पाकिस्तान की मांग सबसे पहले कब की गई थी? - paakistaan kee maang sabase pahale kab kee gaee thee?

भारतीय उपमहाद्वीप में 23 मार्च का दिन कई कारणों से ऐतिहासिक है। इसी दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को ब्रिटिश शासकों ने फांसी दी। इसी दिन भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाले राममनोहर लोहिया का जन्म हुआ। लेकिन कम लोगों का याद है कि यही वो दिन था जब भारत के विभाजन की नींव पड़ी थी। इसी दिन 1940 में आल इंडिया मुस्लिम लीग ने अपने लाहौर अधिवेशन में भारत से अलग होकर पाकिस्तान नाम के अलग मुस्लिम देश बनाने का प्रस्ताव पारित किया था। 1940 में भले ही बहुतों को ये केवल राजनीतिक खामाख्याली लगा हो लेकिन सात साल बाद 1947 में देश को दो टुकड़े हुए और मुस्लीम लीग के नेता मोहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के जन्मदाता कहलाए।

लाहौर प्रस्ताव (कारादाद-ए-लाहौर) नाम से मशहूर इस प्रस्ताव के लेखक थे मोहम्मद जफरुल्लाह खान। मुस्लीम लीग का ये सत्र 22 मार्च से 24 मार्च 1940 तक लाहौर के मिंटो पार्क (अब इकबाल पार्क) में आयोजित हुआ था। भारत के मुस्लिम बहुल इलाकों को मिलाकर एक अलग देश बनाने और उसका नाम “पाकिस्तान” रखने का विचार चौधरी रहमत अली ने जनवरी 1933 में प्रकाशित एक पर्चे में रखा था। देश के तौर पर “पाकिस्तान” का प्रयोग पहली बार इसी पर्चे में हुआ था।

1940 के लाहौर अधिवेशन के दौरान मुस्लिम लीग की वर्किंग कमेटी के सदस्य। (विकीकॉमंस)

रहमत अली ने इस पर्चे को 1933 में लंदन में हुए गोलमेज सम्मेलन में पेश किया था। इस पर्चे में अली ने भारत के पांच उत्तरी इलाकों (पंजाब, नार्थ-वेस्ट फ्रंटियर, कश्मीर, सिंध और बलूचिस्तान) को मिलाकर राष्ट्रीय दर्जा दिए जाने की मांग की थी। पत्र में रहमत अली ने खुद को “पाकिस्तान नेशनल मूवमेंट” का संस्थापक बताया था।

लोकप्रिय खबरें

Delhi Acid Attack: तीनों आरोपी चढ़े हत्थे, Flipkart से खरीदा था तेजाब, केजरीवाल बोले- ये बर्दाश्त से बाहर

Jyotiraditya Scindia: अमित शाह संग यूं दिखे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस नेता बोले- टाइगर जिंदा है? लोग भी ले रहे मजे

Pune में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के विरोध प्रदर्शन में गया BJP सांसद, सिक्किम में भी भाजपा अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

Gadar 2: 20 साल बाद फिर होगी सनी देओल की पाकिस्तान से जंग, 200 सैनिकों के रोल के लिए चुने गए इस शहर के लड़के

भले ही पाकिस्तान की मांग सबसे पहले रहमत अली ने की हो लेकिन इस लोकप्रिया मुस्लिम लीग के प्रस्ताव के बाद ही मिली। मुस्लिम लीग के इस प्रस्ताव को एके फजलुल हक ने पेश किया था। मुसलमानों के लिए अलग मुल्क पाकिस्तान बनाने की मांग को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।

इतिहासकारों की मानें तो मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन के बाद मोहम्मद अली जिन्ना के रवैये में बड़ा बदलाव आया। जिन्ना पहले हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रबल पैरोकार थे। वो निजी जीवन में कत्तई धार्मिक नहीं थे। लाहौर प्रस्ताव के पारित होने के बाद जिन्ना ने इस पर पूरी शिद्दत से अमल किया। 1947 में जब भारत विभाजन के बाद अलग पाकिस्तान बना तो जिन्ना उसके पहले गवर्नर जनरल बने।

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree

इसे सुनेंरोकेंNotes: मुहम्मद अली जिन्नाह ने मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन में 1940 में पाकिस्तान की मांग रखी थी।

पाकिस्तान की मांग कब और किसके द्वारा उठाई गई?

इसे सुनेंरोकेंगाँधी और जिन्ना वार्ता विफल पाकिस्तान बनने की कड़ी में एक अहम पड़ाव 23 मार्च 1940 को आया. इस दिन मुस्लिम लीग ने लाहौर में एक प्रस्ताव रखा जिसे बाद में ‘पाकिस्तान प्रस्ताव’ के नाम से भी जाना गया.

1940 के मुस्लिम लोग के प्रस्ताव में क्या मांग की गई थी?

इसे सुनेंरोकें1940 में मुस्लिम लीग ने देश के पश्चिमी तथा पूर्वी क्षेत्रों में मुसलमानों के लिए “स्वतंत्र राज्यों” की माँग की थी।

पाकिस्तान के निर्माता कौन है?

इसे सुनेंरोकेंपाकिस्तान के निर्माता कहे जाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना

पढ़ना:   जानवरों की संख्या कितनी है?

पाकिस्तान का संविधान निर्माता कौन है?

इसे सुनेंरोकेंपाकिस्तान का संविधान संविधान सभा द्वारा अप्रैल 10, 1973 को पारित हुआ तथा अगस्त 14, 1973 से प्रभावी हुआ। इस का प्रारूप ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो की सरकार और विपक्ष ने मिल कर तैयार किया।

मुस्लिम लीग की मांग क्या थी?

