Show
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय जानता है कि पाकिस्तान मुंबई आतंकी हमले (26/11 हमले) के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर गंभीर नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘सभी जानते हैं कि हमले के अपराधी कौन थे। मास्टरमाइंड कौन है, जो बेरोकटोक घूम रहा है।’’2008 में लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने पाकिस्तान से समुद्री रास्ते से मुंबई आकर हमले को अंजाम दिया था। इसमें 166 लोग मारे गए जबकि 300 घायल हुए थे। सुरक्षा बलों ने 9 आतंकियों को मारा, जिसमें अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया था। बाद में उसे फांसी हुई। हिंदी न्यूज़ विदेशमुंबई हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा सरगना जकीउर रहमान लखवी गिरफ्तार मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा सरगना जकीउर रहमान लखवी गिरफ्तारमुंबई में 26/11 हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना जकीउर रहमान लखवी को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जकीउर रहमान लखवी को आतंकियों की मदद और...Ashutosh Rayलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 02 Jan 2021 04:31 PM मुंबई में 26/11 हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना जकीउर रहमान लखवी को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जकीउर रहमान लखवी को आतंकियों की मदद और पैसे मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि जकीउर रहमान लखवी ने हाफिज सईद के साथ मिलकर 26/11 के हमले की साजिश रची थी। लखवी मुंबई हमला मामले में 2015 से ही जमानत पर था। उसे आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने गिरफ्तार किया। बहरहाल, सीटीडी ने उसकी गिरफ्तारी कहां से हुई, इस बारे में नहीं बताया है। इसने कहा, सीटीडी पंजाब द्वारा खुफिया सूचना पर आधारित एक अभियान में प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी जकी-उर-रहमान लखवी को आतंकवादी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया। इसने बताया कि लखवी (61) को लाहौर के सीटीडी थाने में आतंकी वित्त पोषण से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया। सीटीडी ने कहा, लखवी पर एक दवाखाना चलाने, जुटाए गए धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में करने का आरोप है। उसने और अन्य ने इस दवाखाने से धन एकत्रित किएए और इस धन का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में किया। उसने इस धन का इस्तेमाल निजी खर्च में भी किया। सीटीडी ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन लश्कर- ए- तैयबा से जुड़े होने के अलावा वह संयुक्त राष्ट्र की तरफ से घोषित आतंकवादियों की सूची में भी शामिल है। इसने कहा, उसके खिलाफ मुकदमा लाहौर में आतंकवाद निरोधक अदालत में चलेगा। 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई को बम धमाकों और गोलीबारी से दहला दिया था। इस आतंकी हमले को 12 साल हो गए हैं लेकिन यह भारत के इतिहास का वो काला दिन है जिसे कोई भूल नहीं सकता। हमले में 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मुंबई हमले को याद करके आज भी लोगों को दिल दहल उठता है। आतंकी हमले को लेकर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने अपनी किताब में दावा किया है कि साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले को लश्कर 'हिंदू आतंकवाद' के तौर पर दिखाना चाहता था। इसके अलावा आतंकी कसाब को वह बेंगलुरु के समीर चौधरी के तौर पर मारना चाहता था। राकेश मारिया ने अपनी किताब 'लेट मी से इट नाउ' में मुंबई हमले समेत कई अन्य मामलों पर भी बड़े दावे किए हैं। किताब के अनुसार, आईएसआई और लश्कर आतंकी कसाब को जेल में ही खत्म करना चाहते थे और इसकी जिम्मेदारी दाउद इब्राहिम गैंग को दी थी। लश्कर के मुंबई हमले के बारे में बताते हुए मारिया ने किताब में लिखा है, 'अगर सबकुछ योजना के अनुसार चलता तो कसाब चौधरी के तौर पर मरता और हमले के पीछे 'हिंदू आतंकवादियों' को माना जाता।' मुंबई। तारीख 26 नवंबर 2008... की रात का जिक्र होते ही हर हिंदुस्तानी की रूह एक बार जरूर कांप जाती है, रोगटें खड़े कर देने वाली इस खबर ने देश समेत विश्व को हिलाकर रख दिया था। हालांकि नापाक इरादों वाले लोगों को मौत मिली लेकिन तब तक मुंबई शहर खून से लथपथ और लाशों की ढ़ेर से सज चुका था। इस मामले में गिरफ्तार एक मात्र जिंदा आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को फांसी भी मिल चुकी है लेकिन आज भी इस हमले से जुड़े बहुत सारे सवाल हैं जिनका उत्तर भारत के लोग खोज रहे हैं क्योंकि इस मामले का मूल सूत्रधार आतंकवादी