Updated: | Thu, 11 Aug 2022 12:15 PM (IST) Show
Raksha bandhan 2022: रक्षाबंधन का पर्व जल्द ही आने वाला है। इस साल रक्षाबंधन का पावन त्योहार 11 अगस्त को मनाया जाने वाला है। इस त्योहार को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ चुकी है। और बहनें भी अपनी-अपनी तैयारियों में जुट चुकी हैं। राखी की त्योहार भाई-बहन के प्रेम का पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। और भाई भी अपनी बहनों को रक्षा का वचन देते हैं। सनातन परंपरा में यह पर्व बहुत ही विशेष माना जाता है। सावन के महीने में श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाने वाला यह त्योहार भगवान विष्णु को समर्पित पर्व भी है। इस दिन देवी लक्ष्मी ने दैत्यराज बलि को राखी बांधकर उन्हें अपना भाई बनाया था। इस दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन पर्व इस बार रक्षाबंधन के पर्व को लेकर कुछ उलझन की स्थिति भी है। इस बार रक्षाबंधन के दिन यानी कि सावन पूर्णिमा के दिन तिथि की शुरुआत होने के कुछ देर के बाद ही भद्रा भी लग रही है। ऐसी स्थिति में राखी का पर्व 11 अगस्त को होगा या 12 को होगा इसे लेकर काफी उलझन थी। कुछ लोग जहां 11 अगस्त को राखी मनाने की बात कर रहे हैं तो वहीं कुछ 12 अगस्त को इसे मनाने की बात कर रहे हैं। इसका निर्णय सटीक पंचांग और काल गणना के अनुसार किया जाएगा। वहीं रक्षाबंधन के दिन भाई को कैसे राखी बांधी जाए इसे लेकर भी कुछ नियम है। राखी बांधने के कुछ नियम राखी बांधने से पहले भाई और बहन दोनों को उपवास रखना चाहिए। इस दिन बहनें पहले थाली सजाएं। इस प्रक्रिया में थाली में राखी, रोली, दिया, कुमकुम, अक्षत और मिठाई रखें। राखी बांधते वक्त सबसे पहले भाई को माथे पर तिलक लगाएं। इसके बाद भाई पर अक्षत वारें अब बहने अपने भाई के दाहिने हाथ पर राखी बांधें। राखी बांधने के बाद बहने भाई की आरती उतारें। राखी बंधवाने के बाद भाई अपनी बहनों के चरण स्पर्श जरुर करें। सनातन परंपरा में बहने देवी कन्या के रूप में होती हैं। कई जगहों पर बहनें बड़े भाईयों के पैर छूती हैं। अगर भाई आपसे बड़ा है तो उसके पैर छूकर भाई से आशीर्वाद लें। इसके बाद भाई को मिठाई खिलाएं। बहनों के राखी बांधने के बाद भाई अपने सामर्थ्य अनुसार बहन को उपहार दें। कभी भी खाली और खुले हाथों से राखी नहीं बंधवाएं। हमेशा हाथ में कुछ धन और अक्षत जरूर रख लें और मुट्ठी बंद रखें। ऐसा करने से संपत्ति बनी रहती हैं। राखी बांधते समय पढ़ें ये मंत्र ऊँ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।। Posted By: Arvind Dubey
Raksha Bandhan 2022: रक्षा बंधन का त्योहार 11 और 12 अगस्त दो दिन मनाया जा रहा है. मान्यताओं के अनुसार राखी बांधते समय भाई का मुंह पूर्व दिशा में और बहन का पश्चिम दिशा में होना चाहिए. राखी बांधने के थाली में थाली में रोली, चंदन, अक्षत, रक्षा सूत्र और दही होना चाहिये.
Raksha Bandhan Rakhi 2022 Puja Vidhi & Mantra राखी बांधने की विधि मंत्र सहितAuthored by Rakesh Jha | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Aug 10, 2022, 5:31 PM राखी का त्योहार भाई बहन के स्नेह का त्योहार है। इस त्योहार में मंत्रों के साथ रक्षा सूत्र यानी राखी बांधे तो यह अधिक शुभ फलदायी होता है। यह मंत्र भाई को संकट से बचाता है और बहनों के जीवन में भी सुख लाता है। आइए जानें राखी बांधने की विधि और मंत्र अर्थ सहित।Raksha Bandhan Rakhi 2022 Puja Vidhi & Mantra राखी बांधने की विधि मंत्र सहित अपना यह राशिफल हर दिन ईमेल पर पाने के लिए क्लिक करें - सब्सक्राइब करेंक्लिक करे रक्षा
बंधन के मंत्र का अर्थ - हे राक्षासूत्र, दानवों के महाबली राजा बलि जिससे धर्म में बांधे गए थे, उसी धर्म से तुम्हें बांधता हूं। हे रक्षासूत्र तुम उस धर्म में स्थिर रहना, स्थिर रहना। सिंदूर, रोली चंदन लगाने का मंत्र :- राखी का शुभ मुहूर्त जानने के लिए क्लिक करें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादभाई को राखी कैसे बांधा जाता है?राखी बांधने के कुछ नियम
इस प्रक्रिया में थाली में राखी, रोली, दिया, कुमकुम, अक्षत और मिठाई रखें। राखी बांधते वक्त सबसे पहले भाई को माथे पर तिलक लगाएं। इसके बाद भाई पर अक्षत वारें अब बहने अपने भाई के दाहिने हाथ पर राखी बांधें। राखी बांधने के बाद बहने भाई की आरती उतारें।
राखी बांधने का नियम क्या है?राखी बांधते समय इन नियमों का रखें ध्यान
हिंदू धर्म में मान्यता है कि खाली सिर से राखी नहीं बंधवानी चाहिए। साथ ही राखी बंधवाते समय भाई का मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए और पीठ पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर होनी चाहिए। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके राखी बंधवाना शुभ नहीं माना जाता है।
राखी कौन से हाथ में बांधी जाती है?रक्षाबंधन का त्योहार स्पेशल बनाने के लिए आप भाई की कलाई में अपने हाथ से तैयार राखी बांध सकती हैं.
राखी बांधने का मंत्र क्या है?यह मंत्र है- 'येन बद्धो बलि राजा,दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:। राखी के इस मंत्र का अर्थ है- जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षाबंधन से मैं तुम्हें बांधता हूं, जो तुम्हारी रक्षा करेगा| हे रक्षे!
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