मोटर वाहन में कौन सी गैस भरी जाती है? - motar vaahan mein kaun see gais bharee jaatee hai?

मोटर वाहन में कौन सी गैस भरी जाती है? - motar vaahan mein kaun see gais bharee jaatee hai?

हमारे वायुमंडल में पाई जाने वाली गैसों में सबसे अधिक मात्रा में पाई जाने वाली गैस नाइट्रोजन है। जो सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है ,लगभग 78%  यह जितनी अधिक मात्रा में उपस्थित होती है, उतना ही इसका उपयोग भी है।

आइए नाइट्रोजन गैस के उपयोग जानते है

* हमारे शरीर में प्रोटीन के निर्माण में नाइट्रोजन गैस अति आवश्यक है।

* पेड़- पौधों की वृद्धि तथा विकास के लिए नाइट्रोजन गैस अति आवश्यक है।

* NPK(nitrogen, phosphorous, potassium) तथा यूरिया जैसे अन्य रासायनिक उर्वरकों को बनाने में।

* विद्युत बल्बों में ऑर्गन (93%) व नाइट्रोजन(7%) का मिश्रण भरा होता।

* गाड़ियों तथा साइकिल के टायरों में  भरा जाता है।

* चिप्स तथा अन्य पैकेट बंद खाद्य पदार्थों  के परिरक्षण में।

नाइट्रोजन का इतनी अधिक मात्रा में उपयोग होने का कारण?

तो आइए सरल साइंस की भाषा में समझते है।

चूँकि नाइट्रोजन एक कम क्रियाशील गैस है। इस कारण यह आसानी से किसी से भी क्रिया नहीं करती। इसी कारण इसका उपयोग इतनी अधिक मात्रा में किया जाता है। कम क्रियाशील होने के कारण यह निर्वात अर्थात vaccum बना लेती है। जिस कारण वस्तुएं खराब नहीं होती चाहे। चिप्स के पैकेट के अंदर उपस्थित चिप्स हों या विद्युत बल्ब के अंदर उपस्थित फिलामेंट।

इतनी अधिक मात्रा में नाइट्रोजन कहां से आती है?

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हमारे वायुमंडल में 78% नाइट्रोजन उपस्थित होती है परंतु फिर भी यह आसानी से उपयोग के योग्य नहीं होती। जब तक कि यह अपने अवयवों -नाइट्रेट तथा नाइट्राइट में नहीं टूट जाती, तब तक यह उपयोग के योग्य नहीं होती।

इस कार्य के लिए नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले बैक्टीरिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यूरिया से अमोनिया का निर्माण (अमोनीकरण) बारिश के मौसम में बिजली चमकने से  नाइट्रेट तथा नाइट्राइट का निर्माण आदि क्रियाएं महत्वपूर्ण होती हैं।

* इसी कारण प्रकृति में नाइट्रोजन की मात्रा को स्थिर बनाए रखने के लिए नाइट्रोजन चक्र पाया जाता है जिसे एक आदर्श चक्र माना जाता है। 

लेखक श्रीमती शैली शर्मा मध्यप्रदेश के विदिशा में साइंस की टीचर हैं। (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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मोटर वाहन में कौन सी गैस भरी जाती है? - motar vaahan mein kaun see gais bharee jaatee hai?

साकेत में पेट्रोल पंप पर कार में नाइट्रोजन गैस भरता दुकानदार। - फोटो : अमर उजाला

गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका है। ऐसे में लांग ड्राइव में बड़ी चिंता गाड़ी का टायर पंचर होने या फटने की होती है, लेकिन नाइट्रोजन गैस से आप बेफिक्र होकर फर्राटा भर सकते हैं। शहर में नाइट्रोजन गैस टायरों में भरवाने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।


दरअसल, गरम मौसम में सड़क पर जब कोई भी वाहन दौड़ता है तो टायर जल्दी गरम होता है। इसका कारण सड़क का ज्यादा गरम होना है। इसके चलते टायर के पंचर होने या फटने की संभावना कहीं ज्यादा बढ़ जाती है। टायरों में सामान्य हवा के मुकाबले नाइट्रोजन गैस भरवाने से न केवल टायर फटने की संभावना खत्म सी हो जाती है बल्कि पंचर होने की संभावना कम ही रहती है।

 

 रेट पांच रुपये प्रति टायर
 कुछ
महीनों के दौरान शहर में टायरों में नाइट्रोजन गैस भरने के प्वाइंट बढ़ने और इसकी कीमत कम होने की वजह से संख्या बढ़ी है। एक समय था, जब चारों टायरों में गैस भरवाने के लिए 70 से 80 रुपये खर्च करने पड़ते थे, लेकिन अब पांच रुपये प्रति टायर के हिसाब से गैस भरी जा रही है। 
 

खास बात
सामान्य
तौर पर टायरों में जिस गैस का इस्तेमाल किया जाता है, उसमें 78 फीसदी तक नाइट्रोजन होती है और 21 फीसदी हिस्सा ऑक्सीजन का होता है, जबकि बाकी बचे हुए हिस्से में वाष्प व कार्बन डाइऑक्साइड और नोबल गैस मौजूद होती है। अब जिस तरह से गैस गर्म होने पर फैलती है और ठंड होने पर सिकुड़ती है, ठीक यही बात टायर में मौजूद हवा के साथ भी होती है। गर्मी में टायर पंचर होने व फटने की संभावना ज्यादा रहती है। 
 

नफा-नुकसान 
- सामान्य
हवा में आर्र्दता होती है, जिससे स्टील व एल्युमीनियम टायर रिम को भी नुकसान होता है, लेकिन नाइट्रोजन गैस के भरने पर टायर में मौजूद ऑक्सीजन डायल्यूट हो जाती है। ऑक्सीजन में मौजूद पानी की मात्रा को नष्ट कर देता है, जिससे टायर के रिम को नुकसान नहीं पहुंचता है, यानी उन्हें जंग नहीं लगता है। 

- हवा के मुकाबले टायर में नाइट्रोजन गैस से माइलेज और हैंडलिंग कहीं ज्यादा बेहतर हो जाती है। 
- नाइट्रोजन गैस से टायर में प्रेशर लंबे समय तक बना रहता है।

शहर में चलन बढ़ा
शहर
में साकेत पेट्रोल पंप के साथ ही विक्टोरिया पार्क के पास स्थित टायर सोपी पर कई महीनों से नाइट्रोजन गैस की सुविधा है, जहां पर रोजाना 50 से 70 लोग नाइट्रोजन गैस भरवा रहे हैं। साथ ही गढ़ रोड, रुड़की बाईपास, दिल्ली रोड, हापुड़ रोड, मवाना रोड के पेट्रोल पंपों और सर्विस सेंटरों पर नाइट्रोजन गैस की सुविधा है। 

मोटर गाड़ी में से निकलने वाली गैस कौन सी है?

पेट्रोल से चलने वाले वाहनों से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है तथा डीजल से चलने वाले वाहनों से कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फर डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी जहरीली गैसे निकलती है ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कणों की मात्रा शहर की हवा मे खतरनाक स्तर के आंकड़े को पार कर गए हैं।

बाइक के टायर में कौन सी हवा भरी जाती है?

सामान्य तौर पर टायरों में जिस गैस का इस्तेमाल किया जाता है, उसमें 78 फीसदी तक नाइट्रोजन होती है और 21 फीसदी हिस्सा ऑक्सीजन का होता है, जबकि बाकी बचे हुए हिस्से में वाष्प व कार्बन डाइऑक्साइड और नोबल गैस मौजूद होती है।

बिजली के बल्ब में कौन सी गैस भरी होती है?

सही उत्तर नाइट्रोजन है। बल्ब में उपयोग होने वाले टंगस्टन फिलामेंट के ऑक्सीकरण को रोकने के लिए नाइट्रोजन या आर्गन जैसी रासायनिक रूप से निष्क्रिय गैस भरे जाते हैं।

हवाई जहाज के टायर में कौन सी गैस भरी जाती है?

एक टायर का इस्तेमाल कितने दिनों तक? इन टायरों में एक नॉर्मल गैस की बजाय नाइट्रोजन गैस भरी जाती है, क्योंकि नाइट्रोजन गैस अन्य गैस की तुलना में सूखी और हल्की भी होती है. इस गैस पर तापमान का असर कुछ खास नहीं पड़ता.