पित्ती का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? - pittee ka aayurvedik ilaaj kya hai?

सर्दियों में अक्सर व्यक्ति को पित्ती यानि शीतपित्त समस्या का सामना करना पड़ता है। यह समस्या होने पर व्यक्ति को लक्षणों के तौर पर तेज खुजली होना, त्वचा का उभरना, त्वचा का लाल होना, उल्टी की समस्या, बुखार की समस्या, अत्यधिक प्यास लगना, त्वचा पर जलन महसूस करना, त्वचा पर चुभन महसूस करना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं इसके पीछे कारण नींद ना आने की समस्या, खराब पाचन, किसी दवा का रिएक्शन, देर रात तक सोना, अत्यधिक नमकीन मसालेदार, खाने का सेवन, ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन, ठंडे मौसम में रहना, ठंडी हवाओं के संपर्क में आना आदि हो सकते हैं। ऐसे में इसे दूर करने के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में पता होना जरूरी है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि पित्ती की समस्या को दूर करने के लिए कौन-कौन से आयुर्वेदिक उपचार आपके काम आ सकते हैं। इसके लिए हमने आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (Ayurvedacharya Dr. M Mufik) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...

पित्ती का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? - pittee ka aayurvedik ilaaj kya hai?

1 - हल्दी का उपयोग

हल्दी के उपयोग से पित्ती की समस्या को दूर किया जा सकता है। बता दें कि हल्दी की तासीर गर्म होती है। ऐसे में आप एक कटोरी में हल्दी के साथ गिलोय और नीम की पत्तियों को मिलाएं और एक पेस्ट तैयार करें। उस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाएं। ऐसा करने से व्यक्ति की समस्या से राहत मिल सकती है।

2 - नीम का उपयोग

नीम के उपयोग से पित्ती की समस्या को दूर किया जा सकता है। ऐसे में आम नीम को पानी में उबालें और उस पानी से स्नान करें। ऐसा करने से शीतपित्त की समस्या से राहत मिल सकती है। इससे अलग नीम की पत्तियों के पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाने से भी समस्या को दूर किया जा सकता है। हालांकि इसका इस्तेमाल त्वचा पर डायरेक्ट ना करें। डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

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3 - तुलसी का इस्तेमाल

तुलसी के इस्तेमाल से बीपी की समस्या को दूर किया जा सकता है। ऐसे में आप तुलसी की पत्तियों को अच्छे से धो लें और उसकी चाय तैयार करें। अब इस चाय का सेवन करने से न केवल खून की शुद्धि होती है बल्कि शरीर से सारे विषाक्त पदार्थों को दूर किया जा सकता है। ऐसे में शीतपित्त की समस्या को दूर करने में भी तुलसी आपके बेहद काम आ सकते हैं।

4 - नारियल तेल का उपयोग

नारियल का तेल भी त्वचा की कई समस्याओं को दूर करने में उपयोगी है। ऐसे में आपको बता दें कि पित्ती को दूर करने में नारियल के तेल का उपयोग आपके बेहद काम आ सकता है। आप नारियल के तेल को प्रभावित स्थान पर लगाएं। इससे अलग आप सरसों के तेल या नींबू के तेल का इस्तेमाल भी की समस्या को दूर करने में कर सकते हैं।

पित्ती का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? - pittee ka aayurvedik ilaaj kya hai?

5 - एलोवेरा जेल का इस्तेमाल

एलोवेरा जेल के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो न केवल त्वचा की समस्या को दूर करने में उपयोगी है। बल्कि त्वचा को साफ स्वस्थ भी रखते हैं। ऐसे में यदि आप पित्ती की समस्या से परेशान हैं तो आप प्रभावित स्थान पर एलोवेरा कैसे लगा सकते हैं ऐसा करने से पित्ती की समस्या दूर हो सकती है।

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6 - काली मिर्च का इस्तेमाल

पित्ती को दूर करने में काली मिर्च एक बेहतर घरेलू उपाय है। साथ ही इसका उपयोग आयुर्वेदिक उपचार के रूप में भी किया जाता है। ऐसे में आप पित्ती की समस्या को दूर करने में काली मिर्च आपके बेहद काम आ सकती है। आप कालीमिर्च को पीसकर उसमें घी मिलाकर एक लेप तैयार करें और उस लेप को प्रभावित स्थान पर लगाएं। ऐसा करने से की समस्या दूर हो सकती है।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि पित्ती की समस्या को दूर करने में कुछ आयुर्वेदिक उपचार आपके बेहद काम आ सकते हैं। लेकिन ऊपर बताए गए किसी भी उपचार को इस्तेमाल करने के दौरान यदि त्वचा पर जलन, खुजली महसूस हो तो हो सकता है कि आपको उस उपचार से एलर्जी हो रही है। ऐसे में उस उपचार को अभी त्वचा पर इस्तेमाल करने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

पित्ती को hives के रूप में भी जाना जाता है, पित्ती त्वचा पर चकत्ते बनाती हैं, पित्ती द्वारा चकत्ते ज्यादातर एलर्जी के कारण होते हैं। शरीर में एलर्जी कोई एलर्जिक भोजन खाने से, कीड़े के काटने, रासायनिक संपर्क आदि जैसे अड़चनों के कारण हो सकती है। पित्ती त्वचा रोगों में से एक है जो दुनिया के 10 लोगों में से लगभग हर दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करती है। अगर हम वैश्विक डेटा देखें, तो दुनिया की कुल आबादी का लगभग 20% आबादी अपने जीवन में पित्ती की समस्या का सामना करती है। पित्ती उन बीमारियों में से एक है जो किसी व्यक्ति के आत्मविश्वास को बुरी तरह प्रभावित करती है। कुछ आसान टिप्स और घरेलू नुस्खों से पित्ती को ठीक किया जा सकता है। उन प्राकृतिक घरेलू उपचारों का नियमित और सख्ती से पालन करने से कुछ ही दिनों में पित्ती को आसानी से ठीक किया जा सकता है।

पित्ती त्वचा में हल्के लाल धक्कों या चकत्ते पैदा करने वाली एक बीमारी हैं जो किसी व्यक्ति की त्वचा और आत्मसम्मान को अपना शिकार बनाती है। पित्ती शरीर पर हलके उभरे हुए दाने से है जो अत्यधिक खुजली और हल्का दर्द पैदा करते हैं। पित्ती हमारी त्वचा पर होती है, जब हमारा शरीर अस्वाभाविक रूप से हिस्टामाइन छोड़ता है। हिस्टामाइन की अप्राकृतिक रिहाई विभिन्न कारणों से होती है जैसे कि एलर्जी वाले भोजन का सेवन, कीड़े के काटने, कुछ पौधों, जानवरों और रसायनों के संपर्क आदि से। खुजली और लाल सूजन वाले धक्कों या वील पित्ती के कुछ सामान्य लक्षण हैं। कुछ आसान से टिप्स और घरेलू नुस्खों से पित्ती को आसानी से ठीक किया जा सकता है। पित्ती आमतौर पर कुछ महीनों के भीतर रहती है और यह ज्यादातर अपने आप चली जाती है। हालांकि, कुछ सुझाव, रोकथाम और उपचार हैं जिनमें पित्ती को ठीक करने की क्षमता है।

पित्ती से जुड़े लक्षण नीचे बताए गए हैं-

  • खुजली
  • चिढ़
  • जलन होती है
  • त्वचा पर घाव का निशान
  • सूजन
  • प्रभावित क्षेत्र में हल्का दर्द

ये नीचे बताए गए पित्ती उछलना के कुछ कारण हैं-

  • भोजन से एलर्जी की प्रतिक्रिया भी पित्ती का कारण बन सकती है
  • कुछ बीमारियों की दवाएं भी आपको पित्ती रोग की ओर ले जा सकती हैं
  • कीड़े के काटने से भी पित्ती हो सकती है
  • कुछ पौधों और जानवरों के संपर्क में आने से भी पित्ती हो सकती है
  • सूर्य के प्रकाश के लिए उच्च जोखिम
  • तंग और असहज कपड़े पहनना
  • अत्यधिक गर्मी और सर्दी भी पित्ती को ट्रिगर कर सकती है

पित्ती से दूर रहने के लिए कुछ सुझाव और रोकथाम हैं जिनका पालन करने की आवश्यकता है-

  • अपने पित्ती प्रभावित त्वचा को ठंडे सेक से हल्का सा थपथपाएं
  • पित्ती प्रभावित क्षेत्र पर ओटमील स्क्रब का प्रयोग करें
  • एलोवेरा जेल को अपनी प्रभावित त्वचा पर लगाएं
  • एलर्जिक घटकों से दूर रहें
  • एलर्जी के अपने ट्रिगर्स की पहचान करें और उनसे पूरी तरह से बचें
  • ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें
  • अपनी त्वचा को खुजली रोधी समाधानों में भिगोएँ
  • पौष्टिक भोजन खाएं
  • अनार का जूस रोजाना पिएं
  • अपनी त्वचा को खरोंचने से बचें
  • यदि आप पहले से ही पित्ती से प्रभावित हैं तो तनाव को प्रबंधित करें
  • कैफीन और शराब के सेवन से पित्ती खराब हो सकती है
  • नीचे बताए गए घरेलू उपचारों का पालन करें

पित्ती को ठीक करने के लिए नीचे बताए गए घरेलू उपचारों का पालन करें-

सामग्री: पानी, नीम के पत्ते और गिलोय पाउडर

चरण 1: नीम के कुछ पत्ते लें और उन्हें पीसकर एक महीन पेस्ट बना लें।

चरण 2: एक कटोरी पानी लें और उसमें एक चम्मच गिलोय पाउडर के साथ तीन बड़े चम्मच नीम की पत्तियों का पेस्ट मिलाएं।

चरण 3: सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला लें और तब तक उबालें जब तक कि मिश्रण आधा न रह जाए।

चरण 4 : इस मिश्रण को छलनी से छान लें और एक गिलास या प्याले में निकाल लें.

निर्देश: इस मिश्रण को नियमित रूप से दिन में कम से कम तीन बार पियें। नीम के पत्ते आयुर्वेद की बहुत ही गुणकारी जड़ी बूटियों में से एक हैं, इस जड़ी बूटी के नियमित सेवन से रक्त शुद्ध होता है और शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त बढ़ता है और गिलोय एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है। यह घरेलू उपाय पित्ती के लिए प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। पित्ती के लिए इस घरेलू उपाय को नियमित रूप से तब तक अपनाएं जब तक आपको इससे पूरी तरह राहत न मिल जाए।

सामग्री: अनार और आंवला

चरण 1: कुछ आंवले और अनार लें और उनमें से प्रत्येक से आधा गिलास रस निकालें।

चरण 2: जूस को एक गिलास में इकट्ठा करें और दोनों जूस को अच्छी तरह मिला लें।

निर्देश: इस रस को दिन में कम से कम दो बार पियें। आंवला में उच्च मात्रा में विटामिन-सी होता है और अनार रक्त की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करता है। इन जूस के नियमित सेवन से बीमारियों की संभावना को कम करने में मदद मिलती है। पित्ती के लिए इस घरेलू उपाय का नियमित रूप से पालन करें। यह घरेलू उपचार पित्ती के लिए प्राकृतिक और प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है।

सामग्री: पानी, कॉर्न स्टार्च और बेकिंग सोडा

चरण 1: आधा टब गर्म पानी लें और आधा कप कॉर्न स्टार्च और आधा कप बेकिंग सोडा मिलाएं।

चरण 2: सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला लें ताकि सभी सामग्री मिक्स हो जाए।

निर्देश: एक तौलिया लें और इसे गर्म पानी के टब में डुबोएं, इस गीले तौलिये से अपनी प्रभावित त्वचा को रगड़ें और साफ करें। पित्ती और खुजली से छुटकारा पाने के लिए इस घरेलू उपाय को दिन में कम से कम दो बार करें। पित्ती के लिए इस घरेलू उपाय को तब तक अपनाएं जब तक आपको इससे पूरी तरह राहत न मिल जाए।

सामग्री: सेब का सिरका, अदरक का रस, और

चरण 1: लगभग 3/4 कप एप्पल साइडर विनेगर में दो बड़े चम्मच ब्राउन शुगर और एक बड़ा चम्मच अदरक का रस लें।

चरण 2: सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला लें और एक चम्मच इस मिश्रण को एक गिलास पानी में मिला लें।

निर्देश: रूई लें और इसे इस मिश्रण में डुबोएं। इस गीले रूई से अपनी त्वचा के संक्रमित क्षेत्र को थपथपाएं। पित्ती के संक्रमण को दूर करने के लिए दिन में दो बार पित्ती के लिए इस घरेलू उपाय का पालन करें। यह घरेलू उपाय पित्ती द्वारा होने वाली खुजली को कम करता है।

सामग्री: बेकिंग सोडा और पिसा हुआ दलिया

चरण 1: आधा कप बेकिंग सोडा और आधा कप पिसा हुआ दलिया लें और उन्हें गर्म पानी के टब में अच्छी तरह मिला लें।

चरण 2: पानी में घुलने के लिए सामग्री को अच्छी तरह से हिलाएं।

निर्देश: अपनी प्रभावित त्वचा को गर्म घोल में भिगोएँ और कुछ मिनट प्रतीक्षा करें। इस घरेलू उपाय को दिन में दो बार नियमित रूप से अपनाएं। यह घरेलू उपाय पित्ती के लिए प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। यह उपाय खुजली को कम करता है।

पित्ती कैसे ठीक होती है?

घर पर पित्ती का उपचार.
एंटीहिस्‍टामाइन कुछ लोगों में देखा गया है कि मुंह से ली जाने वाली एंटीहिस्टामाइन (antihistamines) से उनको पित्ती से आराम मिला। ... .
कैलामाइन लोशन लगाना (Applying calamine lotion) ... .
कोल्‍ड कम्‍प्रेस लगाएं (Applying a cold compress) ... .
ठंडे पानी से स्‍नान करें (Taking a cool shower).

पित्ती का स्थायी रूप से इलाज कैसे करें?

अजवायन: पित्ती की समस्या से राहत पाने के लिए आप अजवायन का इस्तेमाल करें। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। यह त्वचा पर बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है, जिससे पित्ती में आराम मिलता है। 50 ग्राम अजवायन को दरदरा पीस लें और इसमें 50 ग्राम गुड़ मिलाकर 15 गोलियां बन लें।

पित्ती उछलने पर कौन सी टेबलेट ले?

एविल 25 टैबलेट एंटीएलर्जिक नामक दवाओं की श्रेणी से सम्बन्ध रखता है. यह रासायनिक मैसेंजर (हिस्टामाइन) की क्रिया को अवरुद्ध करके काम करता है. यह कीड़े के काटने/डंक, कुछ दवाओं, पित्ती (चकत्ते, सूजन, आदि) के कारण होने वाली गंभीर एलर्जी के लक्षणों से राहत देता है.

पित्ती होने पर क्या खाना चाहिए?

पित्ती कुछ मिनट , कुछ घंटे , कुछ दिन या कुछ महीनों तक भी रह सकती है । पूरा पढ़ें50 ग्राम अजवायन दरदरी पीस लें इसे 50 ग्राम गुड़ में मिलाकर 16 गोलियां बन लें। इन्हें सुबह शाम पानी से निगल लें। सर्दी में होने वाली शीत पित्ती में भी इससे बहुत आराम मिलता है।