जब हम उठते हैं तो सबसे पहले दिमाग में यही आता है कि नाश्ते (Breakfast) में क्या खाना चाहिए? इसे खत्म करने के बाद हम लंच और फिर डिनर के बारे में सोचने लगते हैं. इससे पता चलता है कि फूड हमारी लाइफ के सबसे इम्पोर्टेंट पार्ट्स में से एक है. एक दिन अगर हम खाना छोड़ देते हैं तो हमारी बॉडी अलग तरह से रिएक्ट करने लगती है. हम जो खाते हैं वह मायने रखता है लेकिन एक और चीज जो खास अहमियत रखती है, वो है..जब हम अपना खाना खाते हैं, यानी खाने का टाइम. कई स्वास्थ्य लाभों (हेल्थ बेनिफिट्स) को निर्धारित करने के लिए नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना खाने का समय महत्वपूर्ण है. Show एक आम कहावत है, ‘अर्ली टू बेड अर्ली टू राइज मैक्स ए मैन हेल्थी वेल्थी एंड वाइस’ मतलब, “जल्दी सोना, जल्दी उठना, हमें स्वस्थ, धनवान और बुद्धिमान बनाता है.” आइए इसे थोड़ा बदलें और कहें, आपको हेल्दी और स्मार्ट बनने के लिए जल्दी डिनर और जल्दी ब्रेकफास्ट करना चाहिए. आइए देखें कि अलग-अलग भोजन (Meals) करने का सही समय क्या है और ये हमारे शरीर को कैसे लाभ पहुंचाता है. टाइम का रखें ध्यान नाश्ता (ब्रेकफास्ट) दोपहर का भोजन (लंच) यह भी पढ़ें- रात का खाना (डिनर) टाइम पर खाने के फायदे मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद एक्टिव रहने में मदद यह भी पढ़ें- वजन घटाने में हेल्प Tags: Health, Health News, Lifestyle Health tips: यह तो आप सभी को मालूम है कि अच्छी सेहत के लिए और फिट रहने के लिए समय पर खाना-पीना बहुत जरूरी है. डॉक्टर्स भी यही सलाह देते हैं कि समय पर एक सही डाइट ली जाए. इससे आपकी हेल्थ भी सही रहती है और आप फिट भी रहते हैं, लेकिन आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में समय पर खाना-पीना हर किसी के एक बड़ा टास्क बन चुका है, लेकिन आप में से ऐसे बहुत कम लोग होंगे जिन्हें नाश्ता, लंच और डिनर का सही समय मालूम होगा, लेकिन इस खबर में हम आपको यह सारी जानकारी देने जा रहे हैं कि आपको किस समय नाश्ता करना चाहिए, किस समय लंच करना चाहिए और किस समय डिनर करना चाहिए. आप में से बहुत सारे पाठक यह पूछते हैं कि बच्चों के लंच बॉक्स में क्या खाना दिया जाना चाहिए? मैने आप लोगों को मेल के ज़रिए इस प्रश्न का उत्तर दिया भी है लेकिन मेल में विस्तार से उत्तर देना थोड़ा मुश्किल होता है. तो चलिए आज आपसे बच्चों के लंच बॉक्स के विषय में बातचीत करते हैं. मुझे याद है, जब मैं छोटी थी तो हमेशा अपने लंच बॉक्स में पराठा-सब्जी और अचार लेकर जाती थी. बल्कि मैं ही नही मेरे भाई, बहन, मेरे दोस्त हम सभी लोगों के लंच बॉक्स में 99% बार यही खाना होता था. मुझे यह भी याद है कि हम लोग अपना खाने का डब्बा स्कूल बैग के अंदर ही रखते थे. लेकिन अब समय बदल गया है. विदेशों में खाने का डब्बा स्कूल बैग के अंदर नही रखा जाता है बल्कि लंच बॉक्स एक अलग बैग में रखा जाता है जिसे "लंच बैग" कहते हैं. यह लंच बैग अंदर से इन्सुलेटेड होते हैं जिससे खाना ठंडा ना हो. मैं नीचे कुछ लंच बैग की फोटो लगा रही हूँ जो कि हमारे बच्चे ले जाते हैं. मैं संतुलित और पौष्टिक आहार में यकीन रखती