यदि किसी कारण से आपने प्रेग्नेंसी टेस्ट को टाल रखा हो, तो इसे करने का समय यही है! आप प्रेग्नेंसी यूरिन टेस्ट सुपरमार्केट या केमिस्ट के यहाँ से खरीद सकते हैं, और ये उतने ही सही होते हैं जितने कि डॉक्टर की क्लिनिक में इस्तेमाल किए जाने वाले होते हैं। Show जब आप छह महीने की गर्भवती होती हैं, तो शिशु असल रूप से मापा जा सकता है। भले ही उसके सिर से पैर तक की लंबाई मापना संभव होता है, पर अभी भी माप सटीक नहीं आता है, जिससे हमें आपके शिशु की ऊंचाई का अंदाजा नहीं मिलता है। यहाँ तक कि 6 हफ्तों की नाजुक उम्र में भी, शिशु घूमावदार स्थिति में रहता है और मुड़ा हुआ जोकि बाद में उनके पैर बन जाएगा। जब अल्ट्रासाउंड के जरिए शिशु को मापा जाता है तो उनके क्राउन से उनके रम्प तक की माप लेना मानक तरीका है। 6 हफ्ते के समय तक शिशु का औसत आकार 5-6 मिलिमीटर का होता है। इसका सिर अभी भी बाकी शरीर की तुलना में अधिक बड़ा होता है, पर नन्हें ढांचे दिखाई पड़ने लगते हैं, जिनसे उनके चेहरे और जबड़े का निर्माण होता है। उनके धड़ की ओर छोटी कली जैसे उभार अंततः उनके हाथ और पैर बनाते हैं। भले ही आपके कोख में ये सारी गतिविधियाँ चल रही होती हैं, पर अभी भी आपको छोड़कर किसी और के लिए यह बताना मुश्किल होता है कि आप गर्भवती हैं। इस सप्ताह आपके शरीर में होने वाले बदलाव
इस बीच आपमें होने वाले भावनात्मक बदलाव
इस सप्ताह आपके शिशु में होने वाले बदलाव
इस हफ्ते के सुझाव
प्रेगनेंसी के दूसरे महीने में ब्लीडिंग क्यों होती है?ब्लीडिंग या स्पॉटिंग के कारण
लेकिन कई बार कुछ गंभीर कारणों से गर्भवती महिला को शुरुआती दिनों में ब्लीडिंग या स्पॉटिंग हो सकती है। इस समय महिलाओं को इंप्लांटेशन ब्लीडिंग, सर्विकल पोलिप, सेक्स, मिसकैरेज, जुड़वा या तीन बच्चे, एक्टोपिक प्रेग्नेंसी, मोलर प्रेग्नेंसी की वजह से ब्लीडिंग या स्पॉटिंग हो सकती है।
प्रेगनेंसी में स्पॉटिंग कितने दिन तक रहती है?प्रेग्नेंसी के 12 हफ्तों तक 25% महिलाओं को होती है स्पॉटिंग
करीब 25 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को प्रेग्नेंसी के 12 हफ्तों तक हल्की ब्लीडिंग या स्पॉटिंग का अनुभव होता है।
प्रेगनेंसी के छठे महीने में ब्लीडिंग क्यों होती है?यदि 6-7 महीने में ब्लीडिंग हो रही है, तो हो सकता है प्लेसेंटा या नाल बहुत नीचे (Low line) हो. ऐसे मामलों में मरीज की जान भी जा सकती है. प्लेसेंटा लो है, तो काफी सर्तक रहना होगा. डॉक्टर के बताए दिशानिर्देशों का पालन करना होगा.
प्रेगनेंसी के दौरान ब्लड आने से क्या होता है?प्रेग्नेंसी की शुरुआत में आपको हल्की ब्लीडिंग हो सकती है, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं है। इसे 'स्पॉटिंग' (spotting) कहते हैं। ऐसा तब होता है, जब बढ़ता हुआ भ्रूण खुद को आपकी कोख की दीवारों में प्रत्यारोपित करता है। इस तरह की ब्लीडिंग अक्सर उस समय के आसपास होती है, जब आपके पीरियड का समय होने वाला होता है।
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