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आसियान का झंडादक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ का ध्वज दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के आधिकारिक प्रतीकों में से एक है । [1] इसमें नीले रंग की पृष्ठभूमि पर आसियान का आधिकारिक प्रतीक है । नीले रंग की पृष्ठभूमि पर सेट करें, सफेद परिधि के साथ लाल घेरे के बीच में दस धान या चावल के डंठल खींचे जाते हैं। झंडे की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 2:3 है। आसियान चार्टर में ध्वज के उपयोग के लिए आकार विनिर्देश शामिल हैं: [2] ध्वज का आधिकारिक प्रतीक आसियान चार्टर में विस्तृत है । नीला शांति और स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है, लाल साहस और गतिशीलता का प्रतिनिधित्व करता है, सफेद शुद्धता का प्रतिनिधित्व करता है, और पीला समृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। [2] ध्वज के रंग - नीला, लाल, सफेद और पीला - सभी दस आसियान सदस्य राज्यों के राष्ट्रीय ध्वज के मुख्य रंगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। [2] आसियान का पिछला झंडा वर्तमान के समान था - इसमें पांच संस्थापक सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले पांच धान के डंठल थे और डंठल के नीचे आसियान शब्द लिखा था। नीले रंग के बजाय पृष्ठभूमि सफेद थी , आसियान शब्द के साथ वृत्त की सीमा सियान थी , और वृत्त चमकीला पीला था । डंठल स्वयं सुनहरे भूरे रंग के थे। मनीला में केंद्रीय डाकघर भवन के सामने आसियान का झंडा ।
दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (अंग्रेज़ी:एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, लघु:आसियान) दस दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जो आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए भी कार्य करते हैं। इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है। आसियान की स्थापना ८ अगस्त, १९६७ को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में की गई थी। इसके संस्थापक सदस्य थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस और सिंगापुर थे। ब्रूनेई इस संगठन में १९८४ में शामिल हुआ और १९९५ में वियतनाम। इनके बाद १९९७ में लाओस और बर्मा इसके सदस्य बने। १९७६ में आसियान की पहली बैठक में बंधुत्व और सहयोग की संधि पर हस्ताक्षर किए गए। १९९४ में आसियान ने एशियाई क्षेत्रीय फोरम (एशियन रीजनल फोरम) (एआरएफ) की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ावा देना था। अमेरिका, रूस, भारत, चीन, जापान और उत्तरी कोरिया सहित एआरएफ के २३ सदस्य हैं।[11] अपने चार्टर में आसियान के उद्देश्य के बारे में बताया गया है। पहला उद्देश्य सदस्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को कायम रखा जाए, इसके साथ ही झगड़ों का शांतिपूर्ण निपटारा हो। सेक्रेट्री जनरल, आसियान द्वारा पारित किए प्रस्तावों को लागू करवाने और कार्य में सहयोग प्रदान करने का काम करता है। इसका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। वर्तमान में थाईलैंड के सूरिन पिट्स्वान इसके सेक्रेट्री जनरल है। आसियान की निर्णायक बॉडी में राज्यों के प्रमुख होते हैं, इसकी वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत आसियान देशों से सहयोग करने और संपर्क रखने का सदा ही इच्छुक रहा है। हाल ही में १३ अगस्त,२००९को भारत ने आसियन के संग बैंगकॉक में सम्मेलन किया, जिसमें कई महत्त्वपूर्ण समझौते हुए थे।[12] भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2008, नई दिल्ली में आसियान मुख्य केन्द्र बिन्दु रहा था। नई व्यापार ब्लॉक के तहत दस देशों की कंपनियों और कारोबारियों ने मेले में भाग लिया था। थाइलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, वियतनाम, फिलिपींस, ब्रुनेई, कंबोडिया और लाओस आसियान के सदस्य देश हैं, जिनके उत्पाद व्यापार मेले में खूब दिखे थे।[13] आसियान भारत का चौथा सबसे बडा व्यापारिक भागीदार है। दोनों पक्षों के बीच २००८ में ४७ अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। फिक्की के महासचिव अमित मित्रा के अनुसार भारत और आसियान के बीच हुआ समझौता दोनों पक्षों के लिए उत्तम होगा। समझौता जनवरी २००९ से लागू हुआ था।[14] सदस्य राष्ट्रयह देश इस संगठन के सदस्य हैं।[15]
आसियान प्लस तीनआसियान प्लस तीन के सदस्य राष्ट्र आसियान प्लस तीन (एपीटी) एक ऐसा मंच है जो आसियान के सदस्य देशों तथा तीन पूर्वी एशियाई देशों चीन, जापान तथा दक्षिण कोरिया के मध्य सामंजस्य का कार्य करता है। दस आसियान देशों व तीन पूर्वी एशियाई देशों सरकारी नेता, मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हैं।[16] सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
आसियान का प्रतीक चिन्ह क्या दर्शाता है?आसियान का झंडा नीले रंग की पृष्ठभूमि वाला है, जिसमें बीच में सफेद पट्टी के साथ एक लाल घेरा बना है। इस लाल घेरे में 10 दस धान या चावल के डंठल खींचे जाते हैं। 'आसियान' यानि आसियान 'एसोसिएशन आफ साउथईस्ट एशियन नेशंस' (ASIAN) दस दक्षिण पूर्व-एशियाई राष्ट्रों का एक संगठन है।
आसियान स्तंभ की संख्या कितनी है?आसियान में कुल 10 देश शामिल है जबकि प्रारंभ में, कुल 5 देशों ने मिलकर ये संगठन बनाया था। जिसमें शामिल है इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर और फिलीपींस। इसके बाद 7 जनवरी 1984 को ब्रुनेई दारुस्सलाम, 28 जुलाई 1995 को वियतनाम, 23 जुलाई 1997 को लाओस व म्यांमार और 30 अप्रैल 1999 को कंबोडिया शामिल हुआ ।
आसियान के झंडे के विषय में आप क्या जानते हैं?दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) के झण्डे (प्रतीक चिह्न) में धान की दस बालियों को दर्शाया गया है। ये दस बालियाँ दक्षिण-पूर्व एशिया के दस देशों को दर्शाती हैं जो परस्पर मित्रता व एकता के धागे से बँधे हुए हैं। झण्डे में दिया गया वृत्त आसियान की एकता का प्रतीक है।
आसियान का फुल फॉर्म क्या है?दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (अंग्रेज़ी:एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, लघु:आसियान) दस दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जो आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए भी कार्य करते हैं। इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है।
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