मेडिटेशन आपके दिमाग को अपने विचारों पर ध्यान के केंद्रित करने और पुनर्निर्देशित करने के लिए प्रशिक्षित करने की आदत है। मेडिटेशन की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है क्योंकि ज्यादातर लोग इसके कई स्वास्थ्य लाभों की खोज करते हैं। मेडिटेशन करना इतना गुणकारी है कि लोग इसे अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बना रहे हैं। कई लोग तो मेडिटेशन अपने तनाव को कम करने के लिए और एकाग्रता विकसित करने के लिए भी करते हैं। आज यहां हम आपको मेडिटेशन के कुछ ऐसे फायदे बताएंगे जो आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं। Show
अब अपनी बॉडी को आराम की पुजिशन में ले जाएं। फिर शरीर को ढीला छोड़ दें ताकि सभी मसल्स रिलैक्स हो सके। इस प्रोसेस को पैरों से शुरू करके अपने फेस तक लाएं। सुनिश्चित करें कि पूरा शरीर रेस्ट करे। ध्यान में लगाने में सांस कैसे लेंआराम की पुजिशन में आने के बाद सांस लेने की क्रिया पर ध्यान दें। प्राकृतिक रूप से शरीर को सांस लेने के लिए प्रेरित करें। इसके बाद धीरे-धीरे गहरी सांस लें और फिर उसी तरह से सांस बाहर निकालें। ध्यान के लाभ को हासिल करने के लिए इस क्रिया को मन से कई बार दोहराएं। और पढ़ें : भागदौड़ भरी जिंदगी ने उड़ा दी रातों की नींद? जानें इंसोम्निया का आसान इलाज फोकस करेंअब अपना ध्यान किसी एक बिंदु पर फोकस करने की कोशिश करें। मेडिटेशन के लाभ तभी मिलेंगे जब आप पूरी तरह से फोकस होंगे। इसके लिए अपने अंतर्मन पर ध्यान केंद्रित करें। इसके लिए आप एक से पांच तक गिनती करें। इस प्रक्रिया को कई बार दोहराएं। वहीं, आप किसी ऐसी चीज या विचार पर भी ध्यान केंद्रित करने का प्रयास कर सकते हैं, जो आपको खुशी देता हो। मेडिटेशन के लाभ पाने के लिए पॉजिटिव रहेंअगर आप पहली बार ध्यान लगाने जा रहे हैं तो हो सकता है कि आपका मन बार-बार दूसरी ओर जाए। इसके लिए जरूरी है कि मन में बैलेंस की अवस्था को बनाने की कोशिश करें और मन को भटकने से रोकें। यदि मन किसी वजह से भटक जाए, तो उसे फिर से केंद्रित करने का प्रयास करें। और पढ़ें : महिलाओं में डिप्रेशन क्यों होता है, जानिए कारण और लक्षण मेडिटेशन के 7 लाभ (Meditation Benefits)मेडिटेशन करने के फायदे कई होते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं- 1. मेडिटेशन के लाभ :स्ट्रेस में कमीरोजाना ध्यान लगाने से दिमाग शांत होता है और तनाव कम होता है। मेडिटेशन के लाभ में यह सबसे अहम है। 2. मेडिटेशन के मानसिक लाभ- चिंता और डिप्रेशन होता है कमनियमित ध्यान लगाने के सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे चिंता और अवसाद से निजात मिलती है। 3. मेडिटेशन के लाभ : दिमाग का विकास होता है सहीमेडिटेशन दिमाग के डेवलपमेंट के लिए भी बेहद लाभकारी होता है। इसका कारण यह है कि इसकी मदद से स्ट्रेस, एंग्जायटी की समस्या और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इससे दिमाग के कार्य करने की क्षमता मजबूत होती है। और पढ़ें : ये योगासन आपको रखेंगे हेल्दी और फिट 4. मेडिटेशन के शारीरिक लाभ – ब्लड प्रेशर में सुधारमेडिटेशन के लाभ में यह एक बड़ा लाभ है कि इससे रक्तचाप को नियंत्रित करने में आसानी होती है। नियमित ध्यान लगाने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। 