दुनिया का सबसे मजबूत लोहा कौन सा है? - duniya ka sabase majaboot loha kaun sa hai?

नई दिल्ली। अगर हम आपसे पूछें कि सबसे मजबूत सामग्री क्या है? आप आमतौर पर लोहे, स्टील या फिर हीरा का नाम लेंगे। लेकिन, ये गलत है। ग्रेफीन (Graphene) एक ऐसा मटेरियल है जो दुनिया का सबसे मजबूत सामग्री है। ये कार्बन का एक फॉर्म है। इस मटेरियल की न तो ज्यादा मोटाई और न ही इसका वेट है। फिर भी इसे दुनिया का सबसे मजबूत मटेरियल माना जाता है।

स्टील से 100 गुना ज्यादा मजबूत

इतना ही नहीं ये स्टील से भी 100 गुना ज्यादा मजबूत होता है। इसकी 1Squaere मीटर की शीट का वजन महज 0.77 GMS होता है। ग्रेफीन काफी लचीला होता है। इस मेटेरियल में इतने फीचर्स हैं की हम सोच नहीं सकते। इस मटेरियल का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक और नॉन-इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने में किया जा सकता है। क्योंकि ये जंग रोधक और कागज से भी 10 गुना ज्यादा हल्का होता है। साथ ही लचीला भी होता है।

इन्होंने की थी ग्रेफीन की खोज

साल 2004 में मैनचेस्टर विवि के दो शोध प्रोफेसर आंद्रे जीम और कोंसटांटि नोवोसोलो ने ग्रेफीन की खोज की थी। यह मधुमक्खी के छत्ते जैसे आकार की एक परत है जो पतले कार्बन परमाणुओं से बना होता है और स्टील से भी कई गुना मजबूत होतै है। इसे दुनिया का सबसे पतला, मजबूत, पारदर्शी और लचीला मटेरियल माना जाता है। इस खोज के लिए दोनों को साल 2010 में भौतकी का नोबल पुरस्कार भी दिया गया था।

दो हाथी मिलकर भी नहीं कर सकते ये काम

हालांकि, ग्रेफिन का निर्माण अभी शुरूआती चरण में है। इसके विकास में अभी थोड़ा समय लगेगा। लेकिन कहा जाता है ग्रेफीन से बने पेपर को दो हाथी मिलकर भी नहीं फाड़ सकते हैं। ग्रेफिन मौलिक रूप से ग्रेफाइट की एक परत है और इसकेआश्चर्यजनक गुणों को देखते हुए इसे दुनिया को बदलने पदार्थ के रूप में देखा जा रहा है। इससे वैज्ञानिक अधिक शक्तिशाली बैटरी विकसित करने की उम्मीद कर रहे हैं जो इतनी छोटी हो सकती है कि उन्हें आप अपने कपड़ों या यहां तक ​​कि आपकी त्वचा में भी छुपाया जा सकता है!

कहां-कहां कर सकते हैं ग्रेफीन का इस्तेमाल

1. ग्रेफीन से बनी इलेक्ट्रिक सामान बहुत मजबूत होंगे जैसे ट्रांसफार्मर, बिजली के खम्बे, और बिजली के वायर आदि।

2. ग्रेफीन बिजली का सबसे अच्छा संवाहक है जिसका इस्तेमाल दूर तक बिजली पहुचाने में किया जा सकता है क्युकी तांबा में बिजली ग्रेफीन के मुकाबले ज्यादा बिजली खर्च होती है।

3. कार, हवाई जहाज, पानी के जहाज बनाने में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है ताकि उनको और ज्यादा मजबूत बनाया जा सके।

4. पारदर्शी होने के कारण इसका इस्तेमाल बुलेट प्रूफ कांचो में, जाकेट और लेबोरटरी में किया जा सकता है।

5. ग्रेफीन सिलिकान से कई गुना बेहतर और तेज है जिससे इसका उपयोग चिप बनाने और कम्प्यूटर के अन्य सामान में किया जा सकता है।

6. ग्रेफीन का उपयोग जल संकट को दूर करने में किया जा सकता है क्युकी ये गंदे पानी को भी साफ कर सकता है ये पानी को आरो से भी ज्यादा साफ कर सकता है बिना उसके किसी तत्व को नुकसान पहुचाये।

7. समुद्र के खारे पानी को साफ करने में इसका उपयोग किया जा सकता है। क्योंकि इसकी परत के उपर परत रखने से ये नमक के कण को भी बाहर ही रोक देगा,आस्ट्रेलिया में ये प्रयोग सफल भी हुआ है।

