जाती थी नीज़ निज़ाम जागीरदारी में एक असामी के मरने के बाद अराज़ी की एक साल की आमदनी जो बादशाह को पेश की जाती थी (First Fruits का तर्जुमा) पुकार(क़ानून) मुस्तग़ीस या मुद्दआलैह या गवाहों में से किसी की तलबी के लिए सदा जो अदालत के बाहर लगाई जाती है पंच-ए-सुलतानी(क़ानून) वो सालस जो बादशाह (या अदालत) की तरफ़ से मुक़र्रर कर दिया जाये, बादशाही फ़ैसलाकुन प्रत्यर्थीशत्रु, दुश्मन, मुक़ाबिल, मुख़ालिफ़ परवानाकिसी प्रकार के अधि कार या अनुमति का सूचक पत्र। जैसे-तलाशो का परवाना, राहदारी का परवाना पाराटा(दकनी) चपाती से मिलती-जुलती मगर मोटी और परतदार रोटी या टिकिया (मुस्लिम धर्मशास्त्र) पोत(क़ानून) मज़रूआ खेतों का इक़रारनामा, (फ़ीलबारी) दस साल की उम्र का हाथी फ़र्ज़-ए-अस्ली(क़ानून) फ़र्ज़-ए-असली से वो फ़र्ज़ मुराद है जो बुला ताल्लुक़ किसी और फ़र्ज़ के वजूद पज़ीर होता है फ़र्ज़-ए-इज़ाफ़ी(क़ानून) फ़र्ज़-ए-इज़ाफ़ी से वो फ़र्ज़ मुराद है जो किसी दूसरे फ़र्ज़ की ख़िलाफ़वरज़ी की वजह स वजूद में आता है फ़र्ज़-ए-मुतलक़(क़ानून) फ़र्ज़-ए-मुतलक़ से वो फ़र्ज़ मुराद है जिस के मुक़ाबला में किसी मुईन शख़्स या अश्ख़ास को कोई हक़ हासिल ना हो, मसलन : टैक्स अदा करने का फ़र्ज़ फ़र्द-ए-वापसी(क़ानून) पुलिस की मज़ीद तफ़तीश तक, हवालात मज़ीद या हिरासत मज़ीद के हुक्म की फाईल फ़रीक़-ए-अव्वल(क़ानून) वह व्यक्ति या समूह जिसने दावा किया हो, मुद्दई, अभियोगी फ़रीक़-ए-सानीदूसरे पक्ष अर्थात विरोधी दल का व्यक्ति, वह व्यक्ति या समूह जिसपर दावा किया गया हो फ़े'ल-ए-शाही(कानून) किसी शासक का अपने शाही अधिकार को लागू करने का कार्य फल-करवृक्षों के फलों पर लगनेवाला कर फ़ैसल-नामा(क़ानून) वो फ़ैसला जो हाकिम मजाज़, सालस या पंच वग़ैरा करे फ़ासिद तौर से(क़ानून) बे-ईमानी से, बद-निय्यती से बख़्शिश-नामा‘दानपत्र', वह काग़ज़ जिसमें कुछ प्रदान करने की लिखा-पढ़ी हो बुझौता(क़ानून) सालाना हिसाब का औसत जो पटवारी ग के मालिकों से करते हैं, देही मिल्कियत का गोशवारा, हिसाब ब-तराज़ी-ए-तरफ़ैन(आमतौर पर क़ानून) दोनों पक्षों की सहमति से, आपसी सहमति से बनामनाम से, किसी के नाम पर,ख़ुदा के नाम से, ईश्वर के नाम पर, किसी के प्रति, किसी उद्देश्य से बुलूग़विचार आदी में परिपक्कावाता आना बलवादो दलों या संप्रदायों में होनेवाला वह उग्र संघर्ष जिसमें मार-काट, अग्निकांड आदि उपद्रव भी होते हैं, दो पक्षों या संप्रदायों में होने वाला उग्र संघर्ष बाक़ी-जमा'(क़ानून) सरकारी लगान आदि की राशि जिसका भुगतान पिछले वर्षों में नहीं किया गया हो बाज़ूदरवाज़े वग़ैरा की खड़ी लक्कड़ीयों में से हर एक बाज़ू-दा'वा(क़ानून) वह दावा जो अपहरण की गई औरत वापस दिलाने के लिए उसके वारिस की तरफ़ से किया जाये, अपहरित युवती का दंड या अर्थदंड बालिग़(तसव्वुफ़) मुरीद सादिक़ जो अपनी ख़ुदी और ख़ुदनुमाई से बालका हो बिना-ए-मुख़ासमतझगड़े की जड़, फ़साद की बुनियाद, वाद का मूल आधार भूतअस्तित्व में आ चुका या बन चुका हो, बना हुआ मु'अल्लक़ करना(क़ानून) तात्तुल में रखना, इलतिवा में रखना, ग़ैर वाज़िह हालत में रखना मु'आविनसहयोगी, सहायक, समर्थक, सहभागी, मातहत, हाथ बटाने वाला, साथ देने वाला, पृष्ठ-पोषक, हिमायती, सहायक नदी, पक्षपाती, मददगार मु'आहदा(क़ानून) वो मामला जो वैधानिक रूप से लागु हो सकता है मु'आहदा-ए-इब्रा(क़ानून) वह अनुबंध जिसके तहत एक पार्टी दूसरे को नुक़सान से आज़ाद करने का निश्चय करे जो कि उसको स्वयं मामले के काम से या किसी और व्यक्ति के काम से पेश आया हो मु'आहदा-ए-बै'(क़ानून) पार्टियों के बीच लिखित में बिक्री का अनुबंध मु'आहदा-ज़मानत(क़ानून) वो मुआहिदा जो एक शख़्स सालस के अह्द के अफ़ा-ए-या ज़िम्मेदारी के अदा करने के लिए बशर्त क़ासिर होने उस शख़्स सालस के किया जाये मु'आहदा-मुतज़म्मिन(क़ानून) रुक : माहदा ज़मानत मुक़द्दम-जज(क़ानून) वरिष्ठ न्यायाधीश, सीनियर जज मुक़द्दमा(मंतिक़) वो चीज़ जिस पर कोई शैय मौक़ूफ़ हो ख़ाह अक़लन ख़ाह निकला ख़्वाह आदता मक़रूक़(क़ानून) वह माल जो क़ुर्क़ हो गया हो, कुर्क किया हुआ (माल), आसंजित मुक़र्ररी-जम'(कृषी क़ानून) मूल्यांकन की एक निश्चित और स्थायी दर मुक़र्ररी-दारकृषी, क़ानून: एक किसान जिस पर एक जमींदार का कब्जा होता है, इस शर्त पर कि वह सालाना एक निश्चित राशि का भुगतान करता है, अर्थात: घरेलू सामान की संपत्ति मुक़र्ररी-पट्टा(कृषि; क़ानून) ज़मीन के सीमित हिस्से का पट्टा जो तय लगान के लिए हो मक़ाम-ए-वारदातवो जगह जहां कोई वाक़िया या हादिसा रौनुमा हुआ हो, जाये वक़ूआ, जाये वारदात मुक़िर(क़ानून) लेख्य का लेखक, इकरार या प्रतिज्ञा करनेवाला, वचन देने वाला मुक़िर-बिह(क़ानून) वो (अमर) जिस का दस्तावेज़ वग़ैरा में इक़रार किया जाये मुख़्तार-ए-'आमवह व्यक्ति जिसे किसी रियासत में सारे अधिकार प्राप्त हों, वह प्रतिनिधि जिसे किसी तरफ से सब प्रकार के कार्य विशेषतः आर्थिक या क़ानूनी कार्य करने का अधिकार प्राप्त हो मज्लिस-ए-'आम(क़ानून) नाटक से मुताल्लिक़ ऐक्ट यानी क़ानून के मुताबिक़ हर मुक़ाम या अहाता जिस में आम लोग रुपया दे कर तमाशा देखने को जाएं मजाज़-ए-समा'अतमुक़द्दमा सुनने और स्वीकृत करने का अधिकार रखने वाला मुंतक़ल-इलैहकानून: जिसकी ओर हस्तान्तरि किया गया हो जिसके नाम कोई वस्तु लिखी हो या दी हो, वह व्यक्ति जिसके नाम कोई चीज़ मुंतक़िल की जाए मंतिक़ी-ता'बीर(क़ानून) वो तरीक़ अमल जिस में क़ानून के एक जुज़ु के दूसरे जुज़ु से ताल्लुक़ पर ग़ौर करने के बाद क़ानून की ताबीर की जाये मुद्द'आवो चीज़ जिस पर दावा हो, जाएदाद, सम्पत्ती, माल मुद्द'आ-'अलैहवो व्यक्ति जिसके ख़िलाफ़ नालिश की गई हो या मुक़द्दमा दायर किया गया हो, वो शख़्स जिस पर दावा किया गया हो मुद्द'आ-'अलैह-तरतीब(क़ानून) जब कई मुद्दआलैह होते हैं तो उन के नाम यके बाद दीगरे बिलतर्तीब दर्ज होते हैं नंबर १, २, ३ और वक़्त तहरीर फ़ैसला के सिर्फ़ नंबरों से पुकारे जाते हैं, नाम वग़ैरा की चंदाँ ज़रूरत नहीं होती मुद्द'आ-'अलैहावह महिला जिस के ख़िलाफ़ शिकायत की गई हो या मुक़द्दमा दर्ज