5. दर्द से निजातमेडिटेशन करने से बॉडी में रक्त प्रवाह बेहतर होता है और माइंड शांत होता है। इस वजह से आत्मिक और शारीरिक दोनों तरह के दर्द से छुटकारा मिल जाता है। और पढ़ें : असामान्य तरीके से वजन का बढ़ना संकेत है कमजोर मेटाबॉलिज्म का 6. दिल की सेहत सुधरती हैमध्यान लगाने से दिल की बीमारी के लिए मुख्य कारण (तनाव, चिंता और ब्लड प्रेशर) को कम करने में मददगार होते हैं। मेडिटेशन के लाभ से हृदय संबंधी बिमारियों को दूर करते हैं। 7. मेडिटेशन के आध्यात्मिक लाभ – दयालु बनाता हैमेडिटेशन के लाभ में यह आध्यात्मिक लाभ भी मिलता है कि, इससे आपका व्यक्तित्व दयालु बन जाता है। आपके अंदर सकारात्मक विचार आने लगते हैं और आप दूसरे लोगों की पीड़ा और स्थिति को समझकर बेहतर मदद कर पाते हैं। इससे आपके मन में प्रेम का जन्म होता है। Meditation VIDEO – ध्यान लगाने से कैसे मिलती है खुशी8. स्लीप पैटर्न (sleep pattern) में सुधारमाइंडफुलनेस मेडिटेशन (mindfulness meditation) करने से नींद में सुधार होता है। वहीं, इस विषय पर हुई रिसर्च की मानें तो रोजाना ध्यान लगाने से नींद की बीमारियां दूर होती हैं। ऊपर बताए गए मेडिटेशन के लाभ आपको कैसे लगे? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही अगर आपका इस विषय से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव है तो वो भी हमारे साथ शेयर करें। भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान इस कदर व्यस्त है कि अपनी सेहत के लिए भी समय नहीं निकाल पाता। फलस्वरूप, आप आसानी से कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इन सभी मुसीबतों से पीछा छुड़ाने का एक बेहतरीन विकल्प है योग और मेडिटेशन यानी कि ध्यान लगाना। इसे करने के कई तरीके हैं, जिसके लिए न तो आपको अपनी दिनचर्या में बड़ा बदलाव करना होगा और न ही कोई खास तैयारी करनी होगी। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको मेडिटेशन क्या है, इसके कुछ आसान प्रकार, उपयोग और फायदों के बारे में बताएंगे। साथ ही लेख के माध्यम से आपको इसे करने के सही नियम और समय से संबंधित जानकारी भी देंगे। मेडिटेशन के प्रकार और फायदों के बारे में जानने से पहले जरूरी होगा कि मेडिटेशन करने के तरीके के बारे में अच्छे से जान लें। विषय सूची
मेडिटेशन (ध्यान) कैसे करें – How to Meditate in Hindiध्यान लगाना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है, लेकिन कई लोगों में मेडिटेशन को लेकर सवाल उठता है कि आखिर मेडिटेशन कैसे करें। बता दें मेडिटेशन करने के तरीके में कुछ खास नियम शामिल हैं। इन्हें ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इन्हें अपनाकर आप मेडिटेशन की शुरुआत कर सकते हैं (1)।
मेडिटेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अपनी हथेलियों को रगड़कर आंखों पर लगाएं। उसके बाद धीरे-धीरे अपनी आंखों को खोलकर ध्यान की अवस्था से बाहर आएं और अपनी हथेलियों को देखें। मेडिटेशन कैसे करें इस बारे में जानने के बाद आगे के लेख में हम मेडिटेशन कितने प्रकार का होता है इस बारे में बताएंगे। मेडिटेशन के प्रकार – Types of Meditation in Hindiमेडिटेशन के प्रकारों की बात करें, तो इसे करने के कई तरीके हैं, जिन्हें अनेक भागों में विभाजित कर दिया गया है। इनमें से कुछ खास के बारे में हम आपको बताने का प्रयास करेंगे (2)। 1. आध्यात्मिक मेडिटेशनShutterstock आध्यात्मिक ध्यान आपको मोह-माया से अलग दुनिया को देखने में मदद करता है। इसके निरंतर उपयोग से आप अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने में समर्थ होते हैं। इससे विचारों और अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए नई मानसिक ऊर्जा का आप में संचार होता है। 2. विपश्यना मेडिटेशनध्यान का यह तरीका सबसे प्राचीन माना गया है। बताया जाता कि ध्यान के इस तरीके को करीब 2500 साल पहले महात्मा बुद्ध ने प्रचारित और प्रसारित किया गया था। मेडिटेशन का यह प्रकार आज व्यापक रूप से उपयोग में लाया जाता है। इसकी सहायता से मनुष्य अपने मन के भीतर झांक कर खुद को समझने की कोशिश करता है। इसकी सहायता से मनुष्य अपने विचारों व भावनाओं को नियंत्रित करने के साथ सही और गलत में फर्क करने की क्षमता को विस्तार देने में समर्थ होता है। 3. जेन मेडिटेशनमेडिटेशन का यह प्रकार चीनी बौध धर्म द्वारा प्रचारित और प्रसारित किया गया। बता दें कि ध्यान का यह तरीका माइंडफुलनेस मेडिटेशन के अंतर्गत आता है, जिसमें दिमाग को एकाग्र करने पर खास ध्यान दिया जाता है। ध्यान की इस मुद्रा में आपको सुखासन मुद्रा में बैठकर और हाथों को आपस में मिलाते हुए बैठना होता है। ध्यान की इस स्थिति में आपको मुख्य रूप से अपने दैनिक कार्यों पर ध्यान लगाने की आवश्यकता होती है। ध्यान का यह प्रकार आपको दिमागी रूप से विकसित और समृद्ध बनाने में सहायक माना जाता है। 4. शिव मेडिटेशनShutterstock शिव ध्यान आध्यात्मिक ध्यान का ही एक प्रकार है। इसमें आप एक आध्यात्मिक ऊर्जा को केंद्र बिंदु मानकर अपना ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करते हैं। यह प्रक्रिया आपको चेतन मन के परे ले जाकर अपने अचेतन मन में झांकने के लिए प्रेरित करती है। इससे दुनिया को समझने और उसे अनुभव करने के नजरिए में बदलाव महसूस होता है। 5. राजयोग मेडिटेशनध्यान के इस प्रकार का उल्लेख सबसे पहले श्रीमद्भगवत गीता में किया गया था। वहीं, 19वीं शताब्दी में स्वामी विवेकानंद ने इस प्रकार को प्रचारित और प्रसारित किया। ध्यान का यह प्रकार आपको शांत रहने और खुद का निरीक्षण करने में मदद करता है। इससे आपके व्यक्तित्व में गंभीरता का भाव पनपता है। इस योग की खास बात यह है कि इसमें किसी प्रकार के मंत्रों का उपयोग नहीं किया जाता। योग की इस प्रक्रिया में आप अपनी आंखें खुली रख कर ध्यान लगा सकते हैं। 6. ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशनमेडिटेशन के इस प्रकार में मनुष्य अपने भीतर यानी अचेतन मन में झांकने का प्रयास करता है। इसके लिए किसी खास मंत्र का उपयोग भी किया जा सकता है। यह आपको भौतिक बाधाओं (दुख, सुख, खुशी और गम) से दूर ले जाकर अपने अस्तित्व का एहसास कराता है। जो आपको यह समझने में मदद करता है कि भौतिक चीजों का दुनिया में कोई भी मोल नहीं हैं। 7. मंत्र मेडिटेशनमंत्र मेडिटेशन ध्यान का एक ऐसा प्रकार है, जो ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन के अंतर्गत ही आता है। इसमें अपने ध्यान को केंद्रित करने के लिए मंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है। ध्यान रहे यहां मंत्रों से अर्थ किसी धार्मिक परिवेश से जुड़ा हुआ नहीं है। यहां मंत्र का अर्थ किसी शब्द, वाक्य, गाने या कुछ और जिसे बोलने से आपको खुशी या संतुष्टि का एहसास हो सकता है, उससे से है। Subscribe 8. मूवमेंट मेडिटेशनShutterstock मेडिटेशन का यह प्रकार माइंडफुलनेस मेडिटेशन के अंतर्गत आता है। बता दें कि ध्यान के इस प्रकार में किसी एक कार्य को लक्ष्य मानकर प्रयास किया जा सकता है। इसे हठ योग भी कहा जा सकता है। मेडिटेशन की यह प्रक्रिया किसी विशेष कार्य की पूर्ति होने तक उस पर आपका ध्यान केंद्रित करने में आपकी मदद करती है। ध्यान के इस प्रकार की खास बात यह है कि इसे चलते-फिरते किया जा सकता है। 9. फोकस मेडिटेशनध्यान का यह प्रकार विपश्यना मेडिटेशन के अंतर्गत ही आता है। इसमें व्यक्ति किसी मूर्ती, वस्तु या फिर अपनी अंतरात्मा पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करते हैं। इस प्रक्रिया को नियमित अपनाने से इंसान का दिमागी विकास होता है। साथ ही किसी काम को केंद्रित होकर करने की क्षमता पैदा होती है। इसके प्रकारों को जानने के बाद हम मेडिटेशन के लाभ के बारे में विस्तार से जानेंगे। मेडिटेशन के फायदे – Benefits of Meditation in Hindiमेडिटेशन के लाभ कई होते हैं, जिनमें से कुछ के बारे में हम आपको कुछ बिन्दुओं के माध्यम से समझाएंगे (1)।
फायदों को जानने के बाद अब उपयोग में लाई जाने वाली कुछ जरूरी मेडिटेशन टिप्स के बारे में बताएंगे। मेडिटेशन (ध्यान) के टिप्स – Meditation Tips in Hindi1. सही समयमेडिटेशन के लिए समय का अपना एक अलग महत्व होता है। यही वजह है कि मेडिटेशन करने के लिए सूर्योदय के समय को सबसे अच्छा माना जाता है। कारण यह है कि सुबह के समय आपका शरीर तनाव मुक्त और नई ऊर्जा से भरपूर होता है। इसलिए, अगर आप मेडिटेशन करने की सोच रहे हैं, तो सुबह 6 से 7 बजे के बीच का समय चुनाव के लिए बेहतर माना जा सकता है (5)। 2. शांत वातावरणमेडिटेशन करने के लिए दिमाग का शांत होना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर आपका ध्यान अन्य चीजों में लगा रहेगा, तो मन को एकाग्रचित कर पाने में आप सक्षम नहीं हो पाएंगे। इसलिए, शांत वातावरण यानी एकांत का होना बहुत जरूरी है (6), नहीं तो मेडिटेशन करने में आपको दिक्कत महसूस होगी। साथ ही व्यापक परिणाम भी हासिल नहीं हो पाएंगे। इसलिए, जरूरी है कि मेडिटेशन को शुरू करने से पहले आप यह सुनिश्चित कर लें कि इसके लिए आपने जिस जगह का चुनाव किया है, वह शोर-शराबे से मुक्त हो। 3. आरामदायक कपड़ों का चयनमेडिटेशन में कपड़ों का चुनाव भी अहम भूमिका निभाता है। कारण यह है कि अगर आप चुस्त कपड़ों का चयन करते हैं, तो वह आपके ध्यान को भटकाने का काम कर सकते हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि इस दौरान हल्के और आरामदायक कपड़ों को इस्तेमाल में लाया जाए (7)। 4. वार्म अपअब आती है मेडिटेशन के लिए अंतिम पड़ाव की बात। बता दें सही समय, शांत दिमाग और सही कपड़ों का चयन करने के बाद मेडिटेशन शुरू करने से पहले हल्का वार्म अप (15 से 20 मिनट) जरूर करें (8)। इससे पूरे शरीर में खून का संचार होना शुरू हो जाएगा, जो मेडिटेशन की प्रक्रिया में मददगार साबित होता है। इसके बाद आप मेडिटेशन के कई तरीकों में से किसी एक का चुनाव कर इस प्रक्रिया को अंजाम दे सकते हैं। मेडिटेशन के नियमों को जानने के बाद अब हम आपको इसके प्रकारों के बारे में बताएंगे। 5. पेट खाली होनाविशेषज्ञों के मुताबिक मेडिटेशन खाली पेट ही करना चाहिए (5)। इससे आप अपने शरीर की सारी ऊर्जा का इस्तेमाल ध्यान केंद्रित करने में कर पाएंगे। साथ ही यह आपको बेहतर परिणाम हासिल करने में मदद करेगा। 6. गहरी सांसमेडिटेशन के दौरान आपको गहरी सांस लेनी चाहिए और फिर उसे धीरे-धीरे बाहर छोड़ना चाहिए। साथ ही आपको इस प्रक्रिया को करने में अपने पूरे ध्यान को लगाने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से मन शांत होता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। मेडिटेशन टिप्स जानने के बाद अब हम इससे संबंधित कुछ सावधानियों के बारे में बात करेंगे। मेडिटेशन के लिए कुछ सावधानियां – Precautions for Meditation In Hindiमेडिटेशन के दौरान आपको कुछ सावधानियों का भी ध्यान रखना चाहिए, जिसके बारे में हम आपको कुछ बिन्दुओं के माध्यम से समझाएंगे (1)।
मेडिटेशन क्या होता है, अब तो आप इस बारे में अच्छे से जान ही गए होंगे। साथ ही आपको इससे संबंधित लाभों के बारे में भी पूरी जानकारी हासिल हो गई होगी। लेख में आपको ध्यान के प्रकार और उनसे जुड़ी सभी खास बातों को भी समझाया जा चुका है। वहीं, आपको इसे करने के तरीकों से जुड़ी जानकारी भी दी जा चुकी है। ऐसे में अगर आप भी मेडिटेशन को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने के बारे में सोच रहे हैं, तो पहले लेख में बताई गई सभी बातों को ध्यान से पढ़ें। उसके बाद ही उन्हें अमल में लाएं। आशा करते हैं कि यह लेख आपकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर कर स्वस्थ जीवन जीने में आपकी सहायता करेगा। इस विषय में किसी अन्य प्रकार के सुझाव और सवालों के लिए आप हमसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं। अक्सर पूछे जाने वाले सवालमेडिटेशन का सबसे आसान तरीका क्या है? बता दें कि ध्यान करने का कोई भी आसान तरीका नहीं है। इसके लिए आपको नियमित रूप से अभ्यास करने की जरूरत होती है। साथ ही मन को एकाग्र करने का कौशल सीखना होता है, ताकि मन को भटकने से रोका जा सके। फिर भी आप चाहे तो थोड़ी देर के लिए सुखासन में शांत मुद्रा में बैठ जाएं। आंखें बंद करके अपने अंदर की सकारात्मक ऊर्जा को महसूस करने का प्रयास करें। इस दौरान आप चाहें तो कुछ मंत्रों जैसे: गायत्री या अन्य जो आपको याद हो, उसका उपयोग कर सकते हैं। मैं एक दिन में कितनी देर तक ध्यान कर सकता हूं? मेडिटेशन के शुरुआती दौर में आपको 10 से 15 मिनट तक ध्यान करने का प्रयास करना चाहिए। जब आप इस समय तक ध्यान करने के अभ्यस्त हो जाएं, तो समय को अपनी इच्छा के अनुसार आधे घंटे या एक घंटे तक बढ़ा सकते हैं। और पढ़े:
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