आर्थिक विकास क्या है Short answer? - aarthik vikaas kya hai short answair?

इसे सुनेंरोकेंआधुनिक आर्थिक विकास की प्रक्रिया तीव्र सामाजिक एवं वैचारिक परिवर्तनों को समाहित करती है । इनमें सबसे महत्वपूर्ण है दृष्टिकोण का परिवर्तन साथ ही संस्थागत ढाँचा भी तेजी से बदलता है । श्रम उत्पादकता, कुशलता, प्रतिस्पर्द्धा आर्थिक व सामाजिक गतिशीलता तथा जीवन स्तर में परिवर्तन होता है ।

आर्थिक विकास का महत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआर्थिक विकास से राष्ट्रीय उत्पादन में वृद्धि होती है , राष्ट्रीय आय एवं प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है और पूँजी निर्माण की दर में वृद्धि होती है। निवेश बढ़ता है , विविध प्रकार के उद्योगों की स्थापना होती है और पूँजी की गतिशीलता बढ़ती है। श्रम एवं पूँजी विनियोग के लिए चयन क्षेत्र का विस्तार होता है।

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आर्थिक विकास में राष्ट्रीय आय का क्या योगदान है?

इसे सुनेंरोकेंराष्ट्रीय आय एक अर्थव्यवस्था में आर्थिक प्रगति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देता है। उच्च प्रति व्यक्ति आय वाला देश निम्न प्रति व्यक्ति आय वाला देश की अपेक्ष अधिक विकासित माना जाता है। राष्ट्रीय आय में वृद्वि से किसी भी देश के आर्थिक कल्याण में वृद्वि होती है।

आर्थिक वृद्धि और आर्थिक विकास से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंआर्थिक समृद्धि का मतलब देश के सकल घरेलू उत्पाद, प्रति व्यक्ति आय,में वृद्धि और गरीबों की जनसँख्या में कमी से होता है जबकि आर्थिक विकास से आशय किसी देश की आधारभूत संरचना की मजबूती, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तनों से होता है.

आर्थिक वृद्धि से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी देश की प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में वृद्धि आर्थिक वृद्धि (Economic growth) कहलाती है। आर्थिक वृद्धि केवल उत्पादित वस्तुओं एवं सेवाओं का परिमाण बताती है।

अर्थशास्त्र की परिभाषा को कितने भागों में बांटा गया है?

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इसे सुनेंरोकेंवर्तमान समय में आधुनिक अर्थशास्त्र को दो भागों में बांटा गया है व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र । समष्टि अर्थशास्त्र का अर्थ बड़ा होता है। जब अध्ययन वह समस्या इकाई या अर्थव्यवस्था के भाग से संबंधित होती है तो इससे अध्ययन विषय को व्यष्टि अर्थशास्त्र कहते हैं।

अर्थशास्त्र का जनक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंएडम स्मिथ (5 जून 1723 से 17 जुलाई 1790) एक ब्रिटिश नीतिवेत्ता, दार्शनिक और राजनैतिक अर्थशास्त्री थे। उन्हें अर्थशास्त्र का पितामह भी कहा जाता है। आधुनिक अर्थशास्त्र के निर्माताओं में एडम स्मिथ (जून 5, 1723—जुलाई 17, 1790) का नाम सबसे पहले आता है.

किसी देश के आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले घटक कौन कौन से हैं समझाइए?

आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले तत्व एवं कारक की विवेचना करें।

  1. प्राकृतिक संसाधन तेल, या खनिज जैसे प्राकृतिक संसाधन की खोज से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है क्योंकि यह देश की उत्पादन संभावना वक्र में बदलाव या वृद्धि करता है।
  2. भौतिक पूंजी या अवसंरचना
  3. जनसंख्या या श्रम
  4. मानव पूंजी
  5. प्रौद्योगिकी
  6. कानून

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आर्थिक विकास से आप क्या समझते हैं आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले घटकों की विवेचना कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंकिसी अर्थव्यवस्था के विकास को प्रभावित करने वाला मुख्य कारक प्राकृतिक संसाधन है। प्राकृतिक संसाधनों में भूमि, क्षेत्र और मिट्टी की गुणवत्ता, वन संपत्ति, अच्छी नदी पद्धति, खनिज व तेल संसाधन और अच्छी जलवायु आदि सम्मिलित हैं। आर्थिक संवृद्धि के लिए प्राकृतिक संसाधनों का अधिक मात्रा में होना अनिवार्य है।

आर्थिक विकास के सिद्धांत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमाल्थस के अनुसार- आर्थिक विकास का सबसे महत्वपूर्ण निर्धारक पूंजी संचय है । पूँजी संचय का श्रोत बढ़ता हुआ लाभ है । लाभों की प्राप्ति केवल पूँजीपतियों द्वारा की गयी बचत द्वारा सम्भव होती है । माल्थस के अनुसार- श्रमिकों की बचत करने की शक्ति शून्य होती है ।

सामान्यतः आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास को समान अर्थ के रूप में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन बारीकी से अध्ययन करने के बाद पता चलता है कि इन दोनों में बहुत अंतर है. आर्थिक संवृद्धि में सामान्य रूप से किसी देश की प्रति व्यक्ति आय और सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि को गिना जाता है जबकि आर्थिक विकास में देश में कुपोषण बीमारी, निरक्षरता और बेरोजगारी की दशा को देखा जाता है.

