वाच्य क्रिया के उस परिवर्तन को कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का पता चलता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता (पहचान) है। इससे यह स्पष्ट होता है कि वाक्य में इस्तेमाल क्रिया के लिंग, वचन तथा पुरुष कर्ता, कर्म या भाव में से किसके अनुसार है। आइए vachya के बारे में और विस्तार से जानते हैं। Show
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वाच्य की परिभाषाVachya क्रिया के उस रूपान्तर को कहते हैं, जिससे कर्ता, कर्म और भाव के अनुसार क्रिया के परिवर्तन ज्ञात होते हैं। क्रिया के जिस रूप से यह जाना जाए कि वाक्य में क्रिया का मुख्य सम्बन्ध कर्ता, कर्म या भाव से है, वह Vachya कहलाता है| ज़रूर पढ़ें :- पत्र लेखन उदाहरण कक्षा 6, 7, 8, 9 और 10 के लिए वाच्य का अर्थVachya का अर्थ है— वाणी या कथन.. यहॉं वाणी का अर्थ— वक्ता की वाणी या वक्ता का कथन है। वस्तुत: vachya किसी एक बात को थोड़े से अर्थ के अंतर के साथ कहने का तरीका है। इस तरह कहे गए वाक्यों कथनों की सरंचना अलग हो जाती है। उदाहरण के लिए
यद्यपि दोनो वाक्यों का अर्थ समान्य तो लग ही रहा है किंतु दोनों के अर्थ में सूक्ष्म अंतर है। दोनों की सरंचना भी अलग है। कर्ता द्वारा मॉं के कार्य खाना बनाना को प्रधानता दी गई है। वाक्य 2—- में कर्ता के कार्य को नकारने या निरस्त करने का कार्य किया गया है, कार्य को निरस्त करने का अर्थ है। ज़रूर पढ़ें :- Kaal in Hindi (काल) वाच्य के भेदVachya के 3 भेद होते हैं, जो इस प्रकार हैं: कर्तृवाच्यजिस वाक्य में कर्ता मुख्य हो और क्रिया कर्ता के लिंग, वचन एवं पुरूष के अनुसार हो, उसे कर्तृवाच्य कहते है। जैसे –
इन वाक्यों में जा रही है, पढ़ रहा हूँ, सो गई ये सभी क्रियाएं कर्ता के अनुसार आई है। ज़रूर पढ़े :- हिंदी व्याकरण – Leverage Edu के साथ संपूर्ण हिंदी व्याकरण सीखें कर्मवाच्यजिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। जैसे –
इन वाक्यों में पढ़ी जा रहीं है, पढ़ी गई क्रियाएं कर्म के लिंग, वचन, पुरूष के अनुसार आई है। भाववाच्यजिस वाक्य में अकर्मक क्रिया का भाव मुख्य हो, उसे भाववाच्य कहते हैं| जैसे –
इन वाक्यों में ठहरा जाता, पढ़ा जाता और सोया जाता क्रियाएं भाववाच्य की है। ये भी पढ़ें : 150 पर्यायवाची शब्द कर्तृवाच्य: से कर्मवाच्य:कर्तृवाच्य: से कर्मवाच्य: के बीच मुख्य अंतर नीचे दिए गए हैं- कर्तृवाच्य:
कर्मवाच्य:
ये भी पढ़ें : अनुसवार हिन्दी कर्तृवाच्य: से भाववाच्य:कर्तृवाच्य: से भाववाच्य: में मुख्य अंतर नीचे दिए गए हैं- कर्तृवाच्य:
भाववाच्य:
कर्मवाच्य से कर्तृवाच्यVachya में कर्मवाच्य से कर्तृवाच्य में मुख्य अंतर नीचे दिए गए हैं- कर्मवाच्य
कर्तृवाच्य
भाववाच्य से कर्तृवाच्यVachya में भाववाच्य से कर्तृवाच्य में मुख्य अंतर इस प्रकार हैं: भाववाच्य
कर्तृवाच्य
यह भी पढ़ें :सर्वनाम हिंदी में कर्मवाच्य और भाव वाच्य में अंतरकर्मवाच्य तथा भाववाच्य दोनों ही अकर्तृवाच्य के भेद है। दोनो में अंतर केवल इस बात को लेकर है कि कर्मवाच्य वाले वाक्य में सकर्मक क्रिया का प्रयोग होता है। भाववाच्य वाले वाक्यों में अकर्मक क्रिया का प्रयोग होता है। कर्तृवाच्य से कर्मवाच्यकर्तृवाच्य से कर्मवाच्य में रूपान्तरण के लिए हमें निम्नलिखित कार्य करने चाहिए-
कर्मवाच्य से कर्तृवाच्य बनाना
ये भी पढ़ें :उपसर्ग और प्रत्यय कर्तृवाच्य से भाववाच्यकर्तृवाच्य से भाववाच्य निम्नलिखित बिंदुंओ के आधार पर बनते है।
ये भी पढ़ें : कहानी लेखन क्रिया के प्रयोगक्रिया के पुरुष, लिंग और वचन कहीं-कहीं कर्त्ता के अनुसार होते हैं, कहीं कर्म के अनुसार और कहीं इन दोनों में से किसी के अनुसार भी नहीं होते। क्रिया का प्रयोग तीन तरह से होता है –
कर्तृ प्रयोग जिसमें क्रिया के पुरुष, लिंग और वचन कर्त्ता के अनुसार होते हैं, क्रिया के उस प्रयोग को ‘कर्तृ प्रयोग’ कहते हैं। इसमें वर्तमान काल और भविष्यत काल में कर्त्ता विभक्ति-चिन्ह रहित होता है। जैसे –
