जब एक परमाणु इलेक्ट्रॉनों को खो देता है तो उसे क्या कहा जाता है? - jab ek paramaanu ilektronon ko kho deta hai to use kya kaha jaata hai?

नमस्कार दोस्तों स्वागत करता हूं आप सभी का आप का प्रश्न है यदि किसी परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोग्राम है तो इसमें कोई आदेश होगा या नहीं ठीक है तो आइए हम इस प्रश्न का उत्तर को जानते हैं कि क्या होगा इसमें तो हम जानते हैं कि जैसे कि हम जानते हैं कि प्रत्येक जो इलेक्ट्रॉन होता उस पर इकाई ऋण आवेश होता है प्रत्येक प्रोग्राम पर का एक धन आवेश होता है ठीक है ना क्योंकि प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर कितना इलेक्ट्रॉन पर इकाई ऋण आवेश होता है कि का निर्णय होता है तथा प्रत्येक प्रोटॉन पर टिकना पर इकाई धन आवेश होता है

कितना तू जो हम इसलिए जो हमारा आवेश की संख्या होती है वह सामान है परंतु विपरीत होने के कारण परमाणु पर कोई आदेश नहीं होता ठीक है ना आता ठीक आता आवेश की संख्या समान आवेश की संख्या समान एवं विपरीत होने के कारण विपरीत होने के कारण परमाणु पर कोई आदेश नहीं होता है परमाणु पर कोई आदेश नहीं होता है ठीक है उदासीन होते हैं और वे उदासीन

उदासीन होते हैं ठीक है ना इस प्रकार से यह हमारे प्रश्न का उत्तर में होता है ठीक तो जैसे कम से प्रश्न पूछे तो इसमें कोई आदेश होगा या नहीं होगा इसमें कोई आदेश नहीं होगा ठीक यह उदासीन होते हैं ठीक है किस क्लास में प्रश्न उत्पन्न होता है आशा करता हूं आप सभी को तो समझ में होगा धन्यवाद

विषयसूची

  • 1 जब एक परमाणु इलेक्ट्रॉन खो देता है तो उसे क्या कहा जाता है?
  • 2 कौन सा परमाणु कक्षक आकार में गोलाकार है?
  • 3 रदरफोर्ड ने सोने की पन्नी का इस्तेमाल क्यों किया?
  • 4 रदरफोर्ड का नियम क्या है?

जब एक परमाणु इलेक्ट्रॉन खो देता है तो उसे क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंजिस रासायनिक अभिक्रिया में एक तत्व का परमाणु इलेक्ट्रॉन खो देता है, उसे ऑक्सीकरण कहा जाता है और उस तत्व का ऑक्सीकरण हुआ है, ऐसा कहा जाता है। इसके विपरीत, जिस रासायनिक अभिक्रिया में एक तत्व का परमाणु इलेक्ट्रॉन बढ़ता है, उसे क्षय कहा जाता है और उस तत्व का क्षय हुआ है, ऐसा कहा जाता है।

एक परमाणु में कितने इलेक्ट्रॉन होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइसका द्रव्यमान सबसे छोटे परमाणु (हाइड्रोजन) से भी हजारगुना कम होता है। परम्परागत रूप से इसके आवेश को ऋणात्मक माना जाता है और इसका मान -१ परमाणु इकाई (e) निर्धारित किया गया है। इस पर -1.6E-19 कूलाम्ब परिमाण का ऋण आवेश होता है। इसका द्रव्यमान 9.11E−31 किग्रा होता है जो प्रोटॉन के द्रव्यमान का लगभग १८३७ वां भाग है।

अगर किसी परमाणु का के और एल्कोस भरा है तो उस परमाणु में इलेक्ट्रॉन की संख्या क्या होगी?

इसे सुनेंरोकेंअत: यदि किसी परमाणु का K और L कोश भरा है, तो उस परमाणु में इलेक्ट्रॉन की कुल संख्या 10 (दस) होगी।

कौन सा परमाणु कक्षक आकार में गोलाकार है?

