नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है - naatak ke lie riharsal kee jaroorat kyon hotee hai

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प्रश्न 1 : (क) बच्चों ने मंच की व्यवस्था किस प्रकार की?

उत्तर : (क) मोहल्ले के बच्चों ने मिल-जुलकर फालतु पड़े एक छोटे से सार्वजनिक मैदान में दूब व फूल-पौधें लगाए थे। वहीं एक मंच भी बना लिया था।

(ख) पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन-ही-मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा क्यों कर रहे थे?

उत्तर : (ख) पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन ही मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा कर रहे थे क्योंकि उसने बिगड़े हुए नाटक को सम्भाल लिया था। सभी समझे कि नाटक में नाटक की कठिनाइयाँ बताई गई हैं। सभी दर्शक प्रशंसा करते चले गए।

(ग) नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है?

उत्तर : (ग) नाटक बिना तैयारी के नहीं हो सकता क्योंकि नए कलाकार मंच पर आकर डर जाते हैं। अच्छे-अच्छे कलाकार भी बिना रिहर्सल के घबरा जाते हैं। उन्हें पता नहीं चलता कब, क्या, कहाँ और कैसे बोलना है। रिहर्सल में नाटक की इन्हीं महत्वपूर्ण बातों की चर्चा होती है।

प्रश्न 2: “जब नाटक में अभिनय करने वाले कलाकार भी नए हों, मंच पर आकर डर जाते हों, घबरा जाते हों और कुछ-कुछ बुद्धू भी हों, तब तो अधूरी तैयारी से खेलना ही नहीं चाहिए।”
(क) ऊपर के वाक्य में नाटक से जुड़े कई शब्द आए हैं; जैसे–अभिनय, कलाकार और मंच आदि। तुम पूरी कहानी को पढ़कर ऐसे ही और शब्दों की सूची बनाओ।
तुम इस सूची की तालिका इस प्रकार बना सकते हो–

व्यक्तियों या वस्तुओं के नाम

काम

कलाकार, मंच

अभिनय

उत्तर :

व्यक्तियों या वस्तुओं के नाम

काम

कलाकार, मंच

अभिनय

चित्रकार, ब्रश, पेन्ट

चित्रकारी

संगीतकार, वायलिन

स्वर लहरी

राकेश, कुर्सी

डायरेक्टर

मोहल्ले वाले

दर्शक

Short Note

नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है?

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Solution

नाटक बिना तैयारी के नहीं हो सकता क्योंकि नए कलाकार मंच पर आकर डर जाते हैं। अच्छे-अच्छे कलाकार भी बिना रिहर्सल के घबरा जाते हैं। उन्हें पता नहीं चलता कब, क्या, कहाँ और कैसे बोलना है। रिहर्सल में नाटक की इन्हीं महत्वपूर्ण बातों की चर्चा होती है।

Concept: गद्य (Prose) (Class 8)

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Chapter 5: नाटक में नाटक - अभ्यास [Page 34]

Q 1. (ग)Q 1. (ख)Q 2.

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NCERT Class 8 Hindi - Durva Part 3

Chapter 5 नाटक में नाटक
अभ्यास | Q 1. (ग) | Page 34

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पाठ  5 - नाटक में नाटक (कहानी), हिंदी, भाग- III

(NCERT Solutions Chapter 5 - Naatak Mein Naatak, Class 8, Hindi )

1. पाठ से
प्रश्न-(क) बच्चों ने मंच की व्यवस्था किस प्रकार की?
उत्तर

मोहल्ले के बच्चों ने मिल-जुलकर फालतु पड़े एक छोटे से सार्वजनिक मैदान में घास व फूल-पौधें लगाए थे। वहीं एक मंच भी बना लिया था।
प्रश्न-(ख) पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन-ही-मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा क्यों कर रहे थे?
उत्तर

पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन ही मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा कर रहे थे क्योंकि उसने बिगड़े हुए नाटक को सम्भाल लिया था। सभी समझे कि नाटक में नाटक की कठिनाइयाँ बताई गई हैं। सभी दर्शक प्रशंसा करते चले गए।
प्रश्न-(ग) नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है?
उत्तर

नाटक बिना तैयारी के नहीं हो सकता क्योंकि नए कलाकार मंच पर आकर डर जाते हैं। अच्छे-अच्छे कलाकार भी बिना रिहर्सल के घबरा जाते हैं। उन्हें पता नहीं चलता कब, क्या, कहाँ और कैसे बोलना है। रिहर्सल में नाटक की इन्हीं महत्वपूर्ण बातों की चर्चा होती है।
2. नाटक की बात
"जब नाटक में अभिनय करने वाले कलाकार भी नए हों, मंच पर आकर डर जाते हों, घबरा जाते हों और कुछ-कुछ बुद्धू भी हों, तब तो अधूरी तैयारी से खेलना ही नहीं चाहिए।"

(क) ऊपर के वाक्य में नाटक से जुड़े कई शब्द आए हैं; जैसे–अभिनय, कलाकार और मंच आदि। 

तुम पूरी कहानी को पढ़कर ऐसे ही और शब्दों की सूची बनाओ।

तुम इस सूची की तालिका इस प्रकार बना सकते हो–


उत्तर


5. सोचो,ऐसा क्यों?
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो।
 "राकेश को गुस्सा भी आ रहा था और रोना भी।"

