इस फल के बीज में होता है बेहद खतरनाक जहर, जा सकती है जान
ये इतना खतरनाक होता है कि एक निश्चित मात्रा से ज्यादा बीज गलती से शरीर के भीतर पहुंच जाएं तो मिनटों में मौत हो सकती है.
- News18HindiLast Updated :April 14, 2019, 16:07 IST
1/ 8
वैसे तो सेब को पूरी दुनिया में सबसे सेहतमंद फल माना जाता है लेकिन यही फल जान भी ले सकता है. दरअसल सेब के बीज में एक ऐसा तत्व होता है जो इंसानी शरीर में पहुंचने पर पाचक एंजाइम्स के साथ मिलकर जहर बनाने लगता है. ये इतना खतरनाक होता है कि एक निश्चित मात्रा से ज्यादा बीज गलती से शरीर के भीतर पहुंच जाएं तो किसी की भी मिनटों में मौत हो सकती है. जानिए, क्या है ये तत्व और शरीर में पहुंचकर कैसे काम करता है.
2/ 8
वैसे तो कुदरती तौर पर सभी बीजदार फलों में बीज के आसपास एक मजबूत कोटिंग होती है. फल खाने वाला व्यक्ति इस कोटिंग की वजह से गलती से भी बीज खा ले तो उसे चबा नहीं पाता. हालांकि सेब का बीज नर्म और आकार में छोटा होता है. ऐसे में सेब खाने के दौरान गलती से बीज भी चबा जाना हैरानी की बात नहीं. लेकिन बीज के भीतर एमिगडेलिन नामक तत्व होता है जो शरीर के भीतर पहुंचकर काफी घातक हो सकता है.
3/ 8
एमिगडेलिन एक साइनोजेनिक ग्लाइकोसाइड है जो साइनाइड और शुगर से मिलकर बना है. ये दोनों पाचक एंजाइम्स से क्रिया करके हाइड्रोजन साइनाइड (HCN) में तब्दील हो जाते हैं.
4/ 8
कम मात्रा में बीज खा जाने पर उल्टियां, घबराहट, सिरदर्द और पेट में दर्द जैसी तकलीफें होने लगती हैं. हालात गंभीर हों तो सांस लेने में परेशानी, पसीना आना, और बीपी कम हो जाना जैसे लक्षण दिखते हैं.
5/ 8
श्रीदेवी अभिनीत फिल्म मॉम में अपनी बेटी के बलात्कारियों से बदला देने के लिए श्रीदेवी इसी तरीके का इस्तेमाल करती हैं. वे एक अपराधी को सेब का बीज खिलाकर मार देती हैं.
6/ 8
केवल सेब ही नहीं, बल्कि इससे मिलते-जुलते फलों जैसे खुमानी, आडू, आलूबुखारा, चेरी जैसे फलों के बीज भी जहरीले होते हैं, इनमें में एमिगडेलिन पाया जाता है, हालांकि सेब में इस जहर की मात्रा सबसे ज्यादा होती है. एक ग्राम सेब में लगभग 0.06 से 0.24 मिलीग्राम साइनाइड होता है.
7/ 8
Centers for Disease Control and Prevention (CDC) के अनुसार अगर कोई गलती से 0.05 से लेकर 3.5 मिलीग्राम तक सेब के बीज खा ले तो उसकी तबियत खराब हो सकती है या फिर कमजोर शरीर होने या कम या अधिक उम्र होने पर मौत भी हो सकती है. वैसे बीजों का कम या ज्यादा जहरीला होना सेब के प्रकार पर भी निर्भर करता है.
8/ 8
साइनाइड एक खास तरीके से काम करता है. ये शरीर में पहुंचने पर दिमाग और दिल तक ऑक्सीजन की आपूर्ति पर असर डालता है. इससे व्यक्ति स्थायी-अस्थायी रूप से कोमा में जा सकता है या फिर उसकी जान जा सकती है. पुराने वक्त में शासकों के दौर में और फिर विश्व युद्धों के दौरान भी दुश्मनों को मारने के लिए साइनाइड का इस्तेमाल किया जाता रहा.
First Published: April 14, 2019, 16:07 IST