गाय ब्याने के बाद क्या करना चाहिए - gaay byaane ke baad kya karana chaahie

इसे सुनेंरोकेंब्यानेके बाद यूं रखें पशु का ध्यान: ब्यानेके बाद पशु को गुनगुने पानी से भीगे कपड़े द्वारा साफ करें, ब्याने के बाद पशु को कार्बोहाइड्रेटस युक्त चारे खिलाएं। पशु को गेहूं का दलिया, सोंठ, गुड़ अजवायन पकाकर खिलाएं। ब्याने के 10 घंटे तक पशु जेर गिराए तो पशु चिकित्सक से संपर्क करें।

कौन रूम थी या जुगाली करता है?

इसे सुनेंरोकेंरोमंथक (ruminant) या जुगाली करने वाले वह सम-ऊँगली खुरदार स्तनधारी पशु होते हैं जो वनस्पति खाकर पहले अपने पेट के प्रथम ख़ाने में उसे नरम करते हैं और फिर जुगाली करके उसे वापस अपने मूंह में लाकर चबाते हैं।

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भैंस के कितने पेट होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसामान्य भाषा में जब भैंस के पेट में बनने वाली गैस बाहर नहीं निकल पाती तो उसका पेट फूलने लगता है। भैंस के शरीर में चार पेट होते हैं, जब व घास खाती है तो वह सबसे पहले रुमेन (Rumen) में जाता है और इस प्रक्रिया के दौरान रुमेन में गैस बनती है।

भैंस खाना न खाए तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंपशुओं को सर्दी से बचाएं। सर्दी की वजह से भैंस ने चारा खाना छोड़ दिया है। पशु चिकित्सक को बताकर गोली ले आएं। कीड़े मारने की भी दवा भी खिलाएं।

भैंस को मेथी खिलाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंदूसरे चारों के साथ मिलाकर खिलाने पर दूध की मात्रा में बढ़ोत्तरी होती हैं एवं गर्म-तासीर होती है।

जुगाली करने वाले क्या होते हैं उनके कोई दो उदाहरण भी लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंमिथेन एक अत्यंत प्रभावशाली ग्रीनहाउस गैस है, जो जुगाली करने वाले पशुओं में चारे के “आंत्र किण्वीकरण” के परिणामस्वरुप उत्सर्जित होती है l पशु के पहले पेट (रूमेन) में पशु आहार का किण्वीकरण मिथेन का प्रमुख स्रोत है, जो कि मुख्य रूप से डकार/ मुह द्वारा उत्सर्जित होती है l जुगाली करने वाले पशु खानपान से मिली ऊर्जा का 4 से …

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रुमिनेट क्या हैं इनके कोई दो उदाहरण भी लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंजैसे गाय, बैल, भैंस, ऊँट, हिरन आदि। रोमंथक (रुमिनैंट) के पेट के चार भाग होते हैं, इसी कारण यह पहले भोजन को एक बार में निगल लेते हैं और पेट के एक भाग में एकत्रित कर लेते हैं। पूरी तरह भोजन निगलने के बाद ये प्राणी बाद में धीरे-धीरे उस निगले हुए भोजन को अपने मुँह में वापस लाकर उसे धीरे-धीरे चबाते हैं।

भैंस का पेट क्यों फूलता है?

इसे सुनेंरोकेंअफारा रोग पशुओं में आमतौर और अचानक होने वाली बीमारी है। यह रोग पशुओं में ज्यादा खाने या दूषित खाने के कारण होता है। इस रोग में पशु के पेट में एसिडिटी अमोनिया, कार्बनडाई ऑक्साइड, मीथेन जैसी दूषित गैस बन जाती हैं। इस गैस का दबाव छाती पर पड़ता है और पशु को सांस लेने में तकलीफ़ होती है।

गाभिन भैंस की क्या पहचान है?

इसे सुनेंरोकेंआमतौर पर पशुपालकों को 5-7 महीनों के बाद पता लग पाता था कि भैंस का गर्भ ठहरा है या नहीं। डॉक्टर 60-65 दिन बाद हाथ डालकर या अल्ट्रासाउंड से इसका पता लगाते थे। इस किट से पशु के गर्भ का जल्द पता करने में आसानी होगी। इससे रंग बदला तो पशु को गर्भवती माना जाएगा।

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गाय चारा नहीं खाए तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंजन्म के ठीक बाद बछड़े के नाक और मुंह से कफ अथवा श्लेष्मा इत्यादि को साफ करें। आमतौर पर गाय बछड़े को जन्म देते ही…

भैंस को नमक खिलाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंनमक पशुओं को आहार खाने में चाव भी उत्पन्न करता है। नमक से लार निकलने में सहायता मिलती है और लार से आहार के पचने में प्रोत्साहन मिलता है।

इसे सुनेंरोकेंब्यानेके बाद यूं रखें पशु का ध्यान: ब्यानेके बाद पशु को गुनगुने पानी से भीगे कपड़े द्वारा साफ करें, ब्याने के बाद पशु को कार्बोहाइड्रेटस युक्त चारे खिलाएं। पशु को गेहूं का दलिया, सोंठ, गुड़ अजवायन पकाकर खिलाएं। ब्याने के 10 घंटे तक पशु जेर गिराए तो पशु चिकित्सक से संपर्क करें। जेर को तुरंग गड्ढे में दबा दें।

