13 तारीख के जन्मे बच्चे कैसे होते हैं? - 13 taareekh ke janme bachche kaise hote hain?

सप्ताह का ज्ञान

मान्यताएं कहती हैं कि मंगलवार, हस्त नक्षत्र के साथ रविवार, संक्रांति या वृद्धि योग हो, तो भूलकर भी कर्ज नहीं लें, अन्यथा आप आर्थिक भवसागर के दुष्चक्र में फंस जाएंगे। इस दिन लिया हुआ ऋण या लोन न काम आता है, न ही वह वापस लौट पाता है।

टिप्स

अगर शारीरिक विकार घेरे रहते हों, मान-सम्मान न मिल रहा हो, प्रमोशन में बाधा आ रही हो या धन बार-बार फंस जाता हो या कुंडली में सूर्य खराब हो, तो लाल मिर्च के बीज युक्त जल से सूर्य को अर्घ्य देने, बुज़ुर्गों को आदर प्रदान करने व गायों को रोटी और गुड़ अर्पित करने से लाभ होगा, ऐसा ज्योतिषिय मान्यताएं कहती हैं।

आपके भविष्य का आइना है आपके नाम का प्रथम अक्षर ‘न’

न नाम के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। इनकी कल्पनाशीलता का लोहा दुनिया मानती है। इनकी बौद्धिक क्षमता विलक्षण होती है। प्रेम के प्रति ये वफादार लोगों में शुमार होते हैं। ये स्वभाव से देने वाले प्रेमी होते हैं, स्वार्थी नही। ये बेहद संवेदनशील और भावुक होते हैं। उन्हें भीड़ का हिस्सा बनना पसंद नहीं होता। ये ज़िंदगी में कुछ अनूठा कर गुजरना चाहते हैं। इनकी ख्याति चारों ओर फैलती है। ये दैहिक रूप से बेहद आकर्षक होते हैं। इनकी संप्रेषण क्षमता कमाल की होती है। ये अपना भविष्य स्वयं बनाते हैं। ये खुद को हर परिस्थिति में ढाल लेते हैं। शोधपूर्ण कार्यों में उन्हें बहुत रुचि होती है। ये जीवन की राह में अचानक दिशा परिवर्तित करने में माहिर होते हैं। इन्हें प्रकृति से बहुत प्रेम होता है। बेईमानी से अर्जित धन में इन्हें कोई रुचि नहीं होती।

प्रश्न: सूर्य अगर प्रथम भाव में हो, तो क्या ऐसे लोग दूसरों की बातों में सहजता से आ जाते हैं?-विनय सहस्त्रबुद्धे

उत्तर: नहीं। प्रथम भाव यानी लग्न में सूर्य हो, तो ऐसे व्यक्ति सुनी-सुनाई बातों पर सरलतापूर्वक यकीन नहीं करते। ऐसे लोग भावुक होते है। इनके स्वभाव में नाटकीय रूप से उग्रता और मृदुता दोनों होती है। सद्‌गुरुश्री कहते हैं कि इनकी देह में अक्सर भारीपन आने लगता है और लचीलापन कम होने से इन्हें कभी-कभी मांसपेशियों में पीड़ा की शिकायत होती है। यह स्थिति पिता के सुख में कुछ कमी का कारक बनती है। ऐसे लोगों को श्रेय जरा देर से मिलता है।

प्रश्न: न्यूमरॉलजी का क्या कोई आधार है?-रूपम सोनी

उत्तर: सद्‌गुरुश्री कहते हैं कि अंक ज्योतिष पाश्चात्य विधा है, जिसकी जड़ें छठी शताब्दी ई.पू. तक मिलती हैं। ‘पाइथागोरस’ जैसे प्रारंभिक गणितज्ञों के काल में न्यूमरॉलजी गणित का ही हिस्सा थी। आधुनिक गणितज्ञ इसे ‘छद्म गणित’ (Pseudo Mathematics) कहते हैं। पाइथागोरस जैसे विचारकों ने अंकों के मानव मस्तिष्क पर असर के बारे में कई शोध किए। 354-430 AD के मध्य ‘हिप्पी’ के दार्शनिक ‘ऑगस्टिन’ ने लिखा है कि ‘संख्या ऐसी भाषा है, जिसे ईश्वर ने हमें सत्य की पुष्टि के लिए प्रदान किया है।’ वे यह मानते थे कि धरती की प्रत्येक वस्तु का संख्या से कोई रहस्यमय संबंध अवश्य है। 1658 में ‘थॉमस ब्राउन’ ने ‘द गार्डन ऑफ सायरस’ में अंक 5 की रहस्यमयी शक्ति का वर्णन किया है। न्यूमरॉलजी के बढ़ते चरण में कीरो जैसे विचारकों व दार्शनिकों के शोध को लेकर यह विधा पूरे विश्व में फैलने लगी।

प्रश्न: क्या श्राद्ध केवल पित्रपक्ष ही हो सकता है, या कभी भी संभव है?-निर्मल डागा

