2 अगस त क भ रत य इत ह स - 2 agas ta ka bh rat ya it ha sa

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आज का इतिहास, 13 अगस्त: जानिए देश-दुनिया में क्या-क्या हुआ। 

नई दिल्ली: इतिहास के पन्नों में आज का दिन देश के विमानन उद्योग के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ। 1951 में आज ही के दिन भारत में बने पहले विमान हिंदुस्तान ट्रेनर 2 ने पहली उड़ान भरी। दो सीट वाले इस विमान का भारतीय वायु सेना और नौ सेना के लिए उत्पादन 1953 में शुरू हुआ। देश को आजादी मिले अभी ज्यादा समय नहीं हुआ था, ऐसे में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स द्वारा यह पहला विमान डिजाइन करना अपने आप में बड़ी उपलब्धि थी। इस विमान का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्यों के अलावा भारतीय विमानन स्कूलों द्वारा भी किया गया।

देश दुनिया के इतिहास में 13 अगस्त की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1598 : फ्रांस के शासक हेनरी चतुर्थ ने नांत का प्रख्यात आदेश जारी किया। इस आदेश के आधार पर प्रोटेस्टेन्ट ईसाइयों को पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता दी गई।

1642 : डच खगोलशास्त्री क्रिश्चियन ह्यूगेंस ने मंगल के दक्षिणी ध्रुव की चोटी का पता लगाया।

1645 : स्वीडन और डेनमार्क ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।

1784 : भारत में प्रशासनिक सुधारों के लिए पिट्स इंडिया विधेयक ब्रिटिश संसद में पेश।

1814 : दासों के व्यापार को समाप्त करने के लिए ब्रिटेन और हालैंड के बीच समझौता।

1891 : मणिपुर के तीन जांबाज प्रहरियों सेनापति टिकेन्द्रजीत सिंह, उनके भाई अग्नेश सेना और जनरल थंगल को ब्रिटिश हुक्मरान ने उनकी अपनी धरती पर फांसी दी।

1892 : अमेरिकी समाचार पत्र एफ्रो अमेरिकन का बाल्टीमोर से प्रकाशन शुरू।

1898 : जार्ज डेवी के नेतृत्व में अमेरिकी सेना ने फिलिपींस की राजधानी मनीला पर कब्जा किया।

1902 : इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट से हराकर ओवल की प्रसिद्ध जीत दर्ज की।

1913 : इंग्लैंड के हैरी ब्रेअर्ली शेफील्ड ने स्टेनलेस स्टील का आविष्कार किया।

1951 : भारत में डिजाइन किए गए और देश में ही निर्मित पहले विमान हिंदुस्तान ट्रेनर 2 ने उड़ान भरी।

1956 : लोकसभा में राष्ट्रीय राजमार्ग विधेयक पारित।

1960 : अफ्रीका फ्रांस के कब्जे से स्वतंत्र हुआ।

1993 : वॉशिंगटन में इजरायल एवं फलस्तीन के बीच शांति समझौता।

1993 : थाईलैंड के नाखोन रचासिमा में होटल ढह जाने से 114 लोगों की मौत।

1994 : अमेरिका और उत्तरी कोरिया के बीच जेनेवा में परमाणु निरस्त्रीकरण के संबंध में ऐतिहासिक सहमति।

1999 : लेखिका तसलीमा नसरीन की नई पुस्तक आमार मऐबेला (मेरा बचपन) पर बांग्लादेश सरकार ने प्रतिबंध लगाया।

2008 : विश्व की प्रमुख इस्पात कंपनी टाटा स्टील ने वियतनाम में संयुक्त रूप से इस्पात परिसर के निर्माण के लिए वहां की दो प्रमुख कंपनियों के साथ समझौता किया।

2008 : भारत ने मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्वर (एमबीआरएल) हथियार प्रणाली पिनाक का सफल परीक्षण किया।

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लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिवानी अवस्थी Updated Mon, 15 Aug 2022 12:11 AM IST

