प्रायः देखा जाता है कि छात्र परीक्षा में प्रश्न का सही उत्तर जानते हुए भी लेखन में अशुद्धियों के कारण बहुमूल्य अंक गंवा बैठते हैं। अक्सर ऐसा तब होता है छात्रों को हिन्दी भाषा के व्याकरण संबंधी नियमों की जानकारी नहीं होती अथवा शुद्ध हिंदी लेखन के अभ्यास में कमी होने कारण विद्यार्थियों से बोलते या लिखते समय शब्दों की अशुद्धियाँ हो जातीं हैं। आज हम विद्यार्थियों की सहायता के लिए यहाँ पर भाषा में शब्द की शुद्धि-अशुद्धि संबन्धित निम्न जानकारी दे रहे हैं: Show
Advertisement अशुद्धि शोधन – ashudhi shodhan शब्द शोधन
आइये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं: 1. अशुद्धियां कितने प्रकार की होती हैं?हिन्दी भाषा के उच्चारण या लेखन में मुख्यत: दो प्रकार की अशुद्धियाँ होती हैं: Advertisement
यहाँ पर हम शब्द की अशुद्धियों (Shabdon ki Ashuddhiyan) के बारे में विस्तार से जानेंगे। (वाक्य संबंधी अशुद्धियों के बारे में जानने के लिए इस दूसरे लेख को पढ़ें।) 2. वर्तनी की अशुद्धियाँ किसे कहते हैं?कुछ विद्यार्थी ‘श’, ‘स’ और ‘ष’ के उच्चारण में भूल करते हैं अथवा सभी को ‘स’ ही बोलते या लिखते हैं। जैसे – ‘शिकायत’ को ‘सिकायत’, ‘भेष’ को ‘भेस’ या ‘अनुशरण’ को ‘अनुसरण’ बोलना या लिखना आदि। कुछ छात्र-छात्राएं अर्धाक्षरों में अशुद्धि करते हैं जैसे – ‘उज्ज्वल’ को ‘उज्जवल’, ‘महत्त्व’ को ‘महतव’, और ‘प्रयास’ को ‘परयास’ आदि। Advertisement 3. हिन्दी लेखन में अशुद्धियों के कारण क्या हैं?हिन्दी लेखन में अशुद्धियों का मुख्य कारण अभ्यास की कमी, श्रुतिलिपि (सुलेख या इमला) की परंपरा का विलोप होना और हिन्दी की पुस्तकों का अध्ययन न करना है। 4. शुद्ध हिंदी लेखन के लिए क्या करें?शुद्ध हिन्दी लेखन के लिए छात्रों को बोलकर लिखने का अभ्यास करना चाहिए, साथ ही हिन्दी पुस्तकों का अधिकाधिक अध्ययन करना चाहिए। ऐसा करने से शब्द शोधन करने में आसानी रहती है। 5. वर्तनी की गलती कैसे सुधारें?वर्तनी की गलतियाँ सुधारने के लिए उन शब्दों का बार-बार लिख कर अभ्यास करना चाहिए जिनमें वर्तनी की गलतियाँ होने की संभावना अधिक है। ऐसे शब्दों की सूची नीचे दी जारी है। Advertisement
6. शब्द की अशुद्धियों के उदाहरणयहाँ पर उन शब्दों की अशुद्धियों (Shabdon ki Ashuddhiyan) की सूची उन शब्दों के शुद्ध रूपों के साथ दी गई है ताकि विद्यार्थी अभ्यास कर अशुद्ध शब्दों को शुद्ध (अशुद्धि शोधन – ashudhi shodhan) करना सीख सकें। इसे सुनेंरोकेंपूर्ण लोप अशुद्धि और आंशिक लोप अशुद्ध। किसी प्रकार का लेन-देन तक बही में प्रविष्ट होने से पूरी तरह रह जाता है तो ऐसी अशुद्धि को पूर्ण लोप अशुद्धि कहते हैं। उदाहरण के लिए रमेश को अगर ₹25000 की रकम उधार दी जाती है, तो वह विक्रय की प्रविष्टि विक्रय बहीखाते में ना लिखी जाए तो यह पूर्णलोप अशुद्धि हुई। पढ़ना: 2021 में किसानों का कर्ज माफ होगा क्या? अशुद्धियां कितने प्रकार के होते हैं?