हिंदी न्यूज़बकरी के दूध के ये 6 फायदे नहीं जानते होंगे आप, RMIT के रिसर्च में बच्चों के लिए लाभ गिनाए Show
अब तक कहा जाता रहा है कि गाय का दूध में वही गुण होते हैं जो नवजात शिशुओं को मां के दूध में मिलते हैं। इसलिए इसे शिशुओं के लिए इसे अच्छा माना जाता रहा है। मगर रॉयल मेलबर्न इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी...Aparajitaलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्ली Tue, 09 Jul 2019 02:22 PM अब तक कहा जाता रहा है कि गाय का दूध में वही गुण होते हैं जो नवजात शिशुओं को मां के दूध में मिलते हैं। इसलिए इसे शिशुओं के लिए इसे अच्छा माना जाता रहा है। मगर रॉयल मेलबर्न इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (RMIT) के एक अध्ययन में बकरी के दूध को लेकर कई चौंकाने वाले तथ्य पेश किए गए हैं। ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में छपे RIMT के शोध में कहा गया है कि बकरी का दूध प्रीबायोटिक और एंटी इनफेक्शन गुणों से लैस होता है। यह नवजात शिशुओं में होने वाले गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल इनफेक्शन से रक्षा करता है। रिसर्च में कहा गया है कि बकरी के दूध में oligosaccharides नाम का एक तरह का प्रीबायोटिक होता है, जो आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ने में मदद करता है। इसके साथ ही यह खतरनाक बैक्टीरिया से बचाने में अहम रोल अदा करता है। शोध के मुताबिक बकरी के दूध में प्राकृतिक रूप से 14 प्रीबायोटिक oligosaccharides होते हैं। इनमें से 5 मां के दूध में भी होते हैं। आइए जानते हैं बकरी के दूध के बच्चों के लिए फायदों के बारे में : - बकरी के दूध में एग्लूटिनिन नाम का कंपाउंड नहीं होता है। यह दूध में मौजूद वसा को एकत्र नहीं होने देता है। गाय के दूध में यह तत्व मौजूद होता है। - livestrong.com की एक रिपोर्ट के मुताबिक बकरी के दूध में छोटे फैट पार्टिकल होते हैं। साथ ही इसमें उपलब्ध प्रोटीन छोटे बच्चों में होने वाली दूध उलटने की समस्या को कम करने में मदद करता है। - गाय के दूध के मुकाबले बकरी के दूध में सेलेनियम, नियासिन और विटामिन ए की मात्रा अधिक होती है। - अध्ययनों में यह भी पता चला है कि गाय के दूध की अपेक्षा बकरी के दूध में एलर्जी बढ़ाने वाले तत्व नहीं होते हैं। साथ ही इसमें लैक्टोज की मात्रा भी गाय के दूध के मुकाबले काफी कम होती है। - अध्ययनों यह भी दावा किया जाता है कि बकरी के दूध में दिमाग की क्षमता बढ़ाने वाले सन्युग्म लिनोलिक ऐसिड भी होता है। - शोध में कहा गया है कि बकरी का दूध आयरन के बेहतर इस्तेमाल में मदद करता है। इससे आयरन और कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स के साथ परस्पर क्रिया की संभावना कम हो जाती है। ये भी हैं फायदे इम्यून सिस्टम बढ़ता है हडि्डयां होती है मजबूत आंतों की सूजन कम इसे भी पढ़ें : Solar Eclipse 2019 : सेहत पर भी असर डालता है ग्रहण, इन 5 points में जानें कैसे Published on: 20 August 2022, 19:00 pm IST
बच्चो से लेकर बड़ो तक दूध सभी के लिए बेहद लाभदायक होता है। अधिकतर लोग गाय या भैंस के दूध का सेवन करना पसंद करते हैं। क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में केल्शियम होने के साथ कई सारें पोषण तत्व पाएं जाते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि गाय और भैंस के दूध के अलावा बकरी का दूध भी आपके लिए बेहद फायदेमंद है? आयुर्वेद के अनुसार बकरी का दूध गाय और भैंस के दूध से हल्का होता है, इसी कारण जो लोग गाय और भेस का दूध नहीं पचा पातें उन्हें बकरी का दूध पीने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स कम होने पर बकरी के दूध का सेवन करना सबसे ज्यादा लाभदायक माना गया है। तो चलिए जानते हैं कि बकरी के दूध का सेवन करना आपके लिए किस प्रकार फायदेमंद हो सकता है – दूध का सेवन करना त्वचा के लिए भी बेहद लाभदायक माना जाता है।