इसे सुनेंरोकेंकोयल का भोजन छोटे-मोटे कीड़े ही बनते है. यह ज्यादात्तर बालों वाले कीड़े, सूंडी, झींगे और चीटियाँ खाती है। कोयल की बोली सभी पक्षियों में सबसे मधुर होती है. लेकिन केवल नर कोयल ही आवाज करता है। Show
कोयल कैसे बोलती हैं? इसे सुनेंरोकेंकोयल की कूक का फल दिशा और समय के अनुसार भी प्राप्त होता है। कोयल की आवाज अगर सुबह-सुबह दक्षिण पू्र्व दिशा से सुनाई दे तो नुकसान होता है। लेकिन शाम के समय सुनाई दे तो कोई खुशखबरी मिलती है। दोपहर में इस दिशा से कोयल की आवाज का सुनाई देना भी अच्छा नहीं माना जाता है। कोयल को क्या कहा जाता है?इसे सुनेंरोकेंकाकः अर्थात् कौवा, पिकः अर्थात् कोयल। उपरोक्त प्रसिद्ध श्लोक के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि कोयल को संस्कृत में पिकः भी कहा जाता है। पढ़ना: अंबानी पहले क्या करते थे? कोयल कौन से कलर की होती है? इसे सुनेंरोकेंनर कोयल का रंग काला और मादा का भूरा रंग होता है. कोयल की आंखे लाल रंग की होती है. कोयल काली क्यों होती है?इसे सुनेंरोकेंनर कोयल नीलापन लिए काला होता है, तो मादा तीतर की तरह धब्बेदार चितकबरी होती है। नर कोयल ही गाता है। उसकी आंखें लाल व पंख पीछे की ओर लंबे होते हैं। नीड़ परजीविता इस कुल के पक्षियों की विशेष नेमत है यानि ये अपना घोसला नहीं बनाती। कोयल हमें क्यों प्रिय लगती है? इसे सुनेंरोकेंकोयल पक्षी की आवाज जितनी मीठी होती है यह उससे कई गुना ज्यादा चालाक होती है. यह दूसरे पक्षियों के घोंसले से अंडे खा जाती है और अपने अंडे उसके घोंसले में रख देती है ऐसे में वह बेचारा पक्षी जाने-अनजाने में Koyal के ही अंडो को से देता है. कोयल लगभग 120 तरह की होती है। कोयल बोलने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंकिसी कार्य से जा रहे हैं और दोपहर में कोयल की बोली सुनाई दे तो कार्य में सफलता मिलती है। उत्तर पूर्व एवं पश्चिमोत्तर दिशा से कूक सुनाई पडे तो धन लाभ मिलता है। उत्तर दिशा से कोयल की आवाज सुनाई देना बताता है कि घर में सुख-सुविधा के साधनों में वृद्धि होने वाली है। आम के पेड पर बैठकर कोयल कूक लगाए तो शुभ संकेत समझना चाहिए। पढ़ना: गृह विज्ञान में क्या क्या आता है? कोयल कब गाती है? इसे सुनेंरोकेंकोयल कब गाती है? = हर साल जब वसंत का मौसम फूलों और फलों की ताजा खुशबू के साथ आता है तो कोयल अपना गीत शुरू करती है। यह इन पक्षियों के लिए संभोग का मौसम है। कोयल के स्वर में परिवर्तन का क्या कारण है?इसे सुनेंरोकेंकोयल की कूक सुनकर कवि को लगा कि वह मानो उसे कुछ कहना चाहती है। या तो वह उसे निरंतर लड़ते रहने की प्रेरणा देना चाहती है या उसकी यातनाओं के दर्द को बाँटना चाहती है। दोस्तों इस पोस्ट में हम जानेंगे की Koyal Ki Awaz Sunne Se Kya Hota Hai और Koyal Ke Bare Mein Jankari साथ ही यह भी जानेंगे की कोयल क्या खाती है और कोयल की आवाज कैसी होती है. इतना ही नहीं इस लेख के जरिए हम जानेंगे की कोयल अंडा कहा देती है और कोयल का वैज्ञानिक नाम क्या है. इस पोस्ट में उक्त सभी प्रश्नों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी एकत्र करेंगे. Koyal Ki Awaz Sunne Se Kya Hota HaiTable of Contents