इसे सुनेंरोकेंs-कक्षक गोलाकार आकार है।

कक्षक किसे कहते हैं ये कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकक्षक नाभिक के चारों ओर स्थित आकाश के उन त्रिविम क्षेत्रों को कहते हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन औसतन अधिक पाए जाते हैं। प्रत्येक कक्षक का केन्द्र परमाणु का नाभिक होता है। एक कक्षक में अधिकतम दो इलेक्ट्रॉन रह सकते हैं जिनके चक्रण विपरीत दिशा में होते हैं।

कक्षा और कक्षक में क्या अंतर है?

kaksha kaksha mein antar Answer……रसायनशास्त्र

क्र.कक्षकक्षक
2 ये वृताकार अथवा दिर्घ्व्रताकर होता है| ये वृताकार, डमरू के सामान या दो डमरू के सामान होते हैं|
3 ये इलेक्ट्रान के एक तल में गति को प्रदर्शित करता है| इलेक्ट्रान के वेग को त्रिविमीय क्षेत्र में प्रदर्शित करता है

रदरफोर्ड ने सोने की पन्नी का इस्तेमाल क्यों किया?

इसे सुनेंरोकेंउन्होंने एक सोने की पन्नी का चयन किया क्योंकि वह यथासंभव पतली परत चाहते थे। यह सोने की पन्नी करीब 1000 परमाणु मोटी थी। α-कण दोगुने आवेशित हीलियम आयन होते हैं। चूँकि उनका द्रव्यमान 4 u होता है, इसलिए तेज गति से चलने वाले α-कणों में काफी मात्रा में ऊर्जा होती है।

इलेक्ट्रॉन का वेग कितना होता है?

इसे सुनेंरोकेंपरम्परागत रूप से इसके आवेश को ऋणात्मक माना जाता है और इसका मान -१ परमाणु इकाई (e) निर्धारित किया गया है। इस पर -1.6E-19 कूलाम्ब परिमाण का ऋण आवेश होता है। इसका द्रव्यमान 9.11E−31 किग्रा होता है जो प्रोटॉन के द्रव्यमान का लगभग १८३७ वां भाग है।

परमाण्विक ऑर्बिटल क्या है?

इसे सुनेंरोकेंएक और अधिक सटीक सादृश्य एक बड़े और अक्सर अजीब तरह से आकार “वातावरण ” ( इलेक्ट्रॉन ), एक अपेक्षाकृत छोटे ग्रह के चारों ओर वितरित ( परमाणु नाभिक ) की है कि हो सकता है। परमाणु कक्षाओं वास्तव में इस ” वातावरण” के आकार का वर्णन है जब केवल एक इलेक्ट्रॉन एक परमाणु में मौजूद है।

रदरफोर्ड का नियम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंरदरफोर्ड ने कहा कि नाभिक के चारो ओर इलेक्ट्रॉन वृत्ताकार कक्षाओ में जिन्हे कक्षा कहा गया। इन कक्षाओ में इलेक्ट्रॉन बहुत तेजी से घूमते हैं। इसलिए यह परमाणु मॉडल सौरमंडल से मिलता-जुलता है,जिसमे सूर्य नाभिक होता है और ग्रह गतिमान इलेक्ट्रॉन की तरह होते हैं।

रदरफोर्ड के परमाणु संरचना का वर्णन करें इसके क्या दोष है बताओ?

इसे सुनेंरोकेंअतः रदरफोर्ड मॉडल परमाणु निकाय के स्थायित्व की व्यवस्था करने में असफल रहा है। रदरफोर्ड के -कणों के प्रकीर्णन प्रयोग से परमाणु में उपस्थित प्रोटॉनों तथा इलेक्ट्रॉनों की । | संख्या के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं होती है। अतः यह परमाणु संरचना के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं करता है।

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