मांसपेशियों के लिए व्यायाम क्यों आवश्यक है? - maansapeshiyon ke lie vyaayaam kyon aavashyak hai?

एक अध्ययन के मुताबिक लगभग 64 प्रतिशत भारतीय कभी व्यायाम नहीं करते हैं। इसमें भी महिलाओं की संख्या बहुत अधिक है। उनके लिए क्यों जरूरी है नियमित व्यायाम और इसे कैसे शामिल करें अपनी नियमित दिनचर्या में, बता रही हैं रश्मि उपाध्याय

एक्सरसाइज करना हमारे शरीर के लिए उतना ही जरूरी है, जितना कि भोजन करना या पानी पीना। नियमित एक्सरसाइज से हम न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी फिट रहते हैं। पर, नियमित रूप से व्यायाम की आदत डालना आसान काम नहीं। महिलाओं की बात करें तो ऑफिस और घर का काम कहीं-न-कहीं उनकी फिटनेस में बाधक है।

हर जगह अपना बेस्ट देने के चक्कर में महिलाएं इस कदर व्यस्त हो जाती हैं कि उनके पास जिम जाकर व्यायाम करना तो दूर, घर पर भी व्यायाम करने का समय नहीं होता है। दूसरी ओर कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं, जो कुछ दिन तो वर्कआउट करती हैं, लेकिन फिर प्रेरणा के अभाव में इसे बीच में ही छोड़ देती हैं। यही कारण है कि महिलाएं मोटापे, डायबिटीज व रक्तचाप जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से जल्दी ग्रस्त हो जाती हैं। नियमित व्यायाम के क्या-क्या फायदे हैं और इसे कैसे अपनी आदत में शामिल करें, आइए जानें-

-मांसपेशियां रहती हैं स्वस्थ-
नियमित एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां तो स्वस्थ रहती ही हैं, साथ ही शरीर में खून का बहाव भी बेहतर ढंग से होता है। अगर आप रोज एक्सरसाइज करती हैं तो मस्तिष्क की कोशिकाओं को भी सक्रिय होने में काफी मदद मिलती है।

-सामान्य रहता है रक्तचाप-
नियमित रूप से व्यायाम करने से रक्तचाप से जुड़ी समस्याएं कम हो जाती हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि जो महिलाएं रोज एक्सरसाइज करती हैं, उन्हें उच्च रक्तचाप होने का खतरा 75 प्रतिशत तक कम हो जाता है। विभिन्न शोधों में नियमित हल्के-फुलके व्यायाम के अलावा एरोबिक्स को भी रक्तचाप नियंत्रित करने में उपयोगी पाया गया है।

-बर्न होती है कैलरी-
गर्भावस्था या फिर मेनोपॉज के बाद अधिकतर महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ता है। अगर अपने बढ़ते वजन को कम या नियंत्रित करना चाहती हैं तो जरूरी है कि आपका मेटाबॉलिज्म अच्छा हो। मेटाबॉलिज्म को तेज रखने में नियमित व्यायाम उपयोगी साबित होता है। नियमित रूप से व्यायाम करने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होने के साथ ही कैलरी भी तेजी से बर्न होती है और वजन नियंत्रण में रहता है।

-दूर होता है तनाव-
नियमित व्यायाम शरीर ही नहीं बल्कि दिमाग को भी तेज रखने में उपयोगी साबित होता है। तनाव, सिर दर्द और अवसाद जैसी कई समस्याओं को नियमित व्यायाम की मदद से कम या ठीक किया जा सकता है। डॉक्टर्स कहते हैं कि नियमित व्यायाम दिमाग के लिए एंटीडिप्रेशन दवा की तरह काम करता है।

-दर्द से मिलता है छुटकारा-
जिन महिलाओं को पीठ और हाथ-पैरों में दर्द की समस्या होती है, उन्हें भी नियमित व्यायाम से लाभ होता है। अगर आपको हर वक्त शरीर में कमजोरी महसूस होती है तो व्यायाम से आप तुरंत ऊर्जा पा सकती हैं। साथ ही व्यायाम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।

