विषयसूची कलम का सिपाही कौन सी विधा है?इसे सुनेंरोकेंAnswer: कलम का सिपाही’ ‘जीवनी’ गद्य विधा पर आधारित रचना है। ‘जीवनी’ गद्य विधा में किसी विशिष्ट व्यक्ति के जीवन से संबंधित पहलुओं का वर्णन किया जाता है और उसके जीवन को रोचक एवं प्रेरक शैली में प्रस्तुत कर किया जाता है ताकि पाठक उसके जीवन से प्रेरणा लें। ‘कलम का सिपाही’ ‘मुंशी प्रेमचंद’ की जीवनी है। कमल का सिपाही किसकी रचना है?अमृत रायप्रेमचंद : क़लम का सिपाही / लेखक प्रेमचंद का जीवन परिचय कैसे लिखें? इसे सुनेंरोकेंप्रेमचंद का मूल नाम धनपतराय था और उनका जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के नज़दीक लमही गांव में हुआ था। पिता का नाम अजायब राय था और वे डाकखाने में मामूली नौकरी करते थे। वे जब सिर्फ आठ साल के थे तब मां का निधन हो गया। पिता ने दूसरा विवाह कर लिया लेकिन वे मां के प्यार और वात्सल्य से महरूम रहे। मुंशी प्रेमचंद को कलम का सिपाही क्यों कहा जाता है?इसे सुनेंरोकेंकलम का सिपाही हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक मुंशी प्रेमचंद को कहा जाता है मुंशी प्रेमचंद का वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था उनकी कलम यानि उनके लेखन का मुकाबला आज के बड़े – बड़े लेखक भी नहीं कर पाते हैं इसलिए मुंशी प्रेमचंद को कलम का सिपाही कहा जाता है। प्रेमचंद को कलम का सिपाही कहने से लेखक का क्या तात्पर्य है?इसे सुनेंरोकेंलेकिन आज प्रेमचंद का गुणगान करने के स्थान पर ज़रुरत इस बात की है कि उनका अनुकरण कर हम भी उन्हीं की तरह अन्याय के खिलाफ़ साहस के साथ आवाज़ उठाएं और धर्म के, समाज के , राजनीति के, असंख्य भ्रष्ट ठेकेदारों को बेनकाब कर उनको उनके सही अंजाम तक पहुंचाएं और मजलूमों को, मेहनतकश को, सर्वहारा को, उनका वाजिब हक़ दिलवाएं. प्रेमचंद अपने घर में कौन सी विधा है? इसे सुनेंरोकेंAnswer: प्रेमचंद घर में’ साहित्य में ‘संस्मरण’ गद्य विधा की रचना है। कलम का जादूगर किसकी रचना है?इसे सुनेंरोकेंकलम के जादूगर के नाम से विख्यात साहित्यकार रामवृक्ष बेनीपुरी ने अपने संस्मरण में उपरोक्त कथन का जिक्र किया है। कलम का सिपाही का प्रकाशन वर्ष क्या है?इसे सुनेंरोकें’कलम का सिपाही’ का पहला संस्करण 1962 में प्रकाशित हुआ था. ‘कलम का सिपाही’ के जीवनीकार प्रेमचंद के पुत्र और ख्यात लेखक-कथाकार अमृतराय हैं. स्वयं का जीवन परिचय कैसे लिखें? इसे सुनेंरोकेंएक अच्छा परिचय संक्षिप्त और सटीक होना चाहिए। खुद को अच्छा बनाने से डरिए मत। आखिरकार, यह एक परिचय है, और आपका पहला इंप्रेशन भी। वैसे, आप बड़बोलापन या घमंड नहीं करना चाहेंगे, क्योंकि इससे आपके दर्शक आपको सुनना बंद कर सकते हैं। कवि परिचय कैसे लिखते हैं?इसे सुनेंरोकेंप्रश्न : साहित्यिक परिचय में भी क्या जीवन परिचय लिखना होता है। उत्तर : बिल्कुल। साहित्यक परिचय में भी लेखक के जीवन के बारे में अवश्य लिखें। साथ ही ङ्क्षहदी साहित्य में उसके स्थान के बारे में भी जिक्र करें। कलम का सिपाही किसे कहा जाता है * क कबीरदास ख मैथिलीशरण गुप्त ग प्रेमचंद?इसे सुनेंरोकेंकलम का सिपाही मुंशी प्रेमचंद को कहा जाता है. प्रेमचंद (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं. आवारा मसीहा की विधा कौन सी है? इसे सुनेंरोकें’आवारा मसीहा ‘ गौरव-ग्रंथ का प्रकाशन 1974 में हुआ था। अब बात कर लेते परीक्षा में पूछे गए सवाल की वो था की “आवारा मसीहा किस विधा की रचना हैं?” तो नि:संदेह जीवनी विधा ही है। कलम का सिपाही कौन सा विधा है?कलम का सिपाही' 'जीवनी' गद्य विधा पर आधारित रचना है। 'जीवनी' गद्य विधा में किसी विशिष्ट व्यक्ति के जीवन से संबंधित पहलुओं का वर्णन किया जाता है और उसके जीवन को रोचक एवं प्रेरक शैली में प्रस्तुत कर किया जाता है ताकि पाठक उसके जीवन से प्रेरणा लें। 'कलम का सिपाही' 'मुंशी प्रेमचंद' की जीवनी है।
कलम का सिपाही जीवनी विधा के लेखक कौन है?अमृत रायप्रेमचंद : क़लम का सिपाही / लेखकnull
कलम का सिपाही किसे कहा जाता है * क कबीरदास?कलम का सिपाही मुंशी प्रेमचंद को कहा जाता है.
4 कलम का सिपाही किसे कहा जाता है * क कबीरदास ख मैथिलीशरण गुप्त ग प्रेमचंद?अमृतराय द्वारा लिखित प्रेमचंद : कलम का सिपाही जीवनी विधा की परिपक्वता की पहचान है और हिंदी साहित्य की एक अन्यतम उपलब्धि भी ।
|