ईसाई धर्म अपनाने वालों के हितों की रक्षा के लिए अंग्रेजों ने क्या किया? Show उन्होंने 1850 में एक नया कानून पास किया जिसके तहत जिन भारतियों ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था उन्हें अपने पूर्वजों की सम्पति प्राप्त करने के अधिकार दे दिया गया। 647 Views सिपाहियों को नए कारतूसों पर क्यों ऐतराज़ था?बंदूक में कारतूस लगाने के लिए उसके ऊपर लगी एक पट्टी को दाँत से काटना पड़ता था। ऐसी खबर थी कि उस पट्टी को बनाने में गाए और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है। ऐसी चीजों के उपयोग से हिन्दू एवं मुसलमान सिपाहियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचती थी। अत: उन्हें कारतूसों पर ऐतराज़ था। 485 Views झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की अंग्रेजों से ऐसी क्या माँग थी जिसे अंग्रेज़ों ने ठुकरा दिया? झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई चाहती थी की उसके पति की मृत्यु के बाद गोद लिए गए बेटे को अंग्रेज़ उसके राज्य के वैध उत्तराधिकारी मान लें। 1922 Views अंतिम मुग़ल बादशाह ने अपने आखिरी साल किस तरह बिताए? अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफ़र को अदालत में पेश किया गया था और उन्हें सजा सुनाई गई। उसके बेटों को उसकी आँखों के सामने गोली मार दी गई। उन्हें और उनकी पत्नी बेगम जिनात महल को अक्टूबर 1858 में रंगून में जेल भेजा गया था। बहादुर शाह जफर का नवंबर 1862 में रंगून जेल में निधन हो गया। 657 Views मई 1857 से पहले भारत में अपनी स्थिति को लेकर अंग्रेज़ शासकों के आत्मविश्वास के क्या कारण थे? (i)अंग्रेज़ों की सोच था कि भारतीय सिपाही उनके विश्वसनीय हैं। उन्हीं के बल पर तो हमने इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया हैं। (ii) वे जानते थे कि कई स्थानीय जमींदार एवं राजा उनके शासन के समर्थन करते हैं। (iii) 1857 से पहले उन्होंने इन्हीं सैनिकों की सहायता से कई लड़ाइयाँ जीती थी तथा कई बड़े विद्रोहों को कुचल था। 589 Views सिपाहियों को नए कारतूस इस्तेमाल करने के लिए कहा गया था उस पर सिपाहियों को क्या आपत्ति थी?बंदूक में कारतूस लगाने के लिए उसके ऊपर लगी एक पट्टी को दाँत से काटना पड़ता था। ऐसी खबर थी कि उस पट्टी को बनाने में गाए और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है। ऐसी चीजों के उपयोग से हिन्दू एवं मुसलमान सिपाहियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचती थी। अत: उन्हें कारतूसों पर ऐतराज़ था।
सिपाहियों को नए कारतूसों पर क्यों ऐतराज़ था ?`?सिपाहियों को लगता था कि उन कारतूसों पर गाय और सूअर की चर्बी का लेप चढ़ाया गया था।
सिपाही नए कारतूस क्यों नहीं प्रयोग करना चाहते थे क्योंकि?1856 में भारतीय सैनिकों के इस्तेमाल के लिए एक नई बंदूक लाई गई लेकिन इस बंदूक को लोड करने से पहले कारतूस को दाँत से काटना पड़ता था. भारतीय सिपाहियों के बीच ये अफवाह फैल गई कि इन राइफ़लों में इस्तेमाल किए जाने वाले कारतूसों में गाय और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है.
सिपाहियों को लेकर दूसरों पर क्यों ऐतराज था?Weather News Live : Heavy Rain Alert | आसमानी आफत का 'आपातकाल' | Weather Department | Latest News.
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