उत्तर: धर्मसिंधु में श्राद्ध के लिए सिर्फ पितृपक्ष ही 96 कालखंड का विवरण है, जो इस प्रकार है-वर्ष की 12 अमावास्याएं, 4 पुणादि तिथियां, 14 मन्वादि तिथियां, 12 संक्रांतियां, 12 वैधृति योग, 12 व्यतिपात योग, 15 पितृपक्ष, 5 अष्टका, 5 अन्वष्टका और 5 पूर्वेद्यु:।

सद्‌गुरुश्री कहते हैं कि मत्स्य पुराण में त्रिविधं श्राद्ध मुच्यते यानि तीन प्रकार के श्राद्ध नित्य, नैमित्तिक एवं काम्य का उल्लेख मिलता है। यमस्मृति में पांच प्रकार के श्राद्धों का वर्णन है, जिन्हें नित्य, नैमित्तिक, काम्य, वृद्धि और पार्वण कहते हैं, पर भविष्य पुराण और विश्वामित्र स्मृति द्वादश श्राद्धों यदा, नित्य, नैमित्तिक, काम्यम, वृद्धि, सपिंड, पार्वण, गोष्ठी, शुद्धयर्थ, कर्मांग, तीर्थ, यात्रार्थ और पुष्टि का उल्लेख करती है।

प्रश्न: क्या 13 नंबर या इस तारीख को पैदा हुए लोग दुर्भाग्यशाली होते हैं?-प्रिया रानी

उत्तर: सद्‌गुरुश्री कहते हैं कि 13 के अंक को अशुभ मानना सही नहीं है। किसी भी माह की इस तारीख को जन्मे लोगों में अपार मानसिक बल पाया जाता है। इनकी आंतरिक शक्ति कमाल की होती है। इन लोगों पर पर सूर्य, बृहस्पति और राहु का पूर्ण प्रभाव होता है। इस अंक का स्वामी ग्रह हर्षल यानी युरेनस है। इस तिथि को जन्मे लोग उच्च श्रेणी के चिंतक, विचारक और दार्शनिक होते हैं। इनकी मानसिक और वैचारिक क्षमता तीव्र होती है। गुप्त नेतृत्व देने की क्षमता के कारण इनमें शासन और सत्ता के सूत्र छिपे होते हैं। राजनैतिक प्रबंधक, योजना व रणनीतिकार, मीडिया मैनेजर, विज्ञापन गुरु, उपदेशक, मार्गदर्शक, ज्योतिषी, टीवी एंकर, रेडियो जॉकी, आर्ट डायरेक्टर, लेखन, समीक्षा इत्य़ादि क्षेत्रों में आसानी से सफल होते हैं। इन्हें कुछ संघर्ष के बाद बड़ी सफलता मिलती है। कारोबार में इन्हें कई बार भारी हानि का सामना करना पड़ता है।

अगर, आप भी सद्गुरु स्वामी आनंद जी से अपने सवालों के जवाब जानना चाहते हैं या किसी समस्‍या का समाधान चाहते हैं तो अपनी जन्‍मतिथ‍ि, जन्‍म समय और जन्‍म स्‍थान के साथ अपना सवाल पर मेल कर सकते हैं।

सद्‌गुरुश्री स्वामी आनंदजी

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

13 तारीख को जन्मे बच्चे कैसे होते हैं?

उत्तर: सद्‌गुरुश्री कहते हैं कि 13 के अंक को अशुभ मानना सही नहीं है। किसी भी माह की इस तारीख को जन्मे लोगों में अपार मानसिक बल पाया जाता है। इनकी आंतरिक शक्ति कमाल की होती है। इन लोगों पर पर सूर्य, बृहस्पति और राहु का पूर्ण प्रभाव होता है।

13 तारीख को क्या होने वाला है?

‍विदेशी पत्रिकाओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 तारीख को इसलिए अशुभ माना जाता है क्योंकि एकबार यीशु मसीह के साथ एक ऐसे शख्स ने विश्वासघात किया था जो उन्ही के साथ रात्रिभोज कर रहा था। वह शख्स 13 नंबर की कुर्सी पर बैठा हुआ था। बस तभी से लोगों ने इस अंक को दुर्भाग्यपूर्ण समझ लिया और उसके बाद से इस नंबर से दूर भागने लगे।

शाम के समय जन्मे बच्चे कैसे होते हैं?

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सूर्य अस्त होने के बाद शाम या फिर रात के समय जो बच्चे पैदा होते हैं, उन पर चंद्रमा, शुक्र और मंगल ग्रह का असर ज्यादा होता है. सूर्य अस्त होने के बाद पैदा होने वाले बच्चे व्यवहार से शर्मीले माने जाते हैं. यह संकोची स्वभाव के होते हैं.

14 तारीख को जन्मे लोग कैसे होते हैं?

बेहद मतलबी 5, 14 या 23 तारीख में जन्म लेने वाले यानि 5 मूलांक वालों की एक कमी यह भी होती है कि ये बेहद मतलबी होते हैं. बिना अपने स्वार्थ के किसी से भी मतलब नहीं रहता है. यह अवसरवादिता 5 मूलांक के लोगों को अपनों से ही नहीं बल्कि, दूसरों से भी दूर ही रखते है.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग