नगर के प्रधान को क्या कहते हैं - nagar ke pradhaan ko kya kahate hain

नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको nagar nigam ke pramukh ko kya kahate hain? के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। साथ ही हम यह भी बताएंगे कि नगर निगम किसे कहते हैं? क्योंकि अभी भी ऐसे बहुत लोग हैं जिन्हें नगर निगम के बारे में जानकारी नहीं है।

आपको यह तो जानकारी है ही कि नगर निगम सरकार द्वारा चलाया जाता है लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि नगर निगम किसे कहते हैं? और nagar nigam ke pramukh ko kya kahate hain? यदि नहीं तो आज का यह लेख पूरा जरूर पढियेगा, क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको नगर निगम के बारे में जानकारी देने वाले हैं।

नगर निगम किसे कहते हैं? (What is Nagar Nigam?)

कई स्थानीय सरकारों के प्रशासन संगठन को ही नगर निगम कहते हैं। नगर निगम यूं तो सबसे बड़ा प्रशासन माना जाता है लेकिन यह नगर परिषद या जिले तथा किसी अन्य ग्राम या बस्ती के अधीन में काम करता है। यह ऐसा प्रशासन होता है जो 10 लाख से अधिक आबादी वाले नगरों के विकास के लिए काम करता है। जिस शहर मैं दो लाख से ज्यादा की आबादी होती है उस शहर में नगर निगम स्थापित किया जाता है।

नगर निगम राज्य सरकार के साथ पंचायती राज के तहत सीधा संपर्क रखता है। भारत का सबसे बड़ा नगर निगम चेन्नई, कोलकाता, मुम्बई तथा दिल्ली में है।

नगर निगम के प्रमुख को क्या कहते हैं? (nagar nigam ke pramukh ko kya kahate hain?)

नगर निगम के प्रमुख को महापौर कहां जाता है। इसे इंग्लिश में मेयर (Mayor) भी कहते हैं। महापौर का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। हिमाचल प्रदेश में महापौर का कार्यकाल ढाई वर्ष का होता है। साथ ही किसी राज्य मे महापौर का कार्यकाल 1 साल का भी होता है। हर 5 साल में नगर निगम का चुनाव होता है जिसमें कुछ पार्षद आम जनता द्वारा चुने जाते हैं इन्हें पार्षदों में से किसी एक को नगर निगम का प्रमुख यानी महापौर बनाया जाता है।

जिस तरह राष्ट्रपति देश का पहला नागरिक कहलाता है उसी तरह महापौर को भी शहर का पहला नागरिक कहा जाता है। जिस शहर में नगर निगम होता है उसी शहर के जनता द्वारा ही पार्षद चुने जाते हैं।

यही पार्षद लोगों के बीच में महापौर का चुनाव होता है जिस भी पार्षद को अधिक वोट मिलते हैं वह पार्षद महापौर बन जाता है। जिस शहर में महापौर का कार्यकाल 1 साल का होता है और शहर में पहले साल और 1 साल का महापौर का पद महिला के लिए रिजर्व रहता है।

महापौर बनने के लिए योग्यता (Qualifications to become mayor)

यदि आप भी नगर निगम के प्रमुख यानी महापौर या मेयर बनना चाहते हैं तो आपके अंदर कुछ योग्यताओं का होना आवश्यक है जो इस प्रकार हैं।:-

  • मेयर या महापौर बनने के लिए व्यक्ति की आयु 21 वर्ष होनी चाहिए।
  • जो व्यक्ति मेयर बनना चाहते हैं उन्हें 10वीं परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
  • मेयर के पद में खड़े होने के लिए सबसे पहले व्यक्ति को पार्षद का चुनाव जीतना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि सभी पार्षदों में से ही महापौर चुने जाते हैं।

महापौर के अधिकार कौन-कौन से होते हैं? (Rights of Mayor)

महापौर पूरे नगर का नेता होता है इसलिए इससे नगर से संबंधित कई तरह की भूमिकाएं निभानी पड़ती है। महापौर को विधान संबंधित भी भूमिकाएं निभानी पड़ती हैं। स्थानीय सरकार अधिनियम 1989 की धारा 73 में विधान संबंधी आवश्यकताएं लिखी गई है।

अधिनियम में लिखा गया है कि महापौर को नगर पालिका परिषद के सभी कार्यवाही में शामिल होना आवश्यक है साथ ही नगरपालिका के सभी बैठकों में अध्यक्षता भी करना अनिवार्य है। नगर निगम से संबंधित महापौर या मेयर के अधिकार निम्न प्रकार हैं :-

  • जैसा कि हमने आपको बताया मेयर शहर का प्रथम नागरिक होता है इसलिए मेयर को अपने शहर में होने वाले सभी कार्यों को देखना पड़ता है।
  • नगर निगम जिस शहर में हैं उस शहर की सभी कार्यवाही मेयर या वहां पर की सहमति से ही की जाती है।
  • मेयर को अपने शहर के विकास कार्यों के लिए दो करोड़ रुपए मिलते हैं। जिससे वह अपने शहर के सभी विकास कार्यों में लगाता है। लेकिन यह पैसा केवल महापौर अपने वार्ड के विकास कार्यों में नहीं लगा सकता।
  • महापौर को शहर के सभी कार्यों को देखने के लिए एक लाल बत्ती वाली गाड़ी भी प्रदान की जाती है साथ ही महापौर को रहने के लिए एक अलग से वेयरहाउस भी प्राप्त होता है जिससे कि वह अपने शहर में ही रह कर अपने नगर के विकास कार्यों को देख सकता है।

मेयर को प्राप्त वेतन (Salary of Mayor)

मेयर का वेतन राज्य पर आधारित होता है क्योंकि अलग-अलग राज्यों के कुछ अलग-अलग नियम भी होते हैं। यदि हम बात करें मेयर को कितना वेतन प्राप्त हो सकता है तो हम आपको बताना चाहेंगे कि मेयर को लगभग 30,000 वेतन प्राप्त होता है जिसे वह अपने स्वयं के कार्यों के लिए खर्च करता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों आज हमने आपको बताया कि nagar nigam ke pramukh ko kya kahate hain? उम्मीद है कि आप को नगर निगम तथा महापौर या मेयर से संबंधित सभी तरह की जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आपको कोई प्रश्न पूछना है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

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नगर निगम का सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है?

मेयर इसके सभापति होते हैं। न्यूनतम पांच और अधिकतम 11 सदस्य शामिल होते हैं, जिन्हें विभिन्न समितियों का प्रभारी बनाया जाता है। नगर निगम के अमले का प्रशासनिक मुखिया।

नगर पालिका का क्या काम है?

शहरी स्थानीय निकाय संवैधानिक रूप से प्रदत्त प्रशासनिक इकाइयां हैं, जो शहरी क्षेत्रों यानी शहरों और कस्बों में बुनियादी ढांचा और सेवाएं प्रदान करते हैं। शहरी क्षेत्रों के लिए, जल आपूर्ति, जल निकासी, सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसे बुनियादी नागरिक सुविधाओं का प्रशासन भी आवश्यक है।

भारत में नगर पालिका की संख्या कितनी है?

भारत में निम्न नगर निगम हैं (कुल 247)।

वर्तमान में राजस्थान में नगर निगम की संख्या कितनी है?

नगर निगम
नगर परिषद
कुल नगर निकाय
7
34
188
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