-घटता है बैड कोलेस्ट्रॉल-
नियमित व्यायाम करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी सामान्य किया जा सकता है। व्यायाम करने से शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा घट जाती है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है। इससे दिल की सेहत भी दुरुस्त रहती है और हम अधिक मात्रा में ऑक्सीजन ले पाते हैं। इस वजह से व्यक्ति को हार्ट अटैक और दिल से संबंधित अन्य बीमारियां होने का खतरा काफी कम हो जाता है।

खुद को ऐसे करें प्रेरित-
-शाम की बजाय सुबह एक्सरसाइज करना ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे फिटनेस के साथ ही तनाव से भी मुक्ति मिलती है। सुबह एक्सरसाइज करने के लिए आप अपना एक समय निर्धारित करें। उदाहरण के लिए अगर आप सुबह 5 से 6 बजे तक एक्सरसाइज करना चाहते हैं तो रोजाना इसी समय एक्सरसाइज करें।
-अगर आप एक्सरसाइज को लेकर पूरी तरह समर्पित होना चाहती हैं तो अपने लिए कोई एक्सरसाइज पार्टनर तलाशें। इसके लिए दोस्त या परिवार के सदस्य को चुनें। ध्यान रखें कि पार्टनर ऐसा हो, जो आपके अंदर एक्सरसाइज को लेकर एक नई ऊर्जा और समर्पण पैदा करे।
-अपने लिए वह एक्सरसाइज चुनें, जिसे करने में आपको मजा आए। अगर नियमित व्यायाम आपको बोरिंग लगता है तो आप जुंबा या एरोबिक्स कर सकती हैं। वैसे भी डांस को व्यायाम का एक शानदार प्रकार माना जाता है।  
-नियमित रूप से व्यायाम करना घर पर संभव नहीं हो पा रहा है तो जिम जॉइन कर सकती हैं या फिर योग क्लास या किसी अन्य फिटनेस क्लास का हिस्सा भी बन सकती हैं। इस तरह नियमित अभ्यास से व्यायाम धीरे-धीरे आपकी दिनचर्या में शामिल हो जाएगा।

( फिटनेस एक्सपर्ट दीपक राठौर से बातचीत पर आधारित)

व्यायाम से मांसपेशियों पर क्या प्रभाव पड़ता है?

लचीलापन और कसावट- योगासन से शरीर लचीला रहता है जबकि व्यायाम से मांसपेशियों में कसावट आती है. एक्सरसाइज तीव्रता और प्रबलता पर जोर देती है, जिससे मांसपेशियों को नुकसान भी पहुंच सकता है. योग धीमी गति से किया जाता है और सहनशक्ति बढ़ाता है. योग से मांसपेशियां कमजोर नहीं होती हैं.

मजबूत मांसपेशियों के निर्माण के लिए क्या आवश्यक है?

मांसपेशियों के निर्माण के लिए प्रोटीन एक आवश्यक पोषक तत्व है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी मांसपेशियां मजबूत बनें, तो उसके लिए प्रतिदिन अपने शरीर के वजन केे प्रति किलो 2.2 ग्राम प्रोटीन का सेवन करें। हालांकि, प्रोटीन के ओवरडोज से भी शरीर को नुकसान होता है। मांसपेशियों के निर्माण में कैलोरी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

मांसपेशियों की देखभाल कैसे की जाती है?

प्रोटीन-युक्त डायट का करें सेवन प्रोटीन के सेवन को इस प्रकार विभाजित करने से खून में एमिनो ऐसिड सर्वोत्तम स्तर पर बना रहता है और मांसपेशियों की मरम्मत एवं वृद्धि तेज करता है। अपने भोजन में दूध, मांस, पॉल्ट्री, मछलिया, अंडे, बीन्स, दालें, दुग्ध उत्पाद, सोया और साबुत अनाज जैसी विविध प्रोटीन का प्रयोग करें।

व्यायाम करना क्यों जरूरी है?

लगातार और नियमित शारीरिक व्यायाम, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है और यह हमारी नींद कम करता है इससे हमें सुबह उठने पर तकलीफ नहीं होतीहृदय रोग, रक्तवाहिका रोग, टाइप 2 मधुमेह और मोटापा जैसे समृद्धि के रोगों को रोकने में मदद करता है। यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और तनाव को रोकने में मदद करता है।