Vastu Shastra Tips for Sleep in Hindi: वास्तुशास्त्र में व्यक्ति के सफल और सुखद जीवन के साथ स्वास्थ्य लाभ के लिए भी कुछ खास उपाय और नियमों का उल्लेख किया गया है। अक्सर आपने घर के बड़े बूढ़ों को यह कहते सुना होगा कि उत्तर या पश्चिम दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इस दिशा में मृत्युलोक होता है। जी हां आपको बता दें वास्तुशास्त्र में भी इसे सच माना गया है, इसके अनुसार नींद का हमारे शारीरिक औऱ मानसिक स्वास्थ्य से गहरा संबंध होता है। यही कारण है कि ऋषि मुनियों ने सोने के लिए कुछ नियम बताए हैं ताकि मनुष्य को इसका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके।
वास्तुशास्त्र के अनुसार व्यक्ति को भूलकर भी सोते समय पूर्व या दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए। अन्यथा आपको स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें इसका ना केवल वास्तुशास्त्र में उल्लेख किया गया है बल्कि वैज्ञानिकों का भी यही मानना है। ऐसे में आइए जानते हैं दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके क्यों सोना चाहिए।
इस दिशा में सिर करके सोने के फायदे:
वास्तुशास्त्र के अनुसार व्यक्ति को दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए यानि पैर उत्तर या पश्चिम दिशा में होना चाहिए, इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
इस दिशा में सिर करके सोने से लंबी आयु प्राप्त होती है तथा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी उत्तम रहता है। वहीं इस दिशा में पैर करके सोना अपशकुन होता है तथा मस्तिष्क में रक्त का संचार भी कम होता है। ऐसे में आइए संक्षेप में जानते हैं।
उत्तर दिशा में सिर करके क्यों नहीं सोना चाहिए:
दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोने से व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ के साथ सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। वहीं इस दिशा में पैर करके सोने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं इस दिशा में पैर करके सोने से धन हानि, मृत्यु और रोग का भय रहता है।
ज्योतिषाशास्त्र के अनुसार उत्तर की दिशा मृत्यु की दिशा मानी जाती है, इस दिशा में दुष्ट देवों औऱ यम का वाश रहता है। इसलिए उत्तर दिशा में भूलकर भी सिर रखकर नहीं सोना चाहिए। सोते समय ध्यान रहे की आपका सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में हो तथा पैर उत्तर या पश्चिम दिशा में हों।
क्या कहते हैं वैज्ञानिक:
वहीं वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर और दक्षिण ध्रुव यानि पृथ्वी के दोनों तरफ चुम्बकीय प्रभाव होता है। उत्तरी ध्रुव पर धनात्मक प्रवाह और दक्षिणी ध्रुव पर ऋणात्मक प्रवाह होता है। ठीक इसी प्रकार मानव शरीर के सिर में धनात्मक और पैर में ऋणात्मक प्रवाह होता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार दो धनात्मक प्रवाह या दो ऋणात्मक प्रवाह जब आपस में मिलते हैं, तो यह एक दूसरे से दूर भागते हैं। इसलिए यदि आप दक्षिण में पैर करके सोते हैं तो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है।
पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोने के फायदे:
वास्तुशास्त्र में एक श्लोक के माध्यम से उल्लेख किया गया है कि पूर्व दिशा मे सिर करके सोने से विद्या प्राप्त होती है। इस दिशा में सिर रखकर सोने से मां सरस्वती की कृपा आप पर सदैव बनी रहती है, जिससे ज्ञान में बढ़ोत्तरी होती है।
वहीं इस दिशा में सूर्य देव भी विराजमान होते हैं, ऐसे में इस दिशा में सिर रखकर सोने से व्यक्ति ऊर्जावान रहता है। तथा इस दिशा में पैर करके सोने से सूर्यदेव का अपमान माना जाता है। इसलिए हमेशा पूर्व या दक्षिण दिशा में सिर करके सोना चाहिए तथा घर या कमरे के दरवाजे की ओर पैर करके ना सोएं।
आप किस तरह सोते हैं, इस बात पर आपके जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण चीजें निर्भर करती हैं। सोते वक्त अगर आपकी दिशा सही न हो तो आपके जीवन में समस्याओं का अंबार लग जाता है। वहीं सही दिशा में सिर करके सोना न सिर्फ आपको अच्छी नींद देता है बल्कि आपको आर्थिक रूप से भी समृद्ध बनाता है। आज हम आपको बता रहे हैं सोते वक्त सही दिशा कौन सी होनी चाहिए और इसके क्या फायदे हैं।
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दक्षिण दिशा में सिर करके सोने के फायदे
वास्तु के अनुसार इस दिशा में सिर रखकर सोना सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। माना जाता है कि इस दिशा में सिर रखकर सोने से आपकी सेहत अच्छी रहती है और आप सभी प्रकार की मानसिक समस्याओं से दूर रहते हैं। इस बात का ध्यान रखें के भूलकर दक्षिण में पैर करके न सोएं। इसे धार्मिक दृष्टि से भी अशुभ माना जाता है और वहीं वैज्ञानिक दृष्टि से भी यह हानिकारक है। ऐसा माना जाता है कि दक्षिण में पैर करने से चुंबकीय धारा पैर में प्रवेश करती है और सिर से होते हुए निकलती है। इससे आपके दिमाग में तनाव बढ़ता है और नींद भी खराब होती है।
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पूर्व में सिर करके सोना
दक्षिण के बाद दूसरी सही दिशा पूर्व मानी जाती है। यदि दक्षिण में सिर करके सो पाना संभव न हो पा रहा हो तो आप पूर्व में भी सिर करके सो सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से आपको देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं सूर्य के भी इस दिशा से निकलने की वजह से इसे जीवनदायी दिशा माना गया है। इस दिशा में पैर करके गलती से भी न सोएं। धार्मिक दृष्टि से अशुभ माना जाता है।
इनके लिए पूर्व दिशा में सिर करके सोना शुभ
अगर आप अपने घर में अकेले कमाने वाले हैं। या फिर नौकरी और व्यवसाय करते हैं तो आपके लिए पूर्व दिशा में सिर करके सोना सबसे अच्छा माना जाता है। अगर आप एक विद्यार्थी हैं तो आपके लिए भी पूर्व दिशा में सिर करके सोना अच्छा माना जाता है। मान्यता है कि पूर्व दिशा में सिर करके सोने से एकाग्रता बढ़ती है।