Formulae Handbook for Class 10 Maths and Science NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitiz Chapter 13 मानवीय करुणा की दिव्या चमक is part of NCERT Solutions for Class
10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitiz Chapter 13 मानवीय करुणा की दिव्या चमक. प्रश्न 1. You can also download
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प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. फ़ादर बुल्के परंपरागत संन्यासियों से भिन्न थे। वे मन के नहीं संकल्प के संन्यासी थे। वे एक बार संबंध बनाकर तोड़ना नहीं जानते थे। वे लोगों से अत्यंत आत्मीयता से मिलते थे। वे अपने परिचितों के दुख-सुख में शामिल होते थे और देवदारु वृक्ष की सी शीतलता से भर देते थे। इस तरह उन्होंने परंपरागत संन्यासी से हटकर अलग छवि प्रस्तुत की। प्रश्न 7. (ख) आशय यह है कि फ़ादर को याद करते ही उनका करुणामय, शांत एवं गंभीर व्यक्तित्व हमारे सामने आ जाता है। उनकी याद हमारे उदास मन को विचित्र-सी उदासी एवं शांति से भर देती है। ऐसा लगता है जैसे हम एक उदाससा संगीत सुन रहे हैं। रचना एवं अभिव्यक्ति प्रश्न 8. प्रश्न 9. अन्य पाठेतर हल प्रश्न प्रश्न
1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10.
प्रश्न 11.
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फादर कामिल बुल्के की मृत्यु का कारण क्या था लेखक ऐसी मृत्यु को अनुचित क्यों मानता है?Solution : फादर की मृत्यु गैंग्रीन नामक रोग से हुई। इस रोग में शरीर के अंदर एक जहरीला फोड़ा हो जाता है, जो बहुत यातना देता है। लेखक ने फादर के शांत अमृतमय जीवन को देखा था। उन्होंने जीवन भर लोगों को दिया ही दिया था।
लेखक ने फ़ादर बुल्के को मानवीय करुणा की दिव्य चमक क्यों कहा है विचार व्यक्त कीजिए?प्रश्न 5: लेखक ने फादर बुल्के को 'मानवीय करुणा की दिव्य चमक' क्यों कहा है? उत्तर: फादर बुल्के के मन में अपने प्रियजनों के लिए असीम ममता और अपनत्व था। इसलिए लेखक ने फादर बुल्के को 'मानवीय करुणा की दिव्य चमक' कहा है।
फादर कामि ल बल् ु के की मत्ृ य ु कब ह ुई?17 अगस्त 1982कामिल बुल्के / मृत्यु तारीखnull
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