Independence Day 2022: इस साल भारत अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाने की तैयारी कर रहा है। देश को आजाद हुए 75 साल पूरे हो चुके हैं। इस मौके पर देश में 'आजादी का अमृत महोत्सव' की थीम पर जश्न मनाया जा रहा है। 15 अगस्त 1949 में देश ब्रिटिश सरकार की गुलामी से आजाद हुआ था। आजादी के बाद से इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। लाल किले, विधानसभा से लेकर देश के सरकारी कार्यालयों तक में भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। परेड निकाली जाती है। स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय पर्व घोषित किया गया। हालांकि देश में कई अन्य राष्ट्रीय पर्व भी मनाए जाते हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है। यह भी देश का एक राष्ट्रीय पर्व है। कई लोगों में 15 अगस्त और 26 जनवरी को लेकर अलग अलग धारणाएं हैं। इन दोनों तारीखों और गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस को लेकर भी लोगों के मन में कई सवाल होते हैं। इन्हीं सवालों और इन दोनों राष्ट्रीय दिवस को लेकर असमंजस को दूर करने के लिए यहां 26 जनवरी और 15 अगस्त के बीच के अंतर को बताया जा रहा है। अगली स्लाइड्स में जानिए गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है।

15 अगस्त और 26 जनवरी के बीच अंतर

स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस का इतिहास

तारीखों के मुताबिक दोनों के इतिहास को समझकर अंतर किया जा सकता है। 15 अगस्त 1947 को हिंदुस्तान अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। इसलिए इस दिन को भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर हर साल मनाया जाता है।

वहीं देश की आजादी के लगभग तीसरे साल में यानी 26 जनवरी 1950 को भारत में संविधान लागू हुआ था। इसलिए इस दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। संविधान लागू होने के बाद भारत एक संप्रभु राष्ट्र बन गया। इसका असर यह हुआ कि भारत एक गणतांत्रिक देश बन गया जो कि किसी बाहरी देश के फैसलों और आदेशों को मानने के लिए बाध्य नहीं रह गया। साथ ही भारत के आंतरिक मामलों में कोई अन्य देश दखल भी नहीं दे सकता है।

तिरंगा फहराने का अंतर

भले ही 15 अगस्त और 26 जनवरी दोनों ही राष्ट्रीय पर्व हैं लेकिन इन्हें मनाने के तरीके में अंतर होता है। 15 अगस्त और 26 जनवरी को पूरे देश में ध्वजारोहण होता है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडे को नीचे से रस्सी के जरिए खींचकर फहराया जाता है। इसे ध्वजारोहण कहते हैं।

लेकिन 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा ऊपर ही बंधा होता है। उसे पूरा खोलकर फहराया जाता है। इसे झंडा फहराना कहते हैं। संविधान में इसका जिक्र कहते हुए इस प्रक्रिया को फ्लैग अनफर्लिंग कहा गया।

नेतृत्व का अंतर

15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं। उस समय तक देश का संविधान लागू नहीं हुआ था। ऐसे में देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री के हाथों में था। इसलिए ध्वजारोहण प्रधानमंत्री द्वारा तब से अब तक किए जाने की परंपरा है।

26 जनवरी को भारत में संविधान लागू हो गया। संविधान के मुताबिक, देश का संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति होता है। इसलिए 26 जनवरी को राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं। राष्ट्रपति इस दिन देश के नाम अपना संदेश भी जारी करते हैं।

जगह का अंतर

15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण और 26 जनवरी को तिरंगा फहराने का एक अंतर जगह का भी होता है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री लाल किले से ध्वजारोहण करते हैं। जिसमें नीचे से रस्सी खींचकर तिरंगा फहराते हैं। जबकि 26 जनवरी के मौके पर राष्ट्रपति लाल किले से नहीं बल्कि दिल्ली के राजपथ पर तिरंगा झंडा फहराते हैं।