हम बचपन से ही कोयल के बारे में घर के बड़े बुजुर्गों से सुनते आ रहे कि, कोयल की आवाज बहुत ही मीठी और प्यारी होती है. कोयल की आवाज एक बार सुन लेने के बार हर कोई इसका दीवाना हो जाता है. इसकी मधुर आवाज सुनने से हर किसी का मन प्रसन्न हो जाता है. दिमाग को शांति मिलती है.शकुनशास्त्र में वर्णन है कि, यदि आपकों सुबह-सुबह कोयल की आवाज सुनाई देती है तो इसे धन लाभ के प्रबल संकेत माना जाता है. इस शास्त्र के अनुसार कोयल की कूक के फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हो सकते है. यह सब इन बातों पर भी निर्भर करता है की कोयल की आवाज किस दिशा और किस समय आ रही है. दाेस्तों यदि आपकों भी कोयल की आवाज सुबह-सुबह दक्षिण-पूर्व दिशा से आती है तो इसे अशुभ फल देने वाला माना जाता है. दूसरी ओर यदि शाम को उसी दिशा से आवाज सुनते है तो इसे बेहद ही शुभ संकेत माना जाता है. यदि आप दिन के समय में किसी कार्य के लिए जा रहे है और ऐसे में आपको कोयल की आवाज या कूक सुनाई दे तो यह आपके कार्य सिद्ध होने के संकेत होते है. निश्चित रूप से आपकों उस कार्य में सफलता प्राप्त होती है. इसी प्रकार यदि अगर उत्तर-पूर्व और पश्चिम-उत्तर दिशा से आपको कोयल की आवाज सुनाई देती है तो यह धन लाभ का संकेत देता है.इसी प्रकार उत्तर दिशा से कोयल की आवाज सुनना घर में सुख समृद्धि आने के संकेत माने जाते है. Koyal Ke Bare Mein Jankariभारत के गुजरात प्रांत में कोयल को कोकिला भी कहा जाता है. जो कुक्कू नामक कुल का पक्षी होता है. नर कोयल काले रंग के साथ साथ हल्का नीले रंग का होता है. इसी प्रकार मादा कोयल पर धब्बे के चिह्न् होता है. जैसा की तितर पर धब्बे बने होते है. नर कोयल की खास बात यह है की केवल यही गाता है मतलब यही कू-कू की आवाज निकलता है और इसकी आँखे लाल और पंख थोड़े लम्बे होते है. कोयल का वैज्ञानिक नाम “युडाइनेमिस स्कोलोपेकस” होता है. इस पक्षी की एक विशेष बात यह भी है की यह अपना घोंसला नहीं बनाते है. यह सदैव दूसरे पक्षियों के घोसलों में प्रजनन के बाद अंडा देती है. विशेष कर किसी कौवे के घोसले में. कोयल हमेशा किसी पेड़ पर उतरती या रहती है यह जमीन पर नहीं उतरती है. कोयल जंगलो में ही रहती है और इनकी उम्र केवल 6 साल की ही होती है. कोयल की लगभग 120 तरह की प्रजातिया पृथ्वी पर मौजूद है. कोयल अंटार्कटिक महाद्वीप को छोड़ सभी महाद्वीपों पर आसानी से पाई जाती है. इसे हर जगह अलग-अलग नाम से जाना जाता है. जापान में इसे Kak-ko, फ्रांस में Coucou, जर्मनी में Kuckuk, रूस में Kukush-ka नामो से जाना जाता है. कोयल भारत के झारखण्ड राज्य की राजकीय पक्षी भी है.