भैंस का फूल दिखाई दे तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंपशु को 24 घंटे निगरानी में रखें। अगर फूल दिखाए तो ठंडे पानी में लाल दवाई डालकर उसे साफ कर चढ़ाएं। एक कप देशी करेले की बेल का रस हर रोज पिलाना पशु के लिए फायदेमंद है। इस बीमारी में हर्बल पाउडर बी लेप्स के 100 ग्राम की पुड़िया, 250 ग्राम बेसन 150 ग्राम सरसों के तेल में देने से अच्छा परिणाम आता है।

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गाय का पेट फूल जाए तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंअफारा रोग से बचाव चारा भूसा आदि खिलने से पहले पानी पिलाएं। प्रतिदिन पशु को कुछ देर खुला चरने दें। पशुओं को दूषित चारा, दाना भूसा और पानी न दें।

प्रसव के बाद गाय की देखभाल कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंफर्श पर नर्म घांसफूंस बिछाकर गाय को ऊपर रखें। बाड़ा हवादार, प्रकाशमान लेकिन ज्यादा पानी की अलग से समुचित प्रबंध करें। बाड़े में गाय पर नजर रखने हेतु अनुभवी व्यक्ति जो प्रसव तथा उसके उपरान्त गाय की देखभाल कैसी करें इसके बारे में जानकारी रखता है उसे तैनात करें। उसे वहां 24 घण्टे रहना चाहिये।

भैंस के फूल क्यों निकलता है?

इसे सुनेंरोकेंभैंसों की कोख़ में भी वसा /चर्बी के अत्यधिक जमा होने की वजह से योनि के आस-पास दबाब बढ़ जाता है जिससे फूल दिखाने की समस्या ज्यादा होती है. यह भी पाया गया है कि तांबा, लोहा, सेलेनियम, जस्त जैसे कुछ सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी भी भैंसों में फूल दिखाने की समस्या से जुड़ी हुई है.

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भैंस की बेली निकले तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंगंभीर स्थिति होने पर पशुचिकित्सक से सम्पर्क करें। पशुचिकित्सक इस स्थिति में दर्दनाशक व संवेदनाहरण के लिए टीका लगाते हैं। जिससे पशु जोर लगाना बंद कर देता है। अब शरीर के बाहर निकले हुए भाग को साफ कर तथा अंदर करके टाँके लगा देते हैं।

गाय का पेट क्यों फूलता है?

इसे सुनेंरोकेंपेट फूलने की बीमारी से ग्रस्त पशु। पशुपालक रामजतन पासवान ने बताया कि पशु के पेट में गैस बनने से गाय का मल मूत्र त्यागना रुक जाता है और पेट फूल जाता है। गाय या भैंस जुगाली करना बंद कर देती है। अगर मवेशी का इलाज जल्द से जल्द नहीं हुआ तो उसकी मौत हो जाती है।

गाय के कब्ज का इलाज?

इसे सुनेंरोकेंपशुओं में कब्ज की समस्या अक्सर होती रहती है, जिस तरह से इंसानों की सेहत उसके पेट के सही रहने पर अच्छी रहती है, ऐसा ही पशुओं के साथ भी होता है। ऐसे में पशु को 60 ग्राम काला नमक, 60 ग्राम सादा नमक, 15 ग्राम हींग, 50 ग्राम सौंफ लेकर 500 ग्राम गुड़ में मिलाकर दिन में दो बार देना चाहिए।

गाय ब्याने के तुरंत बाद क्या करना चाहिए?

ब्याने के 3 से 4 दिन बाद सामान्य दाना जिसमें गेहूं का चोकर, दाल की चुनी व खल देना आरंभ कर सकते हैं। हरा चारा यदि उपलब्ध हो तो आवश्यक रूप से खिलाना चाहिए। लगभग 50 ग्राम नमक भी पशु को देना चाहिए। यदि पशु में पहले के प्रसव में कैल्शियम की कमी देखी गई हो तो कैल्शियम की जेल 3 दिन तक अवश्य पिलाना चाहिए

गाय को ब्याने के कितने दिन बाद कैल्शियम देना चाहिए?

गर्भकाल के अंतिम 45 दिन में आवश्यकता से अधिक कैल्शियम न दे। पशु को ब्याने से पहले संतुलित पशु आहार, खिलाने से इस रोग से बचा जा सकता है।

गाय का दूध बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?

लोबिया खिलाने से बढ़ जाता है गाय व भैंस का दूध पशुपालन विभाग के अनुसार लोबिया घास खिलाने से गाय का दूध बढ़ जाता है। ... .
गाय व भैंस का दूध बढ़ाने की घरेलू औषधि बनाएं गाय व भैंस की दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए आप घर पर ही इसकी औषधी बना सकते हैं। ... .
सरसों का तेल और आटे से बनाएं दूध बढ़ाने की दवा.

बच्चा देने वाली गाय को क्या खिलाना चाहिए?

छह माह के ऊपर के गाभिन पशुओं को पाचक प्रोटीन, एवं मिनरल मिक्सर 50 ग्राम प्रति दिन अवश्य देना चाहिएगाभिन पशुओं को ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर नहीं ले जाना चाहिए। गर्भावस्था में पशुओं का आहार हरा चारा - 25 कि. ग्रा., भुसा - 5 कि.

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