नस्ट समीकरण क्या है इसके महत्व को समझाइये Ph 10 के विलयन के? - nast sameekaran kya hai isake mahatv ko samajhaiye ph 10 ke vilayan ke?

chemistry March 9, 2019 January 9, 2019

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(nernst equation in hindi) नेर्न्स्ट समीकरण की व्याख्या , रसायन शास्त्र में नेर्न्स्ट समीकरण से साम्य स्थिरांक : जैसा कि हम जानते है कि किसी भी सेल का विद्युत वाहक बल का मान , विलयन में आयनों की सांद्रता पर निर्भर करता है , इसलिए हम कह सकते है कि वह समीकरण जो सेल के विद्युत वाहक बल और आयनों की सांद्रता के मध्य सम्बन्ध स्थापित करता है उसे नेर्न्स्ट समीकरण कहते है।

इलेक्ट्रोड के बारे में अध्ययन करते समय अधिकतर जगह पर हम विद्युत अपघट्य की सांद्रता को इकाई मानते है लेकिन ऐसा आवश्यक नहीं है कि वास्तव में विद्युत अपघट्य की सांद्रता इकाई ही हो अर्थात विद्युत अपघट्य की सान्द्रता तो कुछ भी हो सकती है , इसलिए नेर्न्स्ट ने अपने समीकरण में दर्शाया कि इलेक्ट्रोड के लिए समीकरण कैसे लिखा जाए जब विद्युत अपघट्य की सांद्रता 1M के अलावा और कुछ हो।

नेर्न्स्ट ने किसी भी सांद्रता पर मानक हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड के सापेक्ष , किसी भी इलेक्ट्रोड के विभव को अपने समीकरण में प्रदर्शित किया जिसे हम नेर्न्स्ट समीकरण कहते है।

माना किसी इलेक्ट्रोड के लिए अभिक्रिया निम्न प्रकार प्रदर्शित की जाती है –

Mn+ + ne → M
तो इस इलेक्ट्रोड या अर्द्ध सेल के लिए विभव को निम्न प्रकार लिखा जाता है –
E Mn+/M   = E0 Mn+/M  – (RT/nF) ln[M]/[Mn+]
चूँकि किसी ठोस के लिए [ठोस] = 1 माना जाता है अर्थात [M] = 1 तो
E Mn+/M   = E0 Mn+/M  – (RT/nF) ln1/[Mn+]
इसको log के रूप में निम्न प्रकार लिखा जा सकता है –
E Mn+/M   = E0 Mn+/M  – 2.303(RT/nF) log 1/[Mn+]
यहाँ R = गैस नियतांक है जिसका मान R = 8.314 JK-1mol-1 होता है।
तथा T = ताप केल्विन में।
F = फैराडे होता है जिसका मान F = 96500 C mol-1 होता है।
n = इलेक्ट्रोड अभिक्रिया में प्रयुक्त इलेक्ट्रॉन की संख्या का मान है।
ताप को 25 डिग्री सेंटीग्रेट या 298 केल्विन रखने पर , सभी स्थिर राशियों का मान रखने पर हम निम्न मान प्राप्त करते है –
2.303(RT/nF) = 0.059
इसे ऊपर समीकरण में रखने पर समीकरण निम्न प्राप्त होती है –
E Mn+/M   = E0 Mn+/M  – (0.059/n) log 1/[Mn+]
इसी उपयुक्त समीकरण को सिंगल इलेक्ट्रोड के लिए नेर्नस्ट समीकरण कहा जाता है।

नेर्न्स्ट समीकरण से साम्य स्थिरांक

नेर्न्स्ट समीकरण की सहायता से हम यहाँ साम्य स्थिरांक की गणना करेंगे।

माना किसी सेल की अभिक्रिया निम्न है –

aA + bB cC + dD

सेल की निम्न अभिक्रिया के लिए नेर्न्स्ट समीकरण निम्न प्रकार लिखा जा सकता है –

Eसेल = E०सेल – (0.59/n){log([C]c[D]d)/([A]a[B]b)}

यह अभिक्रिया समय के साथ साथ साम्यावस्था की तरफ गति करती जाती है अर्थात समय के साथ अभिकारक की मात्रा कम होती जाती है तथा उत्पाद की मात्रा बढती जाती है , एक स्थिति ऐसी आती है जब यह अभिक्रिया साम्यावस्था में पहुच जाती है , जब यह अभिक्रिया साम्यावस्था प्राप्त कर लेती है उस स्थिति में सेल का विभव शून्य हो जाता है अर्थात साम्यावस्था में Eसेल = 0 हो जाता है।

माना [C]c[D]d)/([A]a[B]b = Kc है यहाँ Kc = साम्य स्थिरांक है।

दोनों मानो को नेर्न्स्ट समीकरण में रखने पर –

0 = E०सेल – (0.59/n){logKc}

E०सेल = (0.59/n){logKc

logKc = nE०सेल/0.59

निम्न  समीकरण को हल करके साम्य स्थिरांक (Kc) का मान ज्ञात किया जा सकता है।

नैनेश्वर समीकरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनेर्नस्ट समीकरण क्या हैं – nernst samikaran in hindi: सेल का विधुत वाहक बल आयनों की सान्द्रता पर निर्भर करता हैं। अतः विधुत वाहक बल व आयनों की सांद्रता के मध्य सम्बन्ध को जिस समीकरण से व्यक्त किया जाता है उसे नेर्नस्ट समीकरण कहते हैं।

नस्ट समीकरण क्या है इसके महत्व को समझाइये Ph 10 के विलयन के?

