श्रीमद् भागवत में कितने अध्याय हैं?(A) 18 अध्याय Show Explanation : श्रीमद् भागवत में 335 अध्याय हैं। यह व्यास जी द्वारा 18 पुराणों में से रचित बहुत श्रेष्ठ पुराण है। श्रीमद् भागवत कथा में 18 हजार श्लोक, 335 अध्याय व 12 स्कंध होते हैं। इसमें भक्ति, ज्ञान तथा वैराग्य की महानता को दर्शाया है। विष्णु और कृष्णावतार की कथाओं का ज्ञान कराती इस पुराण में सकाम कर्म, निष्काम कर्म, ज्ञान साधना, सिद्धि साधना, भक्ति, अनुग्रह, मर्यादा, द्वैत-अद्वैत, द्वैताद्वैत, निर्गुण-सगुण ज्ञान प्राप्त होता है। श्रीमद् भागवत पुराण विद्या का अक्षय भंडार है। यह पुराण सभी प्रकार के कल्याण देने वाला है। आजकल 'भागवत' नाम से दो पुराण प्रचलित हैं देवीभागवत और श्रीमद्भागवत या भागवत पुराण। इनमें किसे प्रथम और किसे अन्य समझा जाए, यह स्पष्ट होते हए भी इस विषय पर एक राय नहीं है। विविध तरह से समीक्षा करने से यही लगता है कि श्रीमदभागवत को ही पुराण मानना चाहिए और देवीभागवत को उपपुराण। श्रीमद्भागवत, देवीभागवत के विषय में चुप है, परंतु देवीभागवत, भागवत की गणना उपपुराणों में करता है।....अगला सवाल पढ़े Tags : हिंदू धर्म Latest Questionsभागवत कथा में कितने अध्याय होते हैं?भागवत में 18 हजार श्लोक, 335 अध्याय तथा 12 स्कन्ध हैं।
श्रीमद्भागवत में कुल कितने स्कंध हैं?साध्वीश्री ने बताया कि भागवत पुराण में 18000 श्लोक तथा 12 स्कंध हैं।
भागवत कितने दिनों का होता है?सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ कलश यात्रा के साथ शुरू
भागवत कथा कराने में कितना खर्च आता है?वीडियो से मिली जानकारी के अनुसार किशोरी जी एक कथा करने की 9 लाख 50 हजार फीस लेती हैं।
भागवत कितने है?सम्पूर्ण श्रीमद्भागवत महापुराण के सभी 12 स्कंध (All the 12 sections of the entire Shrimad Bhagwat Mahapuran) नारद जी की प्रेरणा से वेद व्यास जी ने श्रीमद् भागवत(shrimad Bhagwat) ग्रन्थ लिखा है। श्रीमद् भागवत में 335 अध्याय हैं। यह व्यास जी द्वारा 18 पुराणों में से रचित बहुत श्रेष्ठ पुराण है।
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