इसे सुनेंरोकेंभले ही पाकिस्तान की मांग सबसे पहले रहमत अली ने की हो लेकिन इस लोकप्रिया मुस्लिम लीग के प्रस्ताव के बाद ही मिली। मुस्लिम लीग के इस प्रस्ताव को एके फजलुल हक ने पेश किया था। मुसलमानों के लिए अलग मुल्क पाकिस्तान बनाने की मांग को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।

मध्यमार्गी कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : कांग्रेस के वे नेता मध्यमार्गी कहलाते थे जो अपने उद्देश्यों और तरीकों से मध्यमार्गी थे, वे देश का प्रतिनिधित्व भी करना चाहते थे और सरकार में मिलकर शासन भी करना चाहते थे । (i) वे जनता को ब्रिटिश शासन के अन्यायपूर्ण चरित्र से अवगत कराना चाहते थे । (ii) उन्होंने इसे जनता तक पहुँचाने के लिए अख़बार निकला, लेख लिखे ।

भारत का बंटवारा क्यों हुआ?

पढ़ना:   पोस्ट ऑफिस में पैसा कितना सुरक्षित है?

इसे सुनेंरोकेंइस विभाजन का जो मुख्य कारण दिया जा रहा था वो था की हिंदू बहुसंख्यक है और आज़ादी के बाद यहाँ बहुसंख्यक लोग ही सरकार बनायेंगे तब मोहम्मद अली जिन्ना को यह ख़्याल आया कि बहुसंख्यक के राज्य में रहने से अल्पसंख्यक के साथ नाइंसाफ़ी या उन्हें नज़रअंदाज़ किया जा सकता है तो उन्होंने अलग से मुस्लिम राष्ट्र की मांग शुरू की।

बंटवारे के समय औरतों के क्या अनुभव रहे?

इसे सुनेंरोकेंविभाजन के दौरान उन्हें दर्दनाक अनुभवों से गुजरना पड़ा। उन्हें बलात्कार की निर्मम पीड़ा को सहन करना पड़ा। उन्हें अगवा किया गया, बार-बार बेचा और खरीदा गया तथा अंजान हालात में अजनबियों के साथ एक नई ज़िदगी जीने के लिए विवश किया गया। महिलाएँ मूक, निरीह प्राणियों के समान इन सभी प्रक्रियाओं से गुजरती रहीं।

पाकिस्तान की मांग कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंपाकिस्तान बनने की कड़ी में एक अहम पड़ाव 23 मार्च 1940 को आया. इस दिन मुस्लिम लीग ने लाहौर में एक प्रस्ताव रखा जिसे बाद में ‘पाकिस्तान प्रस्ताव’ के नाम से भी जाना गया.

विभाजन के पश्चात बने पाकिस्तान में कौन कौन से 2 इलाके शामिल थे?

पढ़ना:   आपदा क्या है आपदा के प्रकार?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दू बहुमत वाले इलाके भारत में और मुस्लिम बहुमत वाले इलाके पाकिस्तान में शामिल किए गए। 18 जुलाई 1947 को ब्रिटिश संसद ने भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम पारित किया जिसमें विभाजन की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया।

कब कहां और किसने पाकिस्तान की मांग उठाई?

इसे सुनेंरोकेंपृथक पाकिस्तान की मांग सर्वप्रथम ‘चौधरी रहमत अली’ ने की थी। ‘पाकिस्तान’ नाम के जन्मदाता ही चौधरी रहमत अली हैं। चौधरी रहमत अली का जन्म 16 नवम्बर 1897 को बलचौर, होशियारपुर पंजाब में हुआ था। इन्होंने 1933 में अलग पाकिस्तान देश की मांग को लेकर पाकिस्तान नेशनल मूवमेंट की शुरुआत की थी।।

पाकिस्तान की मांग के प्रमुख कारण कौन से थे?

इसे सुनेंरोकें1906 में मुसलमानों के एक दल मुस्लिम लीग का गठन हुआ। १९३० में मुस्लिम लीग तथा अन्य दलों के नेताओं को इस बात का डर था कि यदि भारत सवतंत्र हो गया तो उसमें मुसलमानों की भागीदारी बहुत कम हो जाएगी क्योंकि वे अल्पसंख्यक हैं। इसी कारण से उन्होंने एक अलग राष्ट्र की मांग की।

सबसे पहले पाकिस्तान की मांग करने वाला कौन था?

पाकिस्तान शब्द का जन्म सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली के द्वारा हुआ। इसके पहले सन् 1930 में शायर मुहम्मद इक़बाल ने भारत के उत्तर-पश्चिमी चार प्रान्तों -सिन्ध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद)- को मिलाकर एक अलग राष्ट्र का मांग की थी।

पाकिस्तान की मांग सर्वप्रथम कब हुई?

पाकिस्तान बनने की कड़ी में एक अहम पड़ाव 23 मार्च 1940 को आया. इस दिन मुस्लिम लीग ने लाहौर में एक प्रस्ताव रखा जिसे बाद में 'पाकिस्तान प्रस्ताव' के नाम से भी जाना गया. इसके तहत एक पूरी तरह आज़ाद मुस्लिम देश बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया.

अलग पाकिस्तान बनाने की मांग कब उठी थी?

मुस्लिम लीग ने 1940 में एक अलग पाकिस्तान राज्य की मांग की।

1940 के मुस्लिम लोग के प्रस्ताव में क्या मांग की गई थी?

1940 में मुस्लिम लीग ने देश के पश्चिमी तथा पूर्वी क्षेत्रों में मुसलमानों के लिए स्वतंत्र राज्यों की माँग की थी

Toplist

नवीनतम लेख

टैग