किया गया हो मुद्द'आ-'अलैहिमप्रतिवादी, प्रतिपक्षी, मुद्दालेह, वह जिनके ऊपर मुक़दमा चलाया जाये मुद्द'आ-बिहावह वस्तु जिसके लिए। वाद उपस्थित किया गया हो, जिस चीज़ का दावा हो। मुद्दत-ए-'इद्दत(फ़िक़्ह) तलाक़ (या बेवा होने) के बाद का वो अर्सा जिस में औरत को दूसरा निकाह करना जायज़ नहीं और वो मुतल्लक़ा के लिए तीन हैज़ या तीन माह है और बेवा के लिए चार माह और दस दिन, हामिला औरत के लिए हर दो सूरत में वज़ा हमल इद्दत है मदयून-ए-डिग्री(क़ानून) जो फ़ैसले में क़र्ज़दार क़रार दिया गया हो, वो शख़्स जिस पर डिग्री या हुक्म सादर हुआ हो मुदाख़लत-ए-बेजा बख़ाना(क़ानून) मुदाख़िलत बेजा, किसी के घर में दाख़िल हो जाना, जो जुर्म है , बिलाइजाज़त घर में घुस जाना मुदाख़लत-ए-बिला-मर्ज़ी(क़ानून) बिलाइजाज़त दाख़िल होना या किसी के मकान में घुस जाना मनातकानून: किसी चीज़ के साथ मिलना, पेचीदगी, जगह मिलाने की या किसी चीज़ की मिलाने की जगह मुनीबप्रतिनिधि, नुमाइंदः, अभिकर्ता, एजेंट, गुमाश्ता।। मफ़रूरफरारी, रूपोश, छुपा हुआ, पलायित, कोई अपराध करके भागा हुआ, वारंटी, भगोड़ा मुबस्सिर(नशरियात) तबसरा नशर करने वाला मुमकिन(तसव्वुफ़) आलम-ए-अर्वाह से आलम-ए-अज्साम तक जो कुछ है मरजू'रुजूअ किया हुआ, लौटाया हुआ, वह व्यक्ति जिसकी ओर लोग झुके, अर्थात रुजू हों मुरासलतपत्र-व्यवहार, ख़तो-किताबत, परस्पर पत्राचार, पत्रों का आदान-प्रदान मुल्ज़िम(दोष) लगाया गया हो, जिसे दोषी ठहराया गया हो मुलज़िमाअपराधिनी, जुर्म करने वाली स्त्री या लड़की, जिस औरत या स्त्री पर आरोप लगाया हो, मुल्ज़िम औरत मुल्तक़तबीना हुआ, चुना हुआ, उठाया हुआ, रफू किया हुआ मुलाज़िमीन-ए-देही(क़ानून) देहात के सेवक, पेशवाई, पटवारी आदि मुवाख़ज़ामहाभियोग, दोषारोपण, निंदा प्रस्ताव मुश्तरका-क़ब्ज़ा(क़ानून) वो क़बज़ा जिस में दो अश्ख़ास एक ही वक़्त किसी शैय या जायदाद के मुश्तर्क क़ाबिज़ हूँ और मुशतर्का क़बज़ा की नौईयत ये है कि हर शरीक कल जायदाद का क़ाबिज़ है लेकिन वो किसी जायदाद को इस तरह इस्तिमाल नहीं कर सकता कि दूसरे शुरका इस के इस्तिमाल से रोके जाएं मुसतग़रक़मुनहमिक, तल्लीन, तन्मय, दत्तचित्त मुस्तग़रिक़ग़र्क़ होने वाला, डूबने वाला मुस्तग़ास-'अलैहअभियुक्त, प्रतिवादी, वो शख़्स जिस पर मुक़द्दमा दायर किया जाये मुस्तग़ीसफ़ौजदारी में दावा दाइर करनेवाला, दावेदार, मुद्दई, अभियोक्ता, फ़रियादी, वह जो किसी पर या किसी प्रकार का इस्तिग़ासा या अभियोग उपस्थित करे मुस्तशार-ए-क़ानूनी(क़ानून) वो शख़्स या वकील जिस से क़ानूनी मुआमलात में मश्वरा लें या करें, वकील, कानूनी सलाहकार मुस्ताजिर-ए-असली(क़ानून) असली ठेकेदार, असली एकाधिकारी मुंसिफ़(क़ानून) दीवानी विभाग का एक न्यायाधीश जो छोटे छोटे मुकदमों का निर्णय करता है और जो सब जज से छोटा होता है मुहतालक़ानून: वो व्यक्ति जो किसी के मांगों की ज़िम्मेदारी अपने सर ले मुहताल-'अलैह(क़ानून) वो शख़्स जिस पर किसी मुतालिबे या कर्जे़ की ज़िम्मेदारी आयद की गई हो महफ़ूज़-जंगल(क़ानून) वो