सत्ता की साझेदारी के क्षैतिज वितरण के अंतर्गत कौन शामिल हैं? - satta kee saajhedaaree ke kshaitij vitaran ke antargat kaun shaamil hain?

अभ्यास प्रश्नोत्तर 

1. आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के अलग-अलग तरीके क्या हैं? इनमें से प्रत्येक का एक उदाहरण भी दें।

उत्तर: आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के तरीके निम्नलिखित हैं- 

(i) ऊर्ध्वाधर वितरण - इसमें केन्द्रीय या राष्ट्रीय सरकार , राज्य सरकार और स्थानीय सरकार के मध्य शक्तियों का बंटवारा होता हैं, जैसे भारत में हुआ|

(ii) दबाव-समूह आन्दोलन द्वारा शासन को प्रभावित करना- प्रजातांत्रिक देशों में विभिन्न दबाव समूह और आन्दोलन द्वारा सरकार पर दबाव डालकर अपने हितों की रक्षा के लिए नीतियों का निर्माण कराया जाता हैं| राजनीतिक पार्टियाँ भी आपसी प्रतिस्पर्धा के कारण बारी-बारी से सत्ता का उपयोग करती हैं| 
2. भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण बताएँ। 

उत्तर: सत्ता की हिस्सेदारी के कारण निम्नलिखित हैं-

(i) युक्तिपरक कारण - 

(क) सत्ता की भागीदारी या बंटवारे से विभिन्न समाजिक समूहों के मध्य टकराव कम हो जाता है|

(ख) इससे हिंसा और राजनीतिक अश्तिरता भीं कम हो जाती हैं| इस प्रकार यह राजनीतिक व्यवस्था के स्थायित्व के लिए लाभदायक हैं|

(ग) बहुसंख्यको द्वारा अल्पसंख्यकों से भेदभाव करना दोनों वर्गो क इ लिए हानिकारक साबित होता हैं| अतः सत्ता की भागेदारी आवश्यक हैं|

(ii)  नैतिक कारण -

(क) यह लोकतंत्र के अनुकूल हैं|

(ख) लोकतंत्र में सभी लोगो को भाग लेना चाहिए क्योंकि यह लोगो की सरकार हैं|

(ग) भारत में व्यसक मताधिकार के अंतर्गत सभी 18 वर्ष की आयु के व्यक्तियों के बिना किसी भेदभाव के अपना मत देने का तथा चुनाव लड़ने का अधिकार हैं|
3. इस अध्याय को पढ़ने के बाद तीन छात्रों ने अलग-अलग निष्कर्ष निकाले। आप इनमें से
किससे सहमत हैं और क्यों? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में दें।
थम्मन - जिन समाजों में क्षेत्रीय, भाषायी और जातीय आधार पर विभाजन हो सिर्फ वहीं सत्ता की साझेदारी जरूरी है।
मथाई - सत्ता की साझेदारी सिर्फ ऐसे बड़े देशों के लिए उपयुक्त है जहाँ क्षेत्रीय विभाजन मौजूद होते हैं।
औसेफ - हर समाज में सत्ता की साझेदारी की जरूरत होती है भले ही वह छोटा हो या उसमें सामाजिक विभाजन न हों।

उत्तर: औसेफ का विचार यह हैं कि "हर समाज में सत्ता की साझेदारी की जरूरत होती है, भले ही वह छोटा हो या उसमें सामाजिक विभाजन न हों" उचित हैं। इसके निम्नलिखित कारण हैं-

(i) सत्ता की सांझेदारी लोकतंत्र की आधारशिला हैं क्योंकि लोकतंत्र लोगो की सरकार, लोगो के लिए लोगो के द्वारा होती हैं|

(ii) आजकल देश बड़ा हो या छोटा कोई फर्क नहीं पड़ता हैं भारत विशाल देश हैं, इसमें अनेक समुदाय हैं, बेल्जियम भी एक छोटा देश हैं उसमें भीं अनेक समुदाय हैं| इसके विपरीत जर्मनी और स्वीडन जैसे समरूप समाजों में अनेक संस्कृतियों के लोग हैं | अतः सत्ता की सांझेदारी आवश्यक हैं|

4. बेल्जियम में ब्रूसेल्स के निकट स्थित शहर मर्चटेम के मेयर ने अपने यहाँ के स्कूलों में फ्रेंच बोलने पर लगी रोक को सही बताया है। उन्होंने कहा कि इससे डच भाषा न बोलने वाले लोगों को इस फ्लेमिश शहर के लोगों से जुड़ने में मदद मिलेगी। क्या आपको लगता है कि यह फैसला बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भावना से मेल खाता है? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में लिखें।

उत्तर: बेलिजियम में एक भाषा बोलने वाले कहीं कम हैं तो कहीं पर अधिक | अब क्योंकि 1970 और 1973 के मध्य संशोधन करके सबको मिल जुल कर रहने का अवसर प्रदान किया गया हैं तो स्कूलों में फ्रेंच बोलने पर रोक लगाना उचित नहीं हैं | यह निर्णय बेलिज़ियम की सत्ता की सांझेदारी की व्यवस्था की मूल भावना का उल्लंघन हैं| इसके अतिरिक्त यह निर्णय डच न बोलने वालों की भावनाओ के विरुद्ध हैं|
5. नीचे दिए गए उद्धरण को गौर से पढ़ें और इसमें सत्ता की साझेदारी के जो युक्तिपरक कारण बताए गए हैं उसमें से किसी एक का चुनाव करें।
"महात्मा गाँधी के सपनों को साकार करने और अपने संविधन निर्माताओं की उम्मीदों को पूरा करने के लिए हमें पंचायतों को अधिकार देने की जरूरत है। पंचायती राज ही वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना करता है। यह सत्ता उन लोगों के हाथों में सौंपता है जिनके हाथों में इसे होना चाहिए। भ्रष्टाचार कम करने और प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाने का एक उपाय पंचायतों को अधिकार देना भी है। जब विकास की योजनाओं को बनाने और लागू करने में लोगों की भागीदारी होगी तो इन योजनाओं पर उनका नियंत्राण बढ़ेगा। इससे भ्रष्ट बिचौलियों को खत्म किया जा सकेगा। इस प्रकार पंचायती राज लोकतंत्र की नींव को मजबूत करेगा।"

