1970 के दशक में दुनिया में अंतरिक्ष के क्षेत्र में प्रतिद्वंदिता आकार ले चुकी थी. अमेरिका चंद्रमा पर अपने मानव अभियान भेज रहा था. इसी बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने भी अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की योजना पर काम शुरु कर दिया था और 1975 में 19 अप्रैल को सोवियत संघ की सहायता से स्वदेश में विकसित पहला उपग्रह (Satellite) आर्यभट्ट (Aryabhata) अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक स्थापित किया था जो इसरो के एक लंबे सफर का पहला कदम माना जाता है. Show भारत
के गणितज्ञ के नाम पर कैसे चुना गया नाम आर्यभट्ट की खास बातें इसरो (ISRO) का उद्देश्य कृत्रिम उपग्रहों के निर्माण और अंतरिक्ष में उनके संचालन में अनुभव पाना था. (फाइल फोटो) सोवियत संघ की मदद से प्रक्षेपण मंगल के बारे में पता चली नई बात, अचानक नहीं सूख गया था लाल ग्रह
क्या था आर्यभट्ट का उद्देश्य टॉयलेट में ही रिसीविंग सेंटर आर्यभट्ट उपग्रह (Aryabhata Satellite) की तस्वीर भारतीय रिजर्व बैंक के दो रुपये के नोट पर सालों तक दिखती रही. (तस्वीर: Wikimedia Commons) बदले में सोवियत संघ को क्या
मिला पृथ्वी के बाहर से सतह तक पहुंच रही है हर साल बड़ी मात्रा में धूल 1975 में इस सैटेलाइट के प्रक्षेपण के मौक पर इस ऐतिहासिक क्षण को भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 1976 में दो रुपये के नोट के पिछले हिस्से पर छापा. 1997 तक दो रुपये के नोट पर आर्यभट्ट उपग्रह की तस्वीर छापी गई, बाद में इसके डिजाइन में बदलाव हो गया. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: ISRO, Research, Science, Space FIRST PUBLISHED : April 19, 2021, 06:36 IST प्रथम कृत्रिम उपग्रह का नाम क्या था?This question was previously asked in REET 2012 Level - 1 (Hindi/English/Sanskrit) Official Paper View all REET Papers >
Answer (Detailed Solution Below)Option 2 : आर्यभट्ट Free CT 1: Growth and Development - 1 10 Questions 10 Marks 10 Mins
आर्यभट्ट:
भास्कर:
रोहिणी:
एडुसैट:
अतः उपरोक्त उपग्रहों और उनके लांच किये गए तारीखों से यह स्पष्ट हो जाता है कि पहला कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट था। Last updated on Sep 29, 2022 Rajasthan 3rd Grade Teacher Recruitment for Level 1 & Level 2 will be done through REET 2022 Scores. 48,000 vacancies have been released for this recruitment. Earlier, the REET 2022 Certificate Notice is out, for candidates on 6th December 2022! Candidates can download the certification through the official certificate link. REET 2022 Written Exam Result was out on 29th September 2022! The final answer key was also out with the result. The exam was conducted on the 23rd and 24th of July 2022. The candidates must go through the REET Result 2022 to get the direct link and detailed information on how to check the result. The candidates who will be finally selected for 3rd Grade Teachers are expected to receive Rs. 23,700 as salary. Then, the candidates will have to serve a probation period which will last for 2 years. Also, note during probation, the teachers will receive only the basic salary. भारत का प्रथम कृत्रिम उपग्रह का नाम क्या है?आर्यभट्ट भारत का पहला उपग्रह है, जिसे इसी नाम के महान भारतीय खगोलशास्त्री के नाम पर नामित किया गया है। यह सोवियत संघ द्वारा 19 अप्रैल 1975 को कॉसमॉस-3एम प्रक्षेपण वाहन द्वारा कास्पुतिन यार से प्रक्षेपित किया गया था।
भारत का दूसरा कृत्रिम उपग्रह कौन सा है?भारत के प्रमुख उपग्रह Important Indian satellites in Hindi
आर्यभट्ट (1975 ई.) भास्कर-1 (1979 ई.) भास्कर-2 (1981 ई.)
भारत का सबसे बड़ा कृत्रिम उपग्रह कौन सा है?कलामसेट V2 ,जिसका वजन 1.26Kg , को ISRO ने जनवरी 2019 में लांच किया था।
भारत का प्रथम कृत्रिम उन्नयन कौन सा है?भारत का पहला कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट है,इसे 19 अप्रैल 1975 ईसवी को पूर्व सोवियत संघ के बैकानुर अंतरिक्ष केंद्र से इंटर कॉसमोस प्रक्षेपन यान द्वारा पृथ्वी के निकट वृत्तीय कक्षा में 594 किमी की ऊंचाई पर सफलतापूर्वक स्थापित किया गया था।
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