जंगल जो हिफ़ाज़त किया गया हो, बंद जंगल । रिज़र्व फ़ारसट का तर्जुमा किया गया महफ़ूज़ जंगलात मुहामातनिगाह रखना, हिफ़ाज़त करना , धकेलना, पसपा करना , नागवार होना , बाज़ रखने की क़ुदरत होना , मेहमान की अच्छी तरह ख़ातिरदारी करना , (क़ानून) वकालत, बैरिस्ट्री माख़ज़-ए-क़ानून(क़ानून) वह ज़रिए जिनसे क़ानून का ज्ञान प्राप्त कर सकें मा'नवी-अमानत(क़ानून) माअनवी अमानत उस वक़्त कही जाती है जब क़ायम कनुंदा-ए-अमानत ने अपना मंशा-ए-बालसराहत ज़ाहिर ना क्या हो लेकिन इस की इस नीयत का क़ियास किया जा सकता हो कि अमानत क़ायम की जाये मा'नवी-कीना(क़ानून) कीना जिस का क़ानून क़ियास करता है मा'मूली-हर्जा(क़ानून) वो हर्जा जो ओस वक़्त तजवीज़ किया जाता है जब क़ानूनी हक़ पर हमला हुआ हो और शख़्स मतफ़रर को नुक़्सान पहुंचा हो माल-ए-अम्वातमुर्दो का माल, लावारिसी माल, वह संपत्ति और नकदी जो मृतक पीछे छोड़ता है, संपत्ति जिस का कोई वारिस न हो माल-ए-मंक़ूलावह संपत्ति जो हटायी जा सके, जैसे-रुपया, मवेशी आदि, चल संपत्ति، वह संपत्ति जिसका उपयोग कहीँ पर भी हो सके अर्थात चलायमान जैसे धन, आभूषण, बर्तन, घर का सामान, पशु-पक्षी इत्यादि माल-ए-साइरमालगुजारी के अतिरिक्त दूसरी आमदनी से प्राप्त धन, जैसे: चुंगी, सड़क, कस्टम आदि से माल-ए-हिस्सा-दारी(क़ानून) हिस्सा दारों का सरमाया, साझे की पूंजी, शराकत का माल माल-गुज़ारगांव का वो चौधरी जो ज़मींदारों से लगान वसूल कर के सरकार को दे, नंबरदार माल-गुज़ारीमालगुज़ार होने की अवस्था या भाव, भूमिकर, लगान, (टैक्स), भू-राजस्व; भू-आगम, सरकारी भूमि कर मालिक-ए-अद्ना(क़ानून) वो शख़्स जो रिवाजी लगान मालिक आला को देता है, ये क़ाबिज़ अराज़ी होता है या ख़ुद काशत करता है या मज़ारा से करवाता है, छोटा मालिक मालिक-ए-अराज़ी(क़ानून) वो शख़्स जिस का मुवाख़िज़ा अदाए लगान मालिक-ए-अदना या रईयत पर आयद होता है, ज़मींदार, जागीरदार मालिक-ए-ख़ूद-काश्त(क़ानून) वह मालिक जो अपनी भूमि स्वयं बोता है मालिकाना-रुसूम(क़ानून) मिल्कियत का हक़, हक़ीक़त का रुपया मी'आद-ए-समा'अत(क़ानून) किसी मुक़दमे की सुनवाई का निश्चित समय या तारीख़ वग़ैरा मीरास-ए-'इमरानी(क़ानून) वो तमाम चीज़ें जो किसी विशेष समाज के लोग अपने पुर्वजों से किसी सामाजिक मान-मर्यादार के रूप में विरासत में पाते हैं मोहमल-'उज़्र(क़ानून) उज़्र लिंग, बेतुका बहाना , ऐसा बयान जिस से इबहाम पैदा हो और जो मुक़द्दमे की कार्रवाई में रुकावट का बाइस हो मौसूम-'अलैह(क़ानून) वो जिसे नामज़द या मुक़र्रर किया गया हो (हुंडी या बिल की वसूली के लिए) मौसूम-'अलैहिम(क़ानून) रुक : मौसूम अलैहि जिस की ये जमा है रज़ामंदीअंगीकार, क़बूलियत; सहमति, आज्ञा रंडी-मानिया(क़ानून) वो अराज़ी जो सरकारी मुलाज़मीन की बेवा गान को दी जाये रद-नामा(क़ानून) मुक़द्दमे को सिरे से निरस्त करना, मुक़द्दमा की अज़ सर-ए-नौ तरदीद रुसूम-ए-'अदालतवह धन जो न्यायालय में कोई मुक़दमा आदि दायर करने अथवा कोई अपील देने के समय विधि के अनुसार सरकारी कोष में