उत्तर: पंचायती राज ही वास्तविक लोक तंत्र की स्थापना करता हैं| यह सत्ता उनलोगों को सौपता हैं जिनके हाथों में इसे होना चाहिए|
6. सत्ता के बँटवारे के पक्ष और विपक्ष में कई तरह के तर्क दिए जाते हैं। इनमें से जो तर्क सत्ता के बँटवारे के पक्ष में हैं उनकी पहचान करें और नीचे दिए गए कोड से अपने उत्तर का चुनाव करें।
सत्ता की साझेदारी :
(क) विभिन्न समुदायों बीच के टकराव को कम करती है।

() पक्षपात का अंदेशा कम करती है।
() निर्णय लेने की प्रक्रिया को अटका देती है।
() विविधताओं को अपने में समेट लेती है।
() अस्थिरता और आपसी फूट को बढ़ाती है।
() सत्ता में लोगों की भागीदारी बढ़ाती है।
(देश की एकता को कमजोर करती है।

  1 2 3 4
(सा)
(रे)
(गा)
(मा)

उत्तर: (सा) क, ख, घ, च |
7. बेल्जियम और श्रीलंका की सत्ता में साझीदारी की व्यवस्था के बारे में निम्नलिखित बयानों
पर विचार करें :
(क) बेल्जियम में डच-भाषी बहुसंख्यकों ने फ्रेंच-भाषी अल्पसंख्यकों पर अपना प्रभुत्व
जमाने का प्रयास किया।
(ख) सरकार की नीतियों ने सिंहली-भाषी बहुसंख्यकों का प्रभुत्व बनाए रखने का प्रयास
किया।
(ग) अपनी संस्कृति और भाषा को बचाने तथा शिक्षा तथा रोजगार में समानता के अवसर
के लिए श्रीलंका के तमिलों ने सत्ता को संघीय ढाँचे पर बाँटने की माँग की।
(घ) बेल्जियम में एकात्मक सरकार की जगह संघीय शासन व्यवस्था लाकर मुल्क को भाषा के आधार पर टूटने से बचा लिया गया।
ऊपर दिए गए बयानों में से कौन-से सही हैं?

(सा) क, ख, ग और घ
 (रे) क, ख और घ
(गा) ग और घ
(मा)  ख, ग और घ

उत्तर: (मा) ख, ग और घ |
8. सूची I (सत्ता के बँटवारे के स्वरूप) और सूची II (शासन के स्वरूप)  में मेल कराएँ और
नीचे दिए गए कोड का उपयोग करते हुए सही जवाब दें :

सूची I  सूची II
1. सरकार के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा  (क) सामुदायिक सरकार
2. विभिन्न स्तर की सरकारों के बीच अधिकारों का बँटवारा (ख) अधिकारों का वितरण
3. विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच सत्ता की साझेदारी (ग) गठबंधन सरकार
4. दो या अधिक  दलों के बीच सत्ता की साझेदारी

(घ) संघीय सरकार

  3  4
(सा) घ 
(रे) घ 
(गा) घ 
(मा) घ 

उत्तर: (गा) ख, घ, क, ग |
9. सत्ता की साझेदारी के बारे में निम्नलिखित दो बयानों पर गौर करें और नीचे दिए गए कोड के आधार पर जवाब दें :
(अ) सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र के लिए लाभकर है।
(ब) इससे सामाजिक समूहों में टकराव का अंदेशा घटता है।
इस बयानों में कौन सही है और कौन गलत?
(क) अ सही है लेकिन ब गलत है।
(ख) अ और ब दोनों सही हैं।
(ग) अ और ब दोनों गलत हैं।
(घ) अ गलत है लेकिन ब सही है।

उत्तर: (ख) अ और ब दोनों सही हैं।

सत्ता का क्षैतिज वितरण क्या है Class 10?

शासन के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा: सत्ता के विभिन्न अंग हैं; विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। इन अंगों के बीच सत्ता के बँटवारे से ये अंग एक ही स्तर पर रहकर अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हैं। इस तरह के बँटवारे को सत्ता का क्षैतिज बँटवारा कहते हैं।

निम्नलिखित में से कौन सा उदाहरण सत्ता के क्षैतिज वितरण का है?

Answer: लोकतंत्र में शासन के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा होता है। उदाहरण के लिए; विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता का बँटवारा।

सत्ता का क्षैतिज वितरण क्या होता है?

Explanation: शासन के विभिन्न अंग, जैसे विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता का बँटवारा रहता है। इसे हम सत्ता का क्षैतिज वितरण कहेंगे कयोंकि इसमें सरकार के विभिन्न अंग एक ही स्तर पर रहकर अपनी-अपनी शक्ति का उपयोग करते है।

सत्ता के क्षैतिज वितरण एवं ऊर्ध्वाधर वितरण में क्या अंतर है?

Solution : ऊर्ध्वाधर वितरण में सत्ता को सरकार के विभिन्न स्तरों के बीच विभाजित किया जाता है जो कि केंद्र सरकार राज्य सरकार स्थानीय सरकार है। सत्ता के क्षैतिज वितरण में शक्ति विधायी कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच विभाजित है।

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