लेखिका मोर मोरनी का क्या नाम रखा? - lekhika mor moranee ka kya naam rakha?

प्रश्न 15-1. मोर-मोरनी के नाम किस आधार पर रखे गए?

उत्तर : नीली गर्दन होने के कारण मोर का नाम नीलकंठ रखा गया और मोरनी सदा मोर की छाया के समान उसके साथ रहती इसलिए उसका नाम राधा रखा गया।

प्रश्न 15-2. जाली के बड़े घर में पहुँचने पर मोर के बच्चों का किस प्रकार स्वागत हुआ?

उत्तर : जाली के बड़े घर में पहुँचने पर मोर के बच्चों का उसी तरह स्वागत हुआ जैसा नववधू के आगमन पर परिवार में होता है। लक्का कबूतर नाचना छोड़ उनके चारों ओर घूम-घूम कर गुटरगूं-गुटरगूं की रागिनी अलापने लगे, बड़े खरगोश सभ्य सभासदों के समान क्रम से बैठकर उनका निरीक्षण करने लगे, छोटे खरगोश उनके चारों ओर उछलकूद मचाने लगे और तोते एक आँख बंद करके उनका परीक्षण करने लगे।

प्रश्न 15-3. लेखिका को नीलकंठ की कौन-कौन सी चेष्टाएँ बहुत भाती थीं?

उत्तर : नीलकंठ देखने में बहुत सुंदर था और लेखिका को उसकी हर चेष्टाएँ आकर्षक लगती थीं परन्तु कुछ चेष्टाएँ उन्हें बहुत भाती थीं जैसे -
• मेघों की गर्जन ताल पर उसका इंद्रधनुष के गुच्छे जैसे पंखों को मंडलाकार बनाकर तन्मय नृत्य करना।
• लेखिका के हाथों से हौले-हौले चने उठाकर खाते समय उसकी चेष्टाएँ हँसी और विस्मय उत्पन्न करती थी।
• नीलकंठ का दयालु स्वभाव और सबकी रक्षा करने की चेष्टा करना।

लेखिका मोर मोरनी का नाम क्या रखी थी?

1. मोर-मोरनी के नाम किस आधार पर रखे गए? नीली गर्दन होने के कारण मोर का नाम नीलकंठ रखा गया और मोरनी सदा मोर की छाया के समान उसके साथ रहती इसलिए उसका नाम राधा रखा गया।

मोर मोरनी का नाम क्या था?

मोर-मोरनी के नाम किस आधार पर र... Solution : नीली गर्दन होने के कारण मोर का नाम नीलकंठ और मोरनी हमेशा छाया के समान उसके साथ-साथ लगी रहती थी इस कारण उसका नाम राधा रखा गया था

लेखिका ने मोर का नाम नीलकंठ और मोरनी का नाम राधा क्यों रखा?

लेखिका ने मोर का नाम नीलकंठ और मोरनी का नाम राधा क्यों रखा था? उत्तर: मोर की गर्दन नीली थी इसलिए लेखिका ने उसका नाम नीलकंठ रखामोरनी हमेशा मोर के साथ-साथ उसकी छाया में रहती थी इसलिए उसका नाम राधा रखा था।

लेखिका मोर मोरनी को कहाँ से लाई?

Answer. Explanation: मोर के दोनों बच्चों को चिड़ीमार कहाँ से पकड़कर लाया था? (d) शंकरगढ़ से। Answer: (d) शंकरगढ़ से।