प्रेमचंद की अंतिम कहानी कौन सी है?(A) ईदगाह Show Explanation : प्रेमचंद की अंतिम कहानी कफन है जो सन 1936 में लिखी गयी थी। यही वर्ष प्रेमचंद की मृत्यु का भी समय है। 'ईदगाह' 'बड़े घर की बेटी' भी 1936 के पहले लिखी गयी थी। प्रेमचंद का गोदान अंतिम पूर्ण उपन्यास तथा मंगलसूत्र अंतिम अपूर्ण उपन्यास माना जाता है। प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी जिले के लमही गाँव में एक कायस्थ परिवार में हुआ था। उनकी माता का नाम आनंदी देवी तथा पिता का नाम मुंशी अजायबराय था जो लमही में डाकमुंशी थे। उनका वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था। प्रेमचंद की आरंभिक शिक्षा फ़ारसी में हुई। प्रेमचंद के कहानी संग्रह में राजा हरदौल, रानी सारन्धा, मर्यादा की वेदी, पाप का अग्निकुण्ड, जुगुनू की चमक, धोखा, अमावस्या की रात्रि, ममता, पछतावा, प्रेमपूर्णिमा, प्रेम-पचीसी, प्रेम-प्रतिमा, प्रेम-द्वादशी, मानसरोवर आदि है।....अगला सवाल पढ़े Tags : सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams Latest Questionsहिन्दी में प्रेमचंद की अंतिम कहानी कौन सी है?'गोदान' प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है. कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं. इस उपन्यास का प्रकाशन 1936 में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई से हुआ था.
प्रेमचंद का अंतिम उपन्यास का नाम क्या है?गोदान, प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है। कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं। इसका प्रकाशन १९३६ ई० में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई द्वारा किया गया था।
प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानी कौन सी है? ईदगाह. जुलूस. दो बैलों की कथा. रामलीला. बड़े भाई साहब. लाग-डाँट. आत्माराम. प्रेमचंद की कितनी कहानियां है?हिंदी साहित्य में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले लेखकों में से एक मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई, 1880 को लमही, वाराणसी, उत्तर प्रदेश हुआ था. उन्होंने अपने साहित्य जीवन में लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास और लगभग तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं थी.
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