भारत में अंग्रेजी शिक्षा का प्रचार प्रसार सर्वप्रथम किस प्रांत में हुआ - bhaarat mein angrejee shiksha ka prachaar prasaar sarvapratham kis praant mein hua

भारत में अंग्रेजी शिक्षा का प्रचार कैसे हुआ?...


भारत में अंग्रेजी शिक्षा का प्रचार प्रसार सर्वप्रथम किस प्रांत में हुआ - bhaarat mein angrejee shiksha ka prachaar prasaar sarvapratham kis praant mein hua

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भारत में अंग्रेजी शिक्षा का प्रचार कैसे हुआ कमाल है अंग्रेज थे अंग्रेज 200 साल राज किया तो अपने आप अंग्रेजी शिक्षा का प्रचार हुआ इसमें कोई शक शक ही नहीं है 1857 1757 मिरेकल 247 190 साल तो अपने आप हो गया कौन सी नई बात उनका हर चीज अंग्रेजी में होता था

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भारत में अंग्रेजी शिक्षा की शुरुआत कब हुई?

वर्ष 1835 में लॉर्ड मैकाले ने अपना प्रसिद्ध स्मरण-पत्र (Minute) गवर्नर जनरल की परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया जिसे लॉर्ड विलियम बैंटिक ने स्वीकार करते हुए अंग्रेजी शिक्षा अधिनियम, 1835 पारित किया।

भारत में अंग्रेजी शिक्षा के जनक कौन थे?

वह व्‍यक्ति हैं थॉमस बैबिंगटन, जिसे लॉर्ड मैकाले (Lord Macaulay) के नाम से भी जाना जाता है। इन्‍हें भारत में अंग्रेजी भाषा और भारतीय शिक्षा का जनक माना जाता है। लॉर्ड मैकाले एक सुयोग्य शिक्षाशास्त्री, राजनीतिज्ञ एवं कुशल प्रशासक थे

अंग्रेजी शिक्षा का जनक कौन है?

आधुनिक विद्यालयों के विपरीत उस समय छोटी-छोटी पाठशालाएँ होती थीं जहाँ स्थानीय शिक्षक या गुरु द्वारा बच्चों को संस्कृत, व्याकरण, प्रायोगिक गणित, महाजनी खाता आदि के बारे में पढ़ाया जाता था। भारत में अंग्रेजी शिक्षा का जनक “लार्ड मैकाले” को माना जाता है.

अंग्रेजों ने अंग्रेजी भाषा का प्रचार प्रसार क्यों किया?

इस पड़ताल के दौरान हम इस बात पर भी विचार करेंगे कि भारतीयों ने ब्रिटिश विचारों पर कैसी प्रतिक्रिया दी और इस बारे में अंग्रेजों के विचार किस तरह विकसित हुए कि भारतीयों को कैसे पढ़ाया जाएगा। वह संस्कृत तथा हिंदुत्व के प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के विद्वान थे।