Difference between economic growth and economic development

सत्तर के दशक के पूर्व आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास को समान अर्थ के रूप में इस्तेमाल किया जाता था परन्तु इसके बाद के अर्थशास्त्रियों ने इसमें भेद करना शुरू कर दिया और अब इन दोनों शब्दों को अलग अलग अर्थों में प्रयोग किया जाता है.
आर्थिक संवृद्धि की परिभाषा: आर्थिक संवृद्धि से मतलब किसी समयावधि में किसी अर्थव्यवस्था में होने वाली वास्तविक आय में वृद्धि से है. सामान्य रूप से यदि किसी देश की सकल घरेलू उत्पाद और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होती है तो कहा जाता है कि उस देश में आर्थिक संवृद्धि हो रही है.
आर्थिक विकास की परिभाषा: आर्थिक विकास की परिभाषा आर्थिक संवृद्धि से व्यापक होती है. आर्थिक विकास किसी देश के सामाजिक सांस्कृतिक, आर्थिक, गुणात्मक एवं मात्रात्मक सभी परिवर्तनों से सम्बंधित है. इसका प्रमुख लक्ष्य  कुपोषण बीमारी, निरक्षरता और बेरोजगारी को खत्म करना होता है.


आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास के बीच अंतर इस प्रकार है:
1. आर्थिक समृद्धि का मतलब देश के सकल घरेलू उत्पाद, प्रति व्यक्ति आय,में वृद्धि और गरीबों की जनसँख्या में कमी से होता है जबकि आर्थिक विकास से आशय किसी देश की आधारभूत संरचना की मजबूती, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तनों से होता है.


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2. आर्थिक विकास एक वृहत धारणा है जबकि आर्थिक संवृद्धि एक लघु धारणा है.
3. आर्थिक संवृद्धि की धारणा आर्थिक विकास के अंतर्गत आती है.
4. आर्थिक संवृद्धि मूलतः उत्पादन की वृद्धि से सम्बंधित है जबकि आर्थिक विकास का सम्बन्ध देश के संवांगीर्ण विकास से सम्बंधित है.
5. आर्थिक विकास का सम्बन्ध विकासशील देशों से माना जाता है जबकि आर्थिक संवृद्धि का सम्बन्ध विकसित देशों से होता है.
6. आर्थिक संवृद्धि में एक व्यक्ति विशेष के विकास या किसी एक इकाई के विकास की बात की जाती है जबकि आर्थिक विकास में सम्पूर्ण देश या समाज के विकास की बात की जाती है.
7. यदि कोई देश आर्थिक रूप से विकसित है तो यह कहा जा सकता है कि वह आर्थिक रूप से संवृद्ध भी है परन्तु यह नही कहा जा सकता कि यदि कोई देश आर्थिक रूप से संवृद्ध हो तो वह आर्थिक रूप से विकसित भी होगा. उदाहरण के रूप में आप खाड़ी के देशों को ले सकते हैं जहाँ पर आर्थिक समृद्धि तो बहुत अधिक आ चुकी है क्योंकि तेल के अधिक उत्पादन के कारण इन देशों की प्रति व्यक्ति आय तो बहुत अधिक है लेकिन आर्थिक समृद्धि नही हो पाई है क्योंकि आधारभूत संरचना का बहुत कम विकास हुआ है.
8. आर्थिक संवृद्धि के मुख्य कारक इस प्रकार हैं: सकल घरेलू उत्पाद, प्रति व्यक्ति आय और ऐसे आर्थिक चर जिनका मात्रात्मक माप संभव हो जबकि आर्थिक विकास के कारकों में शिक्षा, साक्षरता दर, जीवन प्रत्याशा, पोषण का स्तर, स्वास्थ्य सेवाएँ, खाने में पोषक तत्वों की उपलब्धता आदि है.


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ऊपर दिए गए अंतरों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि आर्थिक विकास और आर्थिक संवृद्धि दोनों में काफी अंतर होने के बावजूद दोनों एक दूसरे के पूरक हैं और एक के बिना दूसरा अधूरा है. विकासशील देशों का ज्यादा ध्यान अपने देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर होता है वहीँ दूसरी ओर विकसित देश आर्थिक संवृद्धि पर ज्यादा ध्यान देते हैं.
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आर्थिक विकास क्या है Hindi?

आर्थिक विकास से आशय उस प्रक्रिया से है जिसके परिणामस्वरूप देश के समस्त उत्पादन साधनों का कुशलतापूर्वक दोहन होता है। साथ ही साथ राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय में निरंतर एवं दीर्घकालिक वृद्धि होती है तथा जीवन स्तर एवं मानव विकास सूचकांक में सुधार की स्थिति उत्पन्न होती है।

आर्थिक विकास क्या है Class 10?

हमने आर्थिक विकास को पृथक रूप में नहीं, बल्कि मानव-विकास की सामान्य अवधारणा, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के जीवन की गुणवत्ता को व्यापक रूप से परिभाषित करनेवाले (आय सहित) अन्य संकेतकों को भी शामिल किया है, के अंग के रूप में देखने की कोशिश की है।

आर्थिक से आप क्या समझते हैं?

किसी समाज के अन्दर या किसी भौगोलिक क्षेत्र के अन्दर उत्पादन, संसाधनों के नियतन (resource allocation), तथा वस्तुओं एवं सेवाओं के वितरण को आर्थिक व्यवस्था या आर्थिक प्रणाली (economic system) कहते हैं

आर्थिक विकास का क्या उद्देश्य है?

चूँकि आर्थिक विकास का मुख्य उद्देश्य जन सामान्य के जीवन स्तर को ऊँचा उठाना है अतः यह कहा जा सकता है कि “आर्थिक विकास वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक अर्थव्यवस्था की प्रति व्यक्ति शुद्ध आय दीर्घकाल में बढ़ती है ।" संक्षेप में, यह भी कहा जा सकता है कि "मानव का सर्वांगीण विकास ही आर्थिक विकास है ।

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