कोयल की आवाज के बारे में जानकारीकोयल की आवाज सभी पक्षियों में सबसे मीठी होती है. इसकी मधुर आवाजा का हर इंसान दीवाना होता है. कोयल का नाम आते ही, सबसे पहले ख्याल आता है तो सबसे पहले उसकी मधुर आवाज का. दोस्तों क्या आप लोगों को यह बात पता है यह मधुर आवाज नर कोयल निकालता है ना की मादा कोयल. आप जब भी किसी कोयल की मधुर ध्वनि सुनते है तो वह नर कोयल होता है, इन्हे ही गाने का शौक होता है. जब बसंत ऋतु आती है जब सब दूर हरियाली और फल-फुल दिखाई देते है तब कोयल इन पेड़ पौधो पर अपनी मधुर आवाज में नाचती और गाती है. Koyal Kya Khati Haiकोयल एक सर्वाहारी पक्षी है. यह फल-फूल के साथ साथ छोटे मोटे कीड़े-मकोड़े, चीटी, टिड्डे, झींगे आदि जीवों को भी भोजन के रूप में खा लेती है. यही सब इसका भोजन बनता है, जिसे खा कर यह अपना पेट भरती है.
Koyal Ande Kaha Deti Haiकोयल कभी भी अपना घोंसला नहीं बनाती है, क्योकि उसे घोंसला बनाना नहीं आता है और इसी वजह से वह अपना अंडा भी किसी दुसरे पक्षियों के घोसलों में देती है.
Koyal Ka Ghar Me Aana कोयल का घर में आना एक शुभ संकेत माना जाता है. अगर अभी कोयल आपकी छत पर आकर आवाज करती है या कूकती है तो उसे धन लाभ से जोड़कर देखा जाता है. Koyal Ki Awaz Kaise Hoti Hai कोयल की आवाज बहुत ही मधुर और सुरीली होती है जो हर इंसान को अच्छी लगती है. इसकी आवाज सुनने से मन को शांति मिलती है. Koyal Ko Angreji Mein Kya Bolate/Kahate Hain कोयल को अंग्रेजी में कुकु (Cuckoo) कहते है. Koyal Ki Spelling Koyal की Spelling Ko+yal = Koyal(कोयल)
उम्मीद करते है आपको हमारी यह पोस्ट Koyal Ki Awaz Sunne Se Kya Hota Hai और Koyal Ke Bare Mein Jankari पसंद आई होगी. अगर पोस्ट पसंद आई है और कुछ नया जानने को मिला हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ Share कर दीजिए और पोस्ट से जुड़ा कोई भी सवाल हो तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के पूछ सकते है. हमें उत्तर देने में बेहद ही खुशी होगी. कोयल की आवाज का क्या मतलब होता है?कोयल की आवाज अगर सुबह-सुबह दक्षिण पू्र्व दिशा से सुनाई दे तो नुकसान होता है। लेकिन शाम के समय सुनाई दे तो कोई खुशखबरी मिलती है। दोपहर में इस दिशा से कोयल की आवाज का सुनाई देना भी अच्छा नहीं माना जाता है। किसी कार्य से जा रहे हैं और दोपहर में कोयल की बोली सुनाई दे तो कार्य में सफलता मिलती है।
रात में कोयल बोलने से क्या होता है?इसकी मीठी आवाज़ सुनकर मन प्रसन्न हो जाता है लेकिन अगर आप यह जानेंगे कि इसका कूकना धन और समृद्धि लाता है तो आपकी प्रसन्नता और बढ़ जाएगी. शकुनशास्त्र के अनुसार जब घर की छत पर बैठकर कोयल कूके तो इसका मतलब है कि आकस्मिक धन लाभ होने वाला है. कोयल की कूक का फल दिशा और समय के अनुसार भी प्राप्त होता है.
घर में कोयल आने से क्या होता है?कोयल का घर में आना एक शुभ संकेत माना जाता है. अगर अभी कोयल आपकी छत पर आकर आवाज करती है या कूकती है तो उसे धन लाभ से जोड़कर देखा जाता है. कोयल की आवाज बहुत ही मधुर और सुरीली होती है जो हर इंसान को अच्छी लगती है. इसकी आवाज सुनने से मन को शांति मिलती है.
कोयल और कौवे में किसकी आवाज मधुर होती है?# कौआ की आवाज़ भारी और बेसुरी होती है जबकि कोयल की आवाज सुरीली और मधुर होती है.
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