छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

या लेखात, आम्ही छापा विषयासाठी इयत्ता दहावी मराठी सोल्यूशन्स देऊ. इयत्ता दहावी मधील विद्यार्थी पाठ्यपुस्तकांमध्ये उपस्थित असलेल्या व्यायामांसाठी प्रश्न आणि उत्तरे डाउनलोड आणि कॉपी करण्यास सक्षम असतील.

इयत्ता दहावी छापााच्या पुस्तकात महाराष्ट्र बोर्डाच्या अभ्यासक्रमातील सर्व प्रश्नांचा समावेश आहे. येथे सर्व प्रश्न पूर्ण स्पष्टीकरणासह सोडवले आहेत आणि डाउनलोड करण्यासाठी विनामूल्य उपलब्ध आहेत. महाराष्ट्र बोर्ड इयत्ता दहावी छापााचे पुस्तक खाली दिले आहे. आम्‍हाला आशा आहे की आमच्‍या इयत्‍ता दहावी वीच्‍या छापााचे पुस्‍तक तुमच्‍या अभ्यासात मदत करेल! जर तुम्हाला आमचे इयत्ता दहावी चे पुस्तक आवडले असेल तर कृपया ही पोस्ट शेअर करा.


इयत्ता दहावी छापा स्वाध्याय

मंडळाचे नाव

Maharashtra Board

ग्रेडचे नाव

दहावी

विषय

छापा

वर्ष

2022

स्वरूप

PDF/DOC

प्रदाता

hsslive.co.in

अधिकृत संकेतस्थळ

mahahsscboard.in


समाधानासह महाराष्ट्र बोर्ड आठवा स्वाध्याय कसे डाउनलोड करायचे?

महाराष्ट्र बोर्ड दहावी स्वाध्याय PDF डाउनलोड करण्यासाठी खालील स्टेप्स फॉलो करा:

  1. वेबसाइट- Hsslive ला भेट द्या. 'स्वाध्याय' लिंकवर क्लिक करा.
  2. महा बोर्ड दहावी स्वाध्याय PDF पहा.
  3. आता महाराष्ट्र बोर्ड दहावी स्वाध्याय तपासा.
  4. डाउनलोड करा आणि भविष्यातील संदर्भांसाठी जतन करा.

इयत्ता दहावी छापा स्वाध्याय उपाय

इयत्ता दहावी स्वाध्याय मधील विद्यार्थी खालील लिंक्सवरून छापााचे उपाय डाउनलोड करू शकतील.


कृति

कृतिपत्रिका के प्रश्न 2 (अ) तथा प्रश्न 2 (आ) के लिए

सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए:

प्रश्न 1.
कृति पूर्ण कीजिए:

छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

उत्तर:
छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

(ii) 
छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

प्रश्न 2.
संजाल पूर्ण कीजिए:

छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

उत्तर:
छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

प्रश्न 2.
कृति पूर्ण कीजिए:

छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

उत्तर:
छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

प्रश्न 3.
कविता के आधार पर जोड़ियाँ मिलाइए:
अ – आ
अर्थ – बालों में
सुवर्ण – चेहरे पर
चाँदी – नई कविता में
मुद्रा – काव्य कृतियों में
उत्तर:
(i) अर्थ – नई कविता में
(ii) सुवर्ण – काव्य कृतियों में
(iii) चाँदी – बालों में
(iv) मुद्रा – चेहरे पर।

प्रश्न 4.
प्रवाह तालिका पूर्ण कीजिए:

छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

उत्तर:
छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

प्रश्न 5.
ऐसे प्रश्न बनाइए जिनके उत्तर निम्न शब्द हों
a. अरण्यकांड
b. तख्त
c. असफलता
d. अनधिकृत
उत्तर:
a. कवि के घर में क्या देखकर छापा मारने वालों का खिला चेहरा मुरझा गया?
b. कवि छापा मारने वालों से अपने घर में क्या डलवाने के लिए कहते हैं?
c. कवि के घर छापा मारने पर छापा मारने वालों को क्या मिली?
d. छापा मारने वालों को लेखक से किस प्रकार का अर्थ चाहिए था?

प्रश्न 6.
सोना, चाँदी, अर्थ और मुद्रा इन शब्दों के विभिन्न अर्थ बताते हुए कविता के आधार पर इनके अर्थ लिखिए।
उत्तर:

छापा मारने वाले कहाँ घुस गए - chhaapa maarane vaale kahaan ghus gae

प्रश्न 7.
कर जमा करना, देश के विकास को गति देना हैं’ विषय पर अपने विचार लिखिए।
उत्तर:
समाज में दो तरह के लोग होते हैं। एक वे, जो कर अदा करने लायक आय होने पर स्वेच्छा से ईमानदारी के साथ सरकार को कर अदा | कर देते हैं और दूसरे वे, जो कमाई तो जायज-नाजायज अंधाधुंध करते हैं, पर नियम के तहत कर अदा करने से कतराते हैं। यह मनोवृत्ति उचित नहीं है।

देश के विकास का कार्य जनता द्वारा प्राप्त कर से ही पूरा होता है। चिकित्सा, परिवहन तथा जनता की सहायतार्थ शुरू किए जाने वाले सारे कार्य जनता से प्राप्त कर से ही पूरे होते हैं। जिस देश में आय करने वाले सभी लोग ईमानदारी और स्वेच्छा से उचित मात्रा में कर अदा करते हैं, उस देश के विकास के सारे कार्य सुचारू रूप से पूरे होते हैं और सामान्य जनता को उसका पूरा-पूरा लाभ मिलता है।

यदि कोई व्यक्ति यह सोचता हो कि सभी लोग तो कर अदा करते हैं, उसके अकेले कर अदा न करने या कम कर का भुगतान करने से क्या फर्क पड़ेगा, ‘तो ऐसा सोचने वालों की संख्या अनगिनत हो सकती है। इस तरह कर की कितनी रकम सरकारी खजाने में जमा होने से रह जाती है। इस कारण पैसे के अभाव में सरकार की अनेक योजनाएँ अटकी रह जाती हैं। इसलिए कर योग्य आय पर ईमानदारी से कर जमा करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। कर अदा कर हम अपनी ही सहायता करते हैं। कर जमा करने से ही विकास को गति मिलती है।