कर्मिणी प्रयोग इसमें क्रिया के पुरुष और वचन कर्म के अनुसार होते हैं। कर्मिणी प्रयोग में कर्तृवाच्य में भूतकाल में कर्त्ता के साथ (ने) और कर्मवाच्य में सभी कालों में (से, के द्वारा) लगते हैं। इसमें कर्म के साथ ‘को’ विभक्ति-चिन्ह नहीं लगता। जैसे –
भावे प्रयोग इसमें क्रिया के पुरुष, लिंग और वचन कर्त्ता या कर्म के आश्रित नहीं होते, अपितु क्रिया सदा अन्य पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन में होती है। भाववाच्य की सभी क्रियाएँ भावे प्रयोग में आती हैं। जैसे –
Vachya महत्त्वपूर्ण MCQs1. ’’मैं यह भाषा नहीं पढ़ सकूँगा।’’ इस वाक्य को ’कर्मवाच्य’ में बदलें ? उत्तर: (ब) 2. निम्नलिखित वाक्य का वाच्य बताइए – उत्तर: (स) 3. ’’क्या तुमने खाना खा लिया है ?’’ इस वाक्य को ’कर्मवाच्य’ में बदलें ? उत्तर: (अ) 4. निम्नलिखित
वाक्य का वाच्य बताइए – उत्तर: (ब) 5. ’’गायिका द्वारा गीत गाया जा रहा है?’’ इस वाक्य को ’कर्तृवाच्य’ में बदलें ? उत्तर: (द) 6. निम्न वाक्य का वाच्य बताइए – उत्तर: (अ) 7. ’’पक्षी से उड़ा गया।’’ इस वाक्य को ’कर्तृवाच्य’ में बदलें ? उत्तर: (ब) 8. निम्नलिखित वाक्य को कर्तृवाच्य में बदलिए- उत्तर: (द) 9. ’’रमेश के द्वारा सब्जी खरीदी जा रही थी।’’ इस वाक्य को ’कर्तृवाच्य’ में बदलें ? उत्तर: (अ) 10. निम्नलिखित वाक्य को भाववाच्य में बदलिए – उत्तर: (अ) 11. भाववाच्य वाला वाक्य इनमें
से कौनसा है ? उत्तर: (स) 12. निम्नलिखित वाक्य का वाच्य बताइए- उत्तर: (अ) 13.
कर्मवाच्य का उदाहरण वाक्य है – उत्तर: (स) 14. ’अध्यापक ने कक्षा में गणित की परीक्षा ली’ वाक्य है- उत्तर: (ब) 15. कर्तृवाच्य का प्रयोग नहीं हुआ है ? उत्तर: (ब) 16. ’मोहन से पढ़ा नहीं जाता है’ वाक्य है- उत्तर: (अ) 17. ’पुस्तक पढ़ी जाती है।’ में प्रयुक्त वाच्य का चयन करें – उत्तर: (ब) 18. इनमें से किस वाक्य में ’कर्मवाच्य’ है ? उत्तर: (अ) 19. ’स्वामी विवेकानंद ने सभा में उपदेश दिया’ यह किस प्रकार का वाच्य है ? उत्तर: (स) 20. इनमें से कौन सा वाक्य कर्तृवाच्य में नहीं है? उत्तर: (स) FAQsVachya के कितने भेद हैं? वाच्य के 3 भेद हैं, जो इस प्रकार हैं: वाच्य परिवर्तन कैसे होता है? कर्म के साथ कोई परसर्ग हो तो उसे हटा दिया जाता है। कर्तृवाच्य की मुख्य क्रिया को सामान्य भूतकाल में परिवर्तित किया जाता है। परिवर्तित क्रिया के साथ ‘जाना’ क्रिया का काल, पुरुष, वचन और लिंग के अनुसार जो रूप हो, उसे जोड़कर साधारण क्रिया को संयुक्त क्रिया में बदला जाता है। कर्म वाच्य उदाहरण क्या है? सरल शब्दों में – क्रिया के जिस रूप में कर्म प्रधान हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं या जहाँ क्रिया का संबंध सीधा कर्म से हो तथा क्रिया का लिंग तथा वचन कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। मीरा ने दूध पीया। मीरा ने पत्र लिखा। भाववाच्य के 10 उदाहरण दें? मोटे व्यक्ति से भागा नहीं जाता है, सुमित से दौड़ा नहीं जाता, चमगादड़ों द्वारा रात में सोया नहीं जाता है, इस मरीज़ द्वारा प्रतिदिन नहीं नहाया जाता है, इन महात्माओं द्वारा तख़्त पर सोया जाता है, हमारे द्वारा गर्मियों में छत पर सोया जाता है, दादा जी द्वारा पार्क में टहला जाता है, पक्षियों द्वारा सवेरे-सवेरे आकाश में उड़ा जाता है, गर्मियों में हमारे द्वारा खूब नहाया जाता है, पक्षियों द्वारा घोंसले में सोया जाता है आदि वाच्य क्या है? वक्ता के कहने का ढंग वाच्य कहलाता है। कर्तृवाच्य किसे कहते हैं? जिस वाक्य में कर्ता मुख्य हो और क्रिया कर्ता के लिंग, वचन एवं पुरूष के अनुसार हो, उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको vachya के बारे में जानकारी मिली होगी। यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800572000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। |