Bamboo health benefits in hindi | बांस के फायदेTable of Contents Show
बांस (Bamboo) के आयुर्वेदिक गुण कमाल हैं। बांस की पत्ती, फूल, कोंपल, तना का प्रयोग कई रोगों में फायदेमंद हैं। आमतौर पर बांस मकान बनाने में प्रयोग होता है क्योंकि बांस सड़ता नहीं और नमी में भी सालों साल चलता है। 1) बांस की कोंपलों में काफी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है अतः इसे खाने से हड्डियाँ मजबूत होती है, बच्चों की लम्बाई भी बढ़ती है। 2) बांस के रस में अदरक का रस, शहद मिलाकर पीने से खांसी शांत होती है। बांस के फूल का 2-3 बूँद रस दिन में 3-4 बार कान में डालने से बहरेपन के रोगी को आराम मिलता है और धीरे धीरे सुनाई देने लगता है। 3) बांस की पतली टहनी से दातुन करने से दन्त-रोग, मुख की दुर्गन्ध, दांतों का दर्द दूर होते हैं। हाइट बढ़ाने के लिए बांस का मुरब्बा खाने के फायदे | Bamboo Murabba Benefits in hindi – Bans ka Murabba for Height4) बांस का मुरब्बा खाने से हाइट बढ़ती है। बढ़ते हुए बच्चों को बांस का मुरब्बा खिलाने से उनकी लंबाई अच्छी बढ़ती है, सही शारीरिक विकास होता है और दिमाग भी तेज होता है। अगर सही एक्सर्साइज़ करें व उचित डाइट लिया जाए और साथ में बांस का मुरब्बा खायें तो 21 की उम्र तक हाइट बढ़ने के चांस होते हैं। 5) बांस मुरब्बा खाने से पेट की पाचन संबंधी दिक्कतें ठीक होती है। इसके अलावा ये मोटापा घटाने में भी मदद करता है। 6) ये Bamboo Murabba खून साफ करता है, कोलेस्ट्रॉल कम करता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है। इसे डायबिटीज में भी खा सकते हैं। यह हार्ट के लिए भी अच्छा है। 7) बांस के मुरब्बे का सेवन कई तरह की ऐलर्जी से बचाता है और हैवी एक्सरसाइज़ के बाद होने वाली थकान को भी कम करता है। ये कैंसर से बचाव, पेट के कीड़े मारने में कारगर है और शरीर की (Immunity) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। बांस का मुरब्बा ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाईट से खरीदने के लिए ये लिंक देखिए > Q: बांस का मुरब्बा कब खाना चाहिए A: सुबह के समय खाली पेट खाना बेस्ट है। या फिर ऐसे टाइम खायें जब आपने 2-3 घंटे कुछ न खाया हो और इसे खाने के बाद 2-3 घंटे तक कुछ न खायें। Q: बांस का मुरब्बा कैसे खाएं A: कम से कम 1 या 2 चम्मच खायें यानि करीब 30-40 ग्राम। इसे खाली ही खाना होता है, इसके साथ कुछ और नहीं खाना है। मीठा ज्यादा लगे तो पानी से हल्का धोकर खायें। Q: बांस का मुरब्बा कहाँ मिलेगा A: किसी अचार, मुरब्बे की दुकान पर पता करें या आप ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से भी खरीद सकते हैं। वंशोलोचन क्या है, वंशलोचन के फायदे | What is Banshlochan in hindi8) पुराने और मोटी बांस की गांठो में सफ़ेद क्रिस्टल जैसा पदार्थ पाया जाता है, जिसे वंशलोचन (Bamboo Manna) कहा जाता है। शीतल प्रवृत्ति वाले इस पदार्थ के कई फायदे हैं। वंशलोचन का प्रयोग शरीर को बलवान, ह्रदय और पेट को मजबूत बनाता है. 9) वंशलोचन पेट के अल्सर, बालों बढ़ाने और मजबूत करने, खांसी-जुकाम, रक्त-विकार, Skin problem, Asthma, गठिया रोग में काफी असरकारक माना जाता है। वंशलोचन कई आयुर्वेदिक दवाओं जैसे कायाकल्प वटी, चन्द्रप्रभा वटी, सितोपलादि चूर्ण आदि बनाने में प्रयोग होता है. 10) बांस (Bamboo) के बने भोज्य पदार्थ जैसे बांस की सब्जी, बांस मुरब्बा, अचार खाने से वजन और कोलेस्ट्रोल घटता है, ब्लड शुगर काबू में रहता है। पढ़ें> विटामिन डी की कमी से शरीर में कैल्शियम की कमी क्यों होती है 11) बांस की कच्ची शाखाओं (Bamboo shoots) व कोंपलों में प्रोटीन, विटामिन A, विटामिन E, विटामिन B6, कैल्शियम, पोषक तत्व और मैगनिशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम जैसे खनिज तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा बांस में 19 प्रकार के एमिनो एसिड्स पाए जाते हैं, जोकि सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। 12) बांस की शाखाओं (Bamboo shoots) में फेनोलिक एसिड होता है जोकि एंटीओक्सिडेंट का कार्य करता है. माना जाता है कि बांस की इन नर्म शाखाओं में पाए जाने वाले Phytochemical कैंसर से बचाव करते हैं और हृदय की धमनियों को स्वस्थ रखते हैं.
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बांस के क्या क्या उपयोग होते हैं?बांस के औषधीय गुण. बांस खाने से मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. बांस की कोंपल का काढ़ा बनाकर पीने से सांस का रोग दूर होता है. बांस के पत्तों से निकले द्रव से तैयार जूस में एक्टिव कंपोनेंट होते हैं. बांस का खूंट (पहली बार निकला तना) से रक्तचाप व कोलेस्ट्रोल घटाने की दवा बनती है. बांस से क्या क्या बनते हैं?बांस का इस्तेमाल आमतौर पर निर्माण संबंधी कामों में और दैनिक उपयोग की वस्तुओं (टोकरी, डगरा, सूप, हाथ पंखा आदि) के निर्माण के लिए किया जाता है।
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