व्यक्तिगत भिन्नता को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं? - vyaktigat bhinnata ko prabhaavit karane vaale kaarak kaun kaun se hain?

विषयसूची

  • 1 व्यक्तिगत क्या है विस्तार से वर्णन कीजिए?
  • 2 जीवों को कितने वर्गों में बांटा गया है?
  • 3 व्यक्तिगत प्रलेख क्या है?
  • 4 व्यक्तिगत भिन्नताओं से आप क्या समझते हैं इसे प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों का वर्णन करें?
  • 5 व्यक्तिगत भिन्नताओं से आप क्या समझते हैं शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत भिन्नताओं के विभिन्न आयाम क्या हैं?
  • 6 शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत मतभेदों को कैसे कम करें?
  • 7 प्रलेख कितने प्रकार के होते हैं?
  • 8 द्वितीयक सूचना कहाँ से प्राप्त कर सकते हैं?
  • 9 सामाजिक से क्या अभिप्राय है?
  • 10 व्यक्तिगत परिचय के अंदर क्या क्या आता है?
  • 11 व्यक्तिगत सामाजिक पहचान में कौन शामिल होता है?
  • 12 व्यक्तिगत व्यवस्था का सबसे बड़ा समर्थक कौन है?

व्यक्तिगत क्या है विस्तार से वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंजेम्स ड्रेवर (James Drever) के अनुसार व्यक्तिगत विभिन्नता की परिभाषा “औसत समूह से मानसिक, शारीरिक विशेषताओं के सन्दर्भ में समूह के सदस्य के रूप भिन्नता या अन्तर को वैयक्तिक भेद या व्यक्तिगत विभिन्नता कहते है।”

जीवों को कितने वर्गों में बांटा गया है?

इसे सुनेंरोकेंवर्तमान समय में ‘अन्तर्राष्ट्रीय नामकरण कोड’ द्वारा जीवों के वर्गीकरण की सात श्रेणियाँ (Ranks) पारिभाषित की गयी हैं। ये श्रेणियाँ हैं- जगत (kingdom), संघ (phylum/division), वर्ग (class), गण (order), कुल (family), वंश (genus) तथा जाति (species).

व्यक्तिगत भिन्नता कितने प्रकार की होती है?

व्यक्तिगत भिन्नता के प्रकार

  • वैयक्तिक विभिका
  • टॉयलर के अनुसार,’शरीर के रूप-रंग, आकार, कार्य, गति, बुद्धि, ज्ञान, उपलब्धि, रुचि, अभिरुचि आदि लक्षणों में पाई जाने वाली भिन्नता को वैयक्तिक भिन्नताकहते हैं।”
  • भाषा के आधार पर वैयक्तिक विभिन्नताएँ
  • लिंग के आधार पर वैयक्तिक विभिन्नता
  • बुद्धि के आधार पर वैयक्तिक विभिन्नता

व्यक्तिगत भिन्नता को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकेंवैयक्तिक भिन्नता का एक कारण आयु और बुद्धि भी है। आयु के साथ-साथ बालक का शारीरिक, मानसिक और संवेगात्मक विकास होता है। इसीलिए विभिन्न आयु के बालकों में अन्तर मिलता है। बुद्धि जन्मजात गुण होने के कारण किसी को प्रतिभाशाली और किसी को मूढ़ बनाकर अन्तर की स्पष्ट रेखा खींच देती है।

इसे सुनेंरोकेंपरिणामतः औसत समूह से मानसिक, शारीरिक विशेषताओं के संदर्भ में समूह के सदस्य के रूप में भिन्नता या अंतर को ‘व्यक्तिगत भेद’ कहा जाता है। बालको को इन विभिनताओं के मुख्य कारकों को प्रेरणा, बुद्धि, परिपक्वता, पर्यावरण संबंधी विभिन्नताओं द्वारा व्यक्त किया जा सकता है।

व्यक्तिगत प्रलेख क्या है?

इसे सुनेंरोकेंक) वैयक्तिक प्रलेख वैयक्तिक प्रलेखों के अंतर्गत वह सम्पूर्ण लिखित सामग्री शामिल हैं जो किसी व्यक्ति द्वारा अपने विषय में उसके दृष्टिकोण को व्यक्त करती हो। इसमें लेखक का कोई विशिष्ट शोधात्मक दृष्टिकोण नहीं होता है। व्यक्तिगत प्रलेखों में सामान्यतः लेखक अपने दृष्टिकोण को अभिव्यक्त करता है।

व्यक्तिगत भिन्नताओं से आप क्या समझते हैं इसे प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों का वर्णन करें?

प्रलेख क्या है?