8. ग्रेफीन जंग रोधक है ग्रेफीन कि परत के उपर परत रख कर हम इसका इस्तेमाल बिल्डिंग मटेरियल में आसानी से कर सकते है।

9. मोबाइल फोन की डिस्प्ले और बैटरी बनाने में इसका उपयोग लाभदायक होगा, क्योंकि ये ज्यादा मजबूत और ज्यादा समय तक चलेगा इसके इस्तेमाल से बैटरी जल्दी चार्ज हो जाया करेगी।

10. Graphene के बने पेंट का इस्तेमाल कर हम घरो को वाटर प्रूफ और जंग रोधक बना सकते हैं।

दुनिया का सबसे मजबूत लोहा कौन सा है? - duniya ka sabase majaboot loha kaun sa hai?

1. लोहा या आयरन (Iron) किसे कहते हैं?

Ans - लोहा एक धातु तत्व है जो पृथ्वी पर चौथा सबसे अधिक पाया जाने वाला तत्व है। इसका निर्माण अयस्कों से किया जाता है। ये लोहा प्रकृति में अयस्कों के रुप में पाए जाते हैं। आवर्त सारणी में इसको Fe से दर्शाया जाता है और इसका परमाणु क्रमांक 26 होता है।

2. लोहा धातु है या अधातु है?

Ans - लोहा एक धातु तत्व है, जो कई रूपो में पाया जाता है। यह खून में भी उपस्थित रहता है तथा खनिज लवणों में भी पाया जाता है। यह प्रकृति में खनिज तत्वों और अयस्कों के रूप में विद्यमान रहता है।

3. लोहा किस रंग का होता है?

Ans - लोहे का रंग श्वेत माना जाता है। हम कह सकते हैं कि विशुद्ध लोहा का रंग चांदी की तरह होता है।

4. कच्चा लोहा (Pig Iron) किसे कहते हैं?

Ans - लोहे के अयस्क से जो लोहा प्राप्त किया जाता है तथा जिसमे कार्बन की मात्रा 3.5% से 4.5% तक होती है उसे कच्चा लोहा कहते हैं।

5. ढलवा लोहा (Cast Iron) किसे कहते हैं?

Ans - ऐसा लोहा जिसमे कार्बन की मात्रा 2.1% - 4% तक होती है उसे ढलवा लोहा (Cast Iron) कहते हैं। इसे कच्चे लोहे से बनाया जाता है।

6. लोहा कितने प्रकार के होते हैं?

Ans - लोहा निष्कर्षण के आधार पर चार प्रकार के होते हैं-

१.कच्चा लोहा

२.पिटवा लोहा

३.ढलवा लोहा

४.स्टील

7. पिटवा लोहा (Wrought Iron) किसे कहते हैं?

Ans - जब लोहे में कार्बन की मात्रा 0.8% से भी कम होती है तो उसे पिटवा लोहा (Wrought Iron) कहते हैं।

8. स्टील/इस्पात (Steel) किसे कहते हैं?

Ans - स्टील को लोहे के द्वारा बनाया जाता है। जब शुद्ध लोहे में 2% तक कार्बन मिलाया जाता है तो स्टील का निर्माण होता है। स्टील में कार्बन की मात्रा को थोड़ा बदलकर प्रयोग किया जाता है तो इसकी सामर्थ्य घटाई भी जा सकती है और बढ़ाई भी जा सकती है।

9. लोहा की खोज कब और किसने की?

Ans - लोहा की प्रयोग प्राचीन समय से होता आ रहा है। इसके द्वारा पुराने समय मे भी हथियार बनाया जाता था, जिससे आदिमानव शिकार करते थे। प्राचीन समय से लोहे का उपयोग होने के कारण यह बता पाना मुश्किल है कि लोहे की खोज कब और किसने की , परन्तु ऐसा माना जाता है कि भारत मे लोहे का उपयोग 1300 ईसापूर्व से पहले से हो रहा है।

10. लोहा और इस्पात में क्या अंतर है?

Ans - लोहा से ही इस्पात बनता है। जब लोहे में 2% या इसके आसपास जब कॉर्बन मिलाया जाता है तो स्टील/इस्पात का निर्माण होता है।

11. स्टील और इस्पात में क्या अंतर है?

Ans - स्टील और इस्पात में कोई अंतर नही होता है क्योंकि इस्पात को ही अंग्रेजी में स्टील (Steel) कहते हैं।

12. लोहे के ऊपर जस्ते की परत लगाने को क्या कहते हैं?