चित्र : शटरकॉक1. त्वचा के लिए बेहद लाभदायकदूध का सेवन करना त्वचा के लिए भी बेहद लाभदायक माना जाता है। इसी तरह बकरी के दूध का सेवन करना भी आपकी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार हमारी त्वचा के लिए दूध एक एक्टिव इन्ग्रेडिएंट की तरह काम करता है। बकरी के दूध का पीएच लेवल हमारा स्किन के पीएच के बराबर होता है। इसका अर्थ है कि अगर आप स्किन पर बकरी के दूध का इस्तेमाल करती हैं, तो इससे आपकी त्वचा को कोई नुकसान नहीं होगा। इसके अलावा बकरी के दूध में लेक्टिक एसिड और फेटी एसिड होते है,जो आपकी स्किन को ठीक करने का काम करते हैं। 2. हेल्दी वेट बढ़ाने में मदद करेंहेल्दी वेट होने से कई बीमारियों से दूर रहने के साथ एक हेल्दी लाइफस्टाइल पर बने रहने में मदद मिलती है। बकरी के दूध में गाय के दूध जितने ही पोषण तत्व होते हैं। लेकिन इसमें गाय के दूध के मुकाबले कैलोरी की मात्रा थोड़ी ज्यादा होती है। जिससे हेल्दी वेट बढ़ाने में लाभदायक हो सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिसर्च के अनुसार अगर बच्चा कमजोर और अंडरवेट है, तो आप उसे गाय के दूध की जगह बकरी का दूध भी दे सकती हैं। जो लोग जल्द वजन बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए बकरी के दूध का सेवन करना बेहद लाभदायक है। 3. शरीर में प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करेडेंगू होने पर शरीर की प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगती है। ऐसे में बकरी के दूध का सेवन करना सबसे ज्यादा लाभदायक माना गया है। रिसर्चगेट की जनवरी 2011 की रिसर्च के अनुसार डेंगू के मरीजो के ठीक करने के लिए बकरी का दूध सबसे ज्यादा कारगार माना गया है। क्योंकि यह शरीर में तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है। यह पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है। चित्र ; शटरस्टॉक4. पचने में बेहद आसाननेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के अनुसार बकरी का दूध हमारा मेटाबॉलिज्म स्मूद बनाने के साथ पचने में भी बेहद आसान होता है। इसके साथ ही इसमें लेक्टोस की मात्रा भी बेहद कम होती है, जिससे यह गाय के दूध का एक अच्छा विकल्प हो सकता है। 5. शरीर में इन्सुलिन बढ़ने से बचाएशरीर में र्याप्त मात्रा में इंसुलिन होने से हमारा ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। साथ ही जब आपके ब्लड फ्लो में ज्यादा ग्लूकोज होता है तो यह लीवर में बचे हुए ग्लूकोज को भी बेलेंस करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार बकरी का दूध इंसुलिन प्रतिरोध को रोकने में मदद करता है, क्योंकि इंसुलिन प्रतिरोध शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाता है। जिससे यह टाइप 2 डायबिटिज होने का कारण बन सकता है। यह भी पढ़े – टैनिंग से परेशान हैं, तो इन 3 DIY फ्रूट फेस मास्क से दें अपने चेहरे को एकदम ताज़ा निखार बकरी का दूध कब और कैसे पीना चाहिए?बकरी का दूध भी अन्य दूध की तरह ही फायदेमंद होता है लेकिन इसे कच्चा नहीं पीना चाहिए। ऐसा करने पर आप अपने शरीर को नुकसान पहुँचा लेंगे जो अच्छी बात नहीं है। कच्चे दूध में कई प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं जो आपकी सेहत पर प्रभाव ड़ालते हैं। अगर ये प्रभाव अच्छे हों तो सही है, पर वास्तव में ऐसा नहीं है।
बकरी का दूध खाली पेट पीने से क्या होता है?मजबूत बनती हैं हड्डियां
इसकी वजह से बकरी के दूध (Goat Milk) का सेवन करने से शरीर की हड्डियां मजबूत होती हैं. इसमें कुछ मात्रा मैग्नीशियम और फॉस्फोरस की भी होती है. फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और कैल्शियम मिलकर हड्डियों को स्वस्थ रखने का काम करते हैं. इससे इंसान तंदुरुस्त और चुस्त-दुरुस्त बनता है.
दूध को कैसे पीना चाहिए?आयुर्वेद के अनुसार दूध ठंड, वात और पित्त दोष को बैलेंस करने का काम करता है। जो लोग बैठकर दूध पीते हैं उन्हें हाजमे की दिक्कत रहती है। यही वजह है कि आयुर्वेद में रात को सोने से पहले या शाम के भोजन के दो घंटे बाद दूध को हल्का गर्म करके खड़े होकर पीने की सलाह दी जाती है ताकि उसके पूरे लाभ व्यक्ति को मिल सके।
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