इसे सुनेंरोकेंदस्तावेज़ या प्रलेख या डॉक्यूमेंट (document) ऐसी वस्तु को कहते हैं जिसमें काग़ज़, कम्प्यूटर फ़ाइल या किसी अन्य माध्यम पर किसी मानव या मानवों द्वारा बनाए गए चिह्नों, शब्दों, विचारों, चित्रों या अन्य अर्थपूर्ण जानकारी को दर्ज किया गया हो।

द्वितीयक प्रलेख से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंऐसे स्रोत जो अपने अस्तित्व के लिए पूर्णतः प्राथमिक स्रोतों पर निर्भर होते हैं उन्हें द्वितीयक स्रोत कहते हैं। द्वितीयक स्रोतों में सूचना को व्यवस्थित एवं योजनाबद्ध तरीके से सकलित किया जाता है।

व्यक्तिगत भिन्नताओं से आप क्या समझते हैं शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत भिन्नताओं के विभिन्न आयाम क्या हैं?

इसे सुनेंरोकेंव्यक्तिगत भेदों के अध्ययन से बालकों की व्यक्तिगत योग्यताओं का पता लगाकर उनका उचित विकास कर सकते हैं। वैयक्तिक भिन्नता के अन्तर्गत शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि भिन्नताओं का अध्ययन किया जाता है। स्किनर (Skinner) के शब्दों में, “बालक के प्रत्येक सम्भावित विकास का एक विशिष्ट काल होता है।

शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत मतभेदों को कैसे कम करें?

शिक्षार्थियों के व्यक्तिगत मतभेदों को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम:

  1. योग्यता समूहन।
  2. पाठ्यक्रम का संवर्धन।
  3. निर्देश का वैयक्तिकरण।
  4. विशेष प्रतिभाओं की पहचान।
  5. प्रतिभाशाली और धीमी गति से सीखने वालों के लिए प्रावधान।
  6. व्यक्ति की क्षमताओं का सही आकलन किया।
  7. शिक्षण की आधुनिक पद्धति को अपनाना।

डॉक्यूमेंटेशन क्या है इन हिंदी?

इसे सुनेंरोकेंUsage : Documentation assistant is now available for Messages. उदाहरण : प्रलेखन सहायक अब मैसेज के लिए उपलब्ध है।

डॉक्यूमेंटेशन क्यों आवश्यक होता है?

इसे सुनेंरोकेंडॉक्यूमेंट की आवश्यकता यदि जमींन की बात करे तो बिना दस्तावेज या डॉक्युमेंट के बिना यह तय नहीं कर सकते की इसका मालिक कौन है। आदि दो व्यक्ति किसी एक जमीन पर मालिकाना हक़ जजता है तब हमें दस्तावेज की आवस्यक्ता होती है। डॉक्युमेंट यह प्रमाणित करता है की जमीन का मालिक कुन है। डॉक्युमेंट कई प्रकार के होते है।

प्रलेख कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसार्वजनिक प्रलेख :- इसको भी दो भागों में बांटा जा सकता है :- • प्रकाशित प्रलेख • अप्रकाशित प्रलेख Page 8 Continued प्रकाशित प्रलेख :- समितियों

द्वितीयक सूचना कहाँ से प्राप्त कर सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंविश्वकोष के अतिरिक्त संदर्भ ग्रन्थ तथा ग्रन्थ सूची भी द्वितीयक सूचना के स्त्रोत हो सकते हैं। 2. जनगणना (Census) जनगणना प्राथमिक सूचना स्त्रोत होती हैं। खोज प्रस्तुत नहीं करता है, इसलिए इन्हें द्वितीय सूचना स्त्रोत कहा गया हैं।

व्यक्तिगत विभिन्नता के विभिन्न आयाम कौन कौन से हैं?

समाज से क्या आशा है उदाहरण देकर समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंजैसे काम, क्षुधा, सुरक्षा आदि। इन अवश्यकताओं की पूर्ति के अभाव में व्यक्ति में कुंठा और मानसिक तनाव से ग्रसित हो जाता है। वह इनकी पूर्ति स्वयं करने में सक्षम नहीं होता है। अत: इन आवश्यकताओं की सम्यक् संतुष्टि के लिए अपने दीर्घ विकास क्रम में मनुष्य ने एक समष्टिगत व्यवस्था को विकसित किया है।

सामाजिक से क्या अभिप्राय है?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक समानता से अभिप्राय है- जाति, रंग, पंथ, धर्म, लिंग और जन्म स्थान के आधार पर किसी के साथ भेदभाव निषेध। सभी लोगों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मुफ्त अभिगम, अर्थात कोई सामाजिक अलगाव नहीं। सभी लोगों के लिए अवसर की समानता।

व्यक्तिगत परिचय के अंदर क्या क्या आता है?