Ans - लोहे के ऊपर जब जस्ते/जिंक की परत चढ़ाई जाती है तो उसे गैल्वानीकरण (Galvanization) कहते हैं।

13. लौह अयस्क कितने प्रकार के होते हैं उनके नाम बताइए?

Ans - लौह अयस्क निम्न प्रकार के होते हैं -

●मैग्नेटाइट

●हेमेटाइट

●लिमोनाइट

●सिडेराइट

●गोयेथाइट

●पाईराइट

14. लोहा का उपयोग कंहा होता है?

Ans - लोहा का उपयोग इंजीनियरिंग क्षेत्र में, अद्योगिक क्षेत्र में, घरेलू कामकाज, खेलकूद व ऑटोमोबाइल क्षेत्र, मनोरंजन क्षेत्र व अन्य क्षेत्र में प्रयोग किया जाता है। जैसे - मशीन में, औजार व टूल में, बर्तन निर्माण में, दरवाजा व खिड़की के रूप में, पाइप निर्माण, मोटर, वाहन, विमान में, रॉड इत्यादि अनेको क्षेत्र में उपयोग किया जाता है।

15. सबसे अच्छा लोहा कौन सा है?

Ans - स्टील को सबसे अच्छा लोहा माना जाता है क्योंकि यह सामर्थ्यवान होने के साथ-साथ मजबूत होता है। स्टील पर जंग लगने की संभावना बहुत कम होती है।

16. शुद्ध लोहा कौन सा है या शुद्ध लोहा किसे कहते हैं?

Ans - पिटवा लोहा (Wrought Iron) को सबसे शुद्ध लोहा माना जाता है। इसमें केवल आयरन सिलिकेट स्लैग के रुप मे उपस्थित होता है। और इसमें 0.8% से भी कम कार्बन होता है।

17. लोहे का गलनांक कितना होता है?

Ans - लोहे को जब 1539 ℃ का तापमान दिया जाता है तो यह पिघलने लगता है। अर्थात लोहे का गलनांक 1539℃ होता है।

18. लोहे का क्वथनांक कितना होता है?

Ans - लोहे को जब 2740℃ का तापमान दिया जाता है तो वह उबलने लगता है और भाप बन जाता है।

19. भारत मे सबसे ज्यादा लोहा कंहा पाया जाता है?

Ans - भारत में सबसे अधिक लोहा सिंहभूमि में मिलता है जो उड़ीसा राज्य में स्थित है। 

20. लोहे के समान बनाने वाले को क्या बोलते हैं?

Ans - सामान्यतः लोहे के समान बनाने वाले को लोहार कहते हैं परंतु अब लोहार ही नहीं कंपनियों में भी लोहे के समान बनाये जाते हैं। कंपनियों के द्वारा जो सामान बनाए जाते हैं वे काफी जटिल होते हैं एक लोहार उसको बनाने में सक्षम नहीं होता है। कंपनियों में जो लोहे के सामान बनते हैं, वह इंजीनियरों और विशेषज्ञ के देखरेख में निर्मित किए जाते हैं।

सबसे मजबूत लोहा कौन सा होता है?

मैग्नेटाइट.
हेमाटाइट.
लिमोनाइट.
लेटराइट.

सबसे अच्छा लोहा कौन सा होता है?

सबसे अच्छा लोहा कौन सा है? Ans - स्टील को सबसे अच्छा लोहा माना जाता है क्योंकि यह सामर्थ्यवान होने के साथ-साथ मजबूत होता है। स्टील पर जंग लगने की संभावना बहुत कम होती है।

शुद्ध लोहा कौन सा है?

Solution : पिटवाँ लोहा, लोहे का शुद्धतम् रूप है। इसमे कार्बन की मात्रा (0.12 से 0.25%) सबसे कम होती है।

भारत में सबसे ज्यादा लोहा कहाँ पाया जाता है?

देश का सबसे बड़ा लौह अयस्क क्षेत्र बरामजादा समूह के नाम से जाना जाता है। यह एक चट्टानी समूह है तथा झारखण्ड एवं उड़ीसा के सीमावर्ती जिलों में फैला हुआ है। इसके अंतर्गत झारखण्ड का सिंहभूम जिला तथा उड़ीसा का क्योंझर जिला आता है। भारत में लौह अयस्क की प्राप्ति धारवाड़ क्रम या कुडप्पा क्रम की आग्नेय चट्टानों से होती है।