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SBI Apprentice 2021: Full Mock Test 100 Questions 100 Marks 60 Mins Latest SBI Apprentice Updates Last updated on Sep 21, 2022 State Bank of India (SBI) has released the SBI Apprentice Waiting List. The list is released for the 2021 recruitment cycle. The online written exam was held on 17th and 20th September 2021. A total number of 6100 vacancies were released for the SBI Apprentice 2021. Candidates who will qualify for the Online Written Test will only go for the next stage of the selection process which is the Local Language Test. The selected candidates will get a decent salary range between Rs. 15,000 to Rs. 15,000. Check the SBI Apprentice Result details here. Free Bihar Police Fireman Full Mock Test 2021 100 Questions 100 Marks 120 Mins Latest Bihar Police Fireman Updates Last updated on Dec 4, 2022 Bihar Police Fireman Result announced. This is the final result which has been declared after completion of the written exam and PET stages. The category-wise Bihar Police Fireman Cut Off has also been released along with the final result. Candidates shortlisted for the post of Bihar Police Fireman will get a salary range between Rs. 21,700 to Rs. 69,100. Records Available In:अंग्रेजी, हिंदी दिल्ली में राष्ट्रीय संग्रहालय की स्थापना की रूपरेखा मौरिस ग्वायर समिति द्वारा मई 1946 में तैयार की गयी थी। 15 अगस्त, 1949 को राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली का उद्घाटन भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल श्री आर.सी. राजगोपालाचारी द्वारा राष्ट्रपति भवन में किया गया था। इसके वर्तमान भवन की आधारशिला 12
मई, 1955 को भारत के प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा रखी गई थी। वर्तमान में संग्रहालय में विविध प्रकार की भारतीय और विदेशी दोनों मिलाकर लगभग 2,00,000 वस्तुएं संरक्षित हैं। सांस्कृतिक विरासत के महत्त्व की ये वस्तुएं लगभग पांच हज़ार वर्ष तक पुरानी हैं। इसमें सत्तर हज़ार से अधिक पुस्तकें, और साथ ही कई भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्र और पत्रिकाएं भी शामिल हैं। लाइब्रेरी को कई प्रतिष्ठित व्यक्तिगत पुस्तक संग्रह जैसे एलविन संग्रह, सत्यम भाई
संग्रह, डॉ. एल.पी. सिहारे संग्रह, देसाचार्य संग्रह और हीरामनक संग्रह से अनुग्रह रूप में पुस्तकें प्राप्त हुयी हैं।
कोलकाता का भारतीय संग्रहालय भारतीय संग्रहालय (Indian Museum) भारत का सर्वश्रेष्ठ संग्रहालय है। इसमें प्राचीन वस्तुओं, युद्धसामग्री, गहने, कंकाल, ममी, जीवाश्म, तथा मुगल चित्र , औषधियां, जीवन की उत्पति, प्राचीन वस्त्र, आदि का दुर्लभ संग्रह है। इसकी स्थापना डॉ नथानियल वालिक (Dr Nathaniel Wallich) नामक डेनमार्क के वनस्पतिशास्त्री ने सन् १८१४ में की थी। यह एशिया का सबसे पुराना और भारत का सबसे बड़ा संग्रहालय है। I इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली के दस जनपथ में स्थित है। नई दिल्ली का यह राष्ट्रीय संग्रहालय देश के सबसे अच्छे संग्रहालयों में से एक है। सन् 1949 में दिल्ली में स्थापित इस संग्रहालय में कई प्रकार की रोचक चीजें प्रदर्शित हैं। सांस्कृतिक मंत्रालय के अधीन कार्यरत यह मौलाना आज़ाद रोड और जनपथ के किनारे पर स्थित है और इसमें प्राग-ऐतिहासिक काल से लेकर आधुनिक युग की विभिन्न प्रकार की कलाओं को प्रदर्शित किया गया है। इतिहासइस संग्रहालय की शुरुआत 1947-48 में लंदन में आयोजित भारतीय वस्तुओं की प्रदर्शिनी के साथ हुई। रॉयल अकादमी, लंदन में आयोजित इस प्रदर्शिनी के संचालक ने इस प्रदर्शिनी में प्रदर्शित अनोखी वस्तुओं को उनके मूल संग्रहालयों में वापस करने से पूर्व भारत में प्रदर्शित करने का निश्चय किया। जिसके परिणामस्वरूप ये सभी वस्तुयें दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शित की गईं। इस प्रदर्शिनी ने इतने अधिक पारखियों को आकर्षित किया कि दिल्ली में ही राष्ट्रीय संग्रहालय को बनाने का निश्चय किया गया। इस प्रकार राष्ट्रीय संग्रहालय उसी वर्ष अस्तित्व में आया और इसका उद्घाटन भारत के तत्कालीन गवर्नर चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ने किया था। हालाँकि, वर्तमान संग्रहालय की इमारत 1960 में बनकर तैयार हुई और उसके पश्चात् इसे जनता के लिये खोला गया।[1] उद्देश्य
विशेषताएँ
संरक्षण प्रयोगशालाराष्ट्रीय संग्रहालय की संरक्षण प्रयोगशाला ने अपने आरंभ से ही कलाकृतियों के संरक्षण और पुनर्स्थापन के क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रयोगशाला बनने के लिए प्रयास किए हैं। आरंभ में इसका मुख्य कार्य था - राष्ट्रीय संग्रहालय के विशाल संग्रह की देखभाल करना। किन्तु वर्तमान में यह प्रयोगशाला तैलचित्रों और कलाकृतियों की पहचान, परीक्षण और वास्तविक पुनर्स्थापन में अन्य संस्थाओं, राजभवनों और अन्य सार्वजनिक एजेंसियों की भी सहायता कर रही है। विशाल और विविध संग्रह को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुपरिरक्षित रखने के अतिरिक्त प्रयोगशाला द्वारा शोध और क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। शोध परियोजनाप्रयोगशाला द्वारा लिखित और ग्राफिक रिकॉर्ड; रेडियोग्राफिक प्रलेखन; सामान्य, तिर्यक, अवरक्त और पराबैंगनी प्रकाश में छायाचित्रण और परमाण्वीय अवशोषण और एक्सरे विवर्तन उपकरण द्वारा विश्लेषण कर कलाकृतियों का प्रलेखन किया जाता है। ये अध्ययन कलाकृतियों के फिंगर प्रिंट तैयार करने में सहायता करते हैं और बाद में इनका उपयोग कलाकृतियों को हुई किसी भी प्रकार की क्षति अथवा नकली कलाकृतियों की पहचान करने और पुरावस्तुओं की उपयुक्त सुरक्षा के लिए किया जाता है। संरक्षण परियोजनाप्रयोगशाला द्वारा विभिन्न विभागों के संग्रह की कलाकृतियों का नियमित सर्वेक्षण और फिर प्राथमिकता के आधार पर उनका रासायनिक उपचार किया जाता है। ताड़पत्र, चर्मपत्र, कागज, लघुचित्र, वस्त्र और तैलचित्र जैसी कोमल प्रकृति की सामग्री और साथ ही धातु एवं उनके अयस्क, प्रस्तर, मृण्मूर्ति, सिरामिक और तैलचित्रों का अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार रासायनिक उपचार किया जाता है। वर्तमान में निम्न संरक्षण परियोजनाओं पर काम किया गया।
प्रदर्शनी कक्षस्थायी और अस्थायी वीथिकाएं तैयार करने; वीथिकाओं, कार्यालयों और जनसुविधाओं का रखरखाव, आदि जैसे सभी तकनीकी कार्य प्रदर्शन विभाग द्वारा किए जाते हैं। इस विभाग में कारपेंट्रि यूनिट, टेलरिंग यूनिट, पेंटर यूनिट, आर्टिस्ट और ड्राफ्ट्समॅन, आदि हैं। केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग की अनेक इकाइयों के साथ परामर्श और सहयोग से रखरखाव और मॉनीटरिंग संबंधी कार्यों का निष्पादन किया जाता है। राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली के प्रदर्शनी अनुभाग द्वारा भारत महोत्सव, समझौता ज्ञापन और सांस्कृतिक आदान- प्रदान कार्यक्रम के तत्वावधान में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ में आयोजित किए जाने वाले भारत महोत्सवों का समारोह मनाने के लिए 1985 में प्रदर्शनी अनुभाग की स्थापना की गई। तदनुसार, प्रदर्शनी अनुभाग द्वारा इस अवसर पर दोनों देशों में 'अदिति' नामक प्रदर्शनी लगाई गई। इसके द्वारा अभी तक देश- विदेश में विभिन्न विषय-वस्तुओं पर अनेक प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया है। इन प्रदर्शनियों में से कुछ तो सभी वर्गों में प्रचलित रहीं और कुछ को विशेष रूप से स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों ने बहुत पसंद किया।[2] पुस्तकालयराष्ट्रीय संग्रहालय पुस्तकालय द्वारा विशेषीकृत शोध और संदर्भ हेतु इतिहास, कला और विश्व संस्कृति संबंधी पुस्तकों का संग्रह किया जाता है। इनमें मानव- शास्त्र, पुरातत्व, संरक्षण, सुसज्जा कलाएं, इतिहास, साहित्य, संग्रहालय अध्ययन, चित्रकला, दर्शन-शास्त्र और धर्म आदि विविध विषयों पर पुस्तकें सम्मिलित हैं। पुस्तकालय में साठ हजार से अधिक पुस्तकें, जिल्दबंद पत्रिकाएं और साथ-ही-साथ अनेक भारतीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाएं भी हैं। पुस्तकालय को एल्विन संग्रह, सत्यम भाई संग्रह, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद सिहारे संग्रह, देशिकाचार्य संग्रह और हीरामानेक संग्रह जैसे अनेक प्रतिष्ठित निजी संग्रह प्राप्त हुए हैं। यह पुस्तकालय वास्तविक शोध विद्वानों, विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों, प्रोफेसर, शिक्षकों और फेलोशिप धारकों के लिए उपलब्ध है।[2] वीथिका
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
राष्ट्रीय हिंदी संग्रहालय कहाँ है?दिल्ली में राष्ट्रीय संग्रहालय की स्थापना की रूपरेखा मौरिस ग्वायर समिति द्वारा मई 1946 में तैयार की गयी थी। 15 अगस्त, 1949 को राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली का उद्घाटन भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल श्री आर.सी. राजगोपालाचारी द्वारा राष्ट्रपति भवन में किया गया था।
भारत का सबसे पुराना संग्रहालय कहाँ स्थित है?Detailed Solution. कोलकाता स्थित भारतीय संग्रहालय को कलकत्ता इंपीरियल संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है, भारत का यह सबसे बड़ा और सबसे पुराना संग्रहालय है।. भारतीय संग्रहालय न केवल भारतीय उपमहाद्वीप में, बल्कि विश्व के एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे पुराना और सबसे बड़ा बहुउद्देशीय संग्रहालय है।. भारत में सबसे बड़ा संग्रहालय कौन है?Largest Museum Of India: भारत का सबसे बड़ा म्यूजियम भारतीय संग्रहालय (Indian Museum) है, ये कोलकाता में है. भारत की विरासत को समेटने वाला देश का सबसे बड़ा म्यूजियम असल में खुद ही एक विरासत है. इंडियन म्यूजियम 200 साल से भी ज्यादा पुराना है.
भारत में कितने राष्ट्रीय संग्रहालय हैं?ितडमान में 12 राष्ट्रीय संग्रहालय हैं और 4 संग्रहालयों को राष्ट्रीय महत्ि का घोवषत ककया गया है ।
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