इसे सुनेंरोकेंअशुद्धियाँ दो प्रकार की हो सकती हैं : (i) जिनके कारण तलपट का मिलान नहीं होता है, (ii) जिनका तलपट के मिलान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। शुद्ध वाक्य क्या है? इसे सुनेंरोकेंवाक्य-शुद्धि की परिभाषा: अतएव, लिखने या बोलने के समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे द्वारा जो कुछ लिखा या कहा जाए, वह बिल्कुल स्पष्ट सार्थक और व्याकरण की दृष्टि से शुद्ध हो। वाक्यों के विभिन्न अंग यथास्थान होना चाहिए। साथ ही विराम-चिह्नों का भी उचित जगहों पर प्रयोग होना चाहिए। अशुद्धि क्या है?इसे सुनेंरोकेंहिन्दीशब्दकोश में अशुद्धि की परिभाषा गंदगी । २. गलती । अशुद्धियों से आप क्या समझते हैं? इसे सुनेंरोकेंअशुद्धियों से आप क्या समझते हैं साधारण शब्दों में कहा जाए तो किसी भी कार्य को करने में व उस कार्य के करने के बाद उसमें जो गलतियां पाई जाती हैं अशुद्धियां कहलाती है। उदाहरण – जब हम बचपन में A,B,C,D लिखते थे तो B को उल्टा करके लिख देते थे। यहां B को उल्टा करके लिखना ही अशुद्धि हैं। पढ़ना: 14 फरवरी भारत के लिए काला दिन क्यों है? वर्तनी संबंधी अशुद्धियाँ कितने कारणों से होती हैं?इसे सुनेंरोकें3. हिन्दी लेखन में अशुद्धियों के कारण क्या हैं? हिन्दी लेखन में अशुद्धियों का मुख्य कारण अभ्यास की कमी, श्रुतिलिपि (सुलेख या इमला) की परंपरा का विलोप होना और हिन्दी की पुस्तकों का अध्ययन न करना है। अशुद्धियां कितने प्रकार की होती है उदाहरण सहित समझाइए?वाक्यों में अनेक प्रकार की अशुद्धियाँ होती हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं – वर्तनी संबंधी अशुद्धि शब्द से सम्बंधित अशुद्धियाँ होती हैं। जब आप वाक्य में कोई शब्द अशुद्ध लिख देते हैं तो वहाँ उस वाक्य में वर्तनी संबंधी अशुद्धि हो जाती है और आपका पूरा वाक्य अशुद्ध कहलाया जाता है।
भाषा में अशुद्धियाँ कितने प्रकार की होती है?हिंदी भाषा के उच्चारण या लेखन में मुख्यतः दो प्रकार की अशुद्धियां होती हैं।
अशुद्ध वाक्य कितने प्रकार के होते हैं?वाक्य-रचना की अशुद्धियों को निम्नलिखित चार प्रमुख वगाह्यह् में बाँटा जा सकता है :. पदक्रम संबंधी अशुद्धियाँ. अन्विति संबंधी अशुद्धियाँ. रूपांतरण / रचनांतरण संबंधी अशुद्धियाँ. अन्य अशुद्धियाँ; जैसे—परसर्ग संबंधी, पुनरुक्ति आदि की अशुद्धियाँ आदि।. अशुद्धियां क्या होती है?अशुद्धियों से आप क्या समझते हैं
साधारण शब्दों में कहा जाए तो किसी भी कार्य को करने में व उस कार्य के करने के बाद उसमें जो गलतियां पाई जाती हैं अशुद्धियां कहलाती है। उदाहरण – जब हम बचपन में A,B,C,D लिखते थे तो B को उल्टा करके लिख देते थे। यहां B को उल्टा करके लिखना ही अशुद्धि हैं।
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