हूँ, और इस बात का ध्यान रखती हूँ कि बच्चो के डब्बे में फल और मुख्य खाने में संतुलन हो, जिससे कि उन्हे कारबोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, रेशे, और खनिज इत्यादि संतुलित रूप से मिल सके. इसलिए मैं बच्चों के खाने में एक हिस्सा फल का, एक हिस्सा मुख्य खाने का, और एक छोटा सा हिस्सा मिठाई का रखती हूँ. बच्चों के खाने के डब्बे में आमतौर पर सूखी चीज़ें ही रखी जानी चाहिएं जिससे उन्हे खाने में परेशानी ना हो. खाने की मात्रा को आप अपने बच्चे की खुराक और स्वाद के अनुसार घटा बढ़ा सकते हैं. फल- फल का चयन आप अपने बच्चे के स्वाद, और मौसम के अनूरूप कर सकते हैं. जैसे कि - संतरे, स्ट्राबेरी, अनार के दाने, अंगूर, केला, इत्यादि यह सभी फल बच्चों को पसंद भी होते हैं और इन्हे खाना भी आसान होता है. आमतौर पर बच्चे बड़े साबुत फल जिन्हे खाने में समय लगता है, स्कूल नही ले जाना चाहते हैं जैसे- सेब, नाशपाती वगैरह. मुख्य खाना- इसके लिए भी यह जानना बहुत ज़रूरी है कि आपके बच्चे को क्या पसंद है. मेरे बच्चे आमतौर पर भरवाँ पराठे, तहरी, नमकीन सेवई, मूँग की दाल का चीला, काले चने, लोबिया, कॉर्न राइस, बर्गर, पास्ता, उत्तपम, भुनी इडली, ढोकला इत्यादि बहुत शौक से ले जाते हैं. कुछ मीठा- हमारे बच्चों को मीठे का बहुत शौक है. मैं कुछ मीठा, जो सेहत के लिहाज से भी ठीक हो, उनके लंच बॉक्स में रखती हूँ. यह घर का बना भी हो सकता है और बाजार से खरीदा हुआ भी. आमतौर पर मैं उनके डब्बे में आटे के बने लड्डू/ तिल के लड्डू/ आजकल जैसे तिल कुटा है तो वो, एक बिस्किट, एनर्जी बार/ बिना क्रीम का एक छोटा टुकड़ा केक, सूखे किशमिश-बादाम, कॅमपॅट इत्यादि रखती हूँ. इस लेख मे आगे पढ़िए - बच्चों के लंच बॉक्स के लिए कुछ व्यंजन. आशा करती हूँ कि आपको इस लेख से मदद मिले. आपकी सलाह या सुझाव का हमेशा स्वागत है.... दोपहर में क्या भोजन करना चाहिए?इसीलिए कहा जाता है कि दोपर का भोजन यानी आपका लंच आपके दिन का सबसे हेवी भोजन होना चाहिए. यानी आप इस भोजन में ऐसी दालें और फूड्स खा सकते हैं, जिन्हें पचने में अधिक समय लगता है. जैसे, राजमा, उड़द, छोले, चने इत्यादि.
लंच में क्या क्या खा सकते हैं?ऐसे में लंच लाइट रखने की कोशिश करें. आपको हाई प्रोटीन डाइट या ज्यादा तेल मसालेदार सब्जियां खाने से बचना है. इसकी बजाय मूंग-मसूर की दाल, हरी सब्जी, रोटी और सलाद खाएं. आप चाहें को ताजा घर की दही से बनी छाछ या लस्सी पी सकते हैं.
अच्छा लंच क्या होता है?दोपहर के भोजन यानी लंच करने का सबसे अच्छा समय दोपहर 12 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच का है. जैसा कि आपने अपना दोपहर का भोजन जल्दी कर लिया है, आपको शाम को जल्द ही भूख लग सकती है. कई न्यूट्रीशनिस्ट हमारी भूख को संतुष्ट करने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने के लिए जल्दी रात का खाना खाने की सलाह देते हैं.
लंच कितने बजे करना चाहिए?लंच का सही समय 12:30 से लेकर 2 बजे तक होता है. इस बीच आपको लंच कर लेना चाहिए. वहीं, 4 बजे के बाद कभी भी कुछ नहीं खाना चाहिए.
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