हाफिज सईद पड़ोसी देश पाकिस्तान में शान से घूम रहा है। हाफिज के खिलाफ एक भी आवाज ना सुनने वाला पाकिस्तान अपने दोहरे चरित्र के कारण विश्व के निशाने पर है लेकिन फिर भी वो बेखौफ होकर हाफिज सईद जैसे लोगों की पैरवी कर रहा है। मालूम हो जब कसाब को फांसी हुई थी तो पाकिस्तान सरकार ने उसे पाकिस्तानी ना मानते हुए उसके शव को ले जाने से इंकार कर दिया था। लेकिन लश्कर केे संस्थापक हाफिज सईद ने हजारों लोगों के साथ खड़े होकर कसाब को श्रद्धांजलि दी थी। कसाब को पाकिस्तान में घयाबाना नमाज़-ए-जनाजा भी पेश किया गया था। आगे की बात तस्वीरों में... हाफिज सईदप्राप्त सबूतों के आधार पर ये बात सामने आयी है कि लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद ने ही 26/11 हमले की योजना बनाई थी। सईद ने ही भारत आये 10 आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी। भारत ने सईद के खिलाफ कई सबूत पाक को सौंपे, लेकिन पाक की कोर्ट उन सबूतों को मानने को तैयार नहीं। सईद आज भी आज़ाद है। भारत और अमेरिका ने सईद पर 1 करोड़ डॉलर का ईनाम रखा है। जकी-उर-रहमान लखवीलश्कर का यह ऑपरेशनल कमांडर है, जिसने 26/11 हमले को कोऑर्डिनेट किया था। जिस समय कसाब समेत 10 आतंकी हमले को अंजाम दे रहे थे, उस वक्त कराची में कंट्रोल रूम में बैठकर लखवी उन्हें दिशा-निर्देश दे रहा था। डेविड कोलमैन हेडलीइस आतंकी का जन्म पाकिस्तान में हुआ और फिर वह अमेरिका में रहने चला गया। वहीं की नागरिकता भी हासिल कर ली। उसके बाद वो भारत आया और होटल ताज, होटल ओबरॉय, नरीमन हाउस और लियोपोल्ड कैफे गया और वहां की स्थिति को समझने का काम किया। यहां से जाने के बाद उसने प्लान बनाने में आईएसआई और लश्कर की मदद की। इस साल हुए अपनी वीडियो गवाही में हेडली ने काफी बड़े खुलासे किए हैं। अबु जुंदालअबु जुंदाल एक मात्र भारतीय है, जो कंट्रोल रूम में उस समय मौजूद था। उसने सभी 10 आतंकियों को हिन्दी सिखायी थी। उन्हें मुंबई में कैसे किससे बात करनी है, यह सिखाया था। यह सउदी अरब में पकड़ा गया था। तहव्वुर हुसैन राणातहव्वुर हुसैन राणा पाकिस्तानी आतंकी है, जो कनाडा में रहता था। उसने डेविड हेडली की मुंबई जाने में मदद की थी। इसी व्यक्ति ने उसे धन भी मुहैया कराया था। 10 और सहायक अभी जिंदा26/11 हमले में 166 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले 10 आतंकियों में से सिर्फ कसाब को पकड़ा जा सका था, बाकी सभी आतंकी मारे गये। वहीं मास्टर माइंड और उसके 10 और सहायक आज भी जिंदा हैं। जब तक ये 10 आतंकी जिंदा हैं, तब तक मुंबई हमले के पीडि़तों को न्याय नहीं मिल सकता। पाकिस्तान की पनाह में आतंकवादीअफसोस इस बात का है कि आज भी हाफिज सईद, जकीउर रहमान लखवी मेजर समीर अली समेत कई लोग जिंदा है और बेखौफ हैं और यही नहीं बल्कि पाकिस्तान में काफी शान और सुरक्षा से रह रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान पर हुई सर्जिकल स्ट्राईक से पाक को जवाब तो मिला है लेकिन फिर भी वो बाज नहीं आ रहा है। आज भी है न्याय का इंतजारपाकिस्तान का खुलेआम हाफिज सईद को पनाह देने की वजह से ही आज बुरहान वाही जैसे लोग धरती की जन्नत कश्मीर को जहन्नुम में तब्दील करने में अपनी जान लुटा रहे हैं। मुंबई हमले में शिकार लोगों के घरवालों को इंसाफ तब तक नहीं मिल सकता जब तक पाकिस्तान आंतक की फैक्ट्री को बंद नहीं करता लेकिन कहते है ना हर चीज का अंत होता है और पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का भी अंत होगा.. लेकिन वो कब होगा.. इसका इंतजार दोनों तरफ की मासूम जनता कर रही है क्योंकि हिंसा और तबाही से कहीं भी बरक्कत नहीं हो सकती। English summary Mumbai Terror attack were a series of attacks that took place in November 2008, when 10 members of Lashkar-e-Taiba, an Islamic militant organisation based in Pakistan,While the terrorists are yet living freely in Pakistan. आज भी जिंदा हैं 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें 26 11 के मास्टरमाइंड कौन थे?Pakistan: 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के सूत्रधार साजिद मीर को पाकिस्तान ने हिरासत में लिया है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने साजिद की मौत होने का दावा किया था. Pakistan: पाकिस्तान (Pakkistan) ने 2008 के मुंबई (Mumbai) आतंकवादी हमलों (Terrorist Attack) के सूत्रधार साजिद मीर (Sajid Mir) को हिरासत में लिया है.
26 11 में कितने लोगों की मौत हुई?इस आतंकी हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. 26/11 हमला देश के इतिहास में सबसे भयावह आतंकी हमला था. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकी समुद्र के रास्ते उस रात मुंबई में दाखिल हुए थे.
|