इसे सुनेंरोकेंनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैंडर्ड्स एंड टेक्नोलॉजी स्पेशल पब्लिकेशन 8८००-१२२ व्यक्तिगत रूप से पहचाने जाने योग्य जानकारी को “एक एजेंसी द्वारा रखे गए किसी व्यक्ति के बारे में किसी भी जानकारी, (1) सहित किसी भी जानकारी को पहचानने या ट्रेस करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि” नाम, सामाजिक सुरक्षा संख्या, जन्म की …

ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा करना क्यों महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंव्यक्तिगत पहचान से जुड़ी ऐसी जानकारी जिसे उपयोगकर्ताओं ने डाला है कभी-कभी वेबसाइट पर आने वाले उपयोगकर्ता, खोज बॉक्स और फ़ॉर्म फ़ील्ड में व्यक्तिगत पहचान से जुड़ी जानकारी डालते हैं. Analytics को भेजे जाने से पहले, उपयोगकर्ताओं की डाली गई जानकारी में से व्यक्तिगत पहचान से जुड़ी जानकारी ज़रूर निकाल दें.

व्यक्तिगत विभिन्नता कितने प्रकार की होती है?

इसे सुनेंरोकेंशारीरिक दृष्टि से व्यक्तियों में अनेक प्रकार की विभिन्नताएँ देखनेको मिलती हैं। शारीरिक भिन्नता रंग, रूप, आकार, भार, कद, शारीरिकगठन, यौन-भेद, शारीरिक परिपक्वता आदि के कारण होती है। सभी बालकों की अभिवृति में भी समानता नहीं होती।

व्यक्तिगत सामाजिक पहचान में कौन शामिल होता है?

इसे सुनेंरोकेंऐसे लोग हैं जो खुद को छात्रों, फुटबॉलर्स, पत्रकारों, सिनेफाइल्स के रूप में परिभाषित करते हैं; जबकि अन्य खुद को एक खुश, मिलनसार, मज़ेदार, जिज्ञासु, भावुक व्यक्ति आदि के रूप में परिभाषित करेंगे।. जैसा कि देखा जा सकता है, ये दो प्रकार की परिभाषाएं सबसे आम हैं और उनके बीच एक बुनियादी अंतर प्रस्तुत करती हैं।

व्यक्तिगत व्यवस्था का सबसे बड़ा समर्थक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंपीयर्स (1839-1914) को इसका संस्थापक माना जाता है। किंतु इसके प्रमुख व्याख्याता विलियम जेम्स (1842-1910) हैं।

व्यक्तिगत विभिन्नता के मुख्य कारक कौन कौन से हैं?

परिणामतः औसत समूह से मानसिक, शारीरिक विशेषताओं के संदर्भ में समूह के सदस्य के रूप में भिन्नता या अंतर को 'व्यक्तिगत भेद' कहा जाता है। बालको को इन विभिनताओं के मुख्य कारकों को प्रेरणा, बुद्धि, परिपक्वता, पर्यावरण संबंधी विभिन्नताओं द्वारा व्यक्त किया जा सकता है।

व्यक्तिगत भिन्नता से आप क्या समझते हैं इस को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए?

वैयक्तिक भिन्नता का एक कारण आयु और बुद्धि भी है। आयु के साथ-साथ बालक का शारीरिक, मानसिक और संवेगात्मक विकास होता है। इसीलिए विभिन्न आयु के बालकों में अन्तर मिलता है। बुद्धि जन्मजात गुण होने के कारण किसी को प्रतिभाशाली और किसी को मूढ़ बनाकर अन्तर की स्पष्ट रेखा खींच देती है।

व्यक्तिगत भिन्नताएं क्या है?

जेम्स ड्रेवर के अनुसार, ''कोई व्यक्ति अपने समूह केशारीरिक तथा मानसिक गुणों के औसत से जितनी भिन्नता रखता है, उसे वैयक्तिक भिन्नता कहते हैं। ' टॉयलर के अनुसार,'शरीर के रूप-रंग, आकार, कार्य, गति, बुद्धि, ज्ञान, उपलब्धि, रुचि, अभिरुचि आदि लक्षणों में पाई जाने वाली भिन्नता को वैयक्तिक भिन्नताकहते हैं।”

व्यक्तिगत भिन्नता को निर्धारित करने में कौन सा जैविक कारक नहीं है?

वे अपने पूरे विकास के दौरान, विशेष रूप से महत्वपूर्ण समय जैसे कि प्रसवपूर्व अवधि और प्रारंभिक बाल्यावस्था के दौरान, बच्चों को प्रभावित कर सकते हैंऔर व्यक्तिगत भिन्नता उत्पन्न कर सकते हैं। इस प्रकार यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि अभिभावक-बालक सम्बन्ध व्यक्तिगत भिन्नता को निर्धारित करने वाला जैविक कारक नहीं है।

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