प्रश्न-(क) तुम्हारे विचार से राकेश को गुस्सा और रोना क्यों आ रहा होगा?
उत्तर
राकेश को गुस्सा इसलिए आ रहा था क्योंकि वे लोग ठीक से अभिनय नहीं कर रहे थे और रोना इसलिए आ रहा था क्योंकि उसकी मेहनत बेकार जा रही थी।
"राकेश मंच पर पहुँच गया। सब चुप हो गए, सकपका गए।"

प्रश्न-(ख) तुम्हारे विचार से राकेश जब मंच पर पहुँचा, बाकी सब कलाकार क्यों चुप हो गए होंगे?
उत्तर
राकेश नाटक का हिस्सा नही था इसलिए जब वह मंच पर पहुँचा, बाकी सब कलाकार चुप हो गए। उन्हें  इसका कारण समझ नही आया।
"दर्शक सब शांत थे, भौंचक्के थे।"

प्रश्न-(ग) दर्शक भौंचक्के क्यों हो गए थे?
उत्तर
दर्शकों को लग रहा था कि नाटक खराब हो गया है परन्तु राकेश ने आकर उसे सम्भाल लिया था तो उन्हें लगा कि नाटक में ही नाटक है इसलिए वे शांत और भौंचक्के हो गए थे।
"मैंने कहा था न कि रिहर्सल में भी यह मानकर चलो कि दर्शक सामने ही बैठे हैं।"

प्रश्न-(घ) राकेश ने ऐसा क्यों कहा होगा?
उत्तर

राकेश ने अपने कलाकारों को समझाने के लिए ऐसा कहा था परन्तु इस तरह कहा कि ऐसा लगा मानों यह नाटक का ही हिस्सा हो। उसने ऐसा कहकर नाटक को सम्भाल लिया।
7. शब्दों का फेर
"जब संगीत की स्वर लहरी गूँजती है तो पशु-पक्षी तक मुग्ध हो जाते हैं, शायर साहब! आप क्या समझते हैं संगीत को?"

इस संवाद को पढ़ो और बाताओ कि–

(क) कहानी में इसके बदले किसने, क्यों और क्या बोला? तुम उसको लिखकर बताओ।

(ख) कहानी में शायर के बदले गाजर कहने से क्या हुआ? तुम भी अगर किसी शब्द के बदले किसी अन्य शब्द का प्रयोग कर दो तो क्या होगा?

उत्तर

(क) इसके बदले संगीतकार ने अपना संवाद भूलने और राकेश की बात ठीक से न सुनने पर कहा कि जब संगीत की स्वर लहरी गूँजती है तो सब पशु-पक्षी तक मुँह की खा जाते हैं, गाजर साहब! आप क्या समझते हैं हमें गाजर साहब!

(ख) यदि हम किसी गलत शब्द का इस्तेमाल करेंगे तो हमें भी उलट कर वही जवाब मिलेगा।

8. तुम्हारा शीर्षक

प्रश्न-इस कहानी का शीर्षक 'नाटक में नाटक' है। कहानी में जो नाटक है तुम उसका शीर्षक बताओ।
उत्तर
रिहर्सल  की अनिवार्यता

9. वाक्यों की बात
प्रश्न- नीचे दिए गए वाक्यों के अंत में उचित विराम चिह्न लगाओ–

(क) शायर साहब बोले उधर जाकर सुन ले न

(ख) सभी लोग हँसने लगे

(ग) तुम नाटक में कौन-सा पार्ट कर रहे हो

(घ) मोहन बोला अरे क्या हुआ तुम तो अपना संवाद भूल गए 

उत्तर

(क) शायर साहब बोले, "उधर जाकर सुन ले न।"

(ख) सभी लोग हँसने लगे।

(ग) तुम नाटक में कौन-सा पार्ट कर रहे हो?

(घ) मोहन बोला, "अरे! क्या हुआ तुम तो अपना संवाद भूल गए।"

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Information about NCERT Solutions: पाठ 5 - नाटक में नाटक , हिंदी, कक्षा - 8

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नाटक के लिए रिहर्सल की आवश्यकता क्यों होती है?

नाटक खेलना बहुत आवश्यक था। मोहल्ले की इज़्ज़त का सवाल था। मोहल्ले के बच्चों ने मिल-जुलकर फालतू पड़े एक छोटे से सार्वजनिक मैदान में दूब व फूल-पौधे लगाए थे। वहीं एक मंच भी बना लिया था।

सभी कार्यों में अभ्यास रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है नाटक में नाटक के आधार पर लिखिए?

हमारा विषय रोजमर्रा का नाटक है और उसके लिए पहले से तैयार पटकथा, संवाद, पोशाकें, रिहर्सल और रोशनी की व्यवस्था बेमानी है।

नाटक खेलना क्यों आवश्यक था?

पालनकर्ता की भूमिका – यह तथ्य कि 'बच्चे कुछ करने से ही सीखते है' का अर्थ यह नहीं है कि पालनकर्ता की उसमें कोई भूमिका ही नहीं है। सबसे पहले पालनकर्ता की आवश्यकता इसलिए है कि वह बच्चों को उनकी खोज समझाने में मदद कर सके ।

नाटक में अचानक राकेश का कौन साथी अपनी भूमिका भूल गया?

नाटक खेलना बहुत आवश्यक था। मोहल्ले की इज़्ज़त का सवाल था। मोहल्ले के बच्चों ने मिल-जुलकर फालतू पड़े एक छोटे-से सार्वजनिक मैदान में दूब व फूल-पौधे लगाए थे । वहीं एक मंच भी बना लिया था।