दिया जाता और जिसकी प्राप्ति के प्रमाण स्वरूप टिकट आदि मिलते हैं, सरकारी व्यय, कोर्ट-फ़ीस, न्यायलय शुल्क, स्टैंप ख़र्च रसीदपावती, प्राप्ति की पर्ची, पहुंचना, पता, ख़बर, सुराग़, रुपये आदि की वसूली का काग़ज़ प्राप्तिपत्र, पहुँच, प्राप्ति, वसूली, वह पत्र जिस पर ब्योरेवार यह लिखा हो कि अमुक वस्तु या द्रव्य अमुक व्यक्ति से अमुक कार्य के लिए अमुक समय पर प्राप्त हुआ, शतरंज की बाज़ी में किसी को सर पहुंचना राज़ी-नामासंधिपत्र, सुलहनामा, मुक़दमे के दोनों पक्षों में संधि का लिखित पत्र लम्बर क़ाइम रहना(क़ानून) पहली ही मिसल क़ायम रहना, पहली मिसल पर ही कार्रवाई होना लम्बर से ख़ारिज होना(क़ानून) मिसल से ख़ारिज होना, फ़हरिस्त से ख़ारिज होना, दाखिल-ए-दफ़्तर होना लवाहिक़‘लाहिक़ः’ का बहु., किसी मूल पदार्थ के अन्त में लगायी जानेवाली वस्तुएँ।। लाज़िमी-वाक़ि'आत(क़ानून) वे घटनाएँ जिनके बिना क्रिया का होना संभव न हो लाश-पट्टी(विधिक) लाश से संबंधित रिपोर्ट, ख़ून या मौत के कारण की प्राथमिक रिपोर्ट वकील-ए-सफ़ाईक़ानून: वो व्यक्ति जो किसी मुक़द्दमे की पैरवी करे, ऐडवोकेट वकील-ख़ास(क़ानून) वो वकील जो मुक़द्दमे के इन वाक़ियात तहरीरी को देख कर जो इस के सामने पेश किए जाते हैं ज़बानी या तहरीरी हिदायात करता या राय देता है और दीवानी और फ़ौजदारी के मुक़द्दमात के प्लैडिंग मुरत्तिब करता है वकील-सरकारसरकारी वकील, वो वकील जो सरकार की तरफ़ से मुक़द्दमों की (फ़ौजदारी) पैरवी करे, सरकारी मुकद्दमों में पैरवी करनेवाला वकील वुजूब(क़ानून) हर ऐसा फ़र्ज़ जिस की तामील क़ानूनन होसकती हो वुजूब-ए-अख़लाक़ी(क़ानून) अख़लाक़ी फ़राइज़ , अख़लाक़ी पाबंदीयां, ज़िम्मेदारियां (जो क़ानूनन वाजिब ना हूँ) वज्ह-ए-सुबूत(क़ानून) सुबूत की दलील, शहादत, गवाही, गवाहों की पेशी, प्रमाण, वुजूहात-ए-दीवानी(क़ानून) लेन देन के मुआमलात के उसोल वतन(विधिक) जीविका, जो पुराने समय में सरकारी सेवा के बदले में पटवारी, माली और कोतवाल अदि को पैसे और ज़मीन के रूप में मिलता था, एक तरह की सरकारी भेंट वतन-दार(क़ानून) वो मआशदार जिसे बऊज़ ख़िदमात सरकारी बजाय तनख़्वाह मआशें (नक़दी, अराज़ी) अता हुई हूँ, वतनदार (ख़ुसूसन पटवारी, पटेल वग़ैरा) वतनी۔ मुअन्नस के लिए (मुहसिनात) अब तो ऐन में सरकार मालूम होते हैं मगर दाढ़ी में तो वतनी सफेदी नहीं वल्लाहईश्वर की शपथ लेते हुए, खुदा की क़सम, ईश्वर की सौगंध, सचमुच, आश्चर्य और सत्यता सिद्ध करने के लिए वली-'अहदजिसे बादशाह अपने बाद तख़्त पर बैठाना चाहे, किसी व्यक्ति के गुण एवं कार्यक्षमता रखने वाला वह व्यक्ति जो उसका कार्य आगे चलाए, उत्तराधिकारी, युवराज, वारिस, राजकुमार वसिय्यती-दस्तावेज़(क़ानून) वसीयत से मुताल्लिक़ कोई तहरीर , वसीयत नामा वसिय्यती-मुक़द्दमात(क़ानून) वसीयत कर के या बला वसीयत मरने वाले अश्ख़ास की जायदाद के मुक़द्दमात वसिय्यती-वली(क़ानून) वह मालिक जो किसी वसीयत के आधार पर नियुक्त किया गया हो वसी(अहल-ए-तशीअ) वो शख़्स जिस (की जा नशीनी) के लिए वसीयत की गई , मुराद : हज़रत अली करम अल्लाह वजहा वसी-मूसी(क़ानून) वह व्यक्ति जिसे वसीयत करने वाले ने अपनी ओर से अपनी जायदाद के प्रबंधन के लिए नियुक्त किया हो वाक़ि'आ-ए-तन्क़ीही(क़ानून) मुक़द्दमा जिस में हर पहलू पर बेहस हो और इस से कोई नतीजा निकलता हो वाक़ि'आ-ए-मुत'अल्लिक़ा(क़ानून) हर वो वाक़िया जिस के इस्बात या तरदीद से वाक़िफ़ तनक़ीही के इस्बात या तरदीद पर असर पड़े वाक़ि'आती-तंक़ीह(क़ानून) मुक़द्दमे में फै़सलातलब उमूर की जांच पड़ताल, पेश आए हुए उमूर की छानबीन वाक़ि'ई-हक़असली हक़ , (क़ानून) क़बज़ा जिस का मालिक को हक़ हासिल होता है वा'दा-ए-मु'आफ़(क़ानून) वो मुजरिम जिस से किसी के ख़िलाफ़ गवाही देने या असल हक़ीक़त पूरी की पूरी बता देने पर माफ़ कर देने का वाअदा किया जाये और बाद अज़ीं इस का जुर्म माफ़ कर दिया जाये, सुलतानी गवाह विरासत की सनद(क़ानून) वारिस होने का प्रमाण पत्र जो अदालत से हासिल किया जाए विरासत-ए-मजहूलक़ानून: वो संपत्ति जिसका उत्तराधिकारी मालूम न हो, लावारिस संपत्ति विरासत-ए-वाहिद(क़ानून) सिर्फ़ एक विरासत, एक तरह का हिस्सा शख़्सअस्तित्व, व्यक्ति, मनुष्य, आदमी, फ़र्द, इंसान का शरीर (जो दिखाई दे) शख़्स-ए-हक़ीक़त-दार(क़ानून) हावी तमाम अश्ख़ास-ए-दावे दारान इस्तिहक़ाक़ मुआवज़ा पर है, ये ऐक्ट हुसूल अराज़ी में दर्ज है, हक़ीक़त रखने वाला शख़्स शख़्सीव्यक्तिगत, जाती, इन्फ़िरादी, किसी एक फ़र्द या आदमी का, ज़ाती, जिस्मानी, निजी शुफ़'आक़ानून: संपत्ति के पूर्व-उत्सर्जन या रखने का अधिकार शुफ़ाक़ानून: नियम और कानून जो पड़ोस के कानून को निर्धारित करते हैं शफ़ी'-ए-जारपड़ोस की जमीन या मकान पर पड़ोस बनने वाला शफ़ी'-ए-शरीक(क़ानून) शफ़ी शरीक यानी जो जायदाद मबीआ में हिस्सादार हो ख़ाह किसी जुज़ु का शरीक-ए-जुर्मजो किसी अपराध में अपराधी का सहायक हो, अपराध में साथी, (क़ानून) जुर्म में शामिल, अपराध करने में में मदद देने वाला, वो व्यक्ति जिस ने जुर्म में किसी का साथ दिया हो शुल्कवह धन जो किसी संस्था को विशिष्ट सुविधा प्रदान करने पर दिया जाता है शहादत-ए-अस्ली(क़ानून) असली गवाही, फ़ीनफ्सिही वो दस्तावेज़ जो कि अदालत के मुआइना के लिए पेश की जाये शहादत-ए-क़रीना(विधिक) अनुमान, सूझ-बूझ या शक के आधार पर दी जाने वाली गवाही शहादत-ए-ज़बानी(क़ानून) तमाम बयानात गवाहों के जो अदालत की इजाज़त या हुक्म से उमूर वाक़ाती तहक़ीक़ तलब के बाब में इस के रूबरू किए जाएं नीज़ वो गवाही जो तहरीर या इशारात की मदद से दी जाये शहादत-ए-तरदीदी(क़ानून) वह गवाही जो शिकायत करने वाले के बयान का विरोध करे शहादत-ए-तहरीरी(क़ानून) लिखित साक्ष्य या प्रमाण, दस्तावेज़ के माध्यम से गवाही शहादत-ए-ताईदीगवाही जो दावा करने वाले के कथन का समर्थन करती है शहादत-ए-दस्तावेज़ी(क़ानून) वो काग़ज़ात और दस्तावेज़ात जो अदालत के मुआइना के लिए पेश हूँ शहादत-ए-मंक़ूली(क़ानून) ऐसी नक़ल मुसद्दिक़ा जो बमूजब क़वाइद मजऱ् ये वक़्त हासिल की गई हो नीज़ ऐसी नक़ल जो बज़रीया छापा या अक्स या और किसी तरीक़े से ली जाये शहादत-ए-मा'हूदा(क़ानून) इस्लाम में मुक़र्रर की गई ऐसी गवाही जो दो मर्दों की हो या एक मर्द और दो औरतों की हो शहादत-ए-शर'ई(क़ानून) वो गवाही जो शिरा के मुताबिक़ या क़ानून इस्लाम के मुताबिक़ हो शहादत-ए-सफ़ाई(क़ानून) वो गवाही जो मुलज़म के हक़ में दी जाये शहादत-ए-समा'ई(क़ानून) सुनी सुनाई गवाही, बयान पर इस वाक़िया का जिस के वजूद का इलम हवास सामा से होता है शिक़्क़(क़ानून) क़ानून में दफ़ा का एक हिस्सा शिकंजाकिसी चीज़ को पकड़ कर रखने का आला शिकमी-इजारा-दारखेत में जलमग्न जलकुंभी को पकड़ना शिक्मी-दीवानाजन्मजात पागल, पैदाइशी पागल, जन्मजात बेवक़ूफ़ सुकूनत-ए-मुस्तक़िल(क़ानून) किसी मुक़ाम या किसी मुलक में बहैसीयत शहरी मुस्तक़िल तौर पर क़ियाम सनद-ए-ख़ून-बहा(क़ानून) क़ातिल की तरफ़ से जायदाद वग़ैरा की रसीद जो मक़्तूल के वारिसों को बतौर तावान दी गई हो सनद-ए-सरकारी(क़ानून) हुकूमत का इजाज़तनामा सुपुर्दहवाले करना, सौंपना, सिपुर्द करना समा'अत के क़ाबिलसुनने के काबिल , (क़ानून) वो मुक़द्दमा जो क़ानूनन सुने जाने के लायक़ हो, पेशी के काबिल, ऐसा मुक़द्दमा जो हाकिम के इख़तियार-ए-समाअत में हो समा'अत-ए-यक-तर्फ़ा(क़ानून) सिर्फ़ एक फ़रीक़ के हाज़िर अदालत होने पर मुक़द्दमे की समाअत, यकतरफ़ा फ़ैसला समा'ई-शहादत(क़ानून) ऐसी गवाही जो चश्मदीद न हो बल्कि दूसरों की ज़बानी पता चली हो सरकारी-गवाहवादामाफ़ गवाह, वह व्यक्ति जो अपराधियों का साथ छोड़कर उनके विरुद्ध गवाही दे सरकारी-वकीलक़ानून: हुकूमत के कार्यों में बचाव करने का सदस्य, वो क़ानूनदां और वकील जो सरकार की तरफ़ से किसी मुक़द्दमे में बचाव की भूमीका अदा करता है सरीह-अमानत(क़ानून) सरिया अमानत से वो अमानत मुराद है जो क़ायम कनुंदा अमानत अपने अलफ़ाज़ या अफ़आल से बालसराहत ज़ाहिर हो सुल्तानी-गवाहऐसा अपराधी जिसको पुलिस सरकारी गवाह बनाकर अदालत से सज़ा माफ़ करा देती है, वादा माफ़ गवाह सवारी-ए-'आम(क़ानून) वो सवारी जिस पर मुसाफ़िर रोज़मर्रा चढ़ते उतरते हूँ और जिस की बाबत ज़ाद-ए-राह का दावा हो सके सवाल देना(क़ानून) याचना करना, अदालत में याचना करना, दावा करना, मुकदमा चलाना सवाल-ए-इशारी(क़ानून) मुक़द्दम और रुकन-ए-आज़म सवाल, हदअती सवाल सवाल-ए-जरह(क़ानून) दलील तोड़ने वाला सवाल, फ़रीके़ सानी के बयान को कमज़ोर करने वाला सवाल सेह्हत-ए-क़ानूनी(क़ानून) जो दरसतई क़ानून की रोओ से हो, क़ानूनी दुरुस्ती साइल(मजाज़न) भिकारी, गद अकऱ्, हाजतमंद साझाउक्त प्रकार के समझौते के फलस्वरूप उत्पन्न होनेवाली स्थिति सादिरजारी , नाफ़िज़ (क़ानून हुक्म वग़ैरा) सादिर फ़रमानाजारी करना, लागू करना, पास करना (क़ानून, हुक्म वग़ैरा) सादिर-कुनिंदाक़ानून: आदेश जारी करने वाला सालिस-नामा۔मुज़क्कर। (क़ानून) पंच फ़ैसला सालिसीमध्यस्थता, दो पक्षों के बीच समझौता कराना, बीच बचाव कराने या बीच में पड़ने की हालत साहिब-ए-ज़मीन(क़ानून) इस से हर ऐसा शख़्स मुराद है जिस के तहत में कोई रईयत ज़मीन पर क़ाबिज़ हो और जिस को रईयत मज़कूर इस ज़मीन की बाबत लगान अदा करने की ज़िम्मेदार हो या बसूरत ना मौजूद होने किसी ख़ास मुआहिदे के ज़िम्मेदार अदाए लगान मज़कूर होती साहिब-ए-दस्तख़त(क़ानून) वो मआशदार जो अपने शिकमी दारों की मआश भी अपनी महर-ओ-दस्तख़त से उन की इजाज़त से उठाता हो सिक्का-सनद(क़ानून) दस्तावेज़ जिस पर बादशाही सनद या मोहर हो; तहरीर जिस पर शासन काल की मोहर हो जैसे स्टाम्प या वचन पत्र आदि सिलसिला-ए-मंज़िला(क़ानून) नीचे को उतरता हुआ सिलसिला सिलसिला-ए-मुतसा'इदा(क़ानून) ऊओपर को चढ़ता हुआ सिलसिला सीग़ा(तसव़्वुफ) हैयत कलिमा को कहते हैं सीग़ा-ए-फ़ौजदारी(क़ानून) फ़ौजदारी, अदालत का विभाग हैअत-ए-निकाही(क़ानून) एक महिला की औपचारिक रूप से विवाहित होने की अवस्था हक़ हलाल कासंवैधानिक, उचित, सही (संविधान या धर्मशास्त्र के अनुसार), सही हक़-ए-माल(क़ानून) ज़मीन या जायदाद के क़बज़े का हक़ हुक़ूक़-ए-ज़ौजिय्यतवह अधिकार जो पत्नी को पति पर और पति को पत्नी पर प्राप्त है, वह हुक़ूक़ जो बीवी या शौहर होने से पैदा होते हैं, दाम्पत्य अधिकार हुक्म-ए-इमतिना'ईकिसी क्रिया से बचे रहने का आदेश, निषेध का आदेश, निषेधाज्ञा हज्बछुपाना, पर्दा करना, अंदर आने से रोकना , (क़ानून) किसी वारिस के वजूद से दूसरे वारिस की कुल या जुज़ो-ए-तरिका से महरूमी हज्ब-ए-नुक़्सान(क़ानून) किसी वारिस के वजूद से दूसरे वारिस की जुज़ो-ए-तरिका से महरूमी हत्क-ए-'इज़्ज़त का दा'वा(क़ानून) मुक़द्दमा जो बेइज़्ज़ती रुसवाई या भेद खोलने या इल्ज़ाम लगाने की सज़ा या हर्जाने के लिए किया जाये, अज़ाला-ए-हैसियत-ए-उर्फ़ी का दावा हमलाधावा, हल्ला, आक्रमण, युद्धयात्रा हमला-ए-ख़िलाफ़-ए-तहज़ीब(क़ानून) दाख़िल जुर्म दफ़ा ३५४ ताअज़ीरात-ए-हिंद के है जैसे ग़ैर मनकूहा औरत की छाती पकड़ना हमला-ए-मुजरिमाना(क़ानून) ऐसा हमला जो क़ानूनन जुर्म हो, हमला जिस में अर्तकबि जुर्म हो हमला-ए-मा'मूली(क़ानून) सरसरी हमला जैसे किसी को धक्का दे देना हय्य-उल-क़ाइम वरसाबचे हुए वारिस या उत्तराधिकारी हैसियत-ए-'उर्फ़ीसबमें मानी हुई प्रतिष्ठा, प्रतिष्ठा, साख हैसिय्यत-ए-'आमिलाना(क़ानून) आमिलों और अहलकारों जैसी हैसियत हैसिय्यत-ए-मश्हूरा(क़ानून) हैसियत मशहूरा यानी वो इज़्ज़त और एतबार मुराद है जो लोगों में मशहूर हो हाज़िरी-असालतन(क़ानून) अदालत में मुताल्लिक़ीन-ए-मुक़द्दमा का ख़ुद हाज़िर होना हिबा-इंतिफ़ाई(क़ानून) जायदाद जिस को नुक़्सान पहुंचे बगै़र किसी दूसरे को मुनाफ़ा हासिल हो (अंग : Usuffuctuary bequest पत्र को उर्दू भाषा में क्या कहा जाता है?उर्दू में पत्र को 'खत' कहते है।
महान का उर्दू में क्या कहते हैं?عظیم यह भाषण सुनकर क्या हमारे अंदर महान शिक्षक के नक्शेकदम पर चलने की प्रेरणा नहीं जागी?
पुण्य का उर्दू में क्या कहते हैं?"सवाब" का अर्थ
उर्दू शब्द का क्या अर्थ होता है?उर्दू का हिंदी अर्थ
भाषा; ऐसी हिंदी जिसमें अरबी-फ़ारसी भाषा के शब्द अधिक मात्रा में होते हैं और जो फ़ारसी लिपि में लिखी जाती है।
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