इसे सुनेंरोकेंवैज्ञानिक नर्नस्ट ने किसी अर्ध सेल का इलेक्ट्रोड विभव ज्ञात करने के लिए एक समीकरण का प्रतिपादन किया जिसे नर्नस्ट समीकरण (Nernst equation in Hindi) कहते हैं। यह नर्नस्ट समीकरण का सूत्र है। अतः यह 25°C या 298 K ताप पर नर्नस्ट समीकरण है। इसे इलेक्ट्रोड विभव तथा मानक इलेक्ट्रोड विभव में संबंध भी कहते हैं।

3 नट समीकरण क्या है इसके महत्व को समझाइये pH 10 के विलयन के सम्पर्क वाले हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड विभव का परिकलन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंpH = 10 के विलयन के संपर्क वाले हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड के विभव का परिकलन कीजिए। Get Answer to any question, just click a photo and upload the photo and get the answer completely free, UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! अत: EH+/12H2=-0.59V है।

3 नस्ट समीकरण क्या है इसके महत्व को समझाइये Ph 10 के विलयन के?

इसे सुनेंरोकेंएक इलेक्ट्रोड पर ऑक्सीकरण तथा दूसरे इलेक्ट्रोड पर अपचयन होता है। इनके इलेक्ट्रोड विभव एवं मानक इलेक्ट्रोड विभव को क्रमशः E तथा Eo से प्रदर्शित किया जाता है। वैज्ञानिक नर्नस्ट ने किसी अर्ध सेल का इलेक्ट्रोड विभव ज्ञात करने के लिए एक समीकरण का प्रतिपादन किया जिसे नर्नस्ट समीकरण (Nernst equation in Hindi) कहते हैं।

मानक हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड क्या है इसे कैसे बनाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंमानक हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड – इसमें प्लैटिनम ब्लैक की परत चढ़ी हुई प्लैटिनम की एक पतली पत्ती का इलेक्ट्रोड हाइड्रोजन आयन (H+) के एक मोलर सांद्रता के विलयन में डुबाकर रखा जाता है । यह काँच की एक नली से ढँका रहता है । नली में से एक वायुमंडलीय दाब पर शुद्ध हाइड्रोजन गैस प्रवाहित की जाती है ।

मानक हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड से क्या समझते हो इसका सचित्र वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंयह प्लेट चित्र के अनुसार एक काँच की नली से घिरी रहती है, जिसमें एक वायुमण्डल दाब पर हाइड्रोजन गैस प्रवाहित करने हेतु ऊपर से एक मार्ग होता है तथा काँच की नली के नीचे अवशेष हाइड्रोजन गैस निकालने हेतु एक अन्य मार्ग भी होता है इस इलेक्ट्रोड को एक मोलर सान्द्रण वाले हाइड्रोजन आयन विलयन (1.0 M-HCI) में डुबा दिया जाता है।

नट समीकरण क्या है इसके महत्व को समझाइये Ph 10 के विलयन के?

9. विद्युत अपघट्य (इलेक्ट्रोलाइट्स) के गुण ।

नट समीकरण क्या है इसके महत्व को समझाइये Ph 10 के विलयन के सम्पर्क वाले हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड विभव का परिकलन कीजिए?

किसी समबाहु त्रिभुज के आधार का समीकरण `x+y=2` है तथा सामने के शीर्ष के निर्देशांक `(2,1)` है , त्रिभुज की शेष भुजाओ के समीकरण ज्ञात कीजिए । `sinx` के आयाम ज्ञात कीजिए । श्रेणी 2+4+6+8+ ....... के 10 पदों का योगफल ज्ञात कीजिए। किसी दिये हुए आधार के एक ही और अन्तरित होने वाले समकोणों के शीर्षो का बिन्दुपथ लिखिय।

नर्नस्ट समीकरण क्या है in Hindi?

नेर्नस्ट समीकरण क्या हैं एकल इलेक्ट्रोड ,सेल के लिए नेर्नस्ट समीकरण nernst equation in hindi. सेल का विधुत वाहक बल आयनों की सान्द्रता पर निर्भर करता हैं। अतः विधुत वाहक बल व आयनों की सांद्रता के मध्य सम्बन्ध को जिस समीकरण से व्यक्त किया जाता है उसे नेर्नस्ट समीकरण कहते हैं।

नेर्नस्ट समीकरण क्या है मानक इलेक्ट्रॉड विभव तथा इलेक्ट्रॉड विभव में क्या सम्बन्ध है?

Solution : किसी इलेक्ट्रोड क्रिया, <br> `M(s) hArr M^(n+) (aq) + "ne"^-` <br> के लिए नेर्न्स्ट समीकरण निम्नलिखित है - <br> `E=E^@+(2.303RT)/(nF)log[M^(n+)]` <br> जहाँ, E= इलेक्ट्रोड विभव, `E^@`= मानक इलेक्ट्रोड विभव, n= इलेक्ट्रोड अभिक्रिया में भाग लेने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या, R= गैस स्